जाने किस घर में है दो नोबेल पुरस्कार विजेता




संभवतः पहली बार किसी शादीशुदा जोड़े को नोबल पुरुस्कार मिला है. भारत को गर्वान्वित करने वाले भारतीय - अमेरिकन अर्थशास्त्री और कांग्रेस की "न्याय" योजना से जुड़े रहे श्री अभिजीत बैनर्जी को गरीबी हटाने के क्षेत्र में महत्वपूर्ण शोध के लिए जिन दो अन्य अर्थशास्त्रियों के साथ संयुक्त रूप से नोबल पुरुस्कार मिला है, उनमें से एक फ्रेंच - अमेरिकन अर्थशास्त्री श्रीमती एस्थर डफ्लो बैनर्जी ( वो अपने नाम के आगे बैनर्जी नहीं लगातीं हैं, पर मैंने लगा दिया है) उनकी शरीके हयात या धर्म पत्नी हैं. मतलब भारत के पुत्तर के साथ ही भारत की बहुरिया को भी नोबल पुरुस्कार मिला है. डबल जश्न मनाओ रे .... बेचारे अभिजीत दा, पूरी दुनिया में नोबल अर्थशास्त्री का रौब जमायेंगे और घर में बीबी कहेगी ... ज़्यादा न उछलो .. मुझे भी मिला है !! खैर, भारत की बहुएँ भारत के मुंडों से कम है के .... दोनों को कस के बधाई..... ये उपलब्धि इतनी बड़ी थी कि बंगाली बाबू के कांग्रेस से जुड़ाव के बाद भी भक्तों के भगवान को उन्हें बधाई देनी पडी, वरना रवीश के मैग्सेसे अवार्ड को तो साहब ने रिएक्शन देने लायक ही नहीं माना था. खैर, कल से बैनर्जी - डफ्लो निवास में मजेदार दृश्य होगा ... एक नोबल विजेता पूछेगा, बटर लगा दूँ टोस्ट पर ? दूसरा, नोबल विजेता जवाब देगा - थोड़ा सा .. डार्लिंग ... ! तुम्हारी चाय में चीनी, वही एक चम्मच या आज नोबल की खुशी में दो कर दूँ ???