भारत अंतर्राष्ट्रीय परिधान मेले को वस्त्र क्षेत्र में गुणवत्ता और व्यावसायिकता बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए: श्री गोयल

नई दिल्ली केंद्रीय वस्त्र, वाणिज्य और उद्योग तथा उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री, श्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत कम कार्बन उत्सर्जन का उपयोग करने और सर्कुलर अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन प्रदान करने वाले टिकाऊ वस्त्रों में अग्रणी है। श्री गोयल ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में आज 69वें भारत अंतर्राष्ट्रीय परिधान मेले (आईआईजीएफ) के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। केंद्रीय वस्त्र मंत्री ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि भारतीय वस्त्र उद्योग ने अपने नवीन और आकर्षक उत्पादों के साथ दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है।

केंद्रीय वस्त्र मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत के वस्त्र क्षेत्र को महत्वपूर्ण रूप से प्रोत्साहन प्रदान करने के उद्देश्य से देश के 7 राज्यों में प्रधानमंत्री मेगा एकीकृत वस्त्र क्षेत्र और परिधान (पीएम मित्र) पार्क स्थापित किया जा रहा है। श्री गोयल ने कहा कि पीएम मित्र पार्क से उचित परीक्षण सुविधाओं के साथ गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के विनिर्माण और उत्पादन के समूह-आधारित दृष्टिकोण के कारण लॉजिस्टिक लागत में कमी आएगी। उन्होंने यह भी कहा कि पीएम मित्र पार्क के स्थानीय लाभ से इन पार्कों की इकाइयों को घरेलू मांग के साथ-साथ निर्यात की मांग को भी पूरा करने में सहायता मिलेगी।

श्री गोयल ने इस बात पर बल दिया कि हमारे देशवासी सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले वस्त्रों को प्राप्त करने के हकदार हैं और यह सभी हितधारकों द्वारा सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने उद्योग को गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करने और गुणवत्ता मानकों के अनुपालन के लिए अपने उत्पादों का परीक्षण करने के लिए प्रोत्साहित किया। केंद्रीय वस्त्र मंत्री महोदय ने युवाओं को बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पादों के निर्माण की सुविधा के लिए नई प्रौद्योगिकियों का आविष्कार और विकास करने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि भारत अंतर्राष्ट्रीय परिधान मेले (आईआईजीएफ) को वस्त्र क्षेत्र में गुणवत्ता और व्यावसायिकता को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।

श्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत विभिन्न देशों के साथ व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) और मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की संभावना पर सक्रिय रूप से विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि इन समझौतों का उद्देश्य बाजार का आकार बढ़ाना और संपन्न भारतीय वस्त्र क्षेत्र में निर्यातकों को सुविधा प्रदान करना है। केंद्रीय वस्त्र मंत्री ने कहा कि भारत का लक्ष्य इन समझौतों के माध्यम से नए बाजारों में प्रवेश करना, निर्यात बढ़ाना और वस्त्र उद्योग में विकास के अवसर पैदा करना है।

श्री पीयूष गोयल ने भारत अंतर्राष्ट्रीय परिधान मेले के आयोजन और दुनिया के साथ भारतीय वस्त्र उद्योग के सहयोग को प्रोत्साहन प्रदान करने का अवसर प्रदान करने के लिए परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (एईपीसी) के योगदान की सराहना की। केंद्रीय वस्त्र मंत्री महोदय ने वस्त्र क्षेत्र की सेवा में करोड़ों लोगों को आजीविका के अवसर प्रदान करने, नए स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने और वस्त्र क्षेत्र में सूक्ष्म और लघु इकाइयों का समर्थन करने में परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (एईपीसी) की निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया।

श्री गोयल ने व्यापार मेला इको-सिस्टम को मजबूत करने और उद्योग, उद्यमियों और अन्य हितधारकों को सम्मिलित करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दुनिया का सबसे बड़ा परिधान मेला आयोजित करने का आह्वान किया। गौतम बुद्ध नगर के संसद सदस्य, श्री महेश शर्मा, परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (एईपीसी) के अध्यक्ष, श्री नरेंद्र गोयनका, वरिष्ठ अधिकारी और भारत और विदेश के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।