पूनम चतुर्वेदी की खरी-खरी


*-पूनम चतुर्वेदी*

क्या विचार है लोगो के वाह धन्य हो प्रभू आप सब जो उन लडको का सपोट कर रहे ,इससे ये पता चलता है की इनको आग क्यू लगी हूई है,इनकी चली नही न तो अहम् ने सर ऊठा लिया कोई पूछे इनसे की एक दो बलात्कार और करने का वेट करते उनका की जाओ एक दो और बेटियो को जलाओ फिर सोचेगे की तूम लोग दोषी हो या नही,तब तो वो पाकिस्तानी आतंकवादी भी ठिक ही कर रहे फिर क्यू आसू बहाते हो हमारे जवान मर गये अरे,,तूमको कैसे पता की उन लोगो ने मारा उनका तो चेहरा भी नही दिखता फिर तो सब आतंक वादीयो पर पहले केस चलाओ फिर दस बीस साल वेट करो प्रूफ करो फिर सजा दो फिर,,,सर्जिकल स्ट्राइक की क्या जरूरत,,बात करते है,,,इनके साथ घटना जरूर घटना चाहिये तब पूछेगे माईक लेके की अब बताओ क्या करे,,,,जब खूद खून के आसू रोयेगे न तब,,,,,दिखेगा असली चेहरा,,,,,हद है यार,,,कैसे सोच लेते है इतना घटिया लोग,,,किसी की बेटी मरी हमारा क्या हम तो सही है,,,मरने दो,,,,अरे शर्म करो पढे लिखे गवार दरिद्र,,,,चिरकूट है सारे के सारे ,,,,,,,छी,,,,,बदबू आ रही इनलोगो के शब्दो से,,,,,,तब तो रावण को राम ने मारा वो गलत थे,,,,,,,,महाभारत मे इतने खून बहे वो भी गलत था,,,,,,फिर क्यू धर्म की दूहाई देते हो की मंदिर वही बनायेगे,,,अरे जाओ ,,,,गिरगिटों तूम रंग बदल सकते हो संसार नही,,,,,,,,,,,, पूनम"चतुर्वेदी रायपुर छत्तीसगढ़