सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय पर भू प्रेमी परिवार संगठन जरूरतमंदों के लिए हो रहा है वरदान साबित।



 माधोपुर@रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। विश्वव्यापी कोरोना महामारी के कारण उपजे हालातों के चलते राज्य के विभिन्न जिलों में जहां एक और प्रशासन व राजकीय उपक्रमों से जुड़े हुए तमाम लोग जिनमें चिकित्साकर्मी, शिक्षक समुदाय, हेल्थ वर्कर, पुलिसकर्मी, राजस्वकर्मी व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से लेकर मीडिया कर्मी तक शामिल है, के द्वारा अपने कर्तव्यों की निष्ठा पूर्वक पालना करते हुए कोरोना से प्रभावित लोगों की चिकित्सा सुविधा से लेकर हर तरह की मदद की जा रही है। तो ,वहीं दूसरी और हजारों भामाशाह, समाजसेवी व एनजीओ कार्यकर्ता  यहां तक कि जनप्रतिनिधि भी दिल खोलकर रोजगार विहिन दिहाड़ी मजदूरों, निर्धन परिवारों, असहाय तथा जरूरतमंद लोगो की सहायता के लिए दिन रात पसीना बहा रहे हैं। इनके द्वारा इस आपदा की स्थिति में भूखे मरने की स्थिति से गुजर रहे लोगों को भोजन से लेकर ड्राई खाद्य सामग्री नित्य प्रतिदिन उपलब्ध कराई जा रही है। सुरक्षा के लिए मास्क वितरण एवं सैनिटाइजर से छिड़काव करने तक की जिम्मेदारी जन सहयोग से या फिर अपने स्तर पर बखूबी कीजा रही है। इन लोगों द्वारा आम जनता से प्रशासनिक एडवाइजरी के अनुसार अपने अपने घरों में रहने के लिए, बीमार होने पर चिकित्सकीय जांच करवाने हेतु समय-समय पर मोटिवेट किया जा रहा है। इसी क्रम में सवाई माधोपुर जिले में भी युद्ध स्तर पर कार्य जारी है। सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय पर जितने भी भामाशाह, समाजसेवी या एनजीओ जो आपदा के इस माहौल में जरूरतमंदों को लगातार राहत प्रदान कर रहे हैं, उन सब में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका भू प्रेमी परिवार संगठन द्वारा निभाई जा रही है। इस संगठन के द्वारा बाकायदा एक प्रशासनिक ढांचे की तरह अपना सिस्टम स्थापित कर संपूर्ण कार्य प्रणाली को अंजाम दिया जा रहा है। ताकि ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद लोगों को तैयार भोजन या फिर ड्राई खाद्य सामग्री वितरित उपलब्ध हो सके।आवश्यकता होने पर मास्क वितरण हो या फिर सैनिटाइजर का छिड़काव या फिर कोरोना को  लेकर लोगों को जागरूक करने की मुहिम भी इनके द्वारा चलाई जा रही है।किसी कार्य में यह संगठन अन्य किसी संगठन से पीछे नहीं है। लॉकडाउन के 11 वें दिन भी भूप्रेमी परिवार संगठन सवाई माधोपुर के कार्यकर्ताओं द्वारा तीन फ्रंट पर काम किया गया। भूप्रेमी परिवार के इन कोरोना फाइटर्स ने
लगभग 150 परिवारों को जिनमें  IHS कॉलोनी, सीमेंट फैक्ट्री, GG क़्वार्टर्स, रैगर बस्ती (शहर )एवं चकचैनपुरा इत्यादि स्थान सम्मिलित है, वहां जाकर  राशन-किटों भी वितरण किया गया ताकि अगले 3-4 दिन तक वे लोग अपने स्तर पर स्वयं खाना  बनाकर खा सके। इस प्रकार वो प्रेमी परिवार द्वारा अब तक कुल 950 परिवारों को आदर्श राशन किट उपलब्ध करवाई जा चुकी है जिसमें 5 किलो आटे के साथ-साथ खाद्य तेल, दाल, शक्कर, नमक, चावल, 5 तरह के मसाले, 3 सब्जियां और एक साबुन जैसी जरूरी वस्तुएं शामिल है।
दूसरी तरफ इनके द्वारा बेघर लोगों, अस्पताल के मरीजों और प्रवासी मजदूरों को भी निरंतर राहत पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। गुरुवार को भी भू प्रेमी परिवार संगठन द्वारा सुबह से लेकर  शाम तक करीबन 500-600 लोगों को खाने के पैकेट वितरित की गए। मिशन के 11 दिन गुरुवार की सुबह  खाने में दाल-चावल की खिचड़ी और फलों में संतरा दिया गया, वहीं शाम को पूड़ी-सब्जी के साथ-साथ का गर्मा-गरम नुक्ति भी भोजन के पैकेट में  परोसी गई । इस तरीके से भूप्रेमी परिवार अब तक विगत 11 दिनों में कुल 7 से 8 हजार जरूरतमंद लोगों को हजारों भोजन के पैकेट्स उपलब्ध करवा चुका है।
 भू प्रेमी परिवार संगठन के कार्यकर्ताओं ने लोगों को घरों में रहने, मास्क के उपयोग करने, निरंतर साबुन से हाथ धोने और सोशल डिस्टेंस बनाये रखने, जरूरी जगहों पर सेनेटाइज़ करते रहने तक के लिए लोगों को जागरूक करने में अब तक कोई  कसर बाकी नहीं छोड़ी  है।

भुप्रेमी परिवार के कुल 20 कार्यकर्ताओं की टीम सवाईमाधोपुर के भामाशाहों के सहयोग से कोरोना से लड़ने में प्रशासन के हाथ तो मजबूत कर ही रही हैं, दूसरी ओर  टीम के सभी सदस्य" नर सेवा नारायण सेवा "के भाव के फल स्वरुप लोगों की दुआएं भी हासिल कर रहे हैं। जो कि अपने आप में काबिले तारीफ है।