भारत की खनिज संपदा की खोज: राज्य सरकारों ने महत्वपूर्ण खनिज भंडारों में अन्वेषण लाइसेंस (ईएल) देने के लिए एनआईटी जारी किए

नई दिल्ली महत्वपूर्ण और पृथ्वी में बहुत गहराई में खनिजों की सम्भावना को उजागर करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, कर्नाटक, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्यों ने अन्वेषण लाइसेंस (ईएल) की नीलामी के लिए निविदा आमंत्रण सूचना (नोटिस इन्वाईटिंग टेंडर्स -एनआईटी) जारी की है।

देश में 29 महत्वपूर्ण और बहुत गहराई में विद्यमान खनिजों की खोज और खनन को और बढ़ावा देने के लिए, 17.08.2023 से खान और खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम, 1957 में संशोधन के माध्यम से अन्वेषण लाइसेंस व्यवस्था शुरू की गई है। सातवीं अनुसूची में निर्दिष्ट खनिजों के लिए अन्वेषण लाइसेंस नीलामी के माध्यम से दिया जा सकता है। अन्वेषण लाइसेंस देने की प्रक्रिया खनिज (नीलामी) संशोधन नियम, 2024 के माध्यम से अधिसूचित की गई है।

कर्नाटक और राजस्थान की राज्य सरकारें 6 मार्च 2024 को महत्वपूर्ण और बहुत गहराई में  विद्यमान खनिजों के लिए अन्वेषण लाइसेंस (ईएल) की नीलामी को अधिसूचित करने वाले पहले राज्य थे। कर्नाटक ने रायचूर और यादगीर जिलों और राजस्थान में सोने, तांबे और लिथियम के एक ब्लॉक की नीलामी शुरू की। बाड़मेर, जोधपुर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर, श्री गंगानगर, जयपुर, नागौर और सीकर जिलों में दुर्लभ पृथ्वी तत्व, दुर्लभ धातु और पोटाश खनिजों के तीन ब्लॉकों की नीलामी शुरू की गई।

यह गति तब जारी रही जब महाराष्ट्र ने 7 मार्च, 2024 को दो ईएल ब्लॉकों के लिए अपने एनआईटी की घोषणा की, इसके बाद 11 मार्च 2024 को मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश ने क्रमशः दो और एक ईएल ब्लॉकों के साथ, और छत्तीसगढ़ ने 13 मार्च, 2024 को तीन ईएल ब्लॉकों के साथ अग्रणी स्थान हासिल किया। देश भर में अन्वेषण लाइसेंस व्यवस्था की पहुंच का विस्तार करते हुए कुल मिलाकर 12 ईएल ब्लॉक हो गए हैं।

महाराष्ट्र ने गढ़चिरौली जिले में सीसा, जस्ता और तांबा धातु [आधारिक धातु  (बेस मेटल)] और हीरे के दो अन्वेषण लाइसेंस (ईएल)  ब्लॉक के लिए एनआईटी जारी किया है वहीं मध्य प्रदेश ने   शिवपुरी, ग्वालियर और बैतूल जिलों में संबद्ध खनिज प्रदेश ने तांबा, सीसा, जस्ता और पीजीई संबंधित खनिज (बेस मेटल) के साथ हीरे के दो ईएल ब्लॉक के लिए एनआईटी जारी किया है , जबकि आंध्र प्रदेश ने चित्तूर और तिरूपति जिलों में दुर्लभ पृथ्वी तत्वों (रेयर अर्थ्स) के एक ब्लॉक के लिए एनआईटी जारी किया है। इसके अलावा, छत्तीसगढ़ सरकार ने कोंडागांव, नारायणपुर और बस्तर जिलों में डायमंड और रेयर अर्थ ग्रुप मिनरल्स के लिए तीन ईएल ब्लॉकों के लिए एनआईटी जारी की है ।