कलयुग में राम की परंपराओं के ध्वज वाहक थे महाराणा -रवि जी tap news india


महाराणा प्रताप विकास ट्रस्ट एवं क्षत्रिय महासभा बदायूं के तत्वावधान में राष्ट्रनायक महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर महाराणा प्रताप विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट के संयोजन में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जनपद भर में एक लाख से अधिक परिवारों में महाराणा प्रताप के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।

सर्वप्रथम क्षत्रिय महासभा बदायूँ के जिला सचिव अखिलेश चौहान के नेतृत्व में सैनिक सभा के जिला अध्यक्ष व नगर सचिव विनोद सोलंकी ने महाराणा प्रताप चौक पर स्वच्छता अभियान चलाया तदंतर जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।तत्पश्चात गूगल मीट ऐप के माध्यम से एक वर्चुअल सभा का आयोजन जिला संयोजक मुनीश कुमार सिंह की अध्यक्षता में किया गया। वर्चुअल सभा में मुख्य अतिथि के रूप में सदस्य विधान परिषद डॉ जयपाल सिंह "व्यस्त", विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक दातागंज राजीव कुमार सिंह "बब्बू भइया", महासभा के संरक्षक राजीव कुमार सिंह"राजू भैया" , मुख्य वक्ता के रूप में सामाजिक संत रवि जी महाराज उपस्थित रहे।

मुख्य अतिथि के रूप में विचार व्यक्त करते हुए सदस्य विधान परिषद डॉ जयपाल सिंह "व्यस्त" ने कहा कि महाराणा प्रताप को मेवाड़ व राजस्थान तक सीमित नहीं किया जा सकता है, वे तो राष्ट्रनायक हैं, इतिहास का स्वर्णिम पृष्ठ हैं, उन्होंने विराट लक्ष्य की प्राप्ति हेतु सतत संघर्ष किया तथा लक्ष्य को प्राप्त भी किया। महाराणा प्रताप के विचार वर्तमान संदर्भों में सर्वाधिक प्रासंगिक है। महाराणा प्रताप महायोद्धा होने के साथ ही प्रकृति प्रेमी थे, कला और साहित्य से उनका विशेष लगाव था, वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उनकी पुण्यतिथि पर उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब हम उनके गुणों को आत्मसात करने का संकल्प लें।

विशिष्ट अतिथि के रूप में विचार व्यक्त करते हुए विधायक दातागंज राजीव कुमार सिंह"बब्बू भइया" ने कहा कि ने कहा कि आज महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर सर्वसमाज के लोग महाराणा प्रताप के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे हैं। महाराणा प्रताप एक वैश्विक नेता थे, सच्चे देशभक्त व महान योद्धा थे। सम्पूर्ण विश्व उनका अनुकरण करता है।  महाराणा प्रताप के समर्थन में सभी समाज के लोग खड़े थे, महाराणा प्रताप भी सर्वसमाज को आदर प्रदान करते थे। हम सब उनके विचारों पर चलकर समाज को जोड़ने का कार्य करे।

मुख्य वक्ता के रूप में विचार व्यक्त करते हुए सामाजिक संत रवि जी महाराज ने कहा कि महाराणा प्रताप को किसी जाति व धर्म से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है, उन्होंने देश औऱ समाज के लिए अनुकरणीय कार्य किया, सर्वसमाज को आदर दिया, निर्बल वर्ग की सुरक्षा सुनिश्चित की। महाराणा प्रताप ने भगवान राम की परंपरा का कलयुग में अनुसरण किया। वे कलयुग में राम की परंपराओं के ध्वज वाहक थे।

वर्चुअल सभा में विश्व हिंदू परिषद के प्रान्तीय सह मंत्री जगपाल सिंह, कायस्थ परिवार के मनोज जौहरी,  वैश्य एकता परिषद के अध्यक्ष के बी गुप्ता, बजरंग दल के अध्यक्ष अंकित चौहान, संत रविदास सेवा न्यास के अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार, भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के जिला समन्वयक एम एच क़ादरी, भाजपा के जिला महामंत्री एम पी सिंह राजपूत, मंडल संगठन मंत्री विजय पाल सिंह भदौरिया, मार्गदर्शक आचार्य प्रताप सिंह,संरक्षक अमृत पाल सिंह,  सैनिक सभा के संरक्षक विजय रतन सिंह, नगर अध्यक्ष बदायूँ डाल भगवान सिंह, नगर अध्यक्ष उझानी धीरज पाल सिंह राणा ने भी विचार व्यक्त किए।

दिनाँक 10 मई 2021 को ऑनलाइन अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से ओमकार सिंह तोमर, उमेश कुमार सिंह, सुरेश पाल सिंह, जितेंद्र सिंह, सतेंद्र सिंह, गिरीश पाल सिंह, रानी सिंह, राजपाल सिंह राठौड़, राकेश सिंह, जगमोहन सिंह राघव, सतेंद्र सिंह, वेदपाल सिंह कठेरिया, अखिलेश चौहान,  विपिन कुमार सिंह, अरविंद सिंह, धर्मेंद्र वैध, करुणा सोलंकी, सरिता चौहान, मनोज चंदेल, वीरेन्द्र कुमार, शेर बहादुर सिंह, , राजपाल सिंह अमित तोमर, आर्येन्दर पाल सिंह, आकाश दीप, अखिलेश सोलंकी, भानु प्रताप सिंह, अलंकार तोमर, अवनीश कुमार सिंह, अखंड प्रताप सिंह, अगिन सिंह, आशुतोष माहेश्वरी, भुवनेश कुमार सिंह, प्रशांत सिंह, नरदेव शर्मा, महेंद्र चौहान, सूबेदार सिंह, तेजपाल सिंह, अनूप सिंह, आदर्श सोलंकी, विकास सिंह, एम एल गुप्ता, आशु मौर्य, रामगोपाल, पायल राघव, नीतीश चौहान, वेदप्रकाश सिंह, मनोज कुमार सिंह, अनिरुद्ध सिंह आदि उपस्थित रहे।

वर्चुअल सभा का संचालन महासभा के प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ सुशील कुमार सिंह ने किया तथा संयोजक हरि प्रताप सिंह राठोड एडवोकेट ने आभार व्यक्त किया।