आज बच्चों की तरह करें मस्ती क्योंकि कल हो न हो

आजकल हर कोई अपनी जिंदगी को भरपूर तरीके से जीना चाहता है क्योंकि कल क्या होगा किसी को पता नहीं है पहले लोग अपने परिवार तक ही सीमित रहते थे लेकिन आज वह जमाना चला गया है आप लोग अपनी इकलौती जिंदगी को मस्ती से जीना चाहते हैं खुद को खुश रखना चाहते हैं इसलिए अपने लिए घूमना पसंद करते हैं 1 बच्चे से ज्यादा जोश होता है इनमे क्योंकि यह एक ही उम्र की होते हैं और कोई किसी को नहीं जानता कोई ना कोई यह समझता है कि कोई क्या कहेगा आज की कोई चिंता नहीं रहती और बच्चे अपनी जिंदगी का पूरा इंजॉय करते हैं लेकिन जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती जाती हमारी जिम्मेदारियां में बढ़ती जाती है और हम एक मस्त मौला से जिम्मेदार व्यक्तित्व के स्वामी बन जाते हैं और उसके बाद फिर शुरू होता है एक अलग सफर जिसमें हमें जिम्मेदारियां उठाते हुए अपने परिवार का पालन पोषण करना होता है लेकिन उसके बाद एक समय ऐसा भी आता है जब हम अपनी जिम्मेदारियों से बिल्कुल फ्री होकर निश्चिंत होकर सोचते हैं कि अब हमें अपने बारे में भी कुछ सोचना चाहिए पूरी उम्र तो हमने जिम्मेदारियों में निभाने में काट दी लेकिन अब उस समय हम अपने लिए भी दे और मस्त रहे इंजॉय करें आज जब हर कोई अपनी जिंदगी अपने मन मुताबिक भरपूर जीना चाहता है तो फिर अपनी जिंदगी जीने से क्यों रोका जाए क्यों ना उन्हें आजादी में जीने का और उसके बाद मरने का एक मौका दिया जाए क्योंकि उम्र होने पर बुजुर्गों को सिर्फ अपना समय काटना ही होता है लेकिन बदलते समय और बदलती सोच के चलते अब यह भी खूब घूम रहे हैं और होना भी चाहिए हमें नए नए लोगों से मिलना चाहिए जिंदादिली के साथ खुशियां बटोर नी चाहिए  और बिल्कुल छोटे छोटे बच्चो की तरह हर पल का इंज्वाय करना चाहिए क्योंकि कल हो ना हो
रामजी पांडे