मरती इंसानियत एक और निर्भया का दुःखद अंत TNI

Deepak Tiwari 
उत्तर प्रदेश के हाथरस में पंद्रह दिन पहले दुष्कर्म का शिकार हुई लड़की की इलाज के दौरान दिल्ली में मौत हो गई है। उसे बेहतर इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल लाया गया था, लेकिन मंगलवार सुबह पीड़िता हिम्मत हार गई। पीड़िता की उम्र 19 वर्ष थी। बीती 14 सितंबर को हाथरस के चंदपा थाना क्षेत्र के एक गांव में चार युवकों ने उसके साथ दरिंदगी की थी। इस दौरान युवती की रीढ़ की हड्डी टूट गई थी। दरिंदों ने उसकी जीभ भी काट दी थी। गंभीर हालत में उसे अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कालेज में भर्ती करवाया गया था, लेकिन हालात में सुधार नहीं होने पर उसे दिल्‍ली लाया गया था। पूरी मामले में यूपी पुलिस की ढिलाई की भी आलोचना हो रही है। पुलिस लंबे समय तक इसे छेड़छाड़ का केस बताते हुए रिपोर्ट दर्ज करने से बचती रही। मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

पूरे मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी हमलावर हो गई हैं। प्रियंका ने ट्वीट पर लिखा, …यूपी में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है। महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है।अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं। इस बच्ची के क़ातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। हाथरस में हैवानियत झेलने वाली दलित बच्ची ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। दो हफ्ते तक वह अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझती रही। हाथरस, शाहजहांपुर और गोरखपुर में एक के बाद एक रेप की घटनाओं ने राज्य को हिला दिया है।