डीयू में पहली बार आरक्षित श्रेणी के शिक्षक पदों को पूर्ण आरक्षण देकर भरा जा रहा है --डॉ.सुमन

                 
   दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ( डूटा ) के होने वाले आगामी 27 सितंबर को चुनाव के मद्देनजर एससी/एसटी, ओबीसी के शिक्षकों ने शनिवार , रविवार की छुट्टी का लाभ उठाते हुए विश्वविद्यालय के आसपास बसी कॉलोनियों में विजय नगर , कैम्प , मुखर्जी नगर , निरंकारी कॉलोनी , मॉडल टाउन आदि क्षेत्रों में रहने वाले शिक्षकों से डूटा में अध्यक्ष पद के उम्मीदवार प्रोफेसर ए. के. भागी के लिए जन सम्पर्क अभियान के तहत उनके समर्थन में वोट देने की अपील की । फोरम ऑफ एकेडेमिक्स फ़ॉर सोशल जस्टिस के चेयरमैन डॉ. हंसराज सुमन के एनडीटीएफ के ज्वाइन करने के बाद उन्होंने डूटा चुनाव के लिए प्रोफेसर भागी के लिए प्रचार तेज कर दिया है ।

 शनिवार , रविवार को डॉ. हंसराज सुमन के नेतृत्व में इन जगहों पर रहने वाले शिक्षकों को बताया गया कि पिछले एक दशक से दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों व विभागों में नियुक्ति व पदोन्नति नहीं हो रही थीं , एससी/एसटी व ओबीसी कोटे की सीटों में काफी विसंगतियां थीं , रोस्टर को गलत तरीके से बनाया गया था । डॉ. सुमन ने शिक्षकों को बताया कि 2021 में प्रोफेसर अजय भागी के डूटा अध्यक्ष बनने के बाद सबसे पहले रोस्टर रजिस्टर ठीक हुआ , शिक्षक नियुक्तियों में 200 पॉइंट पोस्ट बेस रोस्टर  लागू कराया , पदों को विज्ञापित कराया गया और पिछले डेढ़ साल से विभागों व कॉलेजों में स्थायी नियुक्ति व पदोन्नति हो रही है जिसका पूरा श्रेय डूटा अध्यक्ष प्रोफेसर भागी को जाता है । उनके नेतृत्व में शिक्षकों की नियुक्ति व पदोन्नति जारी है । अभी तक 2750  पदों पर स्थायी नियुक्ति हो चुकी है । 

   जन सम्पर्क अभियान के तहत आरक्षित श्रेणी के कुछ शिक्षकों ने डॉ. हंसराज सुमन से सवाल किया कि आरक्षण के माध्यम से अभी तक कितने पदों को भरा गया है तो उसके प्रति उत्तर में डॉ. सुमन ने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय में पहली बार आरक्षित श्रेणी के शिक्षक पदों को पूर्ण आरक्षण देकर भरा जा रहा है ।  उन्होंने बताया कि जहाँ विश्वविद्यालय व कॉलेजों में 2700 पदों पर नियुक्तियां हुई है उसमें 50 फीसदी पदों पर एससी/ एसटी व ओबीसी से भरे गए हैं । उन्होंने बताया है कि कुछ कॉलेजों ने तो अपने यहाँ विभागों में बैकलॉग भी दिया है जिससे इन वर्गों के शिक्षकों के साथ सामाजिक न्याय हुआ है ।

 उन्होंने शिक्षकों को बताया कि प्रोफेसर भागी कॉलेजों और विभागों  में समानुपातिक आरक्षण और 200 प्वाइंट करेक्ट रोस्टर के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन से बराबर टकराते रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कॉलेजों में पहली बार प्रोफेसरशिप आई है और अभी तक लगभग 500 प्रोफेसर बन चुके हैं । एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर बनने के बाद बहुत से कॉलेजों ने शिक्षकों को उनका एरियर भी दे दिया है । उनका अगला कदम ओल्ड पैंशन स्कीम को लागू कराना व  एडहॉक टीचर्स के पदों को गेस्ट टीचर्स में तब्दील किया है उसे फिर से एडहॉक पोस्ट कराना उनकी प्राथमिकता में है ।

 डॉ.सुमन ने बताया कि अपने जन सम्पर्क अभियान के तहत जब एक एडहॉक शिक्षक ने उनसे पूछा कि दिल्ली सरकार के बाकी कॉलेजों में स्थायी नियुक्ति की प्रक्रिया कब शुरू होगी ? इसका जवाब देते हुए डॉ. सुमन ने बताया कि उनकी विश्वविद्यालय प्रशासन से बातचीत हुई है जिसमें उन्होंने बताया है कि सितम्बर महीने में भारती कॉलेज , शिवाजी कॉलेज , मोतीलाल नेहरू कॉलेज ( सांध्य ) सत्यवती कॉलेज ( सांध्य )  श्री अरबिंदो कॉलेज ( सांध्य ) में जल्द से जल्द नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी । 

इसके बाद अन्य कॉलेजों में भी स्क्रीनिंग पूरी होने पर नियुक्ति होगी । कॉलेज में पढ़ा रहे नेत्रहीन शिक्षक ने कहा कि उनका रीडर अलाउंस बहुत कम है तथा कभी भी समय पर नहीं आता तथा एडहॉक टीचर्स को भी मेडिकल की सुविधाएं मिले । डॉ.सुमन ने आश्वासन दिया है कि चुनाव के बाद दोनों मांग उनकी प्राथमिकता में रहेंगी और समाधान किया जायेगा । डॉ.सुमन के साथ श्री अविनाश , डॉ. कुमार अशोक व नीतीश राज ने भी डूटा चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए प्रोफेसर अजय भागी के लिए वोट देने और उन्हें पुनः विजयी बंनाने के लिए अपील की ।