गणेश प्रसाद पाण्डेय का निधन अंत्येष्टि सन्नेही में सम्पन्न भावभीनी शोक श्रद्धांजलि अर्पित



 सिंगरौली रीवा  संयुक्त श्रमजीवी पत्रकार महासंघ के अध्यक्ष रमेन्द्र कुमार पाण्डेय पत्रकार के पिताजी श्री गणेश प्रसाद पाण्डेय का परमधाम महाप्रयाण हो गया है ।अंत्येष्टि ग्राम सन्नेही में सम्पन्न हुई।उपस्थित जनों ने अश्रुपूरित अंतिम विदायी दी।इससे पहले एस जी एम एच रीवा के आई सी सी यू में उपचार के दौरान अत्यन्त दु:खद असामयिक देहावसान पश्चात पार्थिव देह रमेन्द्र कुमार पाण्डेय के घोघर रीवा स्थित निवास और डा. ब्रजेन्द्र कुमार पाण्डेय के लखौरी बाग रीवा स्थित निवास में अंतिम दर्शनार्थ ले जाये जाने के बाद पुस्तैनी  गृह ग्राम सन्नेही (तहसील अमरपाटन जिला सतना) में शोकाकुल क्षेत्रवासियों ने बड़ी भारी संख्या में अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि अर्पित की।डा. ब्रजेन्द्र कुमार पाण्डेय ने मुखाग्नि दी।87वर्षीय श्री गणेश प्रसाद पाण्डेय धर्म पत्नी श्रीमती तारादेवी पाण्डेय, एक सुपुत्री श्रीमती चित्रा शुक्ला,दामाद इंजी. सभा कान्त जी शुक्ला, चार पुत्र राघवेन्द्र, डा. ब्रजेन्द्र, पत्रकार रमेन्द्र तथा सत्येन्द्र, पुत्र बधुओं श्रीमती कनक, श्रीमती विनोद कुमारी, श्रीमती राजेश्वरी एवं श्रीमती ऊषा सहित पौत्र - पौत्रियों सुधीर-रानी, पूजा-विवेक, परम-जया व विकास - दीपा एवं नातिनों मंजूषा राहुल, निहारिका मनीष, नाती निखार शुभ्रा व पंती  विभू आयुष अनंत अमृत  पंतिन श्रीमौलि जया आराध्या हृदा  अमृतांजलि आदिनाती-पोतों तथा भरा-पूरा परिवार नात-रिश्तेदार सगे - सम्बन्धी और हजारों चाहने - मानने वालों को शोकाकुल कर गये। श्री गणेश चतुर्थी को जन्मे श्री गणेश प्रसाद विनायक चतुर्थी को ही परमधाम गवन किये।28जनवरी को स्वर्गवास, २९जनवरी को दाह संस्कार, १फरवरी को प्रात:७बजे से अस्थि संचय व प्रयागराज के लिए रीवा होकर प्रस्थान।
शुद्ध ७फरवरी, एकादशाह(करम) ८फरवरी,१०फरवरी को त्रयोदशाह (तेरही)है ।
सत्य धर्म न्याय नीति पर आजीवन अडिग रहकर समाज और क्षेत्र की सेवा एवं जन कल्याण कार्यों में समर्पित रहे श्री गणेश प्रसाद पाण्डेय का जन्म 25दिसम्बर 1933को माता श्रीमती सुधा देवी एवं पिता श्री द्वारिका प्रसाद पाण्डेय के ज्येष्ठ पुत्र के रूप में हुआ।रीवा राज्य के प्रतिष्ठित पवाईदार श्री गणेश प्रसाद पाण्डेय रीवा और काशी में शिक्षा प्राप्त करते हुए महात्मा गांधी जी और पं. जवाहर लाल नेहरू जी के नेतृत्व में जारी स्वाधीनता आंदोलन तथा नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के आजाद हिंद आवाहन में हर प्रकार से अग्रणी भूमिका निभाने लगे एवं कांग्रेस सेवादल के स्वयंसेवक तैयार कर नव युवक मण्डल बनाये तथा स्वयं और साथियों सहित सामूहिक  श्रमदान अभियान से सड़क निर्माण कराया। महाराजा सर गुलाब सिंह जी से आनंद गढ़ दरबार में अपने चाचा राधा रमण प्रसाद एवं भीमसेन मास्टर साहब सहित जाकर स्कूल की मंजूरी लेकर अपने निवास में आवासीय विद्यापीठ स्थापित किया, महाराजा द्वारा स्कूल चलाने व भवन निर्माण हेतु दी नगदी राज कोष में छात्र सहायता मद बावत जमा कराकर स्वयं व युवा - जन श्रम सहयोग से भव्य भवन बनवाया, जो उन्नयन होकर आज हायर सेकेण्ड्री स्कूल के रूप में संचालित है। स्वतंत्रता के बाद समाज सुधार तथा जन चेतना जगाने के अग्रणी समाजसेवी श्री गणेश प्रसाद पाण्डेय निर्विरोध सरपंच लगातार लम्बे वक्त तक रहे एवं न्याय पंचायत सभापति, मार्केटिंग सोसायटी डायरेक्टर और भूमि विकास बैंक अध्यक्ष पदों पर रह कर सेवाएं दीं।पूर्वं मुख्य मंत्री पं. शम्भूनाथ शुक्ला ठाकुर दादू गोविंद नारायण सिंह, पूर्वं राज्यपाल बैरिस्टर गुलशेर अहमद तथा पूर्वं मंत्री शत्रुघ्न सिंह तिवारी जी आदि से अच्छे सक्रिय साथ के चलते ठाकुर दादू और बैरिस्टर साहब का दद्दा जी के पास सन्नेही आना-जाना बैठना रुकना बना ही रहता था। चारोधाम तीर्थाटन के साथ सक्रिय दलीय राजनीति और पद त्याग दिया।
श्री गणेश प्रसाद पाण्डेय समूचे अंचल में ध्वजारोहण, वार्षिकोत्सव, पुरस्कार समारोहों व सार्वजनिक कार्यक्रमों के मुख्य अतिथि तथा अध्यक्षीय गौरव होते थे।उनके वाणी विचार संवोधन यादगार हैं, चिंतामणि वैद बाबा का प्रहलाद दास बाबा वाला वैद्यक ज्ञान था, खादी प्रिय सच्चे गांधी वादी थे। श्री गणेश प्रसाद पाण्डेय के देहावसान पर गहरा दु:ख व गहन शोक व्यक्त कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दिवंगत महान आत्मा की चिर शांति एवं मुक्ति-मोक्ष  और शोक संतप्त परिवार जनों और स्वजनों को सहन शक्ति प्रदान करने  की परमात्मा से विशेष प्रार्थना की गई है।
श्री गणेश प्रसाद पाण्डेय का सम्पूर्ण जीवन कृतित्व व्यक्तित्व सेवा और योगदान सदैव लोगों को आदर्श प्रेरणास्रोत के रूप में सही दिशा व दृष्टि देता रहेगा।एक महापुरुष का अवसान समूचे क्षेत्र की अपूरणीय क्षति है । व युग पुरुष थे। श्री चरणों में शत कोटिशः नमन।
के सी शर्मा