जानिए कौन थे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के राजनीतिक गुरु




भारत के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी समाजसेवी विचारक और सुधारक गोपाल कृष्ण गोखले महात्मा गांधी के राजनीतिक गुरु थे और गोपाल कृष्ण गोखले के गुरु महादेव गोविंद रानाडे थे उनको वित्तीय मामलों की काफी अच्छी समझ थी उस पर अधिकार पूर्व बहस करने की क्षमता से उन्हें भारत का ग्लैडस्टोन कहा जाता था भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में एक बात प्रसिद्ध थी की वह चरित्र निर्माण की आवश्यकता से पूर्णतः सहमत होकर ही उन्होंने सर्वेट्स आफ इंडिया सोसाइटी की स्थापना की थी ताकि नौजवानों को सार्वजनिक जीवन के लिए प्रशिक्षित किया जा सके उनका मानना था कि वैज्ञानिक और तकनीकी शिक्षा भारत की महत्वपूर्ण आवश्यकता है महात्मा गांधी उन्हें अपना राजनीतिक गुरु मानते थे गोपाल कृष्ण गोखले का जन्म रत्नागिरी के कोटलुक ग्राम में एक सामान्य परिवार में हुआ था कृष्णराव उनके पिता का नाम था गोपाल कृष्ण गोखले का जन्म 9 मई 1966 को हुआ था उनके पिता के असामयिक निधन से गोपाल कृष्ण गोखले को बचपन से ही सहिष्णु और कर्मठ बना दिया था देश की पराधीनता गोपाल कृष्ण को हमेशा खलती रहती थी राष्ट्रभक्ति की ओजस्वी धारा का प्रवाह उनके अंतर्मन में हमेशा ही प्रभावित रहता था इसी कारण वह सच्ची लगन निष्ठा की धारा के वशीभूत होकर कार्य करते और देश की पराधीनता से मुक्ति के प्रयत्न में लगे रहते थे अफ्रीका से लौटने पर महात्मा गांधी भी सक्रिय राजनीति में आ गए और गोपाल कृष्ण गोखले के निर्देशन में सर्वेट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी की स्थापना की जिसमें सम्मिलित होकर लोग देश सेवा कर सके इस सोसाइटी की सदस्यता के लिए गोखले जी एक एक सदस्य की कड़ी परीक्षा लेकर सदस्यता प्रदान करते थे