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Thursday, 31 October 2019

20:27

मध्य प्रदेश में कर्ज माफी बना मजाक- लक्ष्मण सिंह


*पंकज पाराशर छतरपुर*
भोपाल। मध्य प्रदेश में किसान कर्ज माफी पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। कांग्रेस के वादे को अमलीामा पहनाने में प्रशासनिक अमला रोढ़ा बन गया है। सरकार दावा कर रही है लाखों किसानों का कर्ज माफ हो चुका है बाकी किसानों का कर्जमाफी की प्रक्रिया चल रही है लेकिन जमीनी हकीकीत यह है कि बैंक द्वारा किसानोंं को अब तक कर्ज माफी का प्रमाण नहीं मिला। जिसे लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई और चाचौड़ा विधायक लक्ष्मण सिंह ने अपने क्षेत्र के गुना कलेक्टर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि, इस तरह की शिकायतें लगातार आ रही हैं। मैंने अपने गृह जिला गुना के सहकारी बैंक के मैनेजर से पूछा कि क्यों किसानों के कर्जे माफ नहीं हुआ छूट कैसे गए। तो उन्होंंने कहा कि ज़िलाधीश हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं। इसलिए हम सबके कर्जे माफ नहीं करपा रहे हैं। अब मैं कल वहां जा रहा हूं और यह बात हम ग्रामीणजनों के बताएंगे और मैं अपेक्षा करता हूं कि वहां कलेक्टर भी आएं इसकी वजह बताएं। जिससे की जो वादा सरकार ने किया वह पूरा हो। जब उनसे पूछा गया कि क्या वजह है कि कलेक्टर साइन नहीं कर रहे हैं। तो उन्होंने कहा कि वजह तो मंत्री और मुख्यमंत्री बताएं क्यों नहीं कर रहे हैं। मैं चाहता हूं कि हर विधानसभा में एक शिविर लगे सिर्फ किसान कर्ज माफी का और जिन किसानों के कर्ज माफी नहीं हुए हैं वहां कलेक्टर मौके पर ही हस्ताक्षर कर किसानों का कर्ज माफी करें। गौरतलब है कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसान कर्ज माफी की फाइल दस मिनट में साइन करदी थी। लेकिन सरकार को सत्ता में एक साल होने को है पूरी तरह से इस योजना के तहत किसानों का कर्ज माफी नहीं हो पाया है। समय समय पर विभिन्न तरह की परेशानियों के कारण किसान कर्ज माफी अटकी हुई है। जिससे सरकार की बार बार किरकिरी हो रही है। वहीं, विपक्षी पार्टी भाजपा भी सरकार पर लगातार दबाव बनाए हुए और आरोप लगा रही है कि सराकर ने किसी भी किसान का कर्ज माफ नहीं किया है।
20:17

रीवा पुलिस ने महज 48 घंटों के भीतर गिरफ्तार किया हत्या का आरोपी



रीवा जिले गोविंद गढ़ थाना क्षेत्र में विगत 2 दिनों पहले दुकान में सो रहे व्यापारी विकाश गुप्ता उम्र 25 वर्ष  की आरोपी ओमप्रकाश पटेल ने हत्या कर दी थी  जिस पर गोविंदगढ़ की पब्लिक ने पूरे गोविंदगढ़ को 1 दिनों के लिए बंद किया था और वही चक्का जाम की स्थिति निर्मित हो गई थी जिस पर रीवा पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर नगर पुलिस अधीक्षक शिवेंद्र सिंह बघेल ने परिजनों से महज 48 घंटों का समय मागा था    गठित की गई पांचो टीम का बहुत ही सराहनीय कार्य रहा महज 48 घंटों के भीतर हत्या में शामिल मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है पुलिस महानिरीक्षक रीवा जोन व उप पुलिस महानिरीक्षक रीवा के कुशल मार्गदर्शन पर रीवा पुलिस अधीक्षक आबिद खान एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार वर्मा के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी जिस पर दिनांक 28 और 29 की दरमियानी रात हुए सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करते हुए  आरोपी ओमप्रकाश उर्फ भोला पटेल महिला आरोपी नेहा खान को गिरफ्तार किया आरोपियों के कब्जे से घटना में शामिल हथियार व दुकान से चोरी गया सामान व नगदी सहित मोबाइल फोन हत्या में  शामिल फावड़ा को जप्त कर लिया है पुलिस के द्वारा आरोपी को रिमांड में लिया गया है आरोपी से हो सकते है और भी बड़े खुलासे।
19:23

दिलीपपुर में श्री विष्णु सहस्त्रनाम महायज्ञ के दूसरे दिन भारी संख्या में उमड़े श्रद्धालु



 *दिलीपपुर/ प्रतापगढ़*
दिलीपपुर बाज़ार स्थित प्रकट नाथ महादेवन शिव मंदिर पर चल रहे विष्णु सहस्त्रनाम महायज्ञ एवं कथा के दूसरे दिवस  यज्ञ भगवान को विधि विधान के साथ छप्पन भोग लगाकर पूजन किया गया। जिनके दर्शन करने हेतु श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
श्रद्धालुओं में उत्साह एवं आस्था का माहौल दिखा। यज्ञाचार्य विवेक शुक्ल जी के निर्देशन में इस उपलक्ष्य में अभिषेक एवं विशेष पूजा अर्चना का कार्यक्रम हुआ। प्रयागराज  से आये विद्वान व्यास सुभाष जी महराज ने विष्णु जी की कथा का महत्व बताते हुए इस यज्ञ के फलीभूत पुण्य को बताते हुए लोगों को भक्ति भजन से मंत्रमुग्ध कर दिया ।  कथा समापन के उपरांत यज्ञ मण्डप की परिक्रमा करने वाले श्रद्धालु भक्तों की भी भारी भीड़ देखी गई। यज्ञ के आयोजक अशुल्क दास महाराज ने बताया कि इस अनुष्ठान से सभी कामनाओं की प्राप्ति होती है।  क्षेत्र से  आयी महिलाओं ने कीर्तन करके वातावरण को भक्ति मय कर दिया। इस मौके पर धर्मेन्द्र द्विवेदी प्रदीप त्रिपाठी रुद्र ओम दुबे शिव तिवारी पंकज दुबे सचिन दुबे  एडवोकेट अनिल पांडेय सुभाष शुक्ल हिमांशु पांडेय दीपू शुक्ला हेमंत मिश्रा अश्वनी सिंह कमलेश दुबे बाबुल पटेल आदर्श पांडेय सचिन कुमार   अशोक कुमार  नेहा, वंदना, कुंजन, संजू, पूजा, आशा,सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
19:01

इंदौर जोन के पुलिस अधिकारियों की बैठक संपन्न यातायात की फिल्म का विमोचन



*इन्दौर* दिनांक 31 अक्टूबर, 2019 को श्री वरूण कपूर, अतिरिक्त़ पुलिस महानिदेशक इंदौर जोन, इन्दौर के व्दारा इन्दौर जोन के पुलिस अधिकारियों की मासिक अपराध समीक्षा बैठक आयोजित की गई जिसमें पुलिस उप महानिरीक्षक, निमाड रेंज, खरगोन, वरिष्ठ़ पुलिस अधीक्षक इन्दौर, पुलिस अधीक्षक, जिला इन्दौर (पश्चिम),  पुलिस अधीक्षक, जिला इन्दौर (पूर्व),  पुलिस अधीक्षक, जिला इन्दौर (मुख्यालय),  पुलिस अधीक्षक जिला धार, पुलिस अधीक्षक जिला झाबुआ, पुलिस अधीक्षक जिला अलीराजपुर, पुलिस अधीक्षक जिला खंडवा, पुलिस अधीक्षक जिला खरगोन, पुलिस अधीक्षक जिला बडवानी एवं पुलिस अधीक्षक जिला बुरहानपुर उपस्थित हुए। आगामी माह में आने वाले "अयोध्या प्रकरण" के संबंध में पुलिस अधिकारियों को समुचित तैयारियों एवं सुरक्षा उपायों के बारे में आवश्य़क निर्देश दिये गये। इस बारे में सभी पूर्वोपाय सुनिश्चित किये जायें जिससे किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो।
        अपराध समीक्षा बैठक में गंभीर अपराधों, महिला संबंधी अपराधों, बालकों के विरूध्द अपराध, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जन जाति के विरूध्द़ अपराधों की समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्देश प्रदान किये गये। इसके साथ ही समंस एवं वारण्ट की तामीली, पुलिस अधिकारियों की विभागीय जाँच एवं शिकायतों के तत्परता से निराकरण किये जाने के निर्देश दिये गये। जिलों को विभिन्ऩ मदों, अनुरक्षण, निर्माण, प्रशिक्षण कार्यक्रम आदि के लिए ऑवटित बजट के उपयोग के लिए भी निर्देश दिये गये। पुलिस थानों के अभिलेख को अद्यतन कराये जाने के अभियान की समीक्षा की गई एवं वीसीएनबी एवं अपराध रजिस्टर को माह अंत तक अद्यतन कराये जाने के लिए निर्देशित किया गया। इसके साथ ही इस लंबी चली बैठक में पुलिस विभाग में नवाचार के माध्य़म से बालिकाओं में जन-जागृति लाने एवं यातायात सुधार, ब्लेक स्पॉट चिन्हित किये जाकर दुर्घटनाओं को रोकने के उपायों की अतिरिक्त़ पुलिस महानिदेशक इंदौर जोन व्दारा सराहना की गई।

इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, इंदौर जोन इंदौर श्री वरुण कपूर द्वारा पुलिस अधीक्षक जिला बुरहानपुर द्वारा निर्मित यातायात नियमों के पालन एवं हेलमेट के उपयोग से ' स्वयं की सुरक्षा का संदेश' देने वाली फिल्म की सीडी का विमोचन भी किया गया।

        इसके साथ ही विगत माहों में त्यौहारों के अवसर पुलिस अधिकारियों के व्दारा अच्छी तरह से कर्तव्य़ निष्पादन करने, विभिन्ऩ जिलों में हत्या एवं लूट जैसे अपराधों को 24 से 48 घंटे की अल्प़ अवधि में सुलझा लेने एवं तत्परता, सजगता के साथ कार्य किये जाने के लिए पुलिस उप महानिरीक्षक, निमाड रेंज, खरगोन, वरिष्ठ़ पुलिस अधीक्षक इन्दौर, पुलिस अधीक्षक, जिला इन्दौर (पश्चिम),  पुलिस अधीक्षक, जिला इन्दौर (पूर्व),  पुलिस अधीक्षक, जिला इन्दौर (मुख्यालय),  पुलिस अधीक्षक जिला धार, पुलिस अधीक्षक जिला झाबुआ, पुलिस अधीक्षक जिला अलीराजपुर, पुलिस अधीक्षक जिला खंडवा, पुलिस अधीक्षक जिला खरगोन, पुलिस अधीक्षक जिला बडवानी एवं पुलिस अधीक्षक जिला बुरहानपुर की श्री वरूण कपूर, अतिरिक्त़ पुलिस महानिदेशक इंदौर जोन, इन्दौर के व्दारा सराहना की गई एवं इसी प्रकार से निरंतर कार्य किये जाने की समझाईश दी गई।
18:50

जोर शोर से बढ़ रही है एनसीएल की सतर्कता जन जागरूकता फैलाने की मुहिम



नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) में गत सोमवार को शुरू हुए ‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह’ के तहत चलाई जा रही सतर्कता जन-जागरूकता फैलाने की मुहिम ज़ोर-शोर से आगे बढ़ रही है। इस दौरान एनसीएल मुख्यालय सहित कंपनी के सभी कोयला क्षेत्रों एवं इकाइयों में भ्रष्टाचार उन्मूलन एवं सतर्कता को बढ़ावा देने वाले कई रोचक कार्यक्रम हर रोज आयोजित किए जा रहे हैं। साथ ही, एनसीएल के विभिन्न कोयला क्षेत्रों एवं इकाइयों के सतर्कता रथ कंपनी परिक्षेत्र एवं आस-पास सतर्कता जन-जागरूकता फैला रहे हैं।

बुधवार को एनसीएल मुख्यालय में स्कूली बच्चों के लिए सतर्कता विषय पर आधारित अंतर विद्यालय वाद-विवाद, क्विज और निबंध एवं स्लोगन (नारा) लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। साथ ही, मुख्यालय कर्मियों ने स्लोगन लेखन एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता में उत्साह के साथ भाग लिया। बुधवार को ही ककरी एवं निगाही क्षेत्रों और नेहरू शताब्दी चिकित्सालय (एनएससी) में भी सतर्कता जागरूकता सप्ताह की थीम ‘ईमानदारी: एक जीवन शैली’ पर निबंध लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। 

बृहस्पतिवार को कृष्णशिला क्षेत्र के संविदा कर्मियों को सतर्कता शपथ दिलाई गई और उन्हें अपनी दिनचर्या एवं कार्य निर्वहन में ईमानदारी का पालन करने के प्रति जागरूक किया गया।

बृहस्पतिवार को ही अमलोरी क्षेत्र स्थित डीएवी स्कूल एवं सरस्वती शिशु मंदिर के विद्यार्थियों तथा क्षेत्र के कर्मियों ने संयुक्त रूप से मिलकर सतर्कता मार्च निकाला और मिनी मैराथन में भाग लेकर भ्रष्टाचार उन्मूलन एवं सतर्कता पालन का संदेश दिया। इससे पहले बुधवार को एनएससी कर्मियों ने सतर्कता रैली और मंगलवार को निगाही क्षेत्र के कर्मियों ने सतर्कता झांकी निकालकर लोगों को भ्रष्टाचार उन्मूलन के प्रति जागरूक किया।

सतर्कता जागरूकता सप्ताह के दौरान एनसीएल के कई क्षेत्र अपने सतर्कता रथ के माध्यम से अपने कार्यक्षेत्र एवं आस-पास रोचक नारों एवं रचनात्मक प्रस्तुतियों से सतर्कता जागरूकता फैला रहे हैं। ऐसे ही एक रथ को बुधवार को बीना क्षेत्र के महाप्रबंधक श्री राजेंद्र राय ने हरी झंडी दिखाकर बीना कॉलोनी एवं आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में सतर्कता जागरूकता फैलाने के सफर पर रवाना किया।

त्यौहारों के मौसम में सतर्कता एवं भ्रष्टाचार उन्मूलन का संदेश देने के लिए झिंगुरदा क्षेत्र में एक बेहद अनूठी पहल हुई है। झिंगुरदा आवासीय परिसर के स्टेडियम में सतर्कता और ईमानदारी: एक जीवन शैली विषय पर आधारित एक विशाल रंगोली बनाई गई है, जिसे देखने लगातार लोग उमड़ रहे हैं। जोर जोर से बढ़ रही है
18:34

एनसीएल ने 63 अधिकारियों और कर्मचारियों को दी भावभीनी विदाई



नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के 9 अधिकारी एवं 54 कर्मचारी बृहस्पतिवार को सेवानिवृत्त हुए, जिनमें कंपनी मुख्यालय से महाप्रबंधक (सिविल) श्री ए॰ के॰ सिंह, महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन) श्री पी॰ के॰ सरकार, वरीय प्रबंधक (ई॰ एंड एम॰) श्री एन॰ पी॰ दूबे और सीनियर क्लर्क श्री सुशील कुमार पांडे शामिल थे। सेवानिवृत्त सहयोगियों के सम्मान में कंपनी मुख्यालय सहित सभी कोयला क्षेत्रो में अभिनंदन समारोह आयोजित किए गए। एनसीएल मुख्यालय में आयोजित समारोह में कंपनी के निदेशक (वित्त एवं कार्मिक) श्री एन.एन. ठाकुर बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।

सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री ठाकुर ने कहा कि एनसीएल परिवार कंपनी के स्तम्भ रहे सेवानिवृत्त कर्मियों के बेहतरीन कार्य हेतु आभारी है और कंपनी की उत्तरोत्तर बढ़ोतरी में इनका अहम योगदान रहा है। साथ ही, सेवानिवृत्त हुए कर्मियों को आगामी पारी की शुभकमनाएं देते हुए उन्होंने आशा जताई कि वे अपने लंबे अनुभव का प्रयोग करते हुए समाज सेवा के माध्यम से राष्ट्र-निर्माण में अपना योगदान देते रहेंगे।

सभी सेवानिवृत अधिकारियों-कर्मचारियों ने कार्यक्रम में एनसीएल में अपनी सेवाओं से जुड़े संस्मरण साझा किए। साथ ही, कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी सेवानिवृत कर्मियों से जुड़ी यादें साझा की। मुख्य प्रबंधक (कार्मिक) श्री सत्य प्रकाश ने कार्यक्रम में शरीक होने के लिए सभी अतिथियों का आभार जताया। कार्यक्रम में एनसीएल मुख्यालय के महाप्रबंधकों एवं विभागाध्यक्षों सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

कंपनी के सभी कोयला क्षेत्रों एवं इकाइयों में भी कार्यक्रम आयोजित कर सेवानिवृत सहयोगियों का अभिनंदन किया गया।
18:23

आज दुद्धी में टाउन क्लब मैदान में गोवर्धन पूजा का विशाल आयोजन इसके अलावा आज से पूजा शुरू





दुद्धी।आज दुद्धी टाउन क्लब  मैदान में विशाल गोवेर्धन पूजा का आयोजन किया गया।पूजा का प्रारम्भ कलश यात्रा से प्रारम्भ हुआ ,सर्वप्रथम टाउन क्लब दुद्धी मैदान से श्रद्धालु हजारों की संख्या में कलश लेकर शिवाजी तालाब पहुचे जहा से जल भर कर पूजा में कलश स्थापित की गयी।
खूब विधि विधान व मंत्रोउच्चार से पूजा कर  सुरेंद्र पंथी ने यदुवंशी समाज के विकास व उत्थान का आह्वाहन किया गया।पूजा के जजमान जगतनारायण यादव  व उनकी पत्नी सरिता निवासी करहिया रहे,जिन्होंने यज्ञ हवन कर विधि विधान से किये जा रहे विराट गोवर्धन पूजा को सम्पन्न कर पूण्य के भागीदार बने।
पूजा समारोह में प्रातः 10 बजे से ही टाउन क्लब मैदान पर भीड़ उमड़ी रही।पूजा में  महंत सुरेन्द्र पंथी ने श्रीकृष्ण के उपदेशों व गोवेर्धन पर्वत के महिमा के बारे में बताया। और पूजा के दौरान मंत्रोउच्चार से उन्होंने  सूखे गोबर में अग्नि को प्रकट कर दिया जो वह के श्रद्धालुओ के आकर्षण के मुख्य कारण रहा।इस पूजा में मुख्य अतिथि समाजसेवी आत्माराम यादव एवमं अध्यक्षता जेपी यादव ने किया। इस मौके पर पूर्व सपा जिलाध्यक्ष   रामनिहोर यादव , संजय यादव , अनिल यादव ,अवधनारायण यादव,नकछेदी यादव, छविनाथ यादव ,रामेश्वेर राय , राय,डॉ लवकुश प्रजापति, दलसागर यादव ,शिवशंकर यादव ,रामशंकर यादव ,हरिशंकर यादव ,बुद्धिनारायण यादव ,रामशंकर ,परमेश्वर यादव ,अविनाश यादव,रामप्रसाद यादव,कुलभूषण पांडेय ,प्रभु सिंह ,नंदलाल ,प्रेमचंद्र यादव के साथ हजारो की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहें।वहीं सुरक्षा की दृष्टि से पूजा में क्राइम। इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश  यादव अपने हमराहियों के साथ मुस्तैद रहें।
18:17

स्कूलों में धूमधाम से मनाई गई सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती



दुद्धी।कस्बा स्थित सभी सरकारी गैरसरकारी विद्यालयों में भारत के लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती बड़े ही धूम धाम से मनाई गई।सर्व प्रथम उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया गया और अध्यापकों द्वारा उनके जीवन पर प्रकाश डाला गया।इससे पूर्व क़स्बा स्थित प्राथमिक व जूनियर विद्यालय प्रथम ,प्राथमिक विद्यालय द्वितीय, राजकीय कन्या इंटर कालेज दुद्धी व प्राथमिक विद्यालय मलदेवा सहित क्षेत्र के अन्य विद्यालयों ने रैली निकालकर कर देश के एकता और अखंडता का संदेश दिया।रैली विभिन्न मार्गों से होते हुए अपने विद्यालय पहुँचा जहां सरदार पटेल की जयंती मनाई गई।
18:05

क्या अब महाराष्ट्र में बन पाएगी शिवसेना सरकार



भाजपा का मानना है कि शिवसेना सरकार बनाने के लिये कांग्रेस और एनसीपी से कभी भी समर्थन नही लेगी इस लिये ही भाजपा ने अपने तेवर दिखाते हुवे बयान में कहा है कि शेर भूख रहना पसंद करता है पर शेर कभी भी घांस नही खाता है मतलब शिव सेना की मजबूरी सिर्फ और सिर्फ भाजपा ही है। लगता है इसी कारण भाजपा ने शिवसेना को चेतावनी के लहजे में कहा है कि शेर कभी घांस नही खाता मतलब कुछ भी हो चाहे भाजपा शिव सेना को मुख्यमंत्री पद नही देगी तो भी शिव सेना मजबूर होकर भाजपा को ही समर्थन देगी।
पर लगता है कि भाजपा भूल गई है कि कर्नाटक में कुमार स्वामी की सरकार कांग्रेस के सपोर्ट से बन सकती है और सपोर्ट से झाड़खंड में मधुकोड़ा की सरकार बन सकती है तथा 1979 में केंद्र में चरणसिंह की सरकार पूर्व प्रधानमंत्री स्व इंदिरागांधी के सपोर्ट से बन सकती हैं।
साथ ही 44 सांसदों वाली चन्द्रशेखर की पार्टी की पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी के समर्थन से सरकार बन सकती है तो एनसीपी ओर कांग्रेस के समर्थन से 56 विधायको  वाली शिवसेना की सरकार क्यो नही बन सकती है।

वैसे भी शिवसेना का एक लक्ष्य यह भी है कि वो बाला साहिब ठाकरे के उस सपने को साकार करे जो बाला साहिब ठाकरे का सपना था कि ठाकरे परिवार का सदस्य माहाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बने शिवसेना का मानना है यह वही अवसर है जब बाला साहिब ठाकरे के सपनो को साकार किया जा सकता है। इस लिये संभव नही कि महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार बने और भाजपा का मुख्यमंत्री बन सके।

भाजपा और शिवसेना का विवाद सिर्फ सरकार बनाना ही नही है बल्कि शिव सेना जो माहाराष्ट्र की कभी सबसे बड़ी पार्टी हुवा करती थी उसे अब सबसे छोटी पार्टी भी भाजपा ने ही बनाया है शिवसेना का मानना है कि भाजपा के बढ़ रहे जनाधार को रोकने के लिये सरकार बनाना सबसे अच्छा रास्ता है। क्योंकि सरकार में बैठकर ही भाजपा के जनाधार को कम किया जा सकता है और खुद के जनाधार को बढ़ाया जा सकता है वैसे भी जितने भी मतदाता आज भाजपा के साथ है वो कभी शिवसेना के साथ हुवा करते थे इस घाटे को पूरा करने के लिये शिवसेना का भाजपा से राजीनामा करना संभव नही लगता है।

आज शाम 6 बजे शिवसेना राज्यपाल को सरकार बनाने के लिये शिव सेना के विधायको के समर्थन और सहयोगियों के समर्थन की चिट्ठी सौंप सकती है। इसका मतलब साफ है शिवसेना अब कांग्रेस और एनसीपी के सपोर्ट से सरकार बना सकती हैं।

लगता है आदित्य नही उद्धव ठाकरे बन सकते है माहाराष्ट्र के मुख्यमंत्री क्योकि जिस तरीके से माहाराष्ट्र का राजनीतिक घटनाक्रम बदल रहा है और एकनाथ शिंदे को शिवसेना ने विधायक दल का नेता चुना लिया है इससे साफ नजर आता है कि उद्दव ठाकरे ही माहाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे।

शिवसेना को भी लगता है कि इस बार अगर 50-50 के फार्मूले पर जो कि देश मे पब्लिश हो चुका है से पीछे हटे तो आने वाले समय मे भाजपा का फायदा ज्यादा ओर शिवसेना का नुकसान ज्यादा होगा क्योकि सामना में भी लगातार प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा की खिलाफत शिवसेना करती ही आ रही है और अब अगर शिव सेना फिर भाजपा के सामने झुक गई तो शिवसेना की किरकिरी होना तय है। इस लिये संभव नही कि माहाराष्ट्र में भाजपा की सरकार बने।
17:39

आस्था का महापर्व छठ पूजा आज से शुरू



सूर्य की उपासना का महापर्व छठ आज गुरुवार को नहाय-खाए से शुरू होकर अगले चार दिनों तक चलेगा। शुक्रवार 1 नवंबर को खरना और शनिवार 2 नवंबर की शाम सूर्य भगवान को पहला सायंकालीन अर्घ्य और रविवार 3 नवंबर की सुबह सूर्य देवता को प्रात:कालीन अर्घ्य देकर  इस पर्व का समापन किया जाएगा।
छट पूजा के मद्देनजर मोरवा छठ घाटों की सफाई का कार्य अभी भी जारी है। आस्था का महापर्व छठ को लेकर प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क दिखाई दे रहा है। गुरुवार सुबह *रेलवे स्टेशन समीप* बने घाट, *मोरवा छठ घाट व झिंगुरदाह* में बने घाटों का *निरीक्षण एसडीओपी मोरवा डॉ कृपा शंकर द्विवेदी व नगर निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह* द्वारा किया गया। निरीक्षण करने पहुंचे पुलिस अधिकारियों द्वारा मोरवा छठ घाट पर *क्षतिग्रस्त पुलिया पर रोष जताते हुए पूजा के समय पुल के दोनों तरफ पुलिस बल नियुक्त* करने का निर्देश दिया गया। वही छठ पूजा के दौरान *यातायात व्यवस्था* बनाए रखने व गहरे पानी में डूबने से बचाने के लिए *गोताखोर नियुक्त* करने के बाद भी पुलिस अधिकारियों द्वारा कही गई। इस दौरान वहां कांग्रेस जिला महासचिव *शेखर सिंह व व्यवसाई विनोद सिंह* भी मौजूद रहे। उनके द्वारा उम्मीद जताई गई की नगर निगम द्वारा कल तक सफाई व सुचारु रुप से बिजली व्यवस्था कर ली जाएगी। गौरतलब है कि मोरवा छठ घाट पर अन्य घाटों की अपेक्षा ज्यादा संख्या में लोग पूजा करने आते हैं। वहीं सकरा मार्ग होने की वजह से यहां जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है।
17:34

निवाड़ी में बेखौफ दौड़ती ओवरलोड बसें





निवाड़ी मध्य प्रदेश निवाड़ी जिला अंतर्गत सेंदरी थाना क्षेत्र की सड़कों पर बेखौफ दौड़ रही ओवरलोड बसें हादसे को निमंत्रण दे रही है ओवरलोड बसें कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा पहले भी इस सड़कों पर हादसे हो चुके हैं मगर सेंदरी थाना पुलिस मूकदर्शक बनकर तमाशा देखती रहती है  ऐसा नहीं है कि सेंदरी थाना पुलिस को सेंदरी थाने से निकलती है ओवरलोड बसें दिखती ना हो मगर पुलिस बसों को नजरअंदाज करके तमाशबीन बनी रहती है इतनी तेज यह बसें निकलती है सेंदरी थाने से लोग सड़कों पर चलने वाले अपने आप को असुरक्षित महसूस करते हैं उनको एक भय बना रहता है इन बसों से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है क्योंकि यह बस वाले बेखौफ तरीके से तेज रफ्तार में ले जाते हैं ओवरलोड बसे और बसों की छतों पर मधुमक्खियों की तरह झुंड के झुंड लटके रहते हैं मगर इस ओर सेंदरी थाना पुलिस कार्रवाई करने की वजह तमाशबीन बनी हुई है अब देखना यह होगा की यह सेंदरी थाना से निकलने वाली यह ओवरलोड बसें क्या इसी तरह चलती रहेंगी या इन बसों पर सेंदरी थाना पुलिस कार्रवाई कब करेगी और ओवरलोडिंग का सिलसिला कब रुकता है अब देखना होगा या किसी बड़े हादसे का इंतजार है पुलिस प्रशासन को


उपेंद्र द्धिवेदी
17:04

आप महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष नीलम यादव ने गौतमबुद्ध नगर में महिला कार्यकर्ताओं संग की बैठक




आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में अपनी नई टीम के गठन के साथ ही सक्रियता काफी बढ़ा दी है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह समेत प्रदेश के सभी नेता सूबे में पार्टी का संगठन मजबूत करने में जुट गए हैं।
उत्तर प्रदेश में पांव पसारने के लिए प्रदेश इकाई दिल्ली की आप सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यो का सहारा ले रही है।आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश के महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष नीलम यादव पूरे दमखम के साथ महिलाओं को पार्टी के साथ लाने के लिए जुट गई हैं।

      आप नेत्री नीलम यादव बताती है कि दिल्ली की आप सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण, सुरक्षा, और आत्मनिर्भरता की दिशा में सार्थक कदम उठाए हैं।
नीलम यादव ने कहा कि आप सरकार ने दिल्ली में महिलाओं के लिए मेट्रो और बसों की सेवा फ्री कर दी है, महिलाओं की सुरक्षा के लिए पूरे दिल्ली में सीसीटीवी कैमरों का जाल बिछाया जा रहा है, बसों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए मार्शल्स की तैनाती की गई है, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के वेतन के अभूतपूर्व वृद्धि की गई है, विधवा पेंशन और वृद्धा पेंशन की रकम में बड़ा इज़ाफ़ा किया गया है।
दिल्ली प्रदेश की महिलाओं को स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए आप सरकार अपनी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से तमाम अवसर प्रदान कर रही है   
               नीलम यादव का मानना है कि आम आदमी पार्टी का "दिल्ली सरकार मॉडल" आदर्श गवर्नेंस का मॉडल है। हम उत्तर प्रदेश की जनता के बीच दिल्ली सरकार की उपलब्धियों को लेकर जा रहे हैं जिससे प्रदेश की जनता आम आदमी पार्टी की तरफ बहुत आकर्षित हो रही है।
आपको बताते चलें कि महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष बनने के साथ ही नीलम यादव बेहद सक्रीय हैं। उन्होंने प्रदेश की राजधानी में प्रदेश भर की महिला पदाधिकारियों के साथ बैठक करके अपनी कार्य योजना से अवगत करा दिया है, जिसपर प्रदेश के जिलों में महिलाओं ने काम भी शुरू कर दिया है।
पश्चिम के जिलों में दिल्ली के आप सरकार के कामों की व्यापक छाप दिख रही है।

