ग्रामीण लोगों को पैसे का लेनदेन करने को अब बैंकों का चक्कर नहीं काटना पडे़गा

ग्रामीण लोगों को पैसे का लेनदेन करने को अब बैंकों का चक्कर नहीं काटना पडे़गा। बैंक आपके द्वार की परिकल्पना के तहत प्रत्येक गांव में एक बीसी सखी महिला नियुक्त की जाएगी। शासन की ओर से नारी सशक्तिकरण को मजबूती के साथ महिला व ग्रामीणों को काफी राहत मिलेगी।सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत प्रत्येक गांव में बैकिंग करसपांडेंट (बीसी ) सखी की नियुक्ति की जाएगी। इसके माध्यम से पैसों को जमा और भुगतान करने में काफी सहूलियत होगी। बीसी सखी संशाधनों से लैस होकर तकनीकी रूप से दक्ष होगा। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह और बैंकों के बीच संपर्क रहेगा। ग्राम स्तर पर बीसी की मजबूत नेटवर्क तैयार करने की ग्रामीण आजीविका मिशन को जिम्मेदारी दी गई है। बीसी सखी चयन में स्वयं सहायता समूह को प्राथमिकता दी गई है। बदायूँ जिले में 1038 ग्राम पंचायतों में 996 बीसी सखी की तैनाती की जा रही है उनके प्रशिक्षण का दौर शुरू हो चुका है।यह प्रशिक्षण
पंजाब  नैशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, बदायू द्वारा दिया जा रहा  है। प्रशिक्षण के बाद इन्हें IIBF की परीक्षा से भी गुजरना होगा। जिसके बाद प्रमाण पत्र मिलेगा और फिर यह गांव में जाकर कार्य करेंगी।अब तक 03 ब्लॉको से 85 बीसी सखी को आर सेटी दवार प्रशिक्षण देकर व IIBF मुम्बई की परीक्षा में पास होकर बीसी सखी का कार्य करने के लिए तत्पर है |