राम प्रसाद बिस्मिल ने अपनी बहादुरी और सूझ-बूझ से उड़ाई अंग्रेजी हुकुमत की नींद: संजीव


उझानी: अखिल विश्व गायत्री परिवार के मार्गदर्शन में प्रखर बाल संस्कारशाला के बच्चों ने कैंप कार्यालय पर क्रांतिकारी राम प्रसाद बिस्मिल की 124वीं जयंती पर दीप जलाए और देशभक्ति गीतों की शानदार प्रस्तुति दी। 
गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि महान क्रांतिकारी राम प्रसाद बिस्मिल ने अपनी बहादुरी और सूझ-बूझ से अंग्रेजी हुकुमत की नींद उड़ा दी थी। ‘मैनपुरी कांड‘ और ‘काकोरी कांड‘ से अंग्रेजी साम्राज्य को हिलाकर रख दिया। अंग्रेजों को खदेड़ा। देश की आजादी की खातिर अपने प्राणों की आहुति दी। राम प्रसाद बिस्मिल के सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है गीत गाते हुए अनेकों क्रांतिकारी देश की आजादी के लिए फाँसी के तख्ते पर झूल गए। युवाओं अनोखा जोश भर गए। 
सौम्या शर्मा ने कहा कि राम प्रसाद बिस्मिल ने अपने क्रांतिकारी जीवन में स्वयं कई पुस्तकें लिखीं और प्रकाशित कीं। उन पुस्तकों को बेचकर ब्रिटिश हुकूमत को उखाड़ फेंकने के लिए हथियार खरीदे।
मृत्युंजय शर्मा ने कहा कि राम प्रसाद बिस्मिल की देशभक्ति, त्याग, सेवा और समर्पण ने युवाओं में देशप्रेम की भावना जाग्रत की। संस्कारशाला के बच्चों क्रांतिकारी राम प्रसाद बिस्मिल के चित्र पर पुष्पार्चन किया। देशभक्ति गीतों की शानदान प्रस्तुति दी। इस मौके पर सौम्या शर्मा, हेमंत शर्मा, भूमि शर्मा, खुशबू शर्मा आदि मौजूद रहे।