उझानी में शक्ति कलश यात्रा का आयोजन



उझानी: अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ और वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित 19वें पुराण ‘प्रज्ञा पुराण‘ की चार दिवसीय संगीतमयी कथा का शक्तिकलश यात्रा के साथ शुभारम्भ हुआ। पीतवस्त्रधारी मातृशक्तियों और देवकन्याओं ने सिर पर कलश धारण कर नगर के मुख्य मार्गों से कलश यात्रा निकाली। शिवाजी इंटर कालेज म्याऊ के 60 बच्चों ने बिगुल बजाया और घोष के साथ कलशयात्रा की अगुवाई की।
शांतिकुंज हरिद्वार से आए टोली नायक शशिकांत सिंह ने कहा कि विश्व धरा पर जब भी कोई भारी संकट और विपत्तियां आईं तब-तब किसी न किसी रूप में अवतारी चेतना धरती पर अवतरित हुई और मानव में देवत्व जगाने का कार्य किया। अपने वर्षों के संचित तप और त्याग से प्रकृति और वन्य प्राणियों की रक्षा की।
उन्होंने कहा नवीन समस्याओं के समाधान के लिए नया ज्ञान, नया इतिहास रचने वाला कोई व्यक्ति नहीं शक्ति होती है, जो साधारण से मनुष्यों को देवता बनाने का कार्य करती है। सद्चिंतन और सद्भाव जगाती है। सूर्य की पहली किरणों के साथ श्रद्धावानों में नया सबेरा, नया उजाला लाकर उनमें नूतन ऊर्जा का संचार करती है।
सहायक टोली नायक बसंती लाल सोलंकी ने कहा कि श्रेष्ठ संस्कारों से युवाशक्ति सृजन सैनिक और प्रज्ञा प्रहरी के रूप में तैयार होकर लोग विश्व धरा पर स्वर्ग जैसा वातावरण देने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्वेन कुमार, चिंताराम नाग, सुशील कुमार और दिनेश कुमार ने प्रज्ञागीतों का श्रवण कराया।
मातृशाक्तियों और देवकन्याओं ने ओम व स्वास्तिक लिखे 2400 तीर्थों के जल रज से युक्त शक्ति कलशों को अपने सिर पर धारण कर मातृशक्ति कल्पना मिश्रा, ममता शर्मा और साधना सोलंकी के नेतृत्व में मंगल कलशयात्रा देवनागरी इंटर कालेज से शुरू हुई। नगर के बिल्सी रोड, कछला रोड, स्टेशन रोड, पंखा रोड, पुरानी अनाज मंडी, सहसवान रोड से निकाली गई, जो बाद में यज्ञस्थल पहुंची। मां गायत्री के रूप में सजीं बालिकाएं, सुसज्जित झांकियां और गगन चुंबी पताकाएं आकर्षण का केंद्र रहीं। आत्मीय परिजनों और श्रद्धालुओं ने कलश यात्रा का जगह-जगह पूजन किया।
परिब्राजक सचिन देव और भवेश शर्मा ने वेदमंत्रोच्चारण के साथ जाग्रत तीर्थ मंदिरों का पूजन कराया। श्रद्धालुओं ने कथा स्थल पर स्थापित 24 सौ तीर्थों के जल-रज से युक्त शक्ति कलश के दर्शन किए।
इस मौके पर प्रधानाचार्य राजेश्वर पाठक, रामभरोसे लाल, सुखपाल शर्मा, आर्येंद्र यादव, नरंेद्रपाल शर्मा, बी ज्ञानेंद्र, संकेत शर्मा, राजेंद्र गुप्ता, मनोज शर्मा, कपिल, उपदेश, अनेक सिंह, तेजपाल, सचिन देव, धीरेंद्र सोलंकी, माया सक्सेना, रजनी, शोभना, भुवनेश, सुरेश मिश्रा, विपिन, सत्यपाल, रघुनाथ सिंह, श्यामनिवास आदि मौजूद रहे।
बदायूँ व्यूरो से गोविंद राणा की रिपोर्ट