3 वर्षों में मध्य प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाएँगे शिवराज deepak tiwari


भोपाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में आगामी 3 वर्षों में "आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश" बनाने की दिशा में क्रान्तिकारी बदलाव होगा। इसके लिए रोडमैप तैयार कर लिया गया है, जिसे आगामी कुछ दिनों में नीति आयोग से विमर्श उपरांत राज्य में लागू कर दिया जाएगा। इसे आगामी 1 नवम्बर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री मंगलवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य कैबिनेट की बैठक में संबंधित विभागों द्वारा प्रस्तुत किए गए "आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश" के रोडमैप पर चर्चा कर रहे थे। बैठक में मंत्रीगण तथा संबंधित समस्त अधिकारी उपस्थित थे।


*चार मंत्री समूहों ने तैयार किया रोडमैप*


विषय विशेषज्ञों एवं आमजन द्वारा दिए गए सुझावों के आधार पर 'आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश' का रोडमैप तैयार करने के लिए मंत्रीगणों के नेतृत्व में 4 मंत्री समूह गठित किए गए थे, जिन्होंने आज कैबिनेट में अपने विभागों से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया। समूह - 1 "भौतिक अधोसंरचना विकास" के अध्यक्ष लोक निर्माण, कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री गोपाल भार्गव तथा प्रभारी अधिकारी आई.सी.पी. केशरी, समूह -2 "सुशासन" के अध्यक्ष गृह, जेल, संसदीय कार्य, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा एवं प्रभारी अधिकारी एस.एन. मिश्रा, समूह-3 "स्वास्थ्य एवं शिक्षा" के अध्यक्ष मंत्री चिकित्सा शिक्षा, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विश्वास सारंग एवं प्रभारी अधिकारी मोहम्मद सुलेमान तथा समूह-4 "अर्थव्यवस्था एवं रोजगार" के अध्यक्ष वाणिज्यिक कर, वित्त, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री जगदीश देवड़ा एवं प्रभावी अधिकारी राजेश राजोरा थे। प्रस्तुतीकरण समूह प्रभारी अधिकारियों द्वारा किया गया।