सोनीपत आयुक्त कार्यालय के बाहरऑटो चालक सचिन का अपनी पत्नी के साथ धरना जारी समर्थन में उतरे कई संगठन

सोनीपत में आयुक्त कार्यालय में पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे रिक्सा चालक सचिन का कहना है कि मेरे द्वारा रिक्शा का चालान भरने के बाद अब दो महीने का पार्किंग चार्ज 7500 रूपये मांगने तथा बैट्री रिक्शा से 7500 रूपये का सामान गायब करने के विरोध में रिक्शा चालक सचिन अपनी पत्नी के साथ आज दूसरे दिन उपायुक्त कार्यालय में धरने पर बैठा हूं।

धरना स्थल पर किसान नेता श्रद्धानंद सोलंकी तथा सीटू के जिला प्रधान आनंद शर्मा रिक्शा चालक को समर्थन देने पहुंचे और उन्होंने रिक्शा चालक को उपायुक्त महोदय से मिलवाया और ज्ञापन सौंपा उपायुक्त महोदय ने शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन भी दिया

आज 26 मई सोनीपत
रिक्शा चालक सचिन ने बताया कि 23 मार्च को अपने रिक्शा से एक बिमार व्यक्ति को मुरथल राय हस्पताल में छोडकर वापिस आ रहा था कि मुरथल रोडवेज ट्रेनिग सैन्टर के सामने मेरी रिक्शा के आगे एक सूमो गाडी को अडाकर रोका और उसमें दो पुलिसवालो सहित नौ आदमी थे मेरी रिक्शा के सारे कागज थे परन्तु उन्होने मेरी एक न सुनी न कागज देखे मेरी रिक्शा रोजवेज ट्रेनिंग सैन्टर मे खडी करवा कर चले गए मैं एक बजे से  पांच बजे तक वही खडा रहा फिर   मेरे फोन पर मैसेज आया तो पता चला मेरी रिक्शा को इम्पांउड करके 5500 रूपये का चालान कर दिया गया है।
24 मार्च से लॉकडाउंन के कारण दो महीने तक चालान नही भरा जा सका और इस बीच मैं मुरथल रोडवेद ट्रेनिंग सैन्टर गया तो देखा मेरे रिक्शा से लगभग 7500 रूपये का सामान गायब मिला मेरे पूछने पर वहां पर तैनात कर्मचारियों ने मुझसे गालीगलौच की तथा कहा जल्दी चालान भर कर रिक्शा छुडवा लो वर्ना प्रति दिन 120 रूपये के हिसाब से पैसे बढते जा रहे है अब तक लगभग 7800 रूपये तो पार्किंग चार्ज लग चुका है।
सचिन ने बताया मैं बहुत गरीब आदमी हूं मैने इंम्पाउड होने से एक महीना पहले ही बैंक से लोन लेकर नया रिक्शा खरीदा था और अब लॉकडाउन के कारण रोटी का इन्तजाम भी मुश्किल हो रहा है तो बीस बाईस हजार रूपये भरने के लिए कहां से लाऊंगा।

आगे सचिन ने बताया कि इस सारे मामले को लेकर वह पिछले 13 दिन से आरटीओ, उपायुक्त, तथा पुलिस अधीक्षक कार्यालय के चक्कर काटने के बावजूद कोई कार्यवाही नही हुई जिससे हाताश व मजबूत होकर मैं शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय पर अपनी पत्नी के साथ धरने पर बैठा था तो 5500 का चालान तो 600 रूपये का कर भरवा दिया किन्तु पार्किग चार्ज 7800 रूपये व रिक्शा से गायब हुए 7500 रूपये के सामान का कोई समाधान न होने के कारण आज फिर से धरने पर बैठे .हूं जब तक मेरी समस्या क समाधान नहीं होता मैं धरने पर बैठा रहुंगा

धरनास्थल पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विमल किशोर पहुचे व समर्थन  दिया तथा सारे प्रकरण की कडे शब्दो मे निंदा की व मांग की कि रिक्शा का सामान गायब करने वाले व बेवजह चालान करने वाले अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही के साथ साथ चालान व पार्किंग चार्ज को रद्द किया जाए। और विमल किशोर ने हैरानी जाहिर की कि कोरोना के कारण आम जनता के लिए सचिवालय में आने पर पूरी तरह रोक लगा रखी है जिसके कारण रिक्शा चालक को 13 दिनो मे किसी अधिकारी से मिलने नहीं  दिया गया उन्होने प्रशासन से मांग की कि प्रति  दिन आम जनता से मिलने के लिए अधिकारी समय तय करे ताकि फरियादी अपनी फरियाद अधिकारियों के सामने रख सके।