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Wednesday, 30 September 2020

06:16

महिला भाजपा नेता की गिरफ्तारी के बाद खुलने लगे कई राज TNI

सवाई माधोपुर@ रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। बहुचर्चित भाजपा नेत्री पूर्व महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष सुनीता वर्मा जो की नाबालिग को देह व्यापार के धंधे में धकेलने के आरोप में पुलिस हिरासत में चल रही है, के मामले में मंगलवार को पुलिस ने कलेक्ट्रेट के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी श्योराम मीणा को पूछताछ के बाद हिरासत में लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार श्योराम मीणा  सुनीता वर्मा के किराये के मकान पर नाबालिग लड़की के साथ भाजपा नेत्री के इशारे पर कई बार दुष्कर्म कर चुका है। यह कार्यवाही पुलिस ने नाबालिग लड़की के बयान एवं सुनीता की निशानदेही पर की है। टोंक जिले के अलीगढ़ निवासी श्योराम मीणा खैरदा स्थित मधुबन काॅलोनी में किराये के मकान में रहता है।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में सुनीता वर्मा के साथ ही एफसीआई कर्मचारी हीरालाल मीणा को गिरफ्तार किया गया था। इसके मामले में जिला उद्योग केन्द्र में कार्यरत एक लिपिक संदीप शर्मा गौतम काॅलोनी सवाई माधोपुर को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस सारे घटनाक्रम को देखने के बाद लगता है कि भाजपा नेत्री रही सुनीता वर्मा के तार कई सरकारी कर्मचारियों और राजनेताओं से जुड़े होने की प्रबल संभावना है।
इस सारे घटनाक्रम के बारे में अभी तक पुलिस की तरफ से कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी जा रही है। किन्तु मिली जानकारी के अनुसार सुनीता वर्मा के खिलाफ महिला पुलिस थाने में एक नाबालिग को हवस का शिकार बनवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया। इस मामले की जांच ओमप्रकाश सोलंकी महिला प्रकोष्ठ अनुसंधान अधिकारी द्वारा की जा रही है।

 

उल्लेखनीय है कि सुनीता वर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के अगले ही दिन भाजपा जिलाध्यक्ष डाॅ. भरतलाल मथुरिया ने सुनीता वर्मा को महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष पद से हटा दिया था।
06:14

सफाई कर्मियों ने जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन TNI

सवाई माधोपुर / चौथ का बरवाड़ा@ रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा । चौथ का बरवाड़ा पंचायत समिति क्षेत्र के शिवाड़ कस्बे के वाल्मिकी समाज के सफाई कर्मचारियो ने जिला कलेक्टर सवाई माधोपुर को ज्ञापन सौपकर ग्राम पंचायत सरपंच एवं ग्राम विकास अधिकारी शिवाड़ की मन गढन्त आरोपों की जानकारी दी है। ज्ञापन की एक प्रतिलिपी क्षैत्रीय विधायक अशोक बैरवा को भी दी गई है, जिस पर विधायक बैरवा ने तुरन्त कार्यवाही करते हुए जिला कलेक्टर से समस्या का समुचित समाधान करने की बात कही है।
सफाई कर्मचारी मुकेश हरिजन, श्यामलाल हरिजन, रानी देवी, लाड देवी ने बताया कि ग्राम पंचायत शिवाड़ मे लगभग 15-20 वर्षों से वाल्मिकी समाज नाम मात्र मानदेय पर सफाई का कार्य करके अपने परिवार का भरण पौषण कर रहे थे। किन्तु ग्राम पंचायत शिवाड़ विकास अधिकारी जितेन्द्र शर्मा ने सरपंच महोदय को दबाव मे लेकर वाल्मिकी समाज सफाई कर्मचारियो को मानदेय बढ़ाने की बात को नजर अंदाज करते हुए सभी 30-35 सफाई कर्मियो को 21 अगस्त से पंचायत से कार्य से हटाकर रोजगार छीन लिया। ऐसे में हमारे परिवार वालों के खाने पीने की व्यवस्था में भी समस्या उत्पन्न हो गई। सफाई कर्मचारियो ने इसकी गुहार पंचायत समिति चौथ का बरवाड़ा विकास अधिकारी राम अवतार मीणा को करते हुए वस्तुस्थिति से अवगत कराया था। उन पर भी ग्राम पंचायत शिवाड़ विकास अधिकारी जितेन्द्र कुमार शर्मा द्वारा मनगढन्त आरोप लगाये गये हैं। सफाई कर्मियो ने शिवाड़ पंचायत ग्राम विकास अधिकारी जितेन्द्र कुमार शर्मा द्वारा लगाये गये सभी आरोप मन गढन्त बताया है।
05:31

