युवा पत्रकारों की आनलाइन कार्यशाला आयोजित

भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के तत्वावधान में जनपद बदायूं में गुड गवर्नेंस की स्थापना में युवा पत्रकारों की भूमिका विषय पर द्वितीय आनलाइन कार्यशाला का आयोजन गूगल मीट एप के माध्यम से किया गया। कार्यशाला में विभिन्न मीडिया सन्स्थानो से जुड़े युवा पत्रकारों की सहभागिता रही।

कार्यशाला में अतिक्रमण हटाओ अभियान, शहर के अति व्यस्ततम क्षेत्र में सी एन जी पम्प की स्थापना, भूमिगत विद्युतीकरण के दुष्प्रभाव के साथ ही जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत निवारण प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा हुई।

कार्यशाला में विचार व्यक्त करते हुए भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के मुख्य प्रवर्तक हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने कहा कि पत्रकारों के दायित्व समाज के प्रति अन्य की अपेक्षा अधिक है।हर पत्रकार अपने अन्दर एक एक्टिविस्ट पैदा करें।जब पत्रकार एक्टिविस्ट के रूप में कार्य करने लगेंगे तो पत्रकारिता का स्वरूप भी बदलेगा और सामाजिक परिवर्तन भी देखने को मिलेंगे। जनपद बदायूं के सभी युवा पत्रकार जनपद के ज्वलन्त विषयों पर लेखनी चलाये। इस समय बदायूं शहर में वर्षों पुरानी बहुमंजिला इमारतों को अतिक्रमण बताकर तोड़ा जा रहा है। पूरे शहर में नालों पर जो भी निर्माण हैं,वह निर्माण जिम्मेदारों द्वारा कराए गए, इसका उन्हें मूल्य भी चुकाना पड़ा है। प्रशासन को चाहिए कि वह समस्त अवैध कब्जेदारो को बुलाये और उनके विस्थापन की योजना बनाकर, अवैध निर्माण उन्ही से हटवा दे। जिस प्रकार से जेल तिराहा से निर्माण हटवाकर प्रभावित व्यक्तियों को विस्थापित किया गया था। जन कल्याण हेतु विस्थापन की योजना बनाना आवश्यक है।

श्री राठोड़ ने कहा कि शहरवासियों के जीवन की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी शासन प्रशासन की है। किन्तु मानक के विरुद्ध हुआ भूमिगत विद्युतीकरण कभी भी जानलेवा साबित हो सकता है।इसी प्रकार शहर के अति व्यस्ततम क्षेत्र में सी एन जी पम्प की स्थापना भी आपदा को आमंत्रण है। जनसुनवाई पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के प्रति जिम्मेदार गम्भीर नहीं है। उनकी रूचि शिकायत कर्ता की समस्या के समाधान में नहीं होती है बल्कि शिकायत के निस्तारण में रहती हैं। इस कारण यह जनोपयोगी व्यवस्था निष्प्रभावी होती जा रही है। कार्यशाला में सहभागिता करने वाले सभी युवा साथियों से मेरा आग्रह है कि वे एक माह तक इन चार विषयों पर कार्य आरंभ कर दें, हमें निश्चित रूप से जनपद में बदलाव देखने को मिलेंगे।
कार्यशाला में प्रमुख रूप से वेदपाल सिहं, असद अहमद, अखिलेश सोलंकी, भानु प्रताप सिंह, सत्येन्द्र सिंह, कुंवर पाल, दीपक वार्ष्णेय, विजय भान सिंह,अभय माहेश्वरी, आर्यन, सलमान हैदर, कमलेश, श्रीनिवास राठौर, आशीष श्रीवास्तव, अमन गुप्ता, छत्रपाल सिंह, राम प्रजापति, फखरे आलम आदि की सहभागिता रही।