रितेश अग्रवाल के बनाए ओयो रूम्स के कारण पकड़े गए कमलेश तिवारी के कातिल




सूरत पुलिस और ओयो ऑनलाइन पोर्टल द्वारा ऑटोमेटिक बुकिंग सिस्टम यदि नहीं होता तब कमलेश तिवारी की हत्या को पूरी तरह से हिंदुओं द्वारा किया गया हत्या साबित कर दिया जाता और आतंकियों की यही कोशिश थी इस हत्याकांड को हिंदुओं द्वारा किया गया हत्याकांड साबित किया जा सके।

 ओयो के फाउंडर मात्र 22 वर्षीय रितेश अग्रवाल हैं...।।


आरोपियों ने हिंदू नाम से आधार कार्ड बनवाए थे और जब उन्होंने लखनऊ का होटल बुक किया तब ओयो का सर्वर ऑटोमेटिक उनके जीमेल से असली नाम से होटल बुक कर दिया और जब आतंकी लखनऊ गए तब पता चला कि उनके असली नाम से होटल बुक था।
चूंकि उनसे  गलती हो गई थी इसलिए वह चाह कर भी इसमें बदलाव नहीं कर सकते थे और पुलिस को होटल के कमरे से हिंदू नाम वाले आधार कार्ड भी मिल गए फिर जब पुलिस ने पता किया तो पता चला कि जैसे ही वह ओयो में लॉगिन हुए और होटल पसंद किया तब ओयो का सिस्टम एंड्रॉयड फोन में लॉगिन किए गए जीमेल से होटल बुक कर दिया।

ठीक यही कोशिश आतंकियों ने मुंबई हमले में भी की थी और मुंबई हमले को हिंदुओं द्वारा किया गया आतंकी हमला बनाने की प्लानिंग किया था वह तो हवलदार तुकाराम ओंबले थे जिन्होंने अपनी जान देकर कसाब को जिंदा पकड़ लिया और पूरी प्लानिंग का पर्दाफाश कर दिया।
और उसमें कांग्रेसी सरकार पूरी तरह से शामिल थी क्योंकि मुंबई हमले के कुछ ही दिनों के बाद पत्रकार अजीज बर्नी ने एक किताब लिखी 26-11 का हमला आर एस एस की साजिश और उस किताब के विमोचन में दिग्विजय सिंह जैसे बड़े नेता पहुंचे थे और मुंबई हमले के दौरान ही कांग्रेस के चार बड़े कद्दावर कैबिनेट मंत्री सलमान खुर्शीद सुशील कुमार शिंदे पी चिदंबरम और खुद राहुल गांधी ने हिंदू आतंकवाद का माहौल बनाना शुरू कर दिया था।