कम्प्यूटर बाबा का चेला निकला deepak tiwari


इंदौर। अनेक अपराधों में लिप्त रमेश तोमर की गाड़ी से घूमा करता था कम्प्यूटर बाबा। आज प्रशासन एवं पुलिस द्वारा नगर निगम के सहयोग से हिस्ट्री शीटर रमेश तोमर द्वारा किये गये अवैध निर्माण को तोड़ा जा रहा है। गोम्मटगिरी में कंप्यूटर बाबा द्वारा क़ब्ज़ायी गई जिस ज़मीन से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई थी वहाँ पर एक लग्ज़री इनोवा गाड़ी भी बरामद हुई थी। छानबीन करने पर यह बात निकलकर आयी है कि यह गाड़ी हिस्ट्री शीटर रमेश तोमर के नाम से रजिस्टर्ड है। जिसका उपयोग कंप्यूटर बाबा द्वारा किया जाता था। पुलिसिया सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ रमेश तोमर पर लगभग 19 -20 मामले दर्ज हैं। प्रशासन द्वारा अभी इदरीस नगर मोसाखेड़ी में तोमर के अवैध निर्माण तोड़े जाने की कार्यवाही की जा रही है।
पुलिस और प्रशासन ने आज जिस गुंडे के खिलाफ बर्बरता दिखाते हुए उसके चारों मकानों को ध्वस्त कर दिया, वह न केवल इलाके और शहर के लिए आतंकी बना हुआ था, बल्कि दोगले कम्प्यूटर बाबा का भी चेला था। जेल में जमानत के लिए तरस रहे कम्प्यूटर बाबा के आश्रम पर हुई कार्रवाई के दौरान एक क्रिस्टा गाड़ी जब्त की गई थी। इसका आरटीओ रिकॉर्ड निकाला तो यह गाड़ी हिस्ट्रीशीटर गुंडे रमेश तोमर के नाम से निकली। इसके साथ बाबा की लिंक जुडऩे के चलते आज प्रशासन ने इदरीस नगर स्थित उसके आशियाने तबाह कर डाले।

पिछले दिनों कलेक्टर मनीष सिंह ने सख्ती दिखाते हुए 8 नवम्बर को कम्प्यूटर बाबा का गोम्मटगिरि स्थित अवैध आश्रम तोड़ा था और इसके साथ ही बाबा और उनके समर्थकों को गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया था, तब से बाबा जमानत के प्रयास भी कर रहे हैं, लेकिन एक प्रकरण में जमानत मिलने पर तुरंत ही पुलिस दूसरे प्रकरण में गिरफ्तारी ले लेती है। इधर आज प्रशासन ने बाबा के चेले और हिस्ट्रीशीटर रमेश तोमर के अवैध ठिकानों पर कार्रवाई की। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भी इस तरह के माफिया, गुंडों, धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके चलते इंदौर में इस तरह की मुहिम शुरू की गई है। कोरोना और फिर उपचुनावों के चलते तोड़ाफोड़ी और माफिया के खिलाफ भी कार्रवाई रुकी थी, लेकिन अब कलेक्टर ने फिर यह मुहिम शुरू करवाई है। हिस्ट्रीशीटर रमेश तोमर पर 19 से अधिक आपराधिक मामले थाना संयोगितागंज में ही दर्ज हैं, जिनमें मारपीट, गाली-गलौज, बलवा, जान से मारने की धमकी, बिजली चोरी, सरकारी कर्मचारियों पर हमला, धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेजों से सरकारी-निजी जमीनों पर अवैध कब्जे, शराब रखने सहित अन्य मामले दर्ज हैं। यह गुंडा बड़े दिनों से इलाकों के लिए आतंक का सबब बना हुआ था, लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी। अब इस गुंडे का कनेक्शन कम्प्यूटर बाबा से मिलने के बाद उसे निशाना बनाया गया। आरोप है कि बाबा इस गुंडे की मदद से संपत्तियों पर कब्जा करने का प्रयास करता था।