क्यूएस रैंकिंग मे जिन्दल ग्लोबल ला स्कूल भारत में बना नम्बर वन लाँ स्कूल :



सुनील मिश्रा नई दिल्ली : क्वैक्वेरेली साइमन्ड्स द्वारा जिन्दल ग्लोबल ला स्कूल ने पहली बार लाँ मे प्रतिष्ठित क्यूएस वर्ल्ड युनिवर्सिटी सब्जेक्ट रैंकिंग 2020 मे स्थान लेकर जबर्दस्त इतिहास रचा!  जेजीएलएस को दुनिया के सभी लाँ स्कूलो मे 101-105 बैंड मे स्थान दिया देकर, नेशनल लाँ स्कूल आफ़ इंडिया युनिवर्सिटी  बेंगलूरू को 151-200 बैंड मे स्थान दिया है भारत के दो स्कूलो को मिले रैंकिंग मे जेजीएलएस को शीर्ष स्थान मिला. क्यूएस क्वैक्वेरेल के क्षेत्रीय निदेशक श्री अश्विन फ़र्नान्डीज़ ने कहा कि हम क्युएस वर्ल्ड युनिवर्सिटी सब्जेक्ट रैंकिंग मे केवल युवा सन्थान ही नहीं बल्कि शीर्ष संस्थान भी है.
ओ पी जिन्दल ग्लोबल युनिवर्सिटी के बेन्फ़ैक्टर और फ़ाउन्डर चान्सलर श्री नवीन जिन्दल ने कहा कि जेजीयू और जेजीएलएस के इतिहास में भारत में नम्बर 1 लाँ. स्कूल के रूप मे जेजीएलएस की मान्यता और विषय को क्युएस वर्ल्ड युनिवर्सिटी रैंकिंग 2020 द्वारा दुनिया के 150 रैन्क मे शामिल होना बडी उपलब्धि है और उन्होने जेजीयू के कुलपति, सदस्यो, छात्रों, कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि इन सभी के अथक प्रयासों से हमे ये बडी पहचान प्राप्त हुई है. हमने अपने पिता को श्रद्धांजलि के रूप मे इस युनिवर्सिटी की स्थापना की जो शिक्षा मे परिवर्तन लाने की शक्ति और राष्ट्र निर्माण मे विश्वास रखते थे. जेजीयू के वाइस चान्सलर श्री सी राज कुमार ने कहा कि ओ पी जिन्दल ग्लोबल युनिवर्सिटी का जन्म विश्व स्तरीय शिक्षा के लिये ही हुआ है जो संकाय, शिक्षा, अनुसंधान, सहयोग और बुनियादी ढांचे के मामले मे विश्व मे सर्वष्रेश्ठ विश्वविद्यालय का मुकाबला कर सके.
जेजीयू के रजिस्ट्रार प्रो. वाई. एस.आर. मूर्ति के अनुसार, जेजीएलएस ने स्नातक, फ़र्मो, ला फ़र्मो, निगमो, शिक्षाविदो, मुकदमो, अनुसंधान सन्स्थानो, अन्य गैर सरकारी सन्गठनो के बीच अपनी पहचान बना ली है. इस वर्ष क्युएस ने क्युएस वर्ल्ड रैंकिंग देने के लिये 200  से अधिक कागज़ात और 200 से अधिक उद्धरण और 159 स्थानो पर पांच व्यापक श्रेणियो मे,  48 विषयो मे 1368 संस्थानो को ष्रेणीबद्ध किया गया.  और भारत से 165. संयुक्त राज्य अमेरिका से 441, ब्रिटेन फ़्रान्स और जर्मनी से 502, चीन, जापान और दक्षिण कोरिया से 360 सन्स्थानो पर विषयो के आधार पर क्यू एस रैंकिंग 2020 के लिये विचार किया गया. यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि केवल 894 स्कूलो को योग्य मानकर उनमे से 300 स्कूलो को रैन्क दिया गया जिसमे से जेजीयू को दुनिया मे 150 सन्स्थानो मे शामिल करते हुए भारत मे पहला स्थान दिया गया.