नीलम यादव ने हाल ही में ग़ाज़ियाबाद जनपद के महिला संगठन में बड़ा फेर-बदल कर संकेत दिया है कि अब पार्टी शीर्ष नेतृत्व निष्क्रिय पदाधिकारियो के साथ बिल्कुल नरमी नही बरतेगा।
नीलम यादव जल्द पश्चिम के कई जिलों का भ्रमण करेगी और महिला संगठन को मज़बूत करने के लिए आवश्यक फैसले लेंगी।
    इसी सिलसिले में नीलम यादव को आज 31 अक्टूबर 2019 को गौतमबुद्ध नगर आकर नोएडा में जिला महिला प्रकोष्ठ के साथ मीटिंग करनी थी लेकिन आखिरी क्षणों में प्रदेश प्रभारी संजय सिंह के निर्देश पर नीलम यादव को दिल्ली के अन्य कार्यक्रम में जाना पड़ा और नोएडा नही आ सकी । नोएडा में गौतमबुद्ध नगर जिले के महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष श्रीमती अलीका ने मीटिंग की एवं दिल्ली की केजरीवाल  सरकार द्वारा महिलाओं को बसों में मुफ़्त यात्रा की सुविधा का नोएडा वासियो को को भी लाभ मिल रहा है इस बात की केजरीवाल की सराहना की।और आगे बताया कि नोएडा व ग्रेटर नोएडा में महिलाओं का रुझान आम आदमी पार्टी की तरफ  तेज़ी से बढ़ रहा है
   जिलासचिव व पार्टी प्रवक्ता संजीव निगम ने बताया कि आज की इस मीटिंग में जिलाध्यक्ष भूपेंद्र जादौन,जिलासचिव संजीव निगम,सीमा मल्होत्रा,संध्या तिवारी, मंजू सिरोही व कई अन्य महिला कार्यकर्ता मौजूद रहे।

संजीव निगम

13:08

महापर्व छठ पूजा को लेकर दुद्धी के शिवाजी छठ घाट की साफ सफाई शुरू



 दुद्धी - नगर पंचायत क्षेत्र स्थित शिवा जी तालाब की साफ सफाई आगामी महापर्व छठ पूजा को देखते हुए साफ सफाई का कार्य शुरू कर दी गई है । वही शिवा जी तालाब स्थित मंदिरों , सीढ़ियों की साफ सफाई व रंगरोहन का कार्य चल रहा है । नगर पंचायत अध्यक्ष राजकुमार अग्रहरी ने बताया कि महापर्व छठ पूजा वर्षों से नगर व आस पास के क्षेत्र के श्रद्धालुओ के द्वारा शिवजी तालाब पर छठ मईया की पूजा की जाती है । उसी के क्रम आज से छठ घाट की साफ सफाई व रंगरोहन का कार्य चल रहा है । छठ पूजा को देखते हुए छठ घाट के साफ सफाई में सुरेंद्र जायसवाल ,दीपक मद्देशिया, रूपेश जौहरी , प्रेमनारायण सिंह , सहित काफी संख्या में दुद्धी नगरवासियों ने भी अपना सहयोग किया।
12:47

रन फॉर यूनिटी में सांसद विधायक समेत भाजपा कार्यकर्ताओं ने लगाई दौड़



संतकबीरनगर रामा नन्द तिवारी*

राष्ट्रीय एकता दिवस पर गुरुवार को ख़लीलाबाद रन फार युनटी कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विधायक सांसद और भाजपा के कार्यकर्ताओ ने गोला बाजार से मुखलिशपुर तिराहे तक पैदल यात्रा कर एकता का संदेश दिया । एक भारत-श्रेष्ठ भारत के तहत कई कार्यक्रम हुए।  सदर विधायक जय चौबे ने कहा कि  एकता की अलख जगाने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर प्रतिवर्ष रन फॉर यूनिटी के तहत दौड़ का आयोजन किया गया  है  जिसके माध्यम से नागरिकों को एकता व भाईचारे का संदेश दिया जाता है। सांसद इंजीनयर प्रवीण निषाद ने कहा कि लोह पुरुष के रूप जाने जाने वाले सरदार बल्लभ भाई पटेल देश को एक अहम योगदान दिए उन्होंने हमेशा देश की एकता और अखंडता की तरफ अग्रसर किया किया । इस मौके भाजपा जिलाध्यक्ष सेत भान राय, नगर पालिका अध्यक्ष श्यामसुंदर वर्मा,नवयुवा नेता बीजेपी राघवेंद्र तिवारी,सुनीता अग्रहरि,पूर्व जिला अध्यक्ष रामललित चौधरी,भाजपा नेता राकेश मिश्रा,किरण प्रजापति  सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे
12:42

क्या भाजपा के हो जाएंगे ज्योतिरादित्य सिंधिया


*पंकज पाराशर छतरपुर*
भोपाल। पीसीसी चीफ को लेकर प्रदेश से लेकर दिल्ली तक घमासान चल रहा है। एक तरफ राजधानी में सिंधिया समर्थक प्रेशर पॉलिटिक्स करते नजर आए, वहीं दूसरी तरफ ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस आला को अल्टिमेटन से सियासत का बाजार गर्म रहा। अब बीजेपी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के दरवार पहुंच द्वंद की चिंता सता रही है l उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मुझे इस बारे में नहीं मालूम किसे कौन अल्टीमेटम दे रहा है। कांग्रेस में रोज सुनने में आ रहा है कोई न कोई किसी न किसी को अल्टीमेटम दे रहा है। प्रदेश में एक मुख्यमंत्री नहीं बल्की कई मुख्यमंत्री हैं। जिस वजह से प्रदेश की सरकार में कामकाज छोड़ बाकी सब हो रहा है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था से लेकर अन्य सभी मोर्चों पर कांग्रेस सरकार फेल हो गई है। अफसर भी असमंजस में हैं कि किस मुख्यमंत्री की सुनें। इसलिए किसी को समझ नहीं आ रहा है वह किसका आदेश माने। वहीं, उन्होंने कहा कि दिल्ली में देश भर से बीजेपी कार्यकर्ताओं समेत कई नेताओं को बुलाया गया है। एक बैठक रखी गई है जिसमें पार्टी के कामकाजों की रुपरेख तैयार कर जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इसमें मैं भी शामिल होने दिल्ली जा रहा हूं। जब उनसे सिंधिया के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बिना कुछ कहे सिर्फ मुस्कुरा दिया। भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा ने आने का न्योता दिया है l पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साध्वी प्रज्ञा के बयान पर पाबंदी लगाने को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐसा कोई बेन उनके बयानों पर नहीं लगाया गया है। न ही उनकी ओर से ऐसा कोई विवादित बयान सामने आया है जिसपर किसी तरह का एक्शन लिया जाए l
11:27

जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का जन्मदिन आज


हमारे एक *सुरक्षित* जगह की। एक ऐसी जगह, जहां कोई भी बिना डर के *निश्चित* होकर रह सके। यह एक ऐसा *एहसास* है, जो किसी भी *जनसत्ता दल सदस्य* को बेइंतिहा सुकून देता है। हर *कार्यकर्ता* को एक सुरक्षित जगह की तलाश होती है। यह किसी के साथ भी हो सकती है या कुछ और भी..। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, वह किस रूप में आपको, आपके अकेलेपन या डर से बचाती है। आपको जीने का *हौसला* देती है। *जन्मोत्सव..*

                *कविता*

*श्रीमंत जी से*
जुड़..

जब *कद* को ऊंचा बना लिया
फिर *घर* को ऊंचा क्या करना।।
उस दर पे *सर* को झुका दिया,
तो हर दर पर *सजदा* क्या करना।।


दुख न हो *श्रीमंत जी* के जीवन में,
मेरे  दिल  में  ये  चाहत  सदा  रहे..।।


बन..
*जन्मदिन कैंडल जो खुद को जला लिया*
फिर *अंधियारे पथ* से क्या डरना।।

              *आशु खान रायबरेली*।।🙏।।
जन्म-दिन की  हार्दिक बधाई आदरणीय माननीय जी...
08:58

दैनिक राशिफल 31अक्टूबर 2019





 दैनिक राशिफल 31 अक्टूबर 2019


मेष ----स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि तथा उन्नति मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पार्टनरों का सहयोग समय पर प्राप्त होगा। यात्रा की योजना बनेगी। घर-बाहर कुछ तनाव रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

वृष----- पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बनेगा। स्वादिष्ट व्यंजनों का लाभ मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल रहेंगे। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। काम में मन लगेगा। शेयर मार्केट में लाभ रहेगा। नौकरी में सुविधाएं बढ़ सकती हैं। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें। धन प्राप्ति सुगमता से होगी।

मिथुन ----दु:खद सूचना मिल सकती है, धैर्य रखें। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से बचें। बेकार की बातों पर ध्यान न दें। अपने काम पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। लाभ होगा।

कर्क----- भूले-बिसरे साथी तथा आगंतुकों के स्वागत तथा सम्मान पर व्यय होगा। आत्मसम्मान बना रहेगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। बड़ा काम करने का मन बनेगा। परिवार के सदस्यों की उन्नति के समाचार मिलेंगे। प्रसन्नता रहेगी। पारिवारिक सहयोग बना रहेगा। किसी व्यक्ति की बातों में न आएं, लाभ होगा।

सिंह -----घर-बाहर प्रसन्नतादायक वातावरण रहेगा। नौकरी में चैन महसूस होगा। व्यापार से संतुष्टि रहेगी। संतान की चिंता रहेगी। प्रतिद्वंद्वी तथा शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं। मित्रों का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा की योजना बनेगी। प्रसन्नता रहेगी।

कन्या----- यात्रा मनोनुकूल मनोरंजक तथा लाभप्रद रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। व्यापार-व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा। घर-बाहर सफलता प्राप्त होगी। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। काम में लगन तथा उत्साह बने रहेंगे। मित्रों के साथ प्रसन्नतापूर्वक समय बीतेगा।

तुला----- स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। बनते कामों में विघ्न आएंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जीवनसाथी से सामंजस्य बैठाएं। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से बचें। बेवजह लोगों से मनमुटाव हो सकता है। बेकार की बातों पर ध्यान न दें। आय में निश्चितता रहेगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा। जल्दबाजी न करें।

वृश्चिक---- बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सुकून रहेगा। जल्दबाजी में कोई आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है। कानूनी अड़चन आ सकती है। विवाद न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी।

धनु -----नई योजना लागू करने का श्रेष्ठ समय है। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक कार्य सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-बाहर प्रसन्नता का माहौल रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। बड़ा कार्य करने का मन बनेगा। सफलता के साधन जुटेंगे। जोखिम न उठाएं।

मकर ------किसी जानकार प्रबुद्ध व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होने के योग हैं। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। किसी राजनयिक का सहयोग मिल सकता है। लाभ के दरवाजे खुलेंगे। चोट व दुर्घटना से बचें। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी महसूस होगी। विवाद से बचें। धन प्राप्ति होगी। प्रमाद न करें।

कुंभ---- स्वास्थ्य का ध्यान रखें। आय में कमी रह सकती है। अपनी बात लोगों को समझा  पाएंगे। ऐश्वर्य के साधनों पर बड़ा खर्च होगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। हितैषी सहयोग करेंगे। धनार्जन संभव है।

मीन---- प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। किसी वरिष्ठ व्यक्ति के सहयोग से कार्य की बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। परिवार के लोग अनुकूल व्यवहार करेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। नए लोगों से संपर्क होगा। आय में वृद्धि तथा आरोग्य रहेगा। चिंता में कमी होगी। जल्दबाजी न करें।
07:55

द्वितीय बदायूं गौरव महोत्सव दिसंबर में होगा-अमन मयंक शर्मा

          

बदायूँ  गौरव क्लब एवं बदायूँ गौरव महोत्सव की बैठक का आयोजन मोहल्ला चौबे स्थित प्राचीन ब्रह्मदेव मंदिर में किया गया।बैठक को संबोधित करते हुए बदायूँ गौरव क्लब के सचिव एवं बदायूँ गौरव महोत्सव के मुख्य संयोजक अमन मयंक शर्मा ने बताया कि जिले की प्रमुख संस्था  बदायूँ गौरव क्लब के तत्वाधान में समाज,संस्कृति,साहित्य एवं लोककलाओं को समर्पित द्वितीय बदायूँ गौरव महोत्सव दिसंबर महीने में आयोजित किया जाएगा।बताया कि महोत्सव का संभावित उदघाटन प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा किया जाएगा।महोत्सव के संरक्षक असरार अहमद खां एवं नवीन सक्सेना ने बताया कि महोत्सव में जनपद की प्रतिभाओं को बड़ा मंच देकर उनकी प्रतिभाओं के निखार के लिए अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।सभी प्रतियोगिताओं के फॉर्म 15 नवम्बर से जिले के समस्त विद्यालयों,कोचिंग सेंटर एवं विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध होंगे।महोत्सव के संयोजक हिलाल बदायूँनीं ,हरीश सक्सेना एवम ऋतुराज खुसरिया ने बताया कि जनपद में लगभग 25 स्थानों पर महोत्सव में होने वाले कार्यक्रमों के ऑडिशन लिए जाएंगे।इसके साथ ही दिल्ली, लखनऊ एवं रूहेलखंड के समस्त जिलों में ऑडिशन द्वारा मुख्य कार्यक्रमों के लिए प्रतिभाओं का चयन किया जाएगा।महोत्सव के संयोजक गौरव पाठक,रितेश उपाध्याय,विभांशु दत्त ने बताया कि जल्द ही महोत्सव में होने वाले सभी कार्यक्रमों की घोषणा की जाएगी।बैठक में बताया गया कि प्रथम शकील बदायूँनी स्मृति महोत्सव की समीक्षा बैठक एवं द्वितीय बदायूँ गौरव महोत्सव के कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाने हेतु बैठक 2 एवं 3 नवंबर को आयोजित की जाएगी।बैठक में के जमशेद,आज़ाद सक्सेना,विनोद सक्सेना,दिनेश शर्मा,निशांत पाठक,करुणेश राठौड़,कौशल राठोड़, शिवम शर्मा,गौतम शर्मा,अजय शर्मा,सौरभ भारद्वाज,हिमांशु गुप्ता,जयवीर चंद्रवंशी,शशांक शर्मा,नमन मिश्रा,अखिलेश राहुल शाक्य,वीरेंद्र जाटव सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
07:40

त्यागीए या लीजिए संकल्प आज ही के सी शर्मा





के सी शर्मा*
दीपवाली के त्योहार में बहुत घरो में जाना हुआ। सब जगह चाय पी, चाय पीने के बाद घण्टे भर मुह कड़वा लगता रहा।
गांव गया, वहां चाय स्वादिष्ट नही थी पर मुह कड़वा नही हुआ।बाजार में कहीं भी चाय पीता हु, 5 रुपये से लेकर 20 रुपये वाली, वहां भी चाय कड़वी ही मिलती है।

*आखिर कँहा गया चायपत्ती का स्वाद या दूध का स्वाद या शक्कर का स्वाद आखिर क्यों चाय पीने के बाद मुंह कड़वा लगता है पुराने लोग जो जीवन भर 1 गिलास भरकर चाय पीते थे और ये लोग आज 70 वर्ष या अधिक उम्र के है लेकिन पूरी तरह स्वस्थ है जबकि
1 छोटा कप चाय पीने वाले लोगो का पेट गड़बड़ हो रहा ? क्यो कुछ वर्षो पहले तक जन्माष्टिमी या सावन सोमवार में दूध की कमी हो जाती थी बाजार में और घर घर दूध बाटने वाले लोग 1 किलो की बजाय 1 पाव दूध ही देते थे उस दिन?
लेकिन अब इन विशेष दिनों में जितना दूध मांगो , मिल जाता है, कैसे?

