किसान आंदोलन का साइड इफैक्ट जाने क्या deepak tiwari

चंडीगढ़.पंजाब के किसानों को हरियाणा में घुसने से रोकने के लिए लगाए गए नाकों के कारण आम जनता को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। शुक्रवार को ऐसे कई मामले सामने आए हैं। यहां तक कि 6 घंटे बारात लेट हो जाने के कारण दूल्हा-दुल्हन फेरे भी नहीं ले सके। इसके अलावा काफी लोगों को बॉर्डर के इस पार आने-जाने के लिए नदी तक पार करनी पड़ी।
दिल्ली-बठिंडा हाईवे पर जाम में फंसे सिरसा के गांव सक्ताखेड़ा निवासी संदीप कुमार ने बताया कि शुक्रवार को फतेहाबाद के लिए वो सुबह साढ़े 8 बजे चले थे। गांव खैरेकां के पास पहुंचकर बारात जाम में फंस गई। फेरे लेने के लिए 11 बजे पहुंचना था, लेकिन 2 बजे तक बारात सिरसा में ही फंसी रही। समय पर नहीं पहुंच पाने की वजह से अब शादी टालनी पड़ी। वहीं संदीप कुमार के रिश्तेदार राकेश कुमार ने बताया कि सिरसा के गांव सक्ताखेड़ा से बारात चलकर फतेहाबाद में 11 बजे पहुंचनी थी, लेकिन काफी लेट हो गए।
दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे के पास घग्गर नदी को पार करते लोग।
उधर दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे पर शंभू बॉर्डर पर किसानों को रोके जाने के चलते हाईवे पर जाम लगा हुआ था। इसके चलते लोग कई घंटों के जाम में फंसे रहे। सुबह करीब आठ बजे से लगे जाम में लगभग सात घंटे बड़ी तादाद में लोग फंसे थे। जिन लोगों को जरूरी अपने घर पहुंचना था, उन्हें मजबूरी में घग्गर दरिया में घुसकर कई घंटे पैदल चलना पड़ा। इस दौरान सबसे ज्यादा परेशान महिलाएं और बच्चे परेशान हुए।