अलख जनकल्याण संस्था ने प्रवासी मजदूरों के उत्थान के लिए उठाई मांग

 प्रतापगढ़ प्रकट नाथ महादेवन मन्दिर दिलीपपुर में अलख जनकल्याण संस्था के प्रमुख पदाधिकारियों ने सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठक रखकर कोरोना वाइरस के बढ़ते संक्रमण से चिंता व्यक्त की । लॉक डाउन से प्रभावित आर्थिक गतिविधियों पर प्रवासी श्रमिक छोटे व मध्यम व्यवसाय पर पड़े विपरीत प्रभाव पर  पदाधिकारियों ने अपने विचार रखे । संस्था के अध्यक्ष अशुल्क दास महराज ने कोरोना वाइरस को प्रकृति के दोहन और बढ़ते प्रदूषण से उत्पन्न      सामंजस्य की कमी का परिणाम बताया ।  लगभग हजार वर्ष पूर्व मानव जीवन के लिए प्रकृति पेड़ पौधे नदियां गौ आदि के बीच बहुत ही मजबूत हिस्सा रहे है । मानव और प्रकृति के बीच संतुलन बिगड़ने से आज कोरोना महामारी के साथ मानसून के समय में भी बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है । मानव जीवन को बचाने के लिए प्रकृति को सहेज कर रखना होगा । आज लॉक डाउन के कारण लाखो कामगार मजदूर जो अपने परिवार का जीवन यापन करने बाहर के शहरों में मजदूरी करने गए हुए हैं । सरकारी व अर्धसरकारी संस्थान के साथ फैक्ट्रियों में भी ताले लग चुके हैं ऐसे में मजदूरों का पलायन गांव की ओर तेजी से होने लगा है । मजदूरों के सामने वर्तमान में भूंख मिटाने के साथ  सबसे बड़ी चिंता कर्ज भरने की है क्युकी अधिकतर मजदूर अपने बहन बेटियो की शादी कर्ज लेकर ही कर पाते है जिसकी भरपाई शहर की कमाई के भरोसे होती है । उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि मजदूरों का पलायन रोकने का उपाय ही उनको लॉक डाउन तक खाने पीने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ आर्थिक राहत भी प्रदान  की जाय ।कुशल व अकुशल श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन कर उनको स्टार्टअप के लिए डीबीटी स्कीम के तहत ऋण उपलब्ध कराया जाय। मजदूरों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़े राहत पैकेज की घोषणा की जाय ।श्रमिक वर्ग को उनके गांव में ही मनरेगा के तहत 100 दिन के काम से बढ़ाकर 200 दिन किया जाय ।ग्रामीण क्षेत्र में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को प्रोत्साहित कर अधिक से अधिक महिलाओं को उनकी रुचि के हिसाब से लघु उद्योग लगाने के लिए ट्रेंनिग के साथ ट्रेडिंग को भी बढ़ावा दिया जाय मेड इन इंडिया प्रोडक्ट को  अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करने का नियम बनाया जाय । कोरोना संक्रमण की जांच के लिए ग्रामीण स्तर पर कार्यरत आशा एएनएम प्रशिक्षित वालंटियर की टीम बनाकर उनको थर्मल स्क्रीनिंग किट प्रदान की जाए। मीटिंग में धर्मेन्द्र दुबे  एडवोकेट अनिल पांडेय स्वतंत्र ओम  धर्मेश तिवारी उपस्थित रहे ।