दौसा सांसद की पुत्री रचना मीना द्वारा लिखित उनकी जीवनी अविरल धारा’ का लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला द्वारा विमोचन

सवाई माधोपुर @रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा । सांसद श्रीमती जसकौर मीना का जीवन ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं की शिक्षा को समर्पित रहा है। मीणा जनजातीय समाज से आने वाली जसकौर मीना एक किसान परिवार में पैदा हुईं और उस परिवेश में भी उन्होंने अपनी शिक्षा ग्रहण करने को प्राथमिकता दी। कालांतर में वे शिक्षा विभाग में अतिरिक्त निदेशक के पद से त्यागपत्र दे राजनीति में आईं और सवाई माधोपुर से सांसद चुनी गईं। वे भारत सरकार में राज्यमंत्री भी रहीं। उनकी संघर्ष पूर्ण जीवन यात्रा को उनकी पुत्री रचना मीना ने कलमबद्ध किया है।
रचना मीना ने बताया कि उनकी मां का जीवन महिला सशक्तिकरण एवं बालिका शिक्षा के सकारात्मक परिणामों का जीता जागता उदाहरण है। उनके सहज व सरल व्यक्तित्व से सभी को प्रेरणा मिलती है। अपनी मां कि जीवनी लिखने का उनका अनुभव अद्वितीय रहा है। वे स्वयं को सौभाग्यशाली मानती हैं कि उन्हें यह सौभाग्य प्राप्त हुआ। पुस्तक का विमोचन दिल्ली में माननीय लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला जी के करकमलों द्वारा संपन्न हुआ।
पुस्तक विमोचन के अवसर पर माननीय लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला जी ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मैं इस जीवनी का विमोचन करते हुए बहुत प्रसन्नता का अनुभव कर रहा हूं और रचना को अनेक शुभकामनाएं देते हुए यह आशा करता हूं कि संसाधनों के अभाव में पढ़ने वाली अनगिनत बालिकाएं उनके जीवन से प्रेरणा लेंगी। उनकी जीवन यात्रा निसंदेह प्रेरणादायक है।
इस अवसर पर सांसद जसकौर मीना ने कहा कि जीवन की यात्रा में छोटे बड़े संघर्ष सन्मुख आते जाते हैं और हम स्व-विवेक, आत्मबल और ईश्वरीय प्रेरणा से उनका सामना करते जाते हैं। हमारे लिए वह संघर्ष कठिन भी हो सकता है और सहज भी, किंतु आने वाली पीढ़ी को यदि इन संघर्षों में प्रेरणा की किरण दिखाई दे तो जीवन सफल सा जान पड़ता है। मेरी पुत्री रचना ने मेरे जीवन प्रवाह को अविरल धारा पुस्तक के रूप में प्रस्तुत किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना संभवतः हमारी सबसे बड़ी आवश्यकता है। जनमानस को इस विषय पर झकझोर कर जगाने में यदि मेरा जीवन वृतांत काम आ सके तो यह मेरा सौभाग्य है। लोकतांत्रिक व्यवस्था के देश में सर्वोच्च प्रहरी, माननीय लोकसभा स्पीकर श्री ओम बिड़ला जी का मेरी जीवनी के विमोचन के लिए मैं हृदय से धन्यवाद करती हूं।
सांसद जसकौर मीना की बड़ी पुत्री, रचना मीना की बड़ी बहन अर्चना मीना ने इस अवसर पर अपने बधाई संदेश में कहा कि ‘अविरल धारा’ मात्र एक कहानी नहीं, अपितु गौरव गाथा है। उस ओजस्विनी की, जिसने हमें सिखाया है कि यदि हमारे उद्देश्य पवित्र एवं अर्थपूर्ण हैं तो हम अपने सहज, सरल स्वभाव से भी कठिन से कठिन लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। सौभाग्य शाली हैं हम बेटियां जिन्होंने उस कर्मठ मां के गर्भ से जन्म लिया जिसने एक ग्रामीण बालिका व जनजातीय समाज की स्त्री के अस्तित्व को नया आयाम, नया विश्वास, नई प्रतिबद्धता व नई ऊंचाई दी। जीवनी के प्रकाशन के शुभ अवसर पर अपनी छोटी बहन प्रिय रचना को हृदय की गहराइयों से शुभकामनाएं देती हूं व ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि से साहित्य जगत में दिन दूनी, रात चौगुनी प्रगति करें।