सपा नेताओं ने सौंपा उप जिलाधिकारी को ज्ञापन

जनपद खीरी जिला अधिकारी की उपस्थिति न होने के कारण के सम्बंध मैं सौपा ज्ञापन उपजिलाधिकारी को 
मा० श्री रविप्रकाश वर्मा राज्यसभा सांसद राष्ट्रीय महासचिव समाजवादी पार्टी जी के दिशा निर्देश पर गोला क्षेत्र से जुड़ी समस्या आधार कार्ड की जो सैकड़ो मैं लाइन लगती हैं कोरोना जैसी खतरनाक बीमारी मैं जिनका कोई समाधान नहीं हैं मेरा कहना हैं कि आधार कार्ड सेंटर बढ़ाये जिससे क्षेत्र वासियों को नए आधार कार्ड संशोधन करवाने हुते मैं दिक्कत ना आएं अगर इसको प्रशासन ध्यान में रखतें हुए निर्णय नहीं लेगा तो हम समाजवादी लोग इस मुद्दें को लैकर धरना प्रदर्शन करेंगे गोला क्षेत्र की जनता से जुड़ी ये आधार कार्ड की समस्या खत्म की जाएं गोला नगर मैं सेंटर बढाये जाएं 
#दीपक पटेल निववर्तमान 139 विधानसभा अध्यक्ष समाजवादी युवजन सभा गोला खीरी नगर अध्यक्ष समाजवादी पार्टी वारिस अली अलीअंकित वर्मा पुनीत कुमार उर्फ पंकज विवेक वर्मा सुभाष वर्मा सोमचंद प्रजापति
05:27

मृतक रामचरण गौड़ के परिजनों को मुआवजा एवं सरकारी नौकरी दिलाने की मांग को लेकर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

 सवाई माधोपुर / गंगापुर सिटी@ रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा । गंगापुर सिटी उपखंड मुख्यालय पर बुधवार को पिछले दिनों 28 अगस्त 2020 को रामचरण पुत्र रामफूल गौड़ ब्राम्हण की ग्राम उदेई कलां मे पानी की समस्या को लेकर टंकी से कूदने के कारण मृत्यु हो गई।
इस बात को लेकर आज पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर के नेतृत्व में ग्राम वासियों एवं मृतक रामचरण के परिजनों के द्वारा जिला कलेक्टर सवाई माधोपुर के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में रामचरण की मृत्यु जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग(P.H.E.D) के एवं पुलिस विभाग की लापरवाही के कारण होना बताया गया है। 
ज्ञापन में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (P.H.E.D) द्वारा टंकी पर गेट नही लगाने एवं पुलिस द्वारा मृतक को बचाने हेतु जाल आदि का कोई प्रबंधन नही करने पर भी रोष प्रकट करते कहा, कि मृतक को उत्तेजित किया गया जिससे उसने टंकी से कूदकर जान दे दी।ज्ञापन में मृतक के परिवार के लिए सहायता एवं सरकारी नौकरी की मांग करते हुए।इस घटना क्रम की जाँच की मांग की है।
ज्ञापन देने वालो में गिर्राज सिंह चौहान, कुलदीप गौड़, प्रभूदयाल शर्मा, हरि सिंह खारवाल,गोलू गौड़, गोविन्द शर्मा, अशोक, असफाक,राजकुमार ,मकसूद मैनेजर, हरी सिंह, रमेश,योगेंद्र राजपूत, बनवारी लाल चौहान, सलाम,काडु भाई, मुफ़ीद अहमद, संतोष, राजेश सहित मृतक की दोनों बच्चीयों,बहिन एवं दोनों लड़के उपस्थित थे।
05:25

एबीवीपी ने महिला सुरक्षा एवं बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

