मध्यप्रदेश में जल्द हो सकता है मंत्रिमंडल का विस्तार


पंकज पाराशर छतरपुर*
भोपाल। मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ जल्द ही फैसला करेंगे। वह 4 नवंबर को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। जिसके बाद मंत्रिमंडल का विस्तार संभव है। इस बार कमलनाथ 5 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाएंगे। इस बार नाराज़ विधायकों को साधने की कोशिश की जाएगी। जिन मंत्रियों के पास ज्यादा और बेमेल विभाग हैं उनसे छीनकर यह विभाग नए मंत्रियों को दिए जाएंगे। ऐसी अटकलें है कि निर्दलीय विधायक और समर्थन दे रहे विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। दरअसल, मुख्यमंत्री कमलनाथ 5 नवंबर को विदेश के लिए रवाना हो रहे हैं। उससे पहले वह दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात कर एक लिस्ट पर चर्चा करेंगे। इस लिस्ट में मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले विधायकों के प्रस्तावित नाम शामल होंगे। इन नामों में निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह ठाकुर (शेरा भैया), केदार डाबर, विक्रम सिंह राणा, बुंदेलखंड से बिजावर विधानसभा क्षेत्र से सपा विधायक राजेश शुक्ला, पथरिया क्षेत्र से राम भाई परिहार, चंबल से भिंड विधानसभा क्षेत्र से बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाह, पिछोर विधानसभा क्षेत्र से विधायक केपी सिंह, एंदल सिंह कंसाना और राज्यवर्ध्न सिंह दत्तीगांव के नाम पर मंथन किया जा सकता है। दूसरी ओर झाबुआ उपचुनाव में कांग्रेस को मिली जीत के बाद अब कांतिलाल भूरिया की भूमिका पर भी विचार होना है। चुनाव से पहले उन्होंने खुद मंत्री और किसी भी बड़े पद पर नहीं जाने की इच्छा जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि वह संगठन को मज़बूत करने के लिए काम करेंगे। लेकिन आदिवासी नेताओं में वह बड़ा चेहरा हैं। इसलिए पार्टी उनकी भूमिका पर भी विचार करेगी। फिलहाल उनका नाम प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस सलाहकार और मंत्री बनाए जाने की रेस में चल रहा है। इधर, आज प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया भोपाल आ रहे हैं। वह आज मंत्रियों के परफॉर्मेंस और विस्तार को लेकर कमलनाथ से मुलाकात करेंगे।