मेजर ध्यानचंद खेल रत्न सम्मान खिलाड़ियों में भरेगा नई ऊर्जा और करेगा गौरवान्वित: संजीव


 उझानी: भारत का सर्वोच्च खेल रत्न सम्मान हाॅकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम दिए जाने और टोक्यो ओलिंपिक में विभिन्न खेलों में पदक लेकर लौटे खिलाड़ियों के सम्मान में गायत्री परिवार की ओर से प्रखर बाल संस्कारशाला के कैंप कार्यालय पर राष्ट्रध्वज फहराया गया। मेजर ध्यानचंद की भतीजी चंद्रकला सिंह को गायत्री परिवार और प्रखर बाल संस्कारशाला की ओर से गायत्री मंत्र का पटका और युगऋषि वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पं. श्रीराम शर्मा आचार्य का सद्साहित्य भेंट करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था।
गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि मेजर ध्यानचंद देश का गौरव रहे। उनकी प्रतिभा का लोहा पूरी दुनियां ने माना हिटलर को भी परास्त किया। मेजर ध्यानचंद खेल रत्न सम्मान भारत के खिलाड़ियों को हमेशा नई ऊर्जा भरेगा और गौरवान्वित करेगा। उन्होंने कहा टोक्यो ओलिंपिक में स्वर्ण पदक विजेता राजपूताना राइफल्स यूनिट के सूबेदार नीरज चोपड़ा देश के महान खिलाड़ी हैं। भाला फेंक स्पर्धा में मिला स्वर्ण पदक उड़न सिख मिल्खा को समर्पित करने पर और भी महान है। देश के बच्चों के लिए हमेशा प्रेरणास्त्रोत हैं। 
परिब्राजक सचिन देव ने कहा कि भारत को नीरज चैपड़ा ने भाला फेंक में स्वर्ण पदक, मीराबाई चानू ने भारोत्तोलन में रजत पदक, रवि दहिया ने कुश्ती में रजत पदक, लवलीना ने मुक्केबाजी में कांस्य पदक, पीवी सिंधु ने बैडमिंटन में कांस्य पदक, बजरंग पूनिया ने कुश्ती में कांस्य पदक और भारतीय हाकी टीम ने कांस्य पदक दिलाकर नया इतिहास रच दिया है। आज भारत का हर बच्चा महान खिलाड़ियों की प्रतिभा के आगे नतमस्तक है। इस मौके पर भवेश शर्मा, हेमंत शर्मा, भूमि शर्मा, सौम्या, दीप्ति, खुशबू आदि मौजूद रहीं।