सवाई माधोपुर/ गंगापुर सिटी @ रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा।जिले के गंगापुर सिटी उपखण्ड मुख्यालय पर बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई गंगापुर सिटी की ओर से राजस्थान राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री के नाम उप जिला कलेक्टर गंगापुर सिटी को ज्ञापन सौंपा गया। एबीवीपी के जिला सह संयोजक सीताराम गुर्जर ने बताया कि कुछ दिन पहले जयपुर में झुझुनूं की एक युवती की दिनदहाड़े चाकू गोदकर और गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं राजस्थान प्रदेश में आए दिन घटित हो रही हैं, जो कि इस कमजोर कानून-व्यवस्था को दर्शाती है.गौरतलब है कि जयपुर के राजा पार्क में एक सिरफिरे ने बात करने का दबाव बनाकर झुंझुनू के नवलगढ़ की छात्रा से बदतमीजी की थी. उसके बाद छात्रा के मना करने पर वह पहले उस पर चाकू से वार किया उसके बाद देसी कट्टे से गोली मार दी थी.वहीं, एबीवीपी की ओर से मांग की गई है, कि राज्य की कानून व्यवस्था में सुधार करते हुए अपराधियों को सख्त से सख्त सजा मिले और युवती के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। इस अवसर पर अजय जोरवाल नगर सोशल मीडिया प्रमुख, दीपांशु गोठवाल नगर कार्यालय मंत्री, तनुज सैनी नगर एसएफएस प्रमुख , मनोज पंडीत पूर्व नगर सह मंत्री,राजेन्द्र सैनी,भूपेंद्र गुर्जर,तरुण पंडित आदि भी उपस्थित थे
05:22

पीड़ित परिवार से मिला क्षत्रिय महासभा का प्रतिनिधि मंडल tap news


स्थापना दिवस के अवसर पर क्षत्रिय उत्पीड़न के विरुद्ध तय की गई रणनीति के क्रम में क्षत्रिय महासभा बदायूँ का एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ सुशील कुमार सिंह के नेतृत्व में बिसौली तहसील के ग्राम धनुपुरा पहुंचा तथा पीड़ित परिवार के सदस्यों से वार्ता की।तदंतर प्रतिनिधि मंडल क्षेत्राधिकारी बिसौली से मिला तथा धनुपुरा प्रकरण पर वार्ता की।
क्षत्रिय महासभा के कार्यकर्ता व पत्रकार विजयभान सिंह के विरुद्ध सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करने एवं धमकी देने के प्रकरण में भी प्रतिनिधि मंडल ने क्षेत्राधिकारी बिसौली को पत्र सौंपा।
प्रतिनिधि मंडल में क्षत्रिय महासभा के मंडल उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह प्रधान, मंडल संगठन मंत्री विजय पाल सिंह भदौरिया, जिला सचिव अखिलेश चौहान, युवा ब्लॉक अध्यक्ष इस्लामनगर शशि कुमार सिंह सम्मिलित रहे।
जनपद में क्षत्रिय उत्पीड़न की घटनाओं से शासन को भी अवगत कराया जाएगा।
01:16

ट्रैक्टर की टक्कर से बाइक सवार एक व्यक्ति के उड़े प्राण पखेरू तो दूसरा गंभीर रूप से हुआ घायल tni

 सवाई माधोपुर/ मलारना डूंगर@रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। मलारना डूंगर उपखंड मुख्यालय स्थित गंगापुर मोड़ पर तेज रफ्तार में चल रहे ट्रैक्टर की टक्कर से बाइक सवार एक व्यक्ति की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई, जबकि बाइक सवार दूसरा व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार दुर्घटना  की सूचना की सूचना पाकर मलारना डूंगर थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह एवं तहसीलदार किशन मुरारी मीणा पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे, और मृतक व्यक्ति और घायल बाइक सवार को सवाई माधोपुर सामान्य चिकित्सालय पहुंचाया। पुलिस के मुताबिक  गंगापुर सिटी निवासी दोनों ही व्यक्ति जिनमें से एक मृतक महेश सोनी सवाई माधोपुर पीडब्ल्यूडी कार्यालय में अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत था एवं दूसरा घायल व्यक्ति मनीष शर्मा  मलारना डूंगर उपकोष कार्यालय में पद स्थापित है। दोनों ही बाइक पर सवार होकर गंगापुर सिटी से अपनी-अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे। इस दौरान गंगापुर मोड़ पर तेज गति से चलकर सामने से आ रहे ट्रैक्टर-ट्रोली ने अनियंत्रित होकर बाइक को जबरदस्त टक्कर मार दी, जिसमें महेश सोनी नामक युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, वही मनीष शर्मा भी गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना के बाद ट्रैक्टर- ट्रॉली चालक मौका का फायदा उठाकर घटनास्थल से फरार हो गया। मलारना डूंगर थाना पुलिस द्वारा ट्रैक्टर ट्रॉली को जप्त कर थाने में बंद कर दिया गया है, और आरोपी चालक की तलाश जारी है।

