महिलाओं के स्वामित्व वाले उद्यम

 नई दिल्ली उद्यम पंजीकरण पोर्टल के अनुसार, पूरे भारत में 01.07.2020 से 12.03.2023 (13.03.2023 तक) तक MSMEs और महिलाओं के स्वामित्व वाले MSMEs की कुल संख्या क्रमशः 1,47,50,018 और 27,75,390 थी। राज्य/संघ राज्य क्षेत्रवार विवरण अनुबंध I के रूप में संलग्न हैं।

वर्ष 2022-23 (28.02.2023 तक) के दौरान देश में क्रेडिट गारंटी योजना (सीजीएस) के तहत क्रेडिट गारंटी प्राप्त करने वाले महिला-स्वामित्व वाले उद्यमों की संख्या 3,40,013 रुपये थी। 14,247.24 करोड़। राज्य/संघ राज्य क्षेत्रवार विवरण अनुबंध II के रूप में संलग्न हैं।

वर्ष 2022-23 (28.02.2023 तक) के दौरान पूरे भारत में प्रधान मंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत मार्जिन मनी सब्सिडी प्राप्त करने वाले महिलाओं के स्वामित्व वाले उद्यमों की संख्या 26,241 थी। राज्य/संघ राज्य क्षेत्रवार विवरण अनुबंध III के रूप में संलग्न हैं।

एमएसएमई मंत्रालय की खरीद और विपणन सहायता (पीएमएस) योजना के तहत, एमएसएमई मंत्रालय द्वारा आयोजित व्यापार मेलों/प्रदर्शनियों में भाग लेने के लिए स्टॉल किराया शुल्क के लिए महिलाओं के स्वामित्व वाले एमएसएमई को 100% वित्तीय सहायता/सब्सिडी की पेशकश की जाती है। इसके अलावा, महिलाओं के स्वामित्व वाले एमएसएमई सहित एमएसएमई को पीएमएस योजना के विभिन्न घटकों के तहत विभिन्न लाभों/अवसरों की पेशकश करके अपने उत्पादों और सेवाओं की बिक्री क्षमता बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जैसे: -

(i) देश भर में आयोजित राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेलों/प्रदर्शनियों/एमएसएमई एक्सपो आदि का आयोजन/भागीदारी।

(ii) विपणन में पैकेजिंग के महत्व/पद्धतियों/प्रक्रिया, नवीनतम पैकेजिंग प्रौद्योगिकी, आयात-निर्यात नीति और प्रक्रिया, जीईएम पोर्टल, एमएसएमई कॉन्क्लेव, अंतरराष्ट्रीय/राष्ट्रीय व्यापार में नवीनतम विकास और अन्य विषयों/विषयों के बारे में जागरूकता पैदा करना और उन्हें शिक्षित करना। बाजार पहुंच विकास आदि।

 

एमएसएमई मंत्रालय अंतर्राष्ट्रीय सहयोग योजना (आईसी) योजना लागू करता है, जिसका उद्देश्य विदेशों में अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियों/व्यापार मेलों/सम्मेलनों/संगोष्ठियों/क्रेता-विक्रेता बैठकों में उनकी भागीदारी की सुविधा के साथ-साथ उन्हें कार्रवाई योग्य बाजार प्रदान करके निर्यात बाजार में प्रवेश करने के लिए एमएसएमई की क्षमता निर्माण करना है। - माल और सेवाओं के निर्यात में शामिल विभिन्न लागतों की खुफिया जानकारी और प्रतिपूर्ति। यह एमएसएमई को वित्तीय वर्ष (2022-23) के दौरान, 13.03.2023 तक, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग योजना के तहत प्रौद्योगिकी में बदलाव, मांग में बदलाव, नए बाजार के उद्भव आदि से उभरती चुनौतियों का सामना करने के लिए खुद को लगातार अपडेट करने का अवसर प्रदान करता है। 57 महिला उद्यमियों को विदेशों में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियों/व्यापार मेलों में भाग लेने के लिए सहायता प्रदान की गई है।