11 नवंबर 2019 हिंदू पंचांग पंडित विष्णु जोशी के साथ





*आज का हिन्दू पंचांग .......................पंडित विष्णु .जोशी* ~ 🌞7905156547
⛅ *दिनांक 11 नवम्बर 2019*
⛅ *दिन - सोमवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2076*
⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - हेमंत*
⛅ *मास - कार्तिक*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - चतुर्दशी शाम 06:02 तक तत्पश्चात पूर्णिमा*
⛅ *नक्षत्र - अश्विनी शाम 07:18 तक तत्पश्चात भरणी*
⛅ *योग - सिद्धि सुबह 10:50 तक तत्पश्चात व्यतिपात*
⛅ *राहुकाल - सुबह 08:04 से सुबह 09:26 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:47*
⛅ *सूर्यास्त - 17:57*
⛅ *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण -
 💥 *विशेष - चतुर्दशी और पूर्णिमा के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *व्यतिपात योग* 🌷
🙏🏻 *व्यतिपात योग की ऐसी महिमा है कि उस समय जप पाठ प्राणायम, माला से जप या मानसिक जप करने से भगवान की और विशेष कर भगवान सूर्यनारायण की प्रसन्नता प्राप्त होती है जप करने वालों को, व्यतिपात योग में जो कुछ भी किया जाता है उसका १ लाख गुना फल मिलता है।*
🙏🏻 *वाराह पुराण में ये बात आती है व्यतिपात योग की।*
🙏🏻 *व्यतिपात योग माने क्या कि देवताओं के गुरु बृहस्पति की धर्मपत्नी तारा पर चन्द्र देव की गलत नजर थी जिसके कारण सूर्य देव अप्रसन्न हुऐ नाराज हुऐ, उन्होनें चन्द्रदेव को समझाया पर चन्द्रदेव ने उनकी बात को अनसुना कर दिया तो सूर्य देव को दुःख हुआ कि मैने इनको सही बात बताई फिर भी ध्यान नही दिया और सूर्यदेव को अपने गुरुदेव की याद आई कि कैसा गुरुदेव के लिये आदर प्रेम श्रद्धा होना चाहिये पर इसको इतना नही थोडा भूल रहा है ये, सूर्यदेव को गुरुदेव की याद आई और आँखों से आँसु बहे वो समय व्यतिपात योग कहलाता है। और उस समय किया हुआ जप, सुमिरन, पाठ, प्रायाणाम, गुरुदर्शन की खूब महिमा बताई है वाराह पुराण में।*
💥 *विशेष ~ 11 नवम्बर 2019 सोमवार को सुबह 10:51 से 12 नवम्बर, मंगलवार को सुबह 10:38 तक व्यतीपात योग है।*
              🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *तंदुरुस्ती व पुष्टि के ख़ास प्रयोग – दिमागी व शारीरिक शक्तिवर्धक योग*
👉🏻 *२५० ग्राम बबूल की गोंद घी में सेंककर बारीक पीस लें | इसमें बराबर मात्रा में पिसी हुई मिश्री मिला लें | १२५ ग्राम बीज निकाले हुए मुनक्के और ५०० ग्राम छिलके उतारे हुए भिगोये बादाम कूट के इसमें मिला लें |*
👉🏻 *सुबह १ चम्मच (१० – १५ ग्राम) मिश्रण खूब चबा – चबाकर खायें | साथ में एक गिलास मिश्री डालकर दूध घूँट – घूँट पियें | इसके बाद २ घंटे तक कुछ नहीं खायें | जब खूब अच्छी भूख लगे, तभी भोजन करें | यह हड्डियों की मजबूती के साथ ही दिमागी ताकत और तरावट के लिए भी बहुत गुणकारी है | बौद्धिक कार्य करनेवालों व विद्यार्थियों के लिए यह योग विशेष लाभकारी है |*
🍚 *पुष्टिकारक खीर : २ छोटे चम्मच सिंघाड़े का आटा, २ चम्मच घी व स्वादानुसार मिश्री लें | सिंघाड़े के आटे को मंद आँच पर लाल होने तक भुनें | जब अच्छी तरह भुन जाय, तब ३०० मि. ली. दूध डालकर पकायें | तैयार होने पर मिश्री, इलायची मिला लें | यह स्वादिष्ट तथा पौष्टिक खीर है | यह प्रयोग गर्भिणी व प्रसूता माताओं के लिए विशेष लाभदायी है |*
💪🏻 *बल्य और पुष्टिकारक प्रयोग : पके हुए १ केले का गूदा, १ चम्मच शहद व थोड़ी – सी मिश्री एक साथ घोंट लें और १ चम्मच आँवले का रस मिलाकर खायें | इससे वीर्यस्त्राव तथा वीर्य-विकार में लाभ होता है | बल बढ़ता है व वीर्य गाढ़ा होता है |*
➡ *ध्यान दें : प्रयोगों में दिये गये द्रव्यों की मात्रा अपनी पाचनशक्ति के अनुसार लें | इन दिनों भोजन सुपाच्य व खुलकर भूख लगने पर ही करें | दूध के सेवन के बाद २ घंटे तक कुछ न लें |*
             🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
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