भारत ने जमीनी स्तर पर लोगों को सेवाएं देने के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करके दुनिया के लिए मिसाल कायम की है: श्री अश्विनी वैष्णव


नई दिल्ली  राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने आज यहां डिजिटल इंडिया पुरस्कार 2022 के सातवें संस्करण को प्रस्तुत किया। केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के सचिव श्री अल्केश कुमार शर्मा, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) के महानिदेशक श्री राजेश गेरा और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस मौके पर मौजूद थे।

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू डिजिटल इंडिया पुरस्कार के सातवें संस्करण की प्रस्तुति के दौरान

इस पुरस्कार समारोह में बोलते हुए संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी और रेलवे मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने याद किया कि कैसे प्रधानमंत्री ने आठ साल पहले डिजिटल इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत की थी। तब से भारत ने जमीनी स्तर पर लोगों को सेवाएं देने के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करके दुनिया के लिए एक मिसाल कायम की है। डिजिटल इंडिया कैसे भारत के आम लोगों के जीवन को बदल रहा है, ये पूरी दुनिया के लिए एक केस स्टडी बन गया है।

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श्री अश्विनी वैष्णव डिजिटल इंडिया पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए

श्री वैष्णव ने भारत को बदलने के लक्ष्य की दिशा में सरकार के 10-आयामी व्यापक विजन के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने विजेताओं और प्रतिभागियों को बधाई देते हुए और समारोह में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति को धन्यवाद देते हुए अपना भाषण समाप्त किया।

इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के सचिव श्री अल्केश कुमार शर्मा ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि डिजिटलीकरण लक्षित समूहों को सहज लाभ प्रदान करने के लिए एकदम सही टूल्स प्रदान करता है और भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज व एक ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलने के हमारे संकल्प को मजबूत करता है। हमारा साझा लक्ष्य प्रत्येक व्यक्ति को सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और विकास संबंधी गतिविधियों में पूरी तरह से भाग लेने में सक्षम बनाना है।