एनसीएल को सीएसआर के तहत जीविका सृजन के लिए मिला सम्मान



नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) को पोल्ट्री फॉर्मिंग के माध्यम से आदिवासी महिलाओं को आजीविका उपलब्ध कराने हेतु प्रतिष्ठित ईटी-नाउ अवार्ड से नवाजा गया है। एनसीएल अपनी निगमित सामाजिक दायित्व (सीएसआर) कार्यक्रम के तहत कंपनी के कार्यक्षेत्र के आस-पास के गांवों में आदिवासी महिलाओं के लिए पोल्ट्री फॉर्म की इकाइयां स्थापित कर उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर, सशक्त एवं स्वावलंबी बनाने हेतु निरंतर कार्य कर रही  हैं ।

एनसीएल की इस प्रयास को स्वीकृति देते हुए मंगलवार को मुंबई में आयोजित वर्ल्ड सीएसआर डे काँग्रेस एंड अवार्ड्स समारोह में कंपनी को  इटी नाऊ पुरस्कार से नवाजा गया । एनसीएल की ओर से वरीयप्रबंधक (कार्मिक/सीएसआर)  मोहम्मद परवेज़ ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।

एनसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेषक (सीएमडी) श्री प्रभात कुमार सिन्हा और निदेशक मंडल ने कंपनी की इस उपलब्धि के लिए पूरे एनसीएल परिवार को हार्दिक बधाई दी है और आशा व्यक्त की है कि स्थानीय लोगों के समावेशी विकास के लिए कंपनी अपनी प्रतिबद्धता कायम रखते हुए इस दिशा में अपने प्रयासों से विकास की नई गाथा लिखेगी।

स्थानीय जरूरतमंद लोगों के कौशल विकास के माध्यम से उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए एनसीएल अपनी सीएसआर योजना के अंतर्गत कौशल विकास एवं जीविकोपार्जन के अनेक कार्यक्रम चला रही है। ‘सिंगरौली वूमन स्मॉल होल्डर्स पोल्ट्री प्रोड्यूसर्स कंपनी लिमिटेड’ नाम की कंपनी बनाकर सिंगरौली जिले में पोल्ट्री फॉर्म की इकाइयां स्थापित की गई हैं। प्रत्येक इकाई एक आदिवासी महिला और उसके परिवार से संबद्ध है। सिंगरौली जिला प्रशासन के सहयोग से चलाए जा रहे इस कार्यक्रम से अभी तक 750 आदिवासी महिलाओं को जोड़ा गया है। इससे जुड़ी महिलाएं वैकल्पिक व नियमित आय के रूप में 3000 से 3500  रुपय प्रतिमाह आमदनी कर पा रहीं हैं । इस कार्यक्रम से जुड़े परिवारों को मुफ्त दुर्घटना बीमा भी दिया जाता हैं ।