खरगोन जिले के एक गांव के शिक्षक ने खोजा क्षुद्र ग्रह deepak tiwari

नई दिल्ली। भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, छोटे से गांव के शिक्षक ने अपने हुनर और ज्ञान से एक ग्रह की खोज कर डाली। मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के छोटे से गांव मोठापुरा के रहने वाले विज्ञान के शिक्षक नरेंद्र कर्मा ने एक क्षुद्र यानी छोटा ग्रह खोजने का दावा किया है।
विज्ञान कर्मा सरकार की तरफ से आयोजित क्षुद्र ग्रह खोज कार्यक्रम में सिटीजन साइंटिस्ट के रूप में शामिल हुए। अभी इस ग्रह की जांच होगी इसके बाद कर्मा इसका नाम भी रख सकेंगे। नरेंद्र कर्मा एक साइंस क्लब के कॉर्डिनेटर भी हैं।
उन्होंने बताया कि उनका चयन नासा स्पेस एजेंसी के एस्टेरॉइड खोज कार्यक्रम में हुआ था जो इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल सर्च कोलेबोरेशन के अंतर्गत होता है। वहां उन्होंने करीब 45 दिन का एस्टेरॉइड खोज का प्रशिक्षण लिया था। इसके बाद एस्ट्रोनॉमिका सॉफ्टवेयर पर काम करना भी सीखा।

नरेंद्र कर्मा पृथ्वी को उल्का पिंडों के खतरों से आगाह करने का काम कर रहे हैं। उनका कहना है गुरुत्वाकर्षण के कारण उल्का पिंड पृथ्वी के काफी नजदीक आ जाते हैं, इन पर नजर काफी महत्वपूर्ण है कभी ऐसे ही उल्का पिंड पृथ्वी के टकरा सकते हैं और महाविनाश को निमंत्रण दे सकते हैं।