450 वर्ष पुराना बालाजी का मंदिर जहां था आगे भी वहीं रहेगा - आशा मीना

  सवाई माधोपुर/ मलारना डूंगर @ रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा । मलारना डूंगर उपखंड क्षेत्र के पीलवा नदी गांव में विगत दिवस बालाजी की मूर्ति के साथ छेड़छाड़ के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी में बरती जा रही ढ़िलाई एवं बालाजी मंदिर के स्थान परिवर्तन की सलाह   देने वाले कुछ- एक छुटभैए राजनेताओं की मंशा पर पानी फेरते हुए हिंदू समाज के लोगों ने अपने आराध्य के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हैं, पुलिस व प्रशासन को आड़े हाथों लिया, मामले में किसी प्रकार की गिरफ़्तारी नहीं होने पर सक्षम अधिकारियों को खूब खरी-खोटी सुनाई।भाजपा अन्य हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं एवं पीलवा गांव के पंच पटेलों द्वारा उपखंड अधिकारी मलारना डूंगर को ज्ञापन सौंपकर मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी गई। गुरुवार को सवाई माधोपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रही एवं पूर्व प्रधान रही भाजपा नेत्री आशा मीणा के नेतृत्व में  आज सभी समुदायों के सैकड़ों लोगों ने उपखंड अधिकारी मलारना डूंगर को ज्ञापन सौंप कर बालाजी की मूर्ति को खंडित करने वाले आरोपियों की अतिशीघ्र गिरफ्तारी एवं मंदिर परिसर को खातेदारी की जमीन से मुक्त कराने जैसे मुद्दों को लेकर वार्ता की गई।  भाजपा नेता आशा  मीणा ने तल्ख लहजे में बोलते हुए कहां की पीलवा नदी में संपूर्ण हिंदू समाज  के परम आराध्य देव श्री हनुमान जी महाराज की मूर्ति को खंडित करने वाले असामाजिक तत्त्व आज भी खुलेआम घूम रहे हैं, घटना के 12 दिवस बाद भी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।हो सकता है कि आरोपियों को इसी प्रकार का राजनीतिक संरक्षण प्राप्त हो,लेकिन पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को पूर्ण निष्ठा के साथ बिना भेदभाव के अपना काम करना चाहिए। भाजपा नेत्री ने सभी समाजों व हिंदूवादी संगठनों तथा भारतीय जनता पार्टी की ओर से ऐसे समाज कंटकों की शीघ्र गिरफ्तारी व हनुमान जी महाराज के स्थान परिवर्तन की बात को बेमानी करार देते हुए उप जिला कलेक्टर रघुनाथ  खटीक को मामले में शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की, और चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर अभी भी समस्या का शीघ्र समाधान नहीं हुआ तोऔर अधिक उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा और लोग सड़कों पर जमा होंगे। मीणा ने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को चेताते हुए बिल्कुल साफ शब्दों में कहा की हनुमान जी का मंदिर 450 वर्ष पुराना है और यह मंदिर पीलवा नदी में पीलू के पेड़ के नीचे अवस्थित है , सरकार व पुलिस तथा मंदिर परिवर्तन की बात करने वाले राजनेता कान खोल कर सुन ले की यह मंदिर पहले भी वहीं था, और आज भी वहीं है, और आगे भी वहीं रहेगा। इसके साथ किसी प्रकार की कोई छेड़खानी या अमर्यादित व्यवहार हमें बर्दाश्त नहीं है l साथ ही मीणा ने थानाधिकारी मलारना डूंगर से कड़े शब्दों में कहा कि 2 अक्टूबर की रात को असामाजिक तत्वों द्वारा हनुमान जी की मूर्ति को खंडित कर दिया गया, तब से लेकर आज तक करीबन 12 दिन बीत चुके हैं इसके बाद भी स्थानीय प्रशासन अपराधियों का सुराग तक नहीं लगा पाया है। जो स्थानीय प्रशासन की घौर लापरवाही का नतीजा है l अगर इसी प्रकार की घटना अन्य किसी समुदाय के बीच घट जाती तो, कांग्रेस के मंत्री ही नही मुख्यमंत्री भी अब तक घटनास्थल का दौरा कर चुके होते और अपराधीयों को भी पुलिस अपनी गिरफ्त में ले चुकी होती । मामले की गंभीरता को देखते हुए इ उपखंड अधिकारी मलारना डूंगर व पुलिस अधीक्षक ने मामले की शीघ्र जांच कर दोषियों को अविलंब गिरफ्तार करने का प्रदर्शनकारियों को पूर्ण भरोसा दिलाया। इस मौके पर भाजपा नेत्री मीणा व संगठन के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों व गांव के पंच पटेलों ने उम्मीद जताई कि स्थानीय प्रशासन मामले की पूर्ण रूप से निष्पक्ष जांच करेगा । और अपराधी पुलिस के करने पकड़ में होंगे। धरना व प्रदर्शन कर सरकार को ज्ञापन सौंपने वालों में भाजपा जिलाध्यक्ष  डा. भरत लाल मथुरिया, श्री राधे सरकार जी महाराज, पीलवा नदी गांव के समस्त पंच पटेल व बालाजी संघर्ष समिति के अध्यक्ष, संघर्ष समिति के महामंत्री रघुनाथ  वैष्णव, डि.डी मीणा , नवल किशोर मंगल, छात्रसंघ अध्यक्ष  एसपी गुर्जर, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सचिन मीणा , प्रहलाद मीणा, पूर्व सरपंच निमोद, गंभीरा सरपंच घमंडी लाल जी मीणा, हेमराज  मीणा करेल, जगदीश  भाटी उपसरपंच मलारना चौड़, धर्मराज डीलर, राकेश मीणा, कैलाश  मुनीम , रण प्रताप सिंह शेखावत, रामराज मीणा, कबीर बेग, सहित सभी समुदायों के सैकड़ों लोग तथा हनुमान जी के भक्त मौजूद रहे l