प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 3 करोड़ ग्रामीण और शहरी घरों के निर्माण के लिए सहायता सुरू

रामजी पांडेन

ई दिल्ली तीसरी बार सरकार बनते ही नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना को आगे बढ़ने का कार्यक्रम शुरू कर दिया है बताते चले कि भारत सरकार वर्ष 2015-16 से प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) को सफलतापूर्वक लागू कर रही है, जिसका मुख्य उद्देश्य पात्र ग्रामीण और शहरी परिवारों को बुनियादी सुविधाओं से युक्त मकान बनाने में सहायता प्रदान करना है। पिछले दस वर्षों में, पीएमएवाई के तहत 4.21 करोड़ मकान बनकर तैयार हो चुके हैं, जिससे गरीब परिवारों को लाभ पहुंचा है।

पीएमएवाई के अंतर्गत निर्मित सभी घरों में केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की अन्य योजनाओं को मिलाते हुए घरेलू शौचालय, एलपीजी कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, और घरेलू नल कनेक्शन जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। इन सुविधाओं के माध्यम से, सरकार का लक्ष्य न केवल मकान प्रदान करना है, बल्कि परिवारों की जीवन गुणवत्ता में भी सुधार करना है।

आज केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। मंत्रिमंडल ने यह तय किया कि पात्र परिवारों की संख्या में बढ़ोतरी से उत्पन्न आवास की जरूरतों को पूरा करने के लिए 3 करोड़ अतिरिक्त ग्रामीण और शहरी परिवारों को मकान के निर्माण के लिए सहायता प्रदान की जाएगी। यह निर्णय आवास की कमी को पूरा करने और समाज के कमजोर वर्गों के लिए स्थिर और सुरक्षित जीवन सुनिश्चित करने के सरकार के निरंतर प्रयासों का हिस्सा है।

यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "सभी के लिए आवास" के दृष्टिकोण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो 2022 तक हर परिवार को एक पक्का मकान प्रदान करने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर शुरू की गई थी। इस नई घोषणा से यह स्पष्ट है कि सरकार इस लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में लगातार प्रयासरत है और इसे हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है।

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत यह नया कदम ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में आवास की कमी को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके साथ ही, यह निर्माण क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा और आर्थिक विकास को भी प्रोत्साहित करेगा।

इस योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आप प्रधानमंत्री आवास योजना की आधिकारिक वेबसाइट या स्थानीय सरकारी कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।