डूटा अध्यक्ष के लिए प्रोफेसर ए.के. भागी ने एनडीटीएफ उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया


  नई दिल्ली :एनडीटीएफ शिक्षक संगठन ने  दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ( डूटा ) के आगामी 27 सितम्बर को होने वाले दो वर्ष --2023 --2025 के लिए चुनाव में मंगलवार को डूटा कार्यालय में अपने शिक्षक साथियों के साथ डूटा में अध्यक्ष पद के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया । नामांकन दाखिल करते समय प्रोफेसर भागी के साथ प्रोफेसर वी.एस. नेगी , ईसी सदस्य डॉ.सुनील शर्मा , डॉ.हरेंद्र सिंह , डॉ. प्रधुम्न राणा , डॉ.हंसराज सुमन , डॉ. बिजेंद्र कुमार आदि थे । इसके अलावा डूटा कार्यकारिणी में एनडीटीएफ ने 5 सदस्यों को उतारा है । इन सभी ने अपना नामांकन दाखिल किया । 

               एनडीटीएफ की ओर से डूटा अध्यक्ष के लिए एक बार फिर से प्रोफेसर अजय कुमार भागी  मैदान में है। प्रोफेसर  भागी दयाल सिंह कॉलेज में रसायन शास्त्र विभाग में कार्यरत है और वर्तमान में डूटा अध्यक्ष हैं। प्रो. भागी डीयू की अकादमिक और कार्यकारी परिषद में दो -दो बार सदस्य रह चुके हैं। प्रो.  भागी ने तीन दशक के राजनीतिक अवधि में शिक्षक और शिक्षा हितैषी के रूप में अपनी पहचान बनाई है। गौरतलब है कि प्रो.  भागी वर्तमान में डूटा अध्यक्ष हैं जिनको स्थाई नियुक्ति पुनः आरंभ कराने और बड़े पैमाने पर प्रमोशन का श्रेय दिया जा रहा है। कॉलेजों में प्रोफेसरशिप भी उनके कार्यकाल की एक अन्य महत्वपूर्ण उपलब्धि बताई जा रही है। इस समय कॉलेजों में लगभग 3000 शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति , 10000 यूनिट प्रमोशन , कॉलेजों में 650 प्रोफेसर बन चुके है , विभागों में सीनियर प्रोफेसर बने , 400 डिस्प्लेस हुये टीचर्स को पुनः स्थापित कराया । 

            एनडीटीएफ में मीडिया टीम के सदस्य डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि एनडीटीएफ ने डूटा कार्यकारिणी सदस्य के लिए इस बार पांच उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे हैं जिनमें दो महिलाएं हैं। इन उम्मीद्वारों में डा.  अदिति नारायणी पासवान, समाज शास्त्र विभाग ,लक्ष्मीबाई कॉलेज, डा. आकांक्षा खुराना , कॉमर्स विभाग, डीसीएसी कॉलेज , डा . अमित सिंह , हिंदी विभाग, श्यामलाल कॉलेज, डा. चमन सिंह, गणित विभाग, आचार्य नरेंद्र देव कॉलेज और डा. कमलेश रघुवंशी, कम्प्यूटर साइंस, रामानुजन कॉलेज से हैं।

             एनडीटीएफ अध्यक्ष प्रोफेसर ए .के .भागी ने बताया कि उनके कार्यकाल में सीएएस के तहत पदोन्नति योजना को तर्कसंगत बनाया गया जिसके कारण बड़ी संख्या में शिक्षकों को कॉलेजों में प्रोफेसरशिप और विश्वविद्यालय विभागों में वरिष्ठ प्रोफेसरशिप पद पर पदोन्नति हुई।  उन्होंने बताया है कि बारह वर्ष से ज्यादा समय से रुकी हुई चयन प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई है। लगभग 3000 शिक्षकों की अब तक नियुक्ति हो चुकी है और निरन्तर जारी है । प्रोफेसर भागी के अनुसार  वे सभी एडहॉक शिक्षकों  की स्थायी नियुक्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत हैं ।  एनडीटीएफ के भावी रोडमैप का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि उनका  यह प्रयास  है कि तदर्थ सेवा का बड़ा हिस्सा पदोन्नति में गिना जाए। इसके लिए वे प्रयासरत हैं । 

             प्रो. भागी ने बताया कि एनडीटीएफ ने  लंबित मुद्दों के समाधान के लिए शिक्षा मंत्रालय, यूजीसी और डीयूअधिकारियों के साथ काफी दिनों से  बातचीत चल रही है। इन लंबित मुद्दों में  नियमित रुप से वेतन, पेंशन और फंड जारी कराना , ईडब्ल्यूएस श्रेणी की सीटों को जारी कराना,डीयू कॉलेजों में ईडब्ल्यूएस श्रेणी की सीटों को जारी कराना,पदोन्नति के लिए नवीनतम यूजीसी संशोधनों के कार्यान्वयन में सभी भ्रम को दूर करना,पदोन्नति के लिए पिछली सेवा गणना, लाइब्रेरियन और शारीरिक शिक्षा शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की आयु अन्य के बराबर, ओएमएसपी और प्रशिक्षक पदोन्नति योजना,सभी के लिए पुरानी पेंशन योजना की बहाली, दिल्ली सरकार द्वारा वित्त पोषित 12 कॉलेजों में पूर्ण अनुदान सहायता जारी करना,दिल्ली सरकार द्वारा वित्त पोषित और संचालित कॉलेजों में शेष सभी 3000 शिक्षण पदों को भरने के लिए तत्काल मंजूरी और नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कराना उनके अगले कार्यकाल में पहली प्राथमिकता में रहेगा।