सामाजिक समरसता को लेकर समाजसेवी संतोष गंगेले ने आयोजित किया मिलन समारोह




महोबा 13 अक्टूबर 2019 असत्य पर सत्य की विजय को लेकर अनादि काल से दशहरा का  त्यौहार मनाया जाता है l इस त्यौहार से हमें प्रेरणा मिलती है कि हमें सभी मानवता को लेकर सामाजिक समरसता के साथ मिलजुल कर प्रेम पूर्वक आपस में रहने का संदेश देता है l  लेकिन वर्तमान युग में धर्म राजनीति के कारण त्योहारों में भी बटवारा हो रहा है जाति वर्ग और समाज को लेकर दशहरे मिलन समारोह  आयोजित हो रहे हैं जिस कारण चिंता करते हुए बुंदेलखंड के समाजसेवी राष्ट्रीय शिक्षा रत्न उपाधि से सम्मानित संतोष गंगेले कर्मयोगी ने बुंदेलखंड के लोक कवि ईश्वरी प्रसाद की कर्मभूमि जनपद महोबा के ग्राम बघौरा एक दशहरा मिलन समारोह का आयोजन किया गया l
     जिसमें ग्राम  प्रधान श्रीमती राम कुमारी  अहिरवार के प्रतिनिधि पुत्र रितेश भारती के सहयोग से ग्राम बघौरा के सभी जाति वर्ग के बुजुर्गों को एक शाहगंज स्थान पर आमंत्रित किया गया और उन्हें परंपरागत रीति रिवाज के अनुसार तिलक करके पुष्प माला पहनाई मिठाईयां खिलाएंगे गले मिलकर एक दूसरे को राम-राम करके सुख शांति का संदेश दिया l  बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर समाजसेवी संतोष गंगेले ने कहा कि सामाजिक समरसता के लिए भारत में सभी जाति वर्ग के लोगों को काम करना चाहिए यदि हम आप आपस में राजनीति के कारण जाति धर्म पर जाएंगे तो भारतीय संस्कृति नष्ट हो जाएगी l जिसे बचाने के लिए 12 वर्षों से बुंदेलखंड में लाखों बच्चों हजारों स्कूलों में जाकर भारतीय संस्कृति संस्कार बचाने नैतिक शिक्षा को लेकर जन जागरूकता कर रहे हैं l  समाजसेवी संतोष गंगेले कर्मयोगी ने कहा कि  आज आवश्यकता है  शिक्षा के साथ संस्कार और संस्कृति बचाने की समाज में व्याप्त कुरीतियां नशा मुक्ति दहेज के कलंक को मिटाने छुआछूत जैसे जहर को समाप्त करना होगा साथ में शिक्षा सुरक्षा समरसता समाज सड़क दुर्घटना बेटी बचाओ बेटी प