त्रिलोक्य के देवताओं के तीन स्थान नियुक्त है
1.पृथ्वी।
2.वायु और
3.आकाश।
प्रमुख 33 देवता ये हैं:- 12 आदित्य, 8 वसु, 11 रुद्र और इंद्र व प्रजापति को मिलाकर कुल तैतीस देवी और देवता होते हैं। प्रजापति ही ब्रह्मा है, 12 आदित्यों में से एक विष्णु है और 11 रुद्रों में से एक शिव है। कुछ विद्वान इंद्र और प्रजापति की जगह 2 अश्विन कुमारों को रखते हैं। उक्त सभी देवताओं को परमेश्वर ने अलग-अलग कार्य सौंप रखे हैं।
जानिए सभी के नाम:
8 वसु: आप, ध्रुव, सोम, धर, अनिल, अनल, प्रत्युष और प्रभाष।
12 अदित्य: अंशुमान, आर्यमन, इन्द्र, तवस्टा, धातु, प्रजन्य, पूषा, भग, मित्र, वरुण, वैवस्वत और विष्णु।
11 रुद्र: मनु, मन्यू, शिव, महत, शरतुध्वज, महिनस, काल, वामदेव, भव और धरत- ध्वज ये 11 रुद्र देव हैं। इनके पुराणों में अलग अलग नाम मिलते हैं।
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ReplyDeleteहिन्दु धर्म शुरू से ही महान और सनातनी रहा है , ही ब्रह्माण्ड का कारण है . घर में रखे शिवलिंग की पूजा से जुड़े नियम से हम शिव को प्रसन्न कर सकते है
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