बुंदेलखंड में राजनैतिक संग्राम कैबिनेट मंत्री का हो सकता है सूपड़ा साफ

पंकज पाराशर छतरपुर✍️*
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 जैसे जैसे नजदीक आता जा रहा है वैसे वैसे भावी प्रत्याशियों व सिटिंग  विधायक के दिल की धड़कने बढ़ती जा रही हैं l जहां आलाकमान सरकार बनाने के लिए जी तोड़ मेहनत करने में लगा है केंद्रीय मंत्री अमित शाह एवं चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव के द्वारा भारतीय जनता पार्टी के विधायकों से कहा गया है कि वह अपना स्वयं का सर्वे करें एवं  रिपोर्ट आला कमान को शीघ्र ही प्रस्तुत करें। 

ऐसे में भारतीय जनता पार्टी विधायकों के द्वारा अपना सर्वे करवाने को लेकर चिंता की लकीरें माथे पर झलक रही हैं। कारण है कि सर्वे रिपोर्ट को चढ़ा बढ़ाकर या फेवर में बता कर भेज दिया और सर्वे के आधार पर परिणाम नहीं आए तो सर्वे रिपोर्ट झूठी मानी जाएगी। मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी पूरे कॉन्फिडेंस में है कि इस बार फिर से सरकार बनने जा रही है। टिकट भी कई तरह की सर्वे के बाद जीतने वाले प्रत्याशी को ही दिया जाना ऐसे में पन्ना जिले की पन्ना विधानसभा क्षेत्र से विधायक एवं मध्य प्रदेश शासन में खनिज साधन एवं श्रम विभाग के कैबिनेट मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह के होश उड़े हुए है। 

कारण है कि क्षेत्रीय भाजपा के नेताओं ने उनका पूरी तरह साथ छोड़ दिया है तो वहीं क्षेत्र में उनकी हालत बहुत ही पतली बताई जा रही है। लोगों का कहना है कि अगर भारतीय जनता पार्टी बृजेंद्र प्रताप सिंह को टिकट देती है तो इस बार भाजपा की जमानत जप्त होने के आसार हैं। विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह के द्वारा क्षेत्र का विकास ना करा कर के परिवार का विकास किया है, मंत्री बनने के बाद कई रेत खनिज का व्यापार, पेट्रोल पंप, जमीनों पर कब्जा एवं अपने उद्योगों को ही बढ़ावा देकर केवल अपना व परिवार का विकास किया गया है l बृजेंद्र प्रताप सिंह का जबरदस्त विरोध हो रहा है, पन्ना विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी नहीं बदला तो वहीं कांग्रेस को भाजपा की ओर से वाक ओवर देना समझा जाएगा।