क्यंकि
अब पूरे भारत देश मे यूरिया, ब्लीचिंग पाउडर ,डिटर्जेंट जैसे पेस्ट से बना दूध मिल रहा है ,और यही कारण है कि ऐसे दूध से बनी चाय पीने से चायपत्ती,शक्कर का स्वाद पता ही नही चलता ,चाय पीने केबाद घण्टे भर तक मुह कड़वा लगता रहता है।
इसी पेस्ट के उपयोग से बाजार में अब किसी त्योहार में दूध की कमी नही होती।
इसी पेस्ट वाले दूध के कारण अब घर घर मे बच्चो का पेट खराब, आंखों पर चश्मा, स्कूली बच्चों के बाल सफेद होते जा रहे है।

इसलिए


*त्यागिये अब दूध को*
दूध की चाय पूरी तरह बन्द करिये

बच्चो को दूध देना बन्द करिये।  सरकारी कम्पनी का पैकेट वाला दुध मिल रहा तो लीजिये, खुद पहले उसको स्वाद लेकर देखिये।
दूध के असली स्वाद को पहचानने के लिए स्वयम किसी गांव जाए, जिस घर मे गाय पली हो उनके घर मे जाकर चाय पीजिये, चायपत्ती , शक्कर भी खुद अपनी ब्रांड की दीजिये और *आंखे बंद करके, चुपचाप चुस्की लेकर चाय पीजिये, हर घूंट के स्वाद को दिमाग तक पहुचने दीजिये। इस तरह इस असली दूध की चाय का स्वाद आपको याद हो जाएगा,   उस घर मे गर्म दूध ,शककर के साथ ,बिना शक्कर के भी पीकर देख लीजिए,ताकि असली दूध का स्वाद मालूम रहे।

घर मे काली नींबू चाय,या ग्रीन टी पीना आरम्भ कीजिये।

कुछ समय के लिए दूध का बहिष्कार करिये तो रोगों का भी बहिष्कार हो जाएगा अपने आप।
07:34

लैंको अनपरा सी प्लांट में उप प्रबंधक बी डी दुबे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत परियोजना में मचा हड़कंप





सोनभद्र अनपरा थाना क्षेत्र अंतरगत 1200 मेगावाट विधुत उत्पादन करने वालि लैंको पावर अनपरा सी प्लान्ट में संदिग्ध परिस्थिति में उपप्रबंधक बी डी दुबे की मौत । सूचना लगते ही परियोजना में मचा हड़कंप , अफरा तफरी के माहौल में घायल प्रबंधक को संजीवनी हास्पिटल पहुचे जहाँ डाक्टर ने मृत्यु घोषित कर दिया। घटना की जानकरी अनपरा पुलिस को दी गयी तथा चिकित्सालय से गाड़ी वापस अनपरा थाने पर लायी गयी पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर जाँच में जुट गयी हैं इस घटना को लेकर तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं की आख़िर मौत हुयी कैसे मौत (घटना का कारण) स्पष्ट नही किया जा सका हैं मुख्य महा प्रबंधक ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिये। ( लैण्कौ पी.आर.ओ. ) एस. के. दिवेदी फोन रिसीव नही किये।परियोजना प्रबंधक मामले को दबाने ने लगे रहे वही संदिग्ध प्रस्थिति में हुयी मौत को लेकर तरह तरह की चर्चाएँ व्याप्त हैं। तथा लैन्को अधिकारियो ने पुलिस को शव सौप कर थाने से सरक लिये थे थाने पर पहुचे मृतक के बेटे ने चोट देखते ही ट्रेन दुर्घटना से इनकार किया व परियोजनाओं अधिकारियों पर लगाया गम्भीर आरोप वही कुछ लोग पुलिस व मृतक के बेटे को मैनेज करने में लगे हुऐ थे लेकिन समाचार लिखे जाने तक पिता खोए बेटे ने किसी की भी बात सुनने को तैयार नही था । लैन्को प्लान्ट अधिकारियो के पक्ष में कुछ लोग लगे रहे। शरीर पर लगे चोट से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि यह दुर्घटना ट्रेन की नही बल्कि कुछ और हैं जिसे लैन्को अधिकारियों द्वारा छिपाया जा रहा हैं

सूत्रो से पता चला कि उपमहाप्रबंधक के शरीर पर काली पट्टी वाहन टायर चढ़ने या किसी मशीन से पेट पर दबने नुमा आकर का गम्भीर चोट के निशान हैं वही संजीवनी हास्पिटल डाक्टर का कहना हैं कि मरीज के आने के 20 मिनट पहले ही मौत हो चूँकि थी। जिसे देखते ही मृत्यु घोषित कर दिया गया। मौत का कारण स्पष्ट नही किया जा सकता। पेट पर मशीनी या हल्के वाहन कि टायर चढ़ने नुमा संधिधात्मक चोट लगी हैं जो जाँच का विषय हैं
07:29

दूध के उबाल जैसा होता है क्रोध- पूनम चतुर्वेदी



क्रोध तो दूध का एक उबाल है।
 जब तक आग रहेगी जब तक दूध उबलेगा लेकिन जब आग ठंडी पड़ जाएगी तो दूध भी बैठ जाएगा।
 अपेक्षा की उपेक्षा क्रोध है। आप किसी से अपेक्षा रखते हैं और जब उसकी उपेक्षा होती है तो क्रोध आता है। अपेक्षा ही मत रखिए तो फिर आपको कोई भी आपको क्रोध नहीं दिला सकता।क्रोध जहर है तो क्षमा अमृत है। क्षमा आदत में हो और क्षमा की आदत हो तो जीवन में खुशियां ही खुशियां है । अगर आदमी दिमाग की गर्मी हटाए और जुबान में नरमी लाए तो परिवार में बल्ले-बल्ले हो जाए। मनुष्य समाज में जीता है। सबके साथ सबके बीच में रहता है। अगर उसे सभी का प्रिय बनना है तो वह नम्र बने, बड़ों के सामने झुकना सीखे, अहंकार के हिमालय से उतर कर विनम्रता की कार में सवारी करना सीखे। हर टक्कर अंतत लौटकर उस पर ही हमला करती है। अत: गलती होने पर परस्पर में क्षमा याचना करते चलें।

 पूनम"चतुर्वेदी छत्तीसगढ़
07:22

सत्य के साथ खड़े रहना ही है असली स्वाभिमान


 पूनम चतुर्वेदी*

स्वाभिमान का मतलब अपनी बात पर अड़े रहना नहीं अपितु सत्य का साथ ना छोड़ना है। दूसरों को नीचा दिखाते हुए अपनी बात को सही सिद्ध करने का प्रयास करना यह स्वाभिमानी का लक्षण नहीं अपितु दूसरों की बात का यथायोग्य सम्मान देते हुए किसी भी दबाब में ना आकर सत्य पर अडिग रहना यह स्वाभिमान है।अभिमानी वह है जो अपने अहंकार के पोषण के लिए दूसरों को कष्ट देना पसंद करता है। स्वाभिमानी वह है जो सत्य के रक्षण के लिए स्वयं कष्टों का वरण कर ले।
        मै जो कह रहा हूँ वही सत्य है, यह अभिमानी का लक्षण है और जो सत्य होगा मै उसे स्वीकार कर लूँगा यह स्वाभिमानी का लक्षण है। स्वाभिमानी स्वभाव से मृदु और बेहद विनम्र होते हैं।अपने आत्मगौरव की भी प्रतिष्ठा जरुर बनी रहनी चाहिए मगर किसी को अकारण, अनावश्यक झुकाकर, गिराकर या रुलाकर नहीं।
पूनम चतुर्वेदी
07:17

जाने कैसे होती है शिवलिंग की पूजा





 के सी शर्मा*

कहते है की भगवान शिव की यदि लिंग स्वरुप में यानी की शिवलिंग की पूजा की जाए तो भगवान शिव बहुत जल्दी प्रसन्न होते है। हम आपको यहां पर शिवलिंग की पूजा से सम्बंधित कुछ उपाय बता रहे है जिनको करने से आप अभीष्ट फल प्राप्त कर सकते है।

1. जल चढ़ाते समय शिवलिंग को हथेलियों से रगड़ना चाहिए। इस उपाय से किसी की भी किस्मत बदल सकती है।

2. जल में केसर मिलाएं और ये जल शिवलिंग पर चढ़ाएं। इस उपाय से विवाह और वैवाहिक जीवन से जुडी समस्याएं खत्म होती है।

3. यदि आप बहुत जल्दी सफलता पाना चाहते हैं तो रोज़ पारे से बने छोटे से शिवलिंग की पूजा करें। पारद शिवलिंग बहुत चमत्कारी होता है।

4. यदि आप लंबी उम्र चाहते है तो शिवलिंग पर रोज़ दूर्वा चढ़ाएं। इससे शिवजी और गणेशजी की कृपा से घर में सुख-समृद्धि भी बढ़ती है।

5. चावल पकाएं और उन चावलों से शिवलिंग का श्रृंगार करें। इसके बाद पूजा करें। इससे मंगलदोष शांत होते हैं।

6. समय-समय पर शिवजी के निमित सवा किलो, सवा पांच किलो, ग्यारह किलो या इक्कीस किलों गेहूं या चावल का दान करें।

7. शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय काले तिल मिलाएं। इस उपाय से शनि दोष और रोग दूर हो...
07:10

कारसेवकों के बलिदान दिवस पर विशेष रिपोर्ट के सी शर्मा की कलम से





के सी शर्मा*
आज ही के दिन अयोध्या में मुल्ला-मुलायम सरकार ने निहत्थे कारसेवकों पर गोलियाँ चलवाई थी जिसमें 6 कारसेवक शहीद हो गए थे
आइये जानते है की उस दिन अयोध्या में हुआ क्या था?

30 अक्टूबर 1990 को विश्व हिन्दू परिषद ने गुम्बदनुमा ईमारत बाबरी मस्जिद ढांचा को हटाने के लिए कारसेवा की शुरुआत की

आल इंडिया बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी, कांग्रेस पार्टी, मार्क्सवादी पार्टी और कुछ छद्म धर्मनिरपेक्ष पार्टियों के द्वारा इस कारसेवा को समूचे विश्व में मस्जिद के लिए खतरा बताया गया

जबकि ये सर्वविदित है की अयोध्या राम लला की जन्मस्थली है और उस जन्मस्थली को तोड़कर वह एक अवैध ईमारत का निर्माण किया गया था

परन्तु मुस्लिम वोटो के लालच में तत्कालीन प्रधानमंत्री वी.पी. सिंह और उस समय के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह मस्जिद बचाने की दौड़ में शामिल हो गए

लगभग 40 हजार CRPF के जवान और 2 लाख 65 हजार सुरक्षा बलों के भारी भरकम सुरक्षा के बावजूद लगभग एक लाख कारसेवक सुबह के 7 बजे अयोध्या पहुँच गए . कारसेवकों ने सरयू नदी के पुल पर चलना शुरू किया और तभी पुलिस वालों ने उन पर लाठी चार्ज शुरू कर दिया बावजूद इसके कारसेवक तनिक भी ना डरे और नहीं भागे

दिन के लगभग 11 बजे तक अयोध्या जैसे छोटे से शहर में कारसेवको की संख्या 3 लाख को पार कर गयी पुलिस के जवानों ने कारसेवकों पर हमला करने के बजाय उनका सम्मान शुरु कर दिया

पुलिस महानिदेशक ने पुलिस के जवानों को कारसेवकों पर हमला करने के लिए उकसाया और पुलिस ने कारसेवकों के ऊपर अश्रु गैस के गोलों से हमला करना शुरू किया

और तभी पुलिस महानिदेशक ने खुद निहत्थे साधुओं पर लाठी चार्ज शुरू कर दिया  ये देख कर कारसेवक भड़क गए और वे सारे बैर-केडिंग को तोड़कर जन्मस्थान तक पहुंच गए और तभी पुलिस ने बिना किसी सूचना बिना चेतावनी के उन पर गोली चलानी शुरू कर दिया बावजूद इसके कारसेवक अपने लक्ष्य तक पहुँच चुके थे; और तब पुलिस ने उन पर सीधे गोलियाँ बरसानी शुरु कर दी

इस गोलीबारी में कम से कम 100 कारसेवक बलिदान हो गए और कई लापता हो गए बाद में कई कारसेवकों की लाशें सरयू नदी में तैरती मिली

उनकी लाशों को बालू के बोरों से बांध दिया गया था ताकि वो तैर कर ऊपर ना आ सके, यहां तक की औरतों और साधुओं तक को नहीं छोड़ा गया

मुलायम सिंह का यह कृत्य बाबर, औरंगजेब और गजनवी की कुकृत्यों का स्मरण करता है

हर हिन्दू अपनी अंतिम साँस तक उन लोगों को कभी नहीं माफ़ करेगा जिसने मुस्लिम वोटो के लिए निहत्थे कारसेवकों की हत्या की

उन बलिदानी कारसेवकों शत-शत नमन


06:53

जाने क्या है समुद्र मंथन से प्राप्त 14 रत्नों का रहस्य



के सी शर्मा*
यह वह समय था जबकि देवता लोग धरती पर रहते थे। धरती पर वे हिमालय के उत्तर में रहते थे। काम था धरती का निर्माण करना। धरती को रहने लायक बनाना और धरती पर मानव सहित अन्य आबादी का विस्तार करना।
देवताओं के साथ उनके ही भाई बंधु दैत्य भी रहते थे। तब यह धरती एक द्वीप की ही थी अर्थात धरती का एक ही हिस्सा जल से बाहर निकला हुआ था। यह भी बहुत छोटा-सा हिस्सा था। इसके बीचोबीच था मेरू पर्वत।

धरती के विस्तार और इस पर विविध प्रकार के जीवन निर्माण के लिए देवताओं के भी देवता ब्रह्मा, विष्णु और महेश ने लीला रची और उन्होंने देव तथा उनके भाई असुरों की शक्ति का उपयोग कर समुद्र मंथन कराया। समुद्र मंथन कराने के लिए पहले कारण निर्मित किया गया।

