विधान सभा में विधवा तारावती देवी का मामला उठाएंगे विधायक हरिराम चेरो*


 दुद्धी विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक माननीय हरीराम चैरो जी ने जिलाधिकारी महोदय सोनभद्र से आज दिनांक 24- फरवरी को धरतीडांड़ सेंदूर निवासी तारावती देवी पत्नी स्वर्गीय रामलोचन तिवारी के संदर्भ में उनके कार्यालय में मुलाकात के दौरान तारावती की फाइल लहराते हुए कहा कि आज तक स्थानीय शासन, प्रशासन व पावर कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा गत सोलह वर्षों से मुआवजा देने के बजाए जिस तरह से प्रताड़ित किया गया है उसको मैं पच्चीस फरवरी दिन मंगलवार को विधानसभा के सदन में यह मामला उठाउंगा और प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से मिलकर पूंछूगा कि क्या यही सुशासन है कि एक अनाथ विधवा को सिर्फ मुआवजा पाने के लिए छः सौ पत्र और इच्छा मृत्यु की मांग तक करना पड़ रहा है और तब भी न्याय नसीब नहीं होता। इतना सुनते ही जिलाधिकारी महोदय सोनभद्र ने विधायक महोदय को अवगत कराते हुए कहा कि उप्र कांग्रेस के पूर्व सदस्य श्री वीके मिश्रा जी एक सप्ताह पहले मुझसे मिलने मेरे कार्यालय पर आकर जब एडिएम और सीडिओ की मौजूदगी में पूरे-पूरे प्रकरंण को मेरे संज्ञान में लाते हुए निराकरण हेतु कहा था तो मैंने उन्हें बताया था और उसी दिन से मेरा सीरियस प्रयास जारी है कि जल्द से जल्द विधवा मां को न्याय दिया जाए। हाल फिलहाल विधवा मांता जी एवं कांग्रेस के वीके मिश्रा जी आदि लोगों को माननीय विधायक जी आपके माध्यम से संदेश देना चाहेंगे कि आगामी सत्ताइस फरवरी का प्रस्तावित कार्यक्रम अनशन आदि न करें प्रशासन बहुत ही गंभीरता पूर्वक प्रयास कर रहा है कि उन्हें जल्द से जल्द न्याय मिल सके।          उपरोक्त परिस्थितियों से अवगत कराते हुए विधायक हरीराम चैरो जी ने वीके मिश्रा और तारावती देवी से उनके नंबरों पर दोपहर दो बजे सीधे अपने मोबाइल नंबर से बात करते हुए जिलाधिकारी की तरफ से अपील किया कि आप लोग जिलाधिकारी महोदय की बात मान लें ।                              उपरोक्त बातें होने के बाद विधवा तारावती देवी जी और कांग्रेस नेता वीके मिश्रा दोनों ने अपनी-अपनी सहमति जताते हुए कहा कि हाल फिलहाल प्रस्तावित आमसभा तत्पश्चात अनिश्चितकालीन अनशन अस्थाई रूप से स्थगित किया जाता है यदि न्याय मिलने में विलम्ब हुआ तो प्रजातांत्रिक व्यवस्था के अंतर्गत गांधीवादी तरीके से लड़ाई न्याय मिलने तक आजीवन जारी रहेगी ।