मंत्री ने कहा कि इससे भारत में किसानों की आय दोगुनी करने में मदद मिलेगी

Shankar Jha/ by PIB
नई दिल्लीआज का दिन एक ऐतिहासिक दिन है, जब कठुआ जिले के माध्यम से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर, भारत में किसानों की आय दोगुना करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अभियान के अंतर्गत शामिल हो गया है। यह केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा प्रदान की गई तत्काल अभिव्यक्ति थी जब उन्होंने 16 लाख बीज उत्पादन एवं 24 लाख बीज प्रसंस्करण क्षमता वाले मेगा बीज प्रसंस्करण संयंत्र को जनता को समर्पित करने के तुरंत बाद सभा को संबोधित करना शुरू किया
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में कठुआ जिले ने कई बार भारत के राष्ट्रीय पटल पर किसी न किसी रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज की है और इस जिले के बारे में पिछले तीन-चार वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने 'मन की बात' में दो बार उल्लेख किया है, जो भारत के किसी भी जिले के लिए बहुत ही गौरव की बात है और आज पर यहां स्थापित किया गया नया बीज प्रसंस्करण संयंत्र न केवल कठुआ जिले की बल्कि पूरे जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश की और दो निकटवर्ती राज्यों पंजाब और हिमाचल प्रदेश की आवश्यकताओं को भी पूरा करेगा।

 
मंत्री ने कहा कि अभी तक के वर्षों में किसानों को अन्य स्थानों से बेहतर गुणवत्ता वाले बीज खरीदने के लिए संघर्ष करना पड़ता था लेकिन अब उनके दरवाजे पर बेहतर गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि इससे न केवल उनके द्वारा बोई गई फसलों की गुणवत्ता में बढ़ोत्तरी होगी, बल्कि उन्हें कम कीमत पर बेहतर गुणवत्ता वाले बीज प्राप्त करने में भी सहायता प्राप्त होगी, जिससे बाजार में उनके लाभ का मार्जिन भी बढ़ेगा।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने किसानों के उत्थान और विकास के लिए उठाए गए ऐतिहासिक कदमों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि पिछले सात वर्षों में शुरू की गई योजनाएं जैसे किसान बीमा योजना, पीएम किसान सम्मान निधि, मृदा स्वास्थ्य देखभाल आदि का लाभ किसानों को प्राप्त हुआ है और इसके माध्यम से उनका उत्थान करना संभव हुआ हैं जो पिछले 70 वर्षों से अन्य सरकारों में वो प्राप्त नहीं कर सके थे।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले 6-7 वर्षों में, कोविड महामारी के कारण उत्पन्न हुए बाधाओं वाले एक वर्ष की अवधि की छोड़कर, ऊधमपुर-कठुआ-डोडा लोकसभा के पूरे क्षेत्र को एक के बाद एक विशिष्ट महत्ता वाली राष्ट्रीय परियोजनाओं से लाभान्वित किया गया है और विशेष रूप से कठुआ जम्मू-कश्मीर की कुछ सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय परियोजनाओं की राजधानी बन चुका है। कुछ उदाहरणों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि शाहपुर-कंडी परियोजना का 40 वर्षों के बाद पुनरुत्थान, उत्तर भारत का पहला केबल-स्टे ब्रिज अटल सेतु, जम्मू-कश्मीर का पहला अंतर-राज्यीय पुल कीरियन-गंड्याल, उत्तर भारत का पहला बायो-टेक औद्योगिक पार्क, दिल्ली से कठुआ होते हुए कटरा तक उत्तर भारत का पहला एक्सप्रेस रोड कॉरिडोर, छतरगला टनल होते हुए लखनपुर-बनी-बसोहली-डोडा नया राष्ट्रीय राजमार्ग, केंद्रीय वित्त पोषित सरकारी मेडिकल कॉलेज, केंद्रीय वित्त पोषित विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग संस्थान आदि ने कठुआ को पहले से ही भारत के सबसे वांछनीय जिलों में से एक बनाया हुआ है।

समारोह को संबोधित करने वाले अन्य लोगों में डीडीसी अध्यक्ष कर्नल (सेवानिवृत्त) महान सिंह, डीडीसी उपाध्यक्ष रघुनंदन सिंह और भारतीय बीज निगम के सीएमडी विनोद कुमार राठौर शामिल थे। इस अवसर पर कठुआ नगरपालिका के चेयरमैन नरेश शर्मा, पूर्व विधायक राजीव जसरोठिया एवं कुलदीप राज, नगर निगम पार्षद और प्रमुख नेता प्रेमनाथ डोगरा, रशपाल वर्मा, जनक भारती, गोपाल महाजन, राजेश मेहता, विक्की शर्मा सहित अन्य लोग उपस्थित हुए।