दुर्वासा ऋषि ने अपना अपमान होने के कारण देवराज इन्द्र को ‘श्री’ (लक्ष्मी) से हीन हो जाने का शाप दे दिया। भगवान विष्णु ने इंद्र को शाप मुक्ति के लिए असुरों के साथ 'समुद्र मंथन' के लिए कहा और दैत्यों को अमृत का लालच दिया। इस तरह हुआ समुद्र मंथन। यह समुद्र था क्षीर सागर जिसे आज हिन्द महासागर कहते हैं। जब देवताओं तथा असुरों ने समुद्र मंथन आरंभ किया, तब भगवान विष्णु ने कच्छप बनकर मंथन में भाग लिया। वे समुद्र के बीचोबीच में वे स्थिर रहे और उनके ऊपर रखा गया मदरांचल पर्वत। फिर वासुकी नाग को रस्सी बानाकर एक ओर से देवता और दूसरी ओर से दैत्यों ने समुद्र का मंथन करना शुरू कर दिया।

1. हलाहल (विष) : समुद्र का मंथन करने पर सबसे पहले पहले जल का हलाहल (कालकूट) विष निकला जिसकी ज्वाला बहुत तीव्र थी। हलाहल विष की ज्वाला से सभी देवता तथा दैत्य जलने लगे। इस पर सभी ने मिलकर भगवान शंकर की प्रार्थना की।

शंकर ने उस विष को हथेली पर रखकर पी लिया, किंतु उसे कंठ से नीचे नहीं उतरने दिया तथा उस विष के प्रभाव से शिव का कंठ नीला पड़ गया इसीलिए महादेवजी को 'नीलकंठ' कहा जाने लगा। हथेली से पीते समय कुछ विष धरती पर गिर गया था जिसका अंश आज भी हम सांप, बिच्छू और जहरीले कीड़ों में देखते हैं।

2. कामधेनु : विष के बाद मथे जाते हुए समुद्र के चारों ओर बड़े जोर की आवाज उत्पन्न हुई। देव और असुरों ने जब सिर उठाकर देखा तो पता चला कि यह साक्षात सुरभि कामधेनु गाय थी। इस गाय को काले, श्वेत, पीले, हरे तथा लाल रंग की सैकड़ों गौएं घेरे हुई थीं।

गाय को हिन्दू धर्म में पवित्र पशु माना जाता है। गाय मनुष्य जाति के जीवन को चलाने के लिए महत्वपूर्ण पशु है। गाय को कामधेनु कहा गया है। कामधेनु सबका पालन करने वाली है। उस काल में गाय को धेनु कहा जाता था।

3. उच्चैःश्रवा घोड़ा : घोड़े तो कई हुए लेकिन श्वेत रंग का उच्चैःश्रवा घोड़ा सबसे तेज और उड़ने वाला घोड़ा माना जाता था। अब इसकी कोई भी प्रजाति धरती पर नहीं बची। यह इंद्र के पास था। उच्चै:श्रवा का पोषण अमृत से होता है। यह अश्वों का राजा है। उच्चै:श्रवा के कई अर्थ हैं, जैसे जिसका यश ऊंचा हो, जिसके कान ऊंचे हों अथवा जो ऊंचा सुनता हो।

4. ऐरावत हाथी : हाथी तो सभी अच्‍छे और सुंदर नजर आते हैं लेकिन सफेद हाथी को देखना अद्भुत है। ऐरावत सफेद हाथियों का राजा था। 'इरा' का अर्थ जल है, अत: 'इरावत' (समुद्र) से उत्पन्न हाथी को 'ऐरावत' नाम दिया गया है।

यह हाथी देवताओं और असुरों द्वारा किए गए समुद्र मंथन के दौरान निकली 14 मूल्यवान वस्तुओं में से एक था। मंथन से प्राप्त रत्नों के बंटवारे के समय ऐरावत को इन्द्र को दे दिया गया था। चार दांतों वाला सफेद हाथी मिलना अब मुश्किल है।

महाभारत, भीष्म पर्व के अष्टम अध्याय में भारतवर्ष से उत्तर के भू-भाग को उत्तर कुरु के बदले 'ऐरावत' कहा गया है। जैन साहित्य में भी यही नाम आया है। उत्तर का भू-भाग अर्थात तिब्बत, मंगोलिया और रूस के साइबेरिया तक का हिस्सा। हालांकि उत्तर कुरु भू-भाग उत्तरी ध्रुव के पास था संभवत: इसी क्षेत्र में यह हाथी पाया जाता रहा होगा।

5. कौस्तुभ मणि : मंथन के दौरान पांचवां रत्न था कौस्तुभ मणि। कौस्तुभ मणि को भगवान विष्णु धारण करते हैं। महाभारत में उल्लेख है कि कालिय नाग को श्रीकृष्ण ने गरूड़ के त्रास से मुक्त किया था। उस समय कालिय नाग ने अपने मस्तक से उतारकर श्रीकृष्ण को कौस्तुभ मणि दे दी थी।

यह एक चमत्कारिक मणि है। माना जाता है कि इच्छाधारी नागों के पास ही अब यह मणि बची है या फिर समुद्र की किसी अतल गहराइयों में कहीं दबी पड़ी होगी। हो सकता है कि धरती की किसी गुफा में दफन हो यह मणि।

6. कल्पद्रुम : यह दुनिया का पहला धर्मग्रंथ माना जा सकता है, जो समुद्र मंथन के दौरान प्रकट हुआ। कुछ लोग इसे संस्कृत भाषा की उत्पत्ति से जोड़ते हैं और कुछ लोग मानते हैं कि इसे ही कल्पवृक्ष कहते हैं। जबकि कुछ का कहना है कि पारिजात को कल्पवृक्ष कहा जाता है।

यह स्पष्ट नहीं है कि कल्पद्रुम आखिर क्या है? ज्योतिषियों के अनुसार कल्पद्रुप एक प्रकार का योग होता है।

7. रंभा : समुद्र मंथन के दौरान एक सुंदर अप्सरा प्रकट हुई जिसे रंभा कहा गया। पुराणों में रंभा का चित्रण एक प्रसिद्ध अप्सरा के रूप में माना जाता है, जो कि कुबेर की सभा में थी। रंभा कुबेर के पुत्र नलकुबर के साथ पत्नी की तरह रहती थी। ऋषि कश्यप और प्राधा की पुत्री का नाम भी रंभा था। महाभारत में इसे तुरुंब नाम के गंधर्व की पत्नी बताया गया है।

समुद्र मंथन के दौरान इन्द्र ने देवताओं से रंभा को अपनी राजसभा के लिए प्राप्त किया था। विश्वामित्र की घोर तपस्या से विचलित होकर इंद्र ने रंभा को बुलाकर विश्वामित्र का तप भंग करने के लिए भेजा था। अप्सरा को गंधर्वलोक का वासी माना जाता है। कुछ लोग इन्हें परी कहते हैं।

8. लक्ष्मी : समुद्र मंथन के दौरान लक्ष्मी की उत्पत्ति भी हुई। लक्ष्मी अर्थात श्री और समृद्धि की उत्पत्ति। कुछ लोग इसे सोने (गोल्ड) से जोड़ते हैं। माना जाता है कि जिस भी घर में स्त्री का सम्मान होता है, वहां समृद्धि कायम रहती है।

दूसरी लक्ष्मी : महर्षि भृगु की पत्नी ख्याति के गर्भ से एक त्रिलोक सुन्दरी कन्या उत्पन्न हुई जिसका नाम लक्ष्मी था और जिसने भगवान विष्णु से विवाह किया।

9. वारुणी (मदिरा) : वारुणी नाम से एक शराब होती थी। वारुणी नाम से एक पर्व भी होता है और वारुणी नाम से एक खगोलीय योग भी। समुद्र मंथन के दौरान जिस मदिरा की उत्पत्ति हुई उसका नाम वारुणी रखा गया। वरुण का अर्थ जल। जल से उत्प‍न्न होने के कारण उसे वारुणी कहा गया। वरुण नाम के एक देवता हैं, जो असुरों की तरफ थे। असुरों ने वारुणी को लिया।

वरुण की पत्नी को भी वरुणी कहते हैं। कदंब के फलों से बनाई जाने वाली मदिरा को भी वारुणी कहते हैं।

10. चन्द्रमा : ब्राह्मणों-क्षत्रियों के कई गोत्र होते हैं उनमें चंद्र से जुड़े कुछ गोत्र नाम हैं, जैसे चंद्रवंशी। पौराणिक संदर्भों के अनुसार चंद्रमा को तपस्वी अत्रि और अनुसूया की संतान बताया गया है जिसका नाम 'सोम' है। दक्ष प्रजापति की 27 पुत्रियां थीं जिनके नाम पर 27 नक्षत्रों के नाम पड़े हैं। ये सब चन्द्रमा को ब्याही गईं।

आज आसमान में हम जो चंद्रमा देखते हैं वह समुद्र मंथन के दौरान उत्पन्न हुआ था। इस चंद्रमा का चंद्रवंशियों के चंद्रमा से क्या संबंध है, यह शोध का विषय हो सकता है। पुराणों अनुसार चंद्रमा की उत्पत्ति धरती से हुई है।

11. पारिजात वृक्ष : समुद्र मंथन के दौरान कल्पवृक्ष के अलावा पारिजात वृक्ष की उत्पत्ति भी हुई थी। 'पारिजात' या 'हरसिंगार' उन प्रमुख वृक्षों में से एक है जिसके फूल ईश्वर की आराधना में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। धन की देवी लक्ष्मी को पारिजात के पुष्प प्रिय हैं। यह माना जाता है कि पारिजात के वृक्ष को छूने मात्र से ही व्यक्ति की थकान मिट जाती है।

पारिजात वृक्ष में कई औषधीय गुण होते हैं। हिन्दू धर्म में कल्पवृक्ष के बाद पारिजात को महत्व दिया गया है। इसके बाद बरगद, पीपल और नीम का महत्व है।

12. शंख : शंख तो कई पाए जाते हैं लेकिन पांचजञ्य शंख मिलना मुश्किल है। समुद्र मंथन के दौरान इस शंख की उत्पत्ति हुई थी। 14 रत्नों में से एक पांचजञ्य शंख को माना गया है। शंख को ‍विजय, समृद्धि, सुख, शांति, यश, कीर्ति और लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है। सबसे महत्वपूर्ण यह कि शंख नाद का प्रतीक है। शंख ध्वनि शुभ मानी गई है।

1928 में बर्लिन यूनिवर्सिटी ने शंख ध्वनि का अनुसंधान करके यह सिद्ध किया कि इसकी ध्वनि कीटाणुओं को नष्ट करने की उत्तम औषधि है।

शंख 3 प्रकार के होते हैं- दक्षिणावृत्ति शंख, मध्यावृत्ति शंख तथा वामावृत्ति शंख। इनके अलावा लक्ष्मी शंख, गोमुखी शंख, कामधेनु शंख, विष्णु शंख, देव शंख, चक्र शंख, पौंड्र शंख, सुघोष शंख, गरूड़ शंख, मणिपुष्पक शंख, राक्षस शंख, शनि शंख, राहु शंख, केतु शंख, शेषनाग शंख, कच्छप शंख आदि प्रकार के होते हैं।

13. धन्वंतरि वैद्य : देवता एवं दैत्यों के सम्मिलित प्रयास के शांत हो जाने पर समुद्र में स्वयं ही मंथन चल रहा था जिसके चलते भगवान धन्वंतरि हाथ में अमृत का स्वर्ण कलश लेकर प्रकट हुए। विद्वान कहते हैं कि इस दौरान दरअसल कई प्रकार की औषधियां उत्पन्न हुईं और उसके बाद अमृत निकला।

हालांकि धन्वंतरि वैद्य को आयुर्वेद का जन्मदाता माना जाता है। उन्होंने विश्वभर की वनस्पतियों पर अध्ययन कर उसके अच्छे और बुरे प्रभाव-गुण को प्रकट किया। धन्वंतरि के हजारों ग्रंथों में से अब केवल धन्वंतरि संहिता ही पाई जाती है, जो आयुर्वेद का मूल ग्रंथ है। आयुर्वेद के आदि आचार्य सुश्रुत मुनि ने धन्वंतरिजी से ही इस शास्त्र का उपदेश प्राप्त किया था। बाद में चरक आदि ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया।

धन्वंतरि 10 हजार ईसापूर्व हुए थे। वे काशी के राजा महाराज धन्व के पुत्र थे। उन्होंने शल्य शास्त्र पर महत्वपूर्ण गवेषणाएं की थीं। उनके प्रपौत्र दिवोदास ने उन्हें परिमार्जित कर सुश्रुत आदि शिष्यों को उपदेश दिए। धन्वंतरि के जीवन का सबसे बड़ा वैज्ञानिक प्रयोग अमृत का है। उनके जीवन के साथ अमृत का स्वर्ण कलश जुड़ा है। अमृत निर्माण करने का प्रयोग धन्वंतरि ने स्वर्ण पात्र में ही बताया था।

उन्होंने कहा कि जरा-मृत्यु के विनाश के लिए ब्रह्मा आदि देवताओं ने सोम नामक अमृत का आविष्कार किया था। धन्वंतरि आदि आयुर्वेदाचार्यों अनुसार 100 प्रकार की मृत्यु है। उनमें एक ही काल मृत्यु है, शेष अकाल मृत्यु रोकने के प्रयास ही आयुर्वेद निदान और चिकित्सा हैं। आयु के न्यूनाधिक्य की एक-एक माप धन्वंतरि ने बताई है।

' धनतेरस' के दिन उनका जन्म हुआ था। धन्वंतरि आरोग्य, सेहत, आयु और तेज के आराध्य देवता हैं। रामायण, महाभारत, सुश्रुत संहिता, चरक संहिता, काश्यप संहिता तथा अष्टांग हृदय, भाव प्रकाश, शार्गधर, श्रीमद्भावत पुराण आदि में उनका उल्लेख मिलता है। धन्वंतरि नाम से और भी कई आयुर्वेदाचार्य हुए हैं। आयु के पुत्र का नाम धन्वंतरि था।

14. अमृत : 'अमृत' का शाब्दिक अर्थ 'अमरता' है। निश्चित ही एक ऐसे पेय पदार्थ या रसायन रहा होगा जिसको पीने से व्यक्ति हजारों वर्ष तक जीने की क्षमता हासिल कर लेता होगा। यही कारण है कि बहुत से ऋषि रामायण काल में भी पाए जाते हैं और महाभारत काल में भी। समुद्र मंथन के अंत में अमृत का कलश निकला था। अमृत के नाम पर ही चरणामृत और पंचामृत का प्रचलन हुआ।

देवताओं और दैत्यों के बीच अमृत बंटवारे को लेकर जब झगड़ा हो रहा था तथा देवराज इंद्र के संकेत पर उनका पुत्र जयंत जब अमृत कुंभ लेकर भागने की चेष्टा कर रहा था, तब कुछ दानवों ने उसका पीछा किया। अमृत-कुंभ के लिए स्वर्ग में 12 दिन तक संघर्ष चलता रहा और उस कुंभ से 4 स्थानों पर अमृत की कुछ बूंदें गिर गईं। यह स्थान पृथ्वी पर हरिद्वार, प्रयाग, उज्जैन और नासिक थे। यहीं पर प्रत्येक 12 वर्ष में कुंभ का आयोजन होता है। बाद में भगवान विष्णु ने मोहिनी का रूप धारण करके अमृत बांटा था।

