लखीमपुर खीरी: संविधान दिवस पर पुलिस अधीक्षक ने दिलाई राष्ट्र निर्माण की शपथ

लखीमपुर खीरी, 26 नवंबर 2024: आज संविधान दिवस के अवसर पर खीरी पुलिस कार्यालय में एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक (एसपी) गणेश प्रसाद साहा ने पुलिसकर्मियों को संविधान के मूल्यों और आदर्शों का अनुस्मरण कराया।

संविधान की प्रस्तावना का स्मरण
एसपी गणेश प्रसाद साहा ने पुलिस कार्यालय में उपस्थित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को संविधान की प्रस्तावना का वाचन कराया। उन्होंने संविधान में निहित मौलिक कर्तव्यों और राष्ट्रीय एकता के महत्व पर जोर देते हुए शपथ दिलाई। शपथ में राष्ट्र की एकता, अखंडता और संविधान में निहित मूल्यों को बनाए रखने का वचन शामिल था।

पुलिसकर्मियों के लिए प्रेरणा का अवसर
एसपी साहा ने संविधान को भारत के लोकतंत्र की आत्मा बताते हुए कहा, "संविधान हमें न केवल अपने अधिकारों की जानकारी देता है, बल्कि हमारे कर्तव्यों का भी स्मरण कराता है। हमें इन कर्तव्यों का पालन करते हुए समाज में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखनी है।"

जनपद स्तर पर आयोजन
संविधान दिवस के उपलक्ष्य में केवल पुलिस मुख्यालय ही नहीं, बल्कि खीरी के सभी सर्किल और थानों पर भी कार्यक्रम आयोजित किए गए। क्षेत्रीय पुलिस अधिकारियों और थानाध्यक्षों ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को संविधान दिवस की प्रस्तावना पढ़कर शपथ दिलाई।

अधिकारियों की उपस्थिति
इस आयोजन में अपर पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस कार्यालय के सभी अधिकारी और कर्मचारीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान संविधान के महत्व पर आधारित प्रेरणादायक चर्चा भी की गई, जिसमें कानून की रक्षा और मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशीलता पर जोर दिया गया।

नागरिकों को भी संदेश
पुलिस विभाग ने संविधान दिवस के इस अवसर पर आम जनता से भी अपील की कि वे संविधान के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझें और समाज में समरसता और भाईचारे को बढ़ावा दें।

संविधान दिवस का महत्व
संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है। इसी दिन 1949 में भारत का संविधान अपनाया गया था, जो 26 जनवरी 1950 से लागू हुआ। यह दिवस देशवासियों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों की याद दिलाने के साथ-साथ संविधान की रक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का संकल्प लेने का अवसर प्रदान करता है।

खीरी पुलिस द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम पुलिसकर्मियों और नागरिकों के लिए प्रेरणा का एक आदर्श उदाहरण बना, जो समाज में संविधान के महत्व को बढ़ावा देता है।