मिनीरत्न-II कंपनी, एफसीआई अरावली जिप्सम एंड माइन्स इंडिया लिमिटेड द्वारा अठारहवां लाभांश


नई दिल्ली:रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत केंद्र सरकार के सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम, एफसीआई अरावली जिप्सम एंड मिनरल्स इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ब्रिगेडियर अमर सिंह राठौर ने केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया को 12,60,00,000 रुपये (बारह करोड़ साठ लाख रुपए मात्र) का लाभांश चेक प्रस्तुत किया। इस अवसर पर उर्वरक सचिव, श्री राजेश कुमार चतुर्वेदी भी उपस्थिति थे। श्री मांडविया ने कंपनी द्वारा अर्जित परिणामों और प्रगति की सराहना की। उन्होंने यह भी उम्मीद जाहिर की कि कंपनी तेजी से प्रगति करेगी और सरकार के लिए अधिक लाभांश सृजित करेगी।

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अध्यक्ष एवं प्रबंधक निदेशक ने यह भी बताया कि कंपनी विविधीकरण योजनाओं के साथ आगे बढ़ रही है और इसकी पोटाश और रॉक फॉस्फेट जैसे उर्वरक खनिजों के खनन में प्रवेश करने की योजना है। इसके अलावा कंपनी ने निकट भविष्य में जैव और रासायनिक उर्वरक उत्पादन के क्षेत्र में भी उद्यम करने की योजना बनाई है।

एफसीआई अरावली जिप्सम एंड मिनरल्स इंडिया लिमिटेड (एफएजीएमआईएल) को जोधपुर माइनिंग ऑर्गेनाइजेशन (मैसर्स एफसीआईएल की एक इकाई) के बंद होने के परिणामस्वरूप 14.02.2003 को निगमित किया गया था। नई कंपनी ने अपना कारोबार 01.04.2003 को 10 करोड़ रुपये की अधिकृत पूंजी के साथ शुरू किया था। कंपनी ने 18 साल की अल्पावधि के दौरान भारत सरकार को 113.94 करोड़ रुपए का भुगतान किया है।