' अमृत' शब्द सबसे पहले ऋग्वेद में आया है, जहां यह सोम के विभिन्न पर्यायों में से एक है। संभवत: 'सोमरस' को ही 'अमृत' माना गया हो। सोम एक रस है या द्रव्य, यह कोई नहीं जानता। कुछ विद्वान सोम को औषधि मानते है।

उनके अनुसार सुश्रुत के चिकित्सास्थान में लिखा है कि इसका सेवन करने से कायाकल्प हो जाता है, वृद्ध पुनः युवा हो जाता है। किंतु वेद में एक और सोम की भी चर्चा है जिसके संबंध में लिखा है कि ब्राह्मणों को जिस सोम का ज्ञान है उसे कोई नहीं पीता। ब्राह्मण के सोम की महिमा इन शब्दों में है। देखो हमने सोमपान किया और हम अमृत हो गए या जी उठे।
01:00

मध्यप्रदेश में जल्द हो सकता है मंत्रिमंडल का विस्तार


पंकज पाराशर छतरपुर*
भोपाल। मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ जल्द ही फैसला करेंगे। वह 4 नवंबर को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। जिसके बाद मंत्रिमंडल का विस्तार संभव है। इस बार कमलनाथ 5 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाएंगे। इस बार नाराज़ विधायकों को साधने की कोशिश की जाएगी। जिन मंत्रियों के पास ज्यादा और बेमेल विभाग हैं उनसे छीनकर यह विभाग नए मंत्रियों को दिए जाएंगे। ऐसी अटकलें है कि निर्दलीय विधायक और समर्थन दे रहे विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। दरअसल, मुख्यमंत्री कमलनाथ 5 नवंबर को विदेश के लिए रवाना हो रहे हैं। उससे पहले वह दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात कर एक लिस्ट पर चर्चा करेंगे। इस लिस्ट में मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले विधायकों के प्रस्तावित नाम शामल होंगे। इन नामों में निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह ठाकुर (शेरा भैया), केदार डाबर, विक्रम सिंह राणा, बुंदेलखंड से बिजावर विधानसभा क्षेत्र से सपा विधायक राजेश शुक्ला, पथरिया क्षेत्र से राम भाई परिहार, चंबल से भिंड विधानसभा क्षेत्र से बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाह, पिछोर विधानसभा क्षेत्र से विधायक केपी सिंह, एंदल सिंह कंसाना और राज्यवर्ध्न सिंह दत्तीगांव के नाम पर मंथन किया जा सकता है। दूसरी ओर झाबुआ उपचुनाव में कांग्रेस को मिली जीत के बाद अब कांतिलाल भूरिया की भूमिका पर भी विचार होना है। चुनाव से पहले उन्होंने खुद मंत्री और किसी भी बड़े पद पर नहीं जाने की इच्छा जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि वह संगठन को मज़बूत करने के लिए काम करेंगे। लेकिन आदिवासी नेताओं में वह बड़ा चेहरा हैं। इसलिए पार्टी उनकी भूमिका पर भी विचार करेगी। फिलहाल उनका नाम प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस सलाहकार और मंत्री बनाए जाने की रेस में चल रहा है। इधर, आज प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया भोपाल आ रहे हैं। वह आज मंत्रियों के परफॉर्मेंस और विस्तार को लेकर कमलनाथ से मुलाकात करेंगे।

Wednesday, 30 October 2019

22:18

एनसीएल मुख्यालय हटने की अटकलों को सीएमडी ने किया सिरे से खारिज



के सी शर्मा*
सिंगरौली।म प्र ।एनसीएल मुख्यालय के स्थानांतरण को लेकर लगाए जा रहे कयासों पर आज एनसीएल से *अध्यक्ष सह प्रबंधक निदेशक* ने विराम लगा दिया। उन्होंने साफ तौर पर यह स्पष्ट किया की *एनसीएल का मुख्यालय मोरवा में ही रहेगा, वहीं बैढन में एनसीएल की जमीन पर एनसीएल का कैंप ऑफिस खोला जाएगा।* गौरतलब है कि सरकारी काम काज को लेकर एनसीएल प्रबंधन के अधिकारियों को बार-बार जिला मुख्यालय जाना पड़ता है, सरकारी कामकाजों में तत्परता और दर्शिता रखने के उद्देश्य से आगामी समय में एक कैंप ऑफिस जिला मुख्यालय में खोला जाएगा। जिसके बाद सीएसआर के फण्ड से वहां के आसपास के इलाकों का भी उद्धार कराया जाएगा। लंबे समय से एनसीएल मुख्यालय के स्थानांतरण को लेकर अटकलों का बाजार गर्म था। मोरवा के ज्यादातर व्यापारी एनसीएल मुख्यालय व रिहायशी कॉलोनी पर ही निर्भर करते हैं। ऐसे में सीएमडी श्री पी के सिन्हा के इस बयान से स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी। बुधवार को एनसीएल मुख्यालय के सभागार में पत्रकारों से मुखातिब एनसीएल के सीएमडी श्री पी के सिन्हा ने बताया की *एनएच निर्माण का मुद्दा मिनिस्ट्री लेवल* तक ले जाया गया है। इसे शीग्र बनाने के प्रयास चल रहे हैं। बीते दिनों निर्माण में लगी *गमन इंडिया के जीएम* से भी इस मुद्दे पर चर्चा की गई है। रास्ता खराब होने के कारण एनसीएल के स्टेक होल्डर्स यहां आना भी नहीं चाहते हैं और यहां के रहवासियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
वहीं वार्ता से यह साफ हुआ कि जयंत सिंगरौली मार्ग पर प्रदूषण और जाम से लोगों को निजात फिलहाल अभी नहीं मिल सकेगी क्योंकि जयंत खदान से मोरवा कोल साइडिंग तक डेडीकेटेड रोड कॉरिडोर बनाने के काम अभी ठंडे बस्ते में चला गया है। उन्होंने बताया की वन विभाग द्वारा *साढे सात हेक्टेयर की जमीन का क्लीयरेंस अभी तक नहीं मिल* सका है, जिस कारण 3 किलोमीटर तक के रोड निर्माण का कार्य अभी अधूरा पड़ा है। गौरतलब है कि जून माह में एनजीटी के आदेश के बाद सड़क मार्ग से कोल परिवहन पूर्णता बंद कर दिया गया था। जिसके बाद एनसीएल द्वारा कोल साइडिंग तक कोयले की ढुलाई के लिए डेडीकेटेड रोड कॉरिडोर बनाने का निर्णय लिया गया था परंतु 4 माह बीत जाने के बाद भी इसका कार्य शुरू नहीं हो सका।
इससे पूर्व कंपनी के वित्त वर्ष की जानकारी देते हुए *सीएमडी श्री पी.के. सिन्हा, (तकनीकी/संचालन) श्री गुणाधर पाण्डेय एवं निदेशक (वित्त एवं कार्मिक) श्री एन.एन. ठाकुर* ने कहा है कि विगत कई वित्तीय वर्षों में अपने सभी कोयला उत्पादन एवं प्रेषण (डिस्पैच) लक्ष्यों को हासिल करके लक्ष्य प्राप्ति के नए कीर्तिमान स्थापित करने के बाद चालू वित्त वर्ष (2019-20) में भी एनसीएल अपने 106.25 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं प्रेषण के लक्ष्यों को समय से पूरा कर की दिशा में तेजी से अग्रसर है।

चालू वित्त वर्ष की अभी तक की कंपनी की उपलब्धियों एवं आगामी योजनाओं की तफसील से चर्चा करते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि हालिया मानसून के दौरान हुई भारी के बावजूद एनसीएल ने चालू वित्त वर्ष में अभी तक के अपने सभी लक्ष्य पूरे किए हैं और कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की सिरमौर कंपनी बनी हुई है। उन्होंने विशेष रूप से जानकारी दी कि कंपनी के कोयला उत्पादन एवं प्रेषण में काफी बढ़ोतरी के परिपेक्ष्य में कंपनी द्वारा सड़क मार्ग से किए जा रहे कोयला परिवहन को कम करने का कंपनी का पूरा प्रयास है।

साथ ही, उन्होंने कहा कि ब्लॉक-बी में नए सीएचपी के रेल से कनेक्ट होने, जयंत में 15 मिलियन टन एवं दुधीचुआ में 10 मिलियन टन के नए सीएचपी के निर्माण सहित रेलवे लाइन के दोहरीकरण एवं बिजलीकरण से आने वाले समय में रेल मार्ग से कोयला के परिवहन में बदोत्तरी होगी।
निदेशक (तकनीकी/संचालन) श्री गुणाधर पाण्डेय ने चालू वित्तीय वर्ष में एनसीएल की कोयला उत्पादन एवं प्रेषण से जुड़ी उपलब्धियों की जानकारी देते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2019-20 में 29 अक्टूबर तक एनसीएल ने 59.68 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया है, जोकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में किए गए में 56.44 मिलियन टन कोयला उत्पादन से लगभग 6 प्रतिशत अधिक है। एनसीएल के कोयला उत्पादन में हुई इस बढ़ोत्तरी में कंपनी के दो कोयला क्षेत्रों- खड़िया और दुधीचुआ का विशेष योगदान रहा है, जिन्होंने इस दौरान अपने कोयला उत्पादन में क्रमशः 23 प्रतिशत और 12 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्ज की है।

श्री पाण्डेय ने कहा कि कोयला उत्पादन की तरह एनसीएल के कोयला प्रेषण में भी वित्त वर्ष 2019-20 की पहली छमाही में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। चालू वित्त वर्ष में 29 अक्टूबर तक एनसीएल ने 59.94 मिलियन टन कोयला प्रेषण किया है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में किए गए 57.51 मिलियन टन कोयला प्रेषण से 4 प्रतिशत अधिक है। चालू वित्त वर्ष में एनसीएल ने 29 अक्टूबर तक दिए गए 58.61 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं प्रेषण लक्ष्यों को भी हासिल कर लिया है।

निदेशक (वित्त एवं कार्मिक) श्री एन॰ एन॰ ठाकुर ने कंपनी की अन्य उपलब्धियों एवं भावी योजनाओं पर मीडिया से व्यापक बातचीत की और बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में कंपनी की सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्यों पर लगभग 92 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है, जो वित्त वर्ष 18-19 में किए गए खर्च से लगभग 25 प्रतिशत अधिक है। कंपनी अपनी सीएसआर योजना के तहत स्थानीय विकास कार्यों में भी अपनी मजबूत भागीदारी के साथ तेजी से आगे बढ़ रही है। ट्रांसफॉर्म सिंगरौली मिशन के तहत सिंगरौली के जरूरतमंद गांवों में स्वास्थ्य, शिक्षा और आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराने की कंपनी की कोशिश लगातार जारी है।

साथ ही, उन्होंने कहा कि गत मई-जून में आयोजित हुए वार्षिक समर कैंप “आरोहण” ने इस वर्ष सफलता की नई कहानी लिखी, जिसमें एनसीएल कर्मियों एवं आस-पास के 19 वर्ष से कम उम्र के लगभग 2900 बच्चों ने खेल के अलावा संगीत, पत्रकारिता, फोटोग्राफी जैसी कई नई विधाओं का प्रशिक्षण लिया। कंपनी के मानव संसाधन को बढ़ाने की योजनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एनसीएल ने हाल ही में 892 पदों की एक बड़ी भर्ती प्रक्रिया सफलता पूर्वक संपन्न की है तथा कंपनी जल्द ही बड़ी संख्या में और भी नई भर्ती करने जा रही है। लगभग ढाई हजार शिक्षुता प्रशिक्षुओं (अप्रेंटिशिप ट्रेनी) के नए बैच के लिए मेधा सूची जारी हुई। कंपनी में शिक्षुता प्रशिक्षण का यह एक ऐतिहासिक पड़ाव है, क्योंकि देश के गिने-चुने संस्थान ही एक साथ इतनी बड़ी संख्या में शिक्षुता प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण देती है।
22:09

दिलीप पुर में कलश यात्रा के साथ विष्णु सहस्त्रनाम महायज्ञ का शुभारंभ



दिलीपपुर / प्रतापगढ़*
दिलीपपुर क्षेत्र के सई नदी तट पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर
 प्रकटेश्वर नाथ धाम पर अलख जन कल्याण एवं गौ सेवा न्यास के तत्वाधान में नौ दिवसीय विष्णु सहस्त्रनाम महायज्ञ को लेकर प्रथम दिवस भव्य कलश यात्रा आज बुधवार को निकाली गई। जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। छोटी काशी के नाम से प्रसिद्ध प्रकटेश्वर धाम सई नदी  के घाट पर कलश में जल भरा गया।  यज्ञ मंडप से  मुख्य यजमान अशुल्क दास द्वारा आचार्य विवेक त्रिपाठी,एवम् अयोध्या से आए हुए विद्वान आचार्य जनो ने मंत्रोच्चार कर  कलश पूजन कराया। पूजन के बाद भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने  मंत्रोच्चार संखनाद  और गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा  श्री गणेश मंदिर श्री शनिदेव मंदिर होकर संकट मोचन धाम  होते हुए पुन: यज्ञ मंडप पहुंची और कलश स्थापना किया गया एवम् आरती संपन्न हुई। आयोजन समिति के सदस्य राघवेन्द्र शुक्ल  ने बताया कि यज्ञ में प्रतिदिन दोपहर में कथा व शाम को  स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जाएगा। इस अवसर पर धर्मेन्द्र द्विवेदी नंदलाल पांडेय दीपू शुक्ला बबलू दुबे पंकज दुबे अनिल पांडेय मोहित तिवारी मोनू मिश्रा ओम दुबे सचिन दुबे अखिलेश दुबे , शनि तिवारी  एवम् भारी संख्या में महिलाएं व बच्चे उपस्थित रहे।
21:53

भाजपा मंडल अध्यक्ष के चुनाव में अपनाए गए तरीकों से नाराज दिखे जमीनी कार्यकर्ता




सिरौलीगौसपुर बाराबंकी । भाजपा मंडल अध्यक्ष सिरौलीगौसपुर के चुनाव को लेकर सुबह 10:00 बजे से शुरू हुई प्रक्रिया शाम तक चली । इस दौरान चुनाव प्रभारियों ने मंडल अध्यक्ष पद के दावेदारों का नामांकन पत्र जमा किया साथ ही नामांकन वापसी का पत्र भी जमा कराया गया ।
सिरौलीगौसपुर ब्लाक  मंण्डल अध्यक्ष पद के लिए आलोक कुमार सिंह बिजेंद्र प्रताप वर्मा सन्तोष पान्डेय उमेश निगम  मुकेश यादव पिताम्बर यादव सन्दीप कुमार वर्मा राजेश द्विवेदी शैलेन्द्र विश्वकर्मा  मनोज सोनी सहित दस लोगो ने नामांकन पर्चे दाखिल किया ।
चुनाव प्रभारी मीरा वर्षा सिन्हा एवं अलका मिश्रा नामांकन प्रक्रिया के बाद सभी बूथ अध्यक्षों से एक-एक कर अलग-अलग रायशुमारी किया! इसके बाद मंडल अध्यक्ष पद के 4 दावेदारों ने अपने नाम वापस ले लिए !कुल 6 उम्मीदवार मैदान में डटे हुए हैं कुसम एस यादव मनोज सोनी उमेश निगम आलोक सिंह के पर्चे वापस होने के बाद ने बताया चुनाव अधिकारियों ने बताया कि शेष उम्मीदवारों के नामों की रिपोर्ट तैयार कर जिला व प्रदेश संगठन को भेज दिया जाएगा वहीं से मंडल अध्यक्ष के चयन की घोषणा की जाएगी! दिन भर चली इस चुनावी प्रक्रिया के बावजूद मंडल अध्यक्ष के पद पर चयन न होने से निराश तमाम कार्यकर्ताओं ने इस चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाए! और मायूस होकर चले गए! दबी जुबान कार्यकर्ताओं ने इस प्रक्रिया पर अपना रोष भी जताया! इस मौके पर भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता रामफेर तिवारी कृष्णानंद अवस्थी राम सागर कनौजिया अजय प्रताप सिंह टीपू मेडी लाल मौर्या राजेश शंकर बाजपेई शेष नारायण पांडे राम कुमार वर्मा भाई लाल मिश्रा विजय अवस्थी रमन तिवारी गोपी चंद्र वर्मा सहित सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता  निरीक्षण भवन परिसर में मौजूद रहे ।
21:41

