कारगिल शहीद हरिओम सिंह की जयंती पर आनलाइन ई सैनिक समागम आयोजित


क्षत्रिय महासभा बदायूं के आनुसन्ज्ञिक सन्गठन क्षत्रिय सैनिक सभा बदायूं के तत्वावधान में कारगिल शहीद हरिओम सिंह की जयंती पर आपदाकाल के दृष्टिगत आनलाइन ई सैनिक समागम का आयोजन क्षत्रिय महासभा के मन्डलीय सन्गठन मन्त्री पूर्व सैनिक विजय पाल सिंह भदौरिया की अध्यक्षता में किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में ललित कला अकादमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष/दर्जा राज्यमंत्री डॉ राजेन्द्र सिंह पुंडीर एवं सैनिक कल्याण अधिकारी सहारनपुर कर्नल मोहर सिंह उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में क्षत्रिय महासभा उत्तर प्रदेश के कोषाध्यक्ष डॉ सुशील कुमार सिंह व शहीद के पुत्र शिवम प्रताप सिंह की उपस्थिति रही।

 शहीद के पुत्र शिवम प्रताप सिंह ने अपने पिता की जयंती के अवसर पर पांच हजार मास्क क्षत्रिय महासभा बदायूं के जिला अध्यक्ष राकेश सिंह को सौंपे। महासभा के समस्त पदाधिकारियों द्वारा 25 अगस्त 2020 को पूरे जनपद में वास्तविक रूप से जरुरतमंद लोगों को मास्क का वितरण किया जाएगा।

सर्वप्रथम क्षत्रिय सैनिक सभा के संरक्षक विजय रतन सिंह की ओर से प्रस्ताव रखा गया कि सरकारी नौकरियों में पूर्व सैनिकों को आरक्षित पदों को अभियान चलाकर भरा जाये तथा पूर्व सैनिकों के शस्त्र लाइसेंस उनके गृह जनपद में ही दर्ज किए जाये, सभी ने प्रस्ताव का समर्थन किया तथा भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजे जाने हेतु सहमति प्रदान की गई।

अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि दर्जा राज्यमंत्री डॉ राजेन्द्र सिंह पुंडीर ने कहा कि सैनिकों के त्याग और बलिदान के कारण ही हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित हैं, सैनिकों के कारण ही हम सब देशवासी चैन की नींद सो रहे हैं। कारगिल के युद्ध में शहीद हरिओम सिंह का अविस्मरणीय योगदान रहा है। उनके बलिदान से हम सब गौरवान्वित हुए हैं। धन्य है वह मां जिसने हरिओम सिंह जैसे वीर पुत्र को जन्म दिया। समाज को विशेष रूप से युवाओं को शहीदों के आचरण से देशभक्ति की प्रेरणा लेनी चाहिए।

सैनिक कल्याण अधिकारी सहारनपुर कर्नल मोहर सिंह ने कहा कि एक सैनिक जब अपनी शहादत देता है तो वह स्वय तो अमरत्व प्राप्त करता ही है,साथ ही उससे जुड़े सभी व्यक्ति, वस्तुएं,स्थान और स्मृतिया भी अमर हो जाती है। शहीदों के प्रति, उनके परिजनों के प्रति, पूर्व सैनिकों के प्रति हमें आदर का भाव रखना चाहिए, साथ ही यह आदर का भाव दिखाई भी दे। जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों द्वारा सैनिकों की समस्यायों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण करने व कराने को सदैव तत्पर रहना चाहिए। ऐसे प्रयास हो कि सैनिकों के जीवन में समाज द्वारा समस्याये उत्पन्न न हो।

शहीद के पुत्र व विशिष्ट अतिथि शिवम प्रताप सिंह ने कहा कि हमारे पिता के बलिदान के कारण हमारे परिवार को समाज द्वारा जो मान-सम्मान दिया जाता है, उसके लिए वह समाज के ऋणी है।क्षत्रिय महासभा बदायूं द्वारा प्रतिवर्ष उनके पिता की जयंती पर सैनिक समागम ग्राम इटौआ में किया जाता है।इस बार वैश्विक आपदा के कारण आनलाइन आयोजन हुआ है।हम क्षत्रिय महासभा बदायूं के पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करते हैं कि उनके द्वारा समाज को प्रेरित करने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

इस अवसर पर कवि अखिलेश ठाकुर, भुवनेश कुमार सिंह, सरिता चौहान द्वारा काव्यपाठ भी किया गया।

समागम  में प्रमुख रूप से विजय रतन सिंह, सुखवीर सिंह भदौरिया, कैप्टन राम सिंह, राकेश सिंह, जगमोहन सिंह राघव, भुवनेश कुमार सिंह, अवनीश कुमार सिंह,अभय प्रताप सिंह, करुणा सोलंकी, मृदुला सिंह, मीनाक्षी, अखिलेश चौहान, उपेन्द्र कुमार, अरविंद सिंह, विनोद सोलंकी, कौशल सिंह, विनोद कुमार,डाल भगवान सिंह, अखिलेश सोलंकी, दिनेश सिंह, सुरेश पाल सिंह, सतेन्द्र पाल सिंह,राम सरन सिंह, अवनीश सोलंकी,आर्येन्द्र पाल सिंह आदि की सहभागिता रही।

समागम का संचालन कार्यक्रम संयोजक/ क्षत्रिय महासभा बदायूं के जिला महासचिव वेदपाल सिंह कठेरिया ने किया तथा क्षत्रिय सैनिक सभा बदायूं के जिला अध्यक्ष रतन वीर सिंह तोमर ने सभी का आभार व्यक्त किया।