Tuesday, 29 September 2020

15:55

जिंदगी से जंग हार गई वो उत्तर प्रदेस की बेटी

उतर प्रदेश के हाथरस जिले में गैंगरेप की शिकार दलित लड़की आखिरकार जिंदगी से जंग हार गई। मंगलवार तीन बजे तड़के उसने दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में दम तोड़ दिया। 14 सितंबर को दरिंदों ने गैंगरेप के बाद उसकी जीभ काट दी थी, रीढ़ की हड्डी तोड़ दी थी। वह बाजरे के खेत में बेहोश मिली थी। तबियत बिगड़ने लगी थी तो उसे सोमवार को ही दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था।  
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल की नई बनी इमारत के बाहर लोगों की भीड़ है। वहीं एक कोने में एक बुजुर्ग उदास बैठे हैं। उनके इर्द-गिर्द लोग जुटे हैं। कुछ को वो जानते हैं, कुछ को नहीं। कुछ उन्हें सांत्वना दे रहे हैं, कुछ ये भरोसा कि उनकी बेटी जिंदगी की जंग जीत जाएगी।
दो सप्ताह पहले उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में गैंगरेप का शिकार हुई उनकी बेटी अस्पताल में वेंटीलेटर पर है। उसकी जीभ काट दी गई थी। रीढ़ की हड्डी टूटी हुई है। जिस्म पर कई गहरे जख्म हैं। दुपट्टे से उसका गला घोटा गया और उसे मरा जानकर छोड़ा गया।
उसके पास अभी कोई नहीं है। उसका छोटा भाई जो पिछले दो सप्ताह से उसकी देखभाल कर रहा है, दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ गया है, जो ये देखने आए थे कि परिवार को अस्पताल में सुरक्षा मिली है या नहीं। पिता दीवार से कमर टिकाए गुमसुम बैठे हैं। लोग उनसे क्या कह रहे हैं इसका उन्हें बहुत ज्यादा होश नहीं है। मैं उनसे बात करने की कोशिश करती हूं तो वो कहते हैं कि मैं बहुत बोल नहीं पाऊंगा। मैं उनके पास ही बैठ जाती हूं।
कुछ देर बाद वो बोलना शुरू करते हैं। बेटी का नाम आते ही फफक पड़ते हैं। चेहरा मास्क से ढका था, आंखों में दर्द और डर साफ नजर आ रहा था। वो कहते हैं, 'ये लोग गांव के ठाकुर हैं। ये लोग मेरी बेटी से दरिंदगी करने से पहले मेरे पिता से भी मारपीट कर चुके हैं। उनकी उंगलियां तक काट दी थी। इनकी मानसिकता पहले से ऐसी ही है। ये हमें डराते-धमकाते रहते थे, हम हमेशा बर्दाश्त करते और सोचते कि चलो जाने दो। अब इन्होंने हमारी बेटी के साथ ऐसा अत्याचार किया है।'
वो बोलते-बोलते अचानक खामोश हो जाते हैं। खौफ उनके चेहरे पर तैरने लगता है। दलित संगठनों से जुड़े लोग उन्हें भरोसा देने की कोशिश करते हैं कि उन्हें और उनके परिवार को अब कुछ नहीं होगा। लेकिन उनका डर कम नहीं होता।
इसी बीच उनका सबसे छोटा बेटा हांफता हुआ आता है। उसका फोन दोपहर से ही बंद है। बहन की देखभाल, कागजों की लिखाई-पढ़ाई और अस्पताल में अलग-अलग जगहों के चक्कर काटने में उसे इतना भी समय नहीं मिला है कि कुछ देर रुककर अपना फोन भी चार्ज कर सके। उसके आते ही कई फोन बात करने के लिए उसे पकड़ा दिए जाते हैं। कुछ पारिवारिक रिश्तेदारों के हैं, कुछ पत्रकारों के, सभी बस वेंटिलेटर पर भर्ती उसकी बहन का हाल जानना चाहते हैं।
वो बताता है, 'मैं 12 दिनों से घर नहीं गया हूं। बहन बोल नहीं पा रही है। बस वो आंखों से पहचान रही है। कभी-कभी इशारा करती है। उसकी हालत देखी नहीं जा रही है। मैं उसकी आवाज सुनने को बेचैन हूं। वो मौत से लड़ रही है।'
वो कहता है, 'मैं नोएडा में रहकर काम करता था। फोन करता था तो बहन से बहुत बात नहीं हो पाती थी। वो घर के काम-धंधों में लगी रहती थी। अभी मैं कोशिश कर रहा हूं कि बहन से दो बातें हो जाएं तो वो बोल ही नहीं पा रही है क्योंकि उसकी जीभ कटी हुई है।' 13 दिन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज में इलाज कराने के बाद उसे एंबुलेंस के जरिए सोमवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया है।
