NOIDA हाथरस कि पीड़िता को न्याय दिलाने एवं मुख्यमंत्री के त्यागपत्र की मांग पर जनवादी महिला समिति ने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को दिया ज्ञापन

नोएडा, उत्तर प्रदेश में बलात्कार, बलात्कार के बाद हत्या, दलित उत्पीड़न और महिलाओं पर हो रहे लगातार क़ुरतापूर्ण हमलों व उन पर बढ़ रही यौन उत्पीड़न की घटनाओं के खिलाफ एवं कानून व्यवस्था को संभालने में विफल उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री से त्यागपत्र लिए जाने की मांग पर शनिवार 3 अक्टूबर 2020 को नगर मजिस्ट्रेट कार्यालय नोएडा पर  अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति गौतम बुध नगर कमेटी ने प्रदर्शन कर माननीय राष्ट्रपति व  माननीय प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जनवादी महिला समिति जिला सचिव आशा यादव ने कहा कि जातिगत आधार पर किया गया हाथरस का बर्बर बलात्कार उत्तर प्रदेश में भाजपा के शासन में व्याप्त अराजकता को दर्शाता है जातिवादी तथा प्रतिक्रियावादी ताकतों को जो संरक्षण प्राप्त है उसी के चलते दलितों तथा महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि हो रही है।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि दलित लड़की का नशंस सामूहिक बलात्कार तथा उसकी मृत्यु उत्तर प्रदेश के भाजपा तथा अपराधी पुलिस के भयावह वहशियाना चेहरे को ही उजागर करता है उन्होंने कहा कि हाथरस की बर्बरता ने देश को हिला दिया मनीषा बाल्मीकि के साथ क़ूरता से बलात्कार किया गया सरकार पुलिस पूरे मामले को दबाने के प्रयास में लगी रही और हिंदू रीति-रिवाजों को ताक पर रखकर बगैर परिवार की सहमति के उसके शव को आधी रात को जला दिया उपरोक्त घटना के बावजूद भी उत्तर प्रदेश में कुछ नहीं बदला है और बलरामपुर, आजमगढ़, बुलंदशहर आदि में भी और बलात्कार की घटनाएं हुई हैं कुल मिलाकर यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।
प्रदर्शन को सीपीआईएम जिला सचिव मदन प्रसाद, जिला सदस्य भीखू प्रसाद, विनोद कुमार, हरकिशन सिंह, पथ विक्रेता कर्मकार यूनियन की नेता पूनम देवी, राम भोली, गुड्डी, जनवादी महिला समिति की जिलाध्यक्ष चंदा बेगम, वरिष्ठ महिला नेता गीता देवी, किरण देवी, फुल लहर, चंपा देवी, सीमा, बाला देवी आदि वक्ताओं ने महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी व भाजपा सरकार/ प्रशासन के रवैए की कड़ी निंदा करते हुए बलात्कार कांड के दरिंदों को कड़ी सजा की मांग किया और पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद/ सुरक्षा देने की मांग किया।

आशा यादव