राजनीतिक शुचिता के प्रतीक थे कैलाश जोशी -के सी शर्मा



के सी शर्मा*
भोपालभारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय कैलाश जोशी जी के निधन से स्तब्ध हूँ। राजनीति को नई दिशा देने के साथ ही पार्टी व प्रदेश के विकास में श्री जोशी जी का योगदान अभूतपूर्व है।
श्री कैलाश जोशी जी राजनीति के संत थे। उन्होंने जीवन पर्यंत भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करने का काम किया। वे राजनीतिक शुचिता और समर्पण के प्रतीक थे।

राजनीति, पार्टी और प्रदेश के उत्थान में श्री जोशी जी का योगदान अविस्मरणीय है।

 देवास जिले के छोटे से गांव  हाटपिपलिया के छोटे से किसान परिवार में जन्मे श्री जोशी जी संघर्षों के साथ आगे बढ़़े। प्रारंभिक शिक्षा देवास में करने के दौरान ही जोशी जी का झुकाव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  के माध्यम से समाज सेवा की ओर हो गया।
आदरणीय जोशी जी की अद्भुत संगठन क्षमता हमेशा प्रत्येक कार्यकर्ता के लिए प्रेरणा का काम करती रहेगी।

भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में शामिल श्रद्धेय जोशी जी ने  1955 से 1960 तक देवास में जिला मंत्री के रूप में कार्य किया। 1956 से भारतीय जनसंघ, जनता पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य के रूप में संगठन को मजबूत करने का काम किया।
श्री जोशी जी ने 2 बार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रहकर संगठन को गांव-गांव तक विस्तृत करने  परिश्रम किया।

राजनीति को सेवा का माध्यम मानकर श्रद्धेय जोशी जी 1955 में 1960  के बीच बागली नगर पालिका अध्यक्ष संभाला। उसके बाद 1962 से लगातार 8 बार बागली विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए।

उन्होंने विधायक दल के उपनेता और नेता प्रतिपक्ष के रूप में सरकार पर अंकुश लगाए रखने का काम बखूबी किया।
1977 में जनता पार्टी सरकार के पहले मुख्यमंत्री बनकर कार्यकर्ताओं और प्रदेश की जनता की आकांक्षाओं को मूर्त रूप दिया।

अनुशासन और कार्यकर्ताओं के संरक्षक थे जोशी जी।

वैसे तो आदरणीय कैलाश जोशी से जुड़े अनेक संस्मरण है जो प्रेरणा देने का काम करते हैं। उनके जीवन का हर पहलू कुछ न कुछ सीख देता है।
श्री कैलाश जोशी जी सिर्फ एक व्यक्ति नहीं थे, बल्कि वे सेवा और समर्पण का दूसरा रूप थे। कैलाश जोशी जी राजनीतिक परिदृश्य में शुचिता के प्रतीक और प्रदर्शक थे।

आदर्श कार्यकर्ता, प्रेरक नेता और पार्टी संगठक के रूप में आदरणीय कैलाश जी के भीतर की विलक्षण प्रतिभा सभी को प्रभावित करती थी।
 उनका व्यक्तित्व प्रेरणादायी था,  जो हमें संकल्प लेने की प्रेरणा देता है।