गोंडा पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में की गई विशेष किशोर इकाई की गोष्टी





गोंडा  ब्यूरो पवन कुमार द्विवेदी*

 पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में अपर पुलिस अधीक्षक गोण्डा श्री महेंद्र कुमार की अध्यक्षता में विशेष किशोर इकाई की गोष्ठी की गयी। जिसमें बच्चों के विरुद्ध हो रहे अत्याचारों में की जा रही कार्यवाहियों के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा की गयी। इस दौरान बच्चों द्वारा भीख मंगवाने से सम्बंधित प्रकरणों में भीख मंगवाने वालो के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करने के बारे में बताया गया। बाल विवाह से सम्बंधित सूचनाओं को गंभीरता से लेने के साथ दोषियों के विरुद्ध किशोर न्याय अधिनियम व बाल विवाह निषेध अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत कर दोषियों को अविलंब गिरफ्तार करने के साथ बच्चों को अपनी अभिरक्षा में लेकर बाल कल्याण अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करने के बारे में भी बताया गया। इसके साथ ही समस्त थानों में लम्बित नाबालिगों की गुमशुदगी व धारा 363 आईपीसी के प्रकरणों में त्वरित कार्यवाही कर निस्तारण करने के भी निर्देश सभी थानों के विशेष किशोर इकाई के प्रभारीगण को दिए गए। इसके अतिरिक्त बाल तस्करी जैसे गंभीर प्रकरणों में दोषियों के विरुद्ध भारतीय दण्ड संहिता व किशोर न्याय अधिनियम की सम्बंधित धाराओं के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत कर कार्यवाही करने व बाल श्रम के मामलों में गैर सरकारी संस्थाओं की सहायता लेकर बच्चे का बयान अभियुक्त की अनुपस्थिति में दर्ज कर बच्चें को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करने के सम्बंध में भी बताया गया।
     इस बैठक में विशेष पुलिस किशोर इकाई प्रभारी पी0एन0 तिवारी व विशेष किशोर इकाई से संबंधित अधिकारी/कर्मचारी आशीष मिश्रा, डी0टी0आर0पी0 नीतीश कुमार सोनी, राजेश कुमार यादव चेयरपर्सन सीडब्ल्यूसी, मनोज उपध्याय सीडब्ल्यूसी व समस्त थानों के विशेष किशोर इकाई के प्रभारीगण उपस्थित रहें।
20:59

स्विफ्ट डिजायर और अल्टो कार में आमने सामने भिड़ंत दो गंभीर रूप से घायल



उघैती (बदायूं) उघैती थाना क्षेत्र के बदायूं -बिजनौर हाइवे पर समीप गाँव चाचीपुर के भट्टे के सामने स्विफ्ट डिजायर और आल्टो कार में आमने -सामने हुई भिड़ंत में दोनों कारो के युवक घायल हो गए। जानकारी के अनुसार बुधवार को सुबह लगभग आठ बजे दो कारें आपस में भिड़ गई। बिल्सी की तरफ से आ रही आल्टो HR 06 M 0108 सवार शराब के नशे में धुत होकर इस्लामनगर की तरफ से आ रही शिफ्ट डिजायर UP 24 X 2653 कार में जोरदार मारी टक्कर। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहनों के अगले हिस्से बुरी क्षतिग्रस्त हो गए।
बिल्सी थाना क्षेत्र के ग्राम बन्नी ढकपुरा निवासी योगेंद्र (21) पुत्र वीरेंद्र, मोहित (30) पुत्र सौदान सिंह जो शिफ्ट डिजार से अपने गांव वापस आ रहे थे। तभी ग्राम सिरतोल निवासी ध्रुवपाल जाटव की गाड़ी बताई जा रही है जो अपने अल्टो गाड़ी से कहीं बाहर जा रहे थे। जिसमें अल्टो बिल्सी की तरफ से आ रही थी और स्विफ्ट डिजार इस्लाम नगर की तरफ जैसे ही दोनों गाड़ी चाचीपुर भट्टे के पास पहुंची तो अल्टो गाड़ी का बैलेंस बिगाड़ जाने से आमने-सामने भिड़ंत हो गई और गाड़ियों के परखच्चे उड़े गए जिससे दोनों गांवों के लोग गंभीर रूप से घायल हो गए तभी राहगीरों ने डायल100 को सूचना दी साथ ही सूचना मिलने पर उघैती थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और 108 नंबर एंबुलेंस कॉल करने पर नही पहुँची तो डायल100  पीआरवी1319 के द्वारा बिल्सी सीएचसी केंद्र पर पहुचाए गए। और साथ ही शिफ्ट डिजायर वालो को मामूली चोट आने से  उघैती में निजी अस्पताल में ही भर्ती कराया।
19:16

दिल्ली सरकार की न्यूनतम वेतन 14842 रुपए प्रतिमाह करने की घोषणा



सीपीआई(एम) की दिल्ली राज्य कमेटी AAP सरकार द्वारा अकुशल श्रमिकों का  मासिक न्यूनतम वेतन बढ़ाकर 14,842 रुपये प्रति माह तय करने की घोषणा का स्वागत करती है। इसके साथ ही अर्ध-कुशल एवं कुशल श्रमिकों के वेतन में वृद्धि  का भी स्वागत है। मजदूरों के न्यूनतम वेतन में हुई यह बढ़ोत्तरी दिल्ली के वामपंथी ट्रेड यूनियनों एवं श्रमिकों के लंबे संघर्षों तथा दिल्ली उच्च न्यायालय व उच्चतम न्यायालय में उनके द्वारा की गई कानूनी लड़ाई का परिणाम है। माकपा इस जीत के लिए दिल्ली के मजदूरों को हार्दिक बधाई देती है।

दिल्ली सरकार द्वारा अधिसूचित 14,842 रुपये प्रति माह न्यूनतम मजदूरी भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित न्यूनतम मजदूरी से एकदम उलट है। केंद्र की भाजपा सरकार ने कोड-ऑन-वेजेस बिल 2019 में राष्ट्रीय स्तर पर न्यूनतम मजदूरी 4,628 रुपये प्रति माह (178 रुपए प्रति दिन) तय करना प्रस्तावित किया है। इससे भाजपा और उसकी केंद्र सरकार का मजदूर विरोधी चेहरा और चरित्र बेनकाब होता है।

नए न्यूनतम वेतन अधिसूचना का स्वागत करते हुए, माकपा इस तथ्य को भी रेखांकित करती है कि दिल्ली के श्रमिकों के विशाल बहुमत को न्यूनतम वेतन नहीं मिल रहा  है। दिल्ली राज्य सरकार द्वारा दिसंबर 2018 में 'मिशन न्यूनतम मजदूरी' – के तहत किए गए सर्वेक्षण से इस बात की पुष्टि होती है।  इस सर्वेक्षण के निष्कर्षों से पता चलता है कि दिल्ली में 98% मजदूरों को न्यूनतम वेतन नहीं मिल रहा।

यह राज्य सरकार द्वारा न्यूनतम मजदूरी को लागू करने के लिए अपेक्षित मशीनरी खड़ा करने  के किसी गंभीर प्रयास के अभाव का परिणाम है। दिल्ली के श्रम विभाग में मुलाजिमों की भारी कमी है। दिल्ली के 31 औद्योगिक क्षेत्रों में अभी सिर्फ 15 श्रम निरीक्षक हैं। हम मांग करते हैं कि नए न्यूनतम मजदूरी के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक औद्योगिक क्षेत्र में कम से कम एक श्रम निरीक्षक तैनात किया जाए। राज्य सरकार को श्रम विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को रोकने के लिए भी कदम उठाने चाहिए। माकपा आगाह करती है कि यदि न्यूनतम मजदूरी को लागू करने में राज्य सरकार द्वारा किसी भी तरह की आनाकानी हुई तो उसे   दिल्ली के लाखों मजदूरों के गुस्से का सामना करना पड़ेगा।

    के एम तिवारी
(दिल्ली राज्य सचिव)

                                      Press Release                  30th October, 2019

New Minimum Wages - A Victory of the Working Class Struggles in Delhi

The CPI (M) Delhi State Committee welcomes the announcement of the AAP Government fixing monthly minimum wage of unskilled workers at Rs. 14,842. It also welcomes enhancement in wages of semi-skilled and skilled workers. This is the result of prolonged struggles by the Left trade unions and workers of Delhi as well as the successful legal fight waged by them in the Delhi High Court and Supreme Court. The CPI (M) heartily congratulates the workers of Delhi for this victory. 

The minimum wage of Rs. 14,842 per month notified for Delhi stands in sharp contrast to the National Floor Level Minimum Wage of Rs 4,628 per month (Rs. 178 per day) proposed by the Central BJP Government as part of the Code on Wages Bill 2019. This exposes the anti-worker character of the BJP and its Central Government.

While welcoming the new minimum wage notification, the CPI(M) would like to underline the fact that the overwhelming majority of Delhi’s workers do not get minimum wages. This is starkly borne out by the survey of establishments and firms undertaken by the Labour Department, Government of NCT of Delhi under the name of ‘Mission Minimum Wages’ in December 2018. Its findings showed that minimum wages were not being implemented in 98% of the cases.

This is the result of lack of any serious attempt by the State Government to put in place the requisite machinery to enforce implementation of minimum wages. The Labour Department in Delhi is grossly understaffed. There are currently just 15 labour enforcement officers in the 31 industrial areas in Delhi. We demand that at least one such officer be posted in each of these industrial areas to ensure implementation of the new minimum wages. The State Government must also take steps to curb rampant corruption in the Labour Department. The State Government will have to face the wrath of the working class of Delhi if the criminal neglect in implementing minimum wages is not put an end to. 

K M Tiwari
(Secretary)
18:52

दुद्धी कस्बे में छठ की तैयारियां जोरों पर घाट की सफाई में युवाओं ने लिया बढ़-चढ़कर हिस्सा



दुद्धी-कस्बे से सटे गांव खजुरी स्थित ठेमा नदी शिव  मंदिर पर वर्षो से चली आ रही डाला छठ की तैयारियों में बुधवार  को सुबह दर्जनों युवाओ ने हाथ बढ़ाये और खुद फावड़ा व झाड़ू ले कर साफ सफाई में जूट गए। ठेमा नदी के  जल धारा में सैकड़ो महिलाओ द्वारा छठ पूजा का व्रत प्रति वर्ष होता आ रहा है व्रतधारी महिलाओ के लिए सरोवर घाट की साफसफाई, सुस्सजित व मन्दिर के रंगरोगन का कार्य शुरू कराया गया जिसमें युवाओ ने साफसफाई पूरे दिन किया साथ जेसीबी के द्वारा छठ घाट के समतलीकरण के कार्य को कराया गया साथ ही सरोवर की साफ सफाई भी की गई साफसफाई के दौरान दर्जनों युवकों ने सरोवर में जा कर कूड़े ,घास इत्यादि को बाहर निकाला जिससे स्वच्छता बनी रही दीपक गुप्ता युवा समाज सेवी   ने बताया कि इस बार छठ का कार्यक्रम उत्साह पूर्वक माहौल में मनाया जाएगा जिसकी तैयारी चल रही है  साथ ही छठ घाट को सुस्सजित व व्यवस्थित रखने के लिए टेंट व लाइटिंग की व्यवस्था की जा रही है।उन्होंने बताया कि इस वर्ष करीब 200 व्रतधारी महिलाये गांव की घाट पर आएंगी।बतादे कि प्रकृति उपासना आस्था विश्वास के पर्व डाला छठ पर्व का रंग बाजारों पर चढ़ने लगा है। छठी मइया के गीतों के साथ ही लोग इसकी तैयारी में पूरे मनोयोग से जुट गये हैं। सूर्य षष्ठी के चार दिनी इस महापर्व को लेकर विभिन्न क्षेत्रों में लोग काफी उत्साहित हैं। कोई छठ घाट की सफाई करते तो कोई जलाशयों की सफाई करता नजर आ रहा है। गुरुवार से नहाय खाय के साथ चार दिवसीय इस छठ की शुरुआत होगी।

  इस बीच छठ पूजा सेवा समिति खजुरी सभी युवा कायकर्ता मौजूद
सूर्यमणि गुप्ता ,
दीपक शर्मा ,सोनू कुमार शर्मा ,मुकेश गुप्ता , चन्दन कुमार , राहुल गुप्ता, सुभाष गुप्ता , छोटू शर्मा, प्रदीप शर्मा, मनोज शर्मा, रिशु शर्मा, सोनू शर्मा दीपक शर्मा, कन्हैया शर्मा, राजेन्द्र अग्रहरि, दिनेश शर्मा ,सगम गुप्ता,सोनू शर्मा, नीतीश गुप्ता, उमेश शर्मा वह समस्त ग्राम वासी
18:36

सीएमपीडी आईएल के निदेशक चुने गए एसके गोमस्ता



कोयला उत्पादन एवं प्रेषण (डिस्पैच) सहित कंपनी को दिए गए सभी लक्ष्यों की प्राप्ति में उल्लेखनीय प्रदर्शन कर रही भारत सरकार की मिनी रत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफीलड्स लिमिटेड (एनसीएल) के निगाही कोयला क्षेत्र के महाप्रबंधक श्री एस॰ के॰ गोमस्ता का चयन कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिज़ाइन इंस्टीट्यूट लिमिटेड (सीएमपीडीआईएल) के निदेशक (तकनीकी) पद के लिए हुआ है। लोक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) ने बुधवार को श्री गोमस्ता के नाम की अनुशंसा इस पद के लिए की। एनसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) श्री पी.के. सिन्हा एवं निदेशक मंडल सहित समस्त एनसीएल परिवार ने श्री गोमस्ता को हार्दिक बधाई दी है।

कोल इंडिया लिमिटेड की विभिन्न अनुषंगी कंपनियों में ओपनकास्ट एवं अंडरग्राउंड कोल माइनिंग के क्षेत्र में 33 वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाले श्री गोमस्ता रायपुर इंजीनियरिंग कॉलेज, रायपुर से माइनिंग ग्रेजुएट हैं। साथ ही, उन्होंने मैटेरियल मैनेजमेंट (सामग्री प्रबंधन) की पढ़ाई भी की है। एनसीएल में निगाही कोयला क्षेत्र से पहले वे कंपनी के अमलोरी, ब्लॉक-बी और झिंगुरदा कोयला क्षेत्रों के महाप्रबंधक रह चुके हैं और उनकी कार्यअवधि में इन कोयला क्षेत्रों ने उत्पादन एवं उत्पादकता में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की। उनके कार्यकाल में वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान 18.48 मिलियन टन कोयला उत्पादन के साथ निगाही क्षेत्र एनसीएल का सबसे अधिक कोयला उत्पादन करने वाला कोयला क्षेत्र रहा।