14 सितंबर को हुआ क्या था?
परिवार के मुताबिक, 14 सितंबर को सुबह-सुबह पीड़िता, उसका बड़ा भाई और मां गांव के जंगल में घास काटने गए थे। जब घास की एक गठरी बंध गई तो बड़ा भाई उसे लेकर घर चला आया। मां और बेटी खेत में अकेले रह गए। मां आगे घास काट रही थी। बेटी पीछे कुछ दूर उसे इकट्ठा कर रही थी। इसी दौरान चारों अभियुक्तों ने पीड़िता के गले में पड़े दुपट्टे से उसे बाजरे के खेत में खींच कर उसके साथ गैंगरेप किया।
उस दिन की घटना के बारे में पीड़िता का भाई बताता है, 'मां ने बहन को आवाजें दी तो उसका कोई जवाब नहीं आया। पहले उन्हें पानी देने के लिए बनाई गई मेढ़ में उसके चप्पल दिखे, फिर बाजरे के टूटे पौधे दिखे तो वो खेत में अंदर गईं जहां बीस मीटर भीतर वो बहुत ही बुरी हालत में बेहोश पड़ी हुई थी। मां चिल्लाई तो कुछ बच्चे आए, उन्होंने उन्हें तुरंत लोगों को बुलाने और पानी लाने भेजा। बच्चे मेढ़ में भरा पानी पॉलीथीन में भरकर लाए। वो उसके मुंह पर डाला लेकिन उसे होश नहीं आया।'
परिवार के मुताबिक ये घटना 14 सितंबर की है, लड़की अपने मां और भाई के साथ पशुओं को चारा लेने के लिए खेतों पर घास लेने के लिए गई थी। भाई खेत से घास लेकर घर चला आया तो आरोपियों ने बहन के साथ गैंगरेप किया।
परिवार के मुताबिक ये घटना 14 सितंबर की है, लड़की अपने मां और भाई के साथ पशुओं को चारा लेने के लिए खेतों पर घास लेने के लिए गई थी। भाई खेत से घास लेकर घर चला आया तो आरोपियों ने बहन के साथ गैंगरेप किया।
वो बताते हैं, मेरी मां और भाई उसे तुरंत थाने गए और तहरीर दी। तब तक ये नहीं पता था कि किसने हमला किया है। कितने लोग थे और उसके साथ क्या हुआ है। पीड़िता के पिता बताते हैं, 'वो दरिंदे खेत के चक्कर लगा रहे थे। लेकिन मेरी बेटी और पत्नी उनके इरादे को भांप नहीं पाए। उन्होंने मेरी बेटी को घात लगाकर शिकार बनाया। उन्हें किसी का डर नहीं था।
पुलिस की भूमिका पर उठ रहे हैं सवाल
हाथरस पुलिस ने अब तक इस मामले में संदीप, रामकुमार, लवकुश और रवि नाम के चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। चारों ही तथाकथित उच्च जाति के है। हालांकि दलित संगठनों का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में लीपापोती करने की कोशिश की।
पहले सिर्फ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया। एक ही व्यक्ति को अभियुक्त बनाया गया। दस दिनों तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया। जब दलित नेता चंद्रशेखर ने ट्वीट किया और अलीगढ़ जाने का ऐलान किया तब अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। गैंगरेप की धारा भी बाद में जोड़ी गई। हालांकि पुलिस का कहना है कि परिवार ने जो शिकायत दी थी उसी के आधार पर पहला मुकदमा दर्ज किया गया था और बाद में पीड़िता के बयान के आधार पर गैंगरेप का मुकदमा दर्ज किया गया।
पीड़िता को अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां पुलिस 19 सितंबर को उसका बयान लेने के लिए पहुंची थी। यानी घटना के पांच दिन बाद। उस दिन पीड़िता की हालत गंभीर थी और वो अपना बयान दर्ज नहीं करा सकी थी। फिर 21 और 22 सितंबर को सर्किल ऑफिसर और महिला पुलिस कर्मी पीड़िता का बयान लेने पहुंचे थे।
डर का माहौल
गिरफ्तार किए गए अभियुक्त पीड़िता के गांव के ही हैं और उनका घर उसके घर से बहुत दूर नहीं है। परिवार का आरोप है कