सम्मेलन के पहले दिन दुनिया भर के विशेषज्ञों की संख्या ने तीन अलग-अलग सत्रों में श्री अन्ना (बाजरा) पर अपने विचार प्रस्तुत किए। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय


 नई दिल्ली भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन किए गए ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्ना) सम्मेलन के मौके पर मोटे अनाज के प्रचार और जागरूकता पर तकनीकी सत्रों के साथ एक संगोष्ठी आयोजित कर रहा है। यह दो दिवसीय ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्ना) सम्मेलन शनिवार को NASC कॉम्प्लेक्स, पूसा, नई दिल्ली में शुरू हुआ। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा तैयार बाजरा पर मानकों के आधार पर "श्री अन्ना: ए होलिस्टिक ओवरव्यू" नामक एक पुस्तक का डिजिटल रूप से शुभारंभ किया।

एफएसएसएआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री जी. कमला वर्धन राव ने कहा, "हम दुनिया की सबसे प्राचीन फसल के वर्तमान और भविष्य की फसल बनने के साथ एक कृषि पुनर्जागरण देख रहे हैं।" स्वागत भाषण।

सत्र के सम्मानित अतिथि नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने अपने संबोधन में कहा कि बाजरा उपभोक्ता, किसान और जलवायु के लिए अच्छा है। श्री राजेश भूषण, सचिव, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने अपने विषय भाषण में इस बात पर प्रकाश डाला कि जहाँ ऐतिहासिक रूप से बाजरा की खेती की जाती रही है, बाजरा की खेती के तहत कुल क्षेत्रफल में काफी कमी आई है। उन्होंने कहा कि यह सही समय है जब हम इस नेक अभियान पर आगे बढ़ते हुए पतन के मूल कारण की पहचान करें और उसका समाधान करें।