अपनी अद्भुत प्रशासनिक एवं प्रबंधकीय क्षमताओं के लिए जाने जाने वाले श्री गोमस्ता ने वर्ष 2012 से 2017 के बीच बतौर महाप्रबंधक अपने कार्यकाल के दौरान एनसीएल के झिंगुरदा क्षेत्र का पुनर्निर्माण किया। इस दौरान वर्ष 2015 में क्षेत्र ने 145.5 प्रतिशत की शानदार वृद्धि के साथ 203.17 करोड़ रुपए का लाभ अर्जित किया। उनके कार्यकाल के दौरान ही झिंगुरदा खदान ने सर्वाधिक अवधि के लिए दुर्घटना रहित रहने और दुर्घटना की सबसे कम दर रखने के लिए भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति के हाथों 02 राष्ट्रीय खान सुरक्षा पुरस्कार भी हासिल किए।

ब्लॉक-बी क्षेत्र के महाप्रबंधक रहने के दौरान क्षेत्र के 01 मिलियन टन के बड़े कोल स्टॉक को मात्र 06 माह की अवधि में समाप्त करने की उनकी सफलता को चहुंमुखी प्रशंसा मिली। 

अत्याधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से कोयला उत्पादन एवं उत्पादकता को बढ़ाए जाने पर विशेष जोर देने वाले श्री गोमस्ता के अमलोरी क्षेत्र के महाप्रबंधकीय कार्यकाल के दौरान क्षेत्र ने नई तकनीकों के सहारे बॉटम सीम से कोयला उत्पादन में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी दर्ज की। साथ ही, इस दौरान अमलोरी एवं निगाही खदानों की सीमा में फंसे 2.5 मिलियन टन कोयले को निकालने में अहम भूमिका निभाने के लिए भी उनकी ख़ासी तारीफ हुई। 

श्री गोमस्ता वित्तीय वर्ष 2013-14 के दौरान ‘एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम’ में हिस्सा लेने के लिए फ्रांस एवं स्विट्ज़रलैंड का दौरा भी कर चुके हैं।

गौरतलब है कि एनसीएल की हालिया उपलब्धियों में सहभागी रहे कंपनी के कोयला क्षेत्रों के महाप्रबंधकों का चयन अब निदेशक पद के लिए हो रहा है। पिछले कुछ समय में खड़िया क्षेत्र के महाप्रबंधक रहे श्री एम॰ के॰ प्रसाद एसईसीएल के निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना), निगाही कोयला क्षेत्र के महाप्रबंधक रहे श्री ए.के. चौधरी डब्ल्यूसीएल के निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) और अमलोरी क्षेत्र के महाप्रबंधक रहे श्री एस.के. झा ईसीएल के निदेशक (तकनीकी/संचालन) बने हैं।
18:21

बदायूँ के ककोड़ा में गंगा की मुख्यधारा में दीपदान करते गायत्री परिवार के लोग




मेला ककोड़ा में गंगा की मुख्य धारा में दीपदान करते गायत्री परिजन और श्रद्धालु।दिव्य भावों से बनाए मां गंगा को निर्मल: संजीवमेला ककोड़ा: अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे निर्मल गंगा जन अभियान के अंतर्गत गायत्री परिजनों ने गंगा को स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया। शाम को सूर्यास्त के समय गंगा किनारे दीपयज्ञ किया। दीपकों की झिलमिलाती रोशनी आकर्षण का केंद्र रही। ओम और स्वास्तिक भव्य रूप से सजाए गए। गायत्री परिजनों ने लोक कल्याण के लिए गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र की विशेष आहुतियां समर्पित की। संजीव कुमार शर्मा ने वेदमन्त्रोच्चारण कर मां गंगा का पूजन कराया। दीपदान के बाद मां गंगा के विराट स्वरूप की आरती की।
गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि मृत शरीर, कचरा, वासी फूल, नालों का जल मल, प्लास्टिक आदि को गंगा में प्रवाह न करें। पवित्रता और दिव्य भावों से माँ गंगा को निर्मल बनाने का संकल्प लें। श्रेष्ठ जीवन की कल्पना को साकार करें। शिक्षक वीरेंद्र कुमार ने कहा कि निर्मल गंगा के अविरल प्रवाह से भारतीय संस्कृति और सभ्यता जुड़ी है। गंगा मां है और मां का संरक्षण ही जीवन दे सकता है। प्रकृति की गोद में खेले कूदें लेकिन उसकी अनुपम सौंर्दयता को कम न होने दें।
रमेश अग्रवाल ने कहा कि मेले में ठोस एवं तरल कचरे को नाडेप वर्मी कम्पोस्ट तकनीकी से खाद बनाने उपयोग में लिया जाएगा। अंजुल पटेल ने कहा अधिकारियों के निर्देशानुसार ग्राम पंचायत द्वारा व्यवस्था की जाएगी।
श्रद्धालुओं ने ओम औरस्वातिक के रूप सजे दीप प्रज्ज्वलित किये। मां गंगा की विराट आरती के बाद दीपदान किया।
इस मौके पर तुषार पाराशरी, अंशुल शर्मा, विवेक शर्मा, करन शर्मा, सुरेंद्र पाल सक्सेना, अजय सारस्वत आदि मौजूद रहे।
17:25

चालू वित्त वर्ष में लक्ष्य को पाने की दिशा में तेजी से अग्रसर एनएसडीएल

चालू वित्त वर्ष के लक्ष्यों को पाने की दिशा में तेजी से अग्रसर

भारत सरकार की मिनी रत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) श्री पी.के. सिन्हा ने कहा है कि विगत कई वित्तीय वर्षों में अपने सभी कोयला उत्पादन एवं प्रेषण (डिस्पैच) लक्ष्यों को हासिल करके लक्ष्य प्राप्ति के नए कीर्तिमान स्थापित करने के बाद चालू वित्त वर्ष (2019-20) में भी एनसीएल अपने 106.25 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं प्रेषण के लक्ष्यों को समय से पूरा कर की दिशा में तेजी से अग्रसर है। श्री सिन्हा बुधवार को एनसीएल मुख्यालय में मीडिया से मुखातिब थे। इस अवसर पर उनके साथ कंपनी के निदेशक (तकनीकी/संचालन) श्री गुणाधर पाण्डेय एवं निदेशक (वित्त एवं कार्मिक) श्री एन.एन. ठाकुर भी उपस्थित थे।

चालू वित्त वर्ष की अभी तक की कंपनी की उपलब्धियों एवं आगामी योजनाओं की तफसील से चर्चा करते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि हालिया मानसून के दौरान हुई भारी के बावजूद एनसीएल ने चालू वित्त वर्ष में अभी तक के अपने सभी लक्ष्य पूरे किए हैं और कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की सिरमौर कंपनी बनी हुई है। उन्होंने विशेष रूप से जानकारी दी कि कंपनी के कोयला उत्पादन एवं प्रेषण में काफी बढ़ोतरी के परिपेक्ष्य में कंपनी द्वारा सड़क मार्ग से किए जा रहे कोयला परिवहन को कम करने का कंपनी का पूरा प्रयास है।

साथ ही, उन्होंने कहा कि ब्लॉक-बी में नए सीएचपी के रेल से कनेक्ट होने, जयंत में 15 मिलियन टन एवं दुधीचुआ में 10 मिलियन टन के नए सीएचपी के निर्माण सहित रेलवे लाइन के दोहरीकरण एवं बिजलीकरण से आने वाले समय में रेल मार्ग से कोयला के परिवहन में बदोत्तरी होगी। श्री सिन्हा ने जानकारी दी कि एनसीएल सिंगरौली-सीधी, सिंगरौली-औड़ी एवं औड़ी-शक्तिनगर मार्गों के निर्माण से जुड़ी समस्याओं को सुलझाने में हरसंभव सहयोग दी रही है और इन मार्गों के त्वरित निर्माण हेतु हर सक्षम स्तर पर मजबूती से प्रयास कर रही है।

निदेशक (तकनीकी/संचालन) श्री गुणाधर पाण्डेय ने चालू वित्तीय वर्ष में एनसीएल की कोयला उत्पादन एवं प्रेषण से जुड़ी उपलब्धियों की जानकारी देते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2019-20 में 29 अक्टूबर तक एनसीएल ने 59.68 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया है, जोकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में किए गए में 56.44 मिलियन टन कोयला उत्पादन से लगभग 6 प्रतिशत अधिक है। एनसीएल के कोयला उत्पादन में हुई इस बढ़ोत्तरी में कंपनी के दो कोयला क्षेत्रों- खड़िया और दुधीचुआ का विशेष योगदान रहा है, जिन्होंने इस दौरान अपने कोयला उत्पादन में क्रमशः 23 प्रतिशत और 12 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्ज की है।

श्री पाण्डेय ने कहा कि कोयला उत्पादन की तरह एनसीएल के कोयला प्रेषण में भी वित्त वर्ष 2019-20 की पहली छमाही में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। चालू वित्त वर्ष में 29 अक्टूबर तक एनसीएल ने 59.94 मिलियन टन कोयला प्रेषण किया है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में किए गए 57.51 मिलियन टन कोयला प्रेषण से 4 प्रतिशत अधिक है। चालू वित्त वर्ष में एनसीएल ने 29 अक्टूबर तक दिए गए 58.61 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं प्रेषण लक्ष्यों को भी हासिल कर लिया है।

निदेशक (वित्त एवं कार्मिक) श्री एन॰ एन॰ ठाकुर ने कंपनी की अन्य उपलब्धियों एवं भावी योजनाओं पर मीडिया से व्यापक बातचीत की और बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में कंपनी की सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्यों पर लगभग 92 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है, जो वित्त वर्ष 18-19 में किए गए खर्च से लगभग 25 प्रतिशत अधिक है। कंपनी अपनी सीएसआर योजना के तहत स्थानीय विकास कार्यों में भी अपनी मजबूत भागीदारी के साथ तेजी से आगे बढ़ रही है। ट्रांसफॉर्म सिंगरौली मिशन के तहत सिंगरौली के जरूरतमंद गांवों में स्वास्थ्य, शिक्षा और आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराने की कंपनी की कोशिश लगातार जारी है।

साथ ही, उन्होंने कहा कि गत मई-जून में आयोजित हुए वार्षिक समर कैंप “आरोहण” ने इस वर्ष सफलता की नई कहानी लिखी, जिसमें एनसीएल कर्मियों एवं आस-पास के 19 वर्ष से कम उम्र के लगभग 2900 बच्चों ने खेल के अलावा संगीत, पत्रकारिता, फोटोग्राफी जैसी कई नई विधाओं का प्रशिक्षण लिया। कंपनी के मानव संसाधन को बढ़ाने की योजनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एनसीएल ने हाल ही में 892 पदों की एक बड़ी भर्ती प्रक्रिया सफलता पूर्वक संपन्न की है तथा कंपनी जल्द ही बड़ी संख्या में और भी नई भर्ती करने जा रही है। लगभग ढाई हजार शिक्षुता प्रशिक्षुओं (अप्रेंटिशिप ट्रेनी) के नए बैच के लिए मेधा सूची जारी हुई। कंपनी में शिक्षुता प्रशिक्षण का यह एक ऐतिहासिक पड़ाव है, क्योंकि देश के गिने-चुने संस्थान ही एक साथ इतनी बड़ी संख्या में शिक्षुता प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण देती है।
17:02

बीमारियों का मूल कारण गंदगी और प्लास्टिक आरके भारती



बीजपुर(सोनभद्र):आज के परिवेश में सामने आ रही विभिन्न प्रकार की बीमारियों का मूल कारण अस्वच्छता एवं प्लास्टिक है ,लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए प्रेस क्लब बीजपुर द्वारा चलाया जा रहा विद्यालय स्वच्छता महाअभियान एवं प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान सराहनीय है l उक्त बातें बुधवार को प्रेस क्लब के विद्यालय स्वच्छता अभियान के दसवें दिन प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय धरतीडॉड़ पर मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित जिला पंचायत राज अधिकारी सोनभद्र डॉ आर के भारती ने उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा l उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि जनपद सोनभद्र के सभी ग्राम पंचायतों में  सामुदायिक शौचालयों का निर्माण  जल्द ही प्रारंभ कराया जाएगा l ग्राम प्रधानों से  इसके लिए  प्रस्ताव मांगे जा रहे हैं l प्रेस क्लब के विद्यालय स्वच्छता  महाअभियान  को गति प्रदान करते हुए  डीपीआरओ श्री भारती ने  कहा कि जरहां न्याय पंचायत के सभी विद्यालयों पर  सफाई कर्मियों की टोली भेजकर  स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा जिसकी निगरानी ब्लॉक स्तर पर एडीओ पंचायत राम उदय यादव करेंगे l प्रेस क्लब के अध्यक्ष विनोद गुप्ता द्वारा उपस्थित ग्रामीणों को विद्यालय स्वच्छता महाअभियान  के उद्देश्यों से अवगत कराते हुए  जन-जन को अभियान में शामिल होकर  सहयोग करने का  अनुरोध किया गया l इससे पहले मुख्य अतिथि डीपीआरओ श्री भारती ,विशिष्ट अतिथि आर एस एस के जिला प्रचारक ओम प्रकाश  जी  , भाजपा नेता दिवाकर चौबे ,एडीओ पंचायत  राम उदय यादव  ,लेखाकार  गजेंद्र पांडे व पूर्व जिला पंचायत सदस्य  रामप्रसाद का  पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया l विद्यालय के बच्चों द्वारा  स्वागत गीत की प्रस्तुति के बाद कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को  स्वच्छता एवं प्लास्टिक मुक्त भारत  अभियान  की शपथ दिलाई गई l कार्यक्रम में उपस्थित  अतिथियों  एवं प्रेस क्लब के सदस्यों  सहित  अध्यापकों  आंगनवाड़ी सदस्य  एवं ग्रामीणों द्वारा  विद्यालय प्रांगण  में झाड़ू  एवं फरसे की सहायता से  स्वच्छता अभियान चलाया गयाl
 उक्त अवसर पर  ग्राम प्रधान श्यामलाल ,समाजसेवी अशोक सिंह  ,शिक्षक अनिल यादव , नारायण दास गुप्ता  ,जयदीप सहित प्रेस क्लब के अधिवक्ता आलोक सिंह  ,कमलेश कमल ,श्याम कार्तिक दुबे ,रामजीयावन गुप्ता ,राहुल तिवारी , रघुराज प्रताप सिंह ,रामप्रवेश  गुप्ता , रविंद्र पांडे,  प्रिंस सिन्हा ,संजय उपस्थित रहे lप्रेस क्लब के महामंत्री  रविंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि विद्यालय स्वच्छता महाअभियान का अगला कार्यक्रम म्योरपुर ब्लाक के महरीकला ग्राम पंचायत में शुक्रवार को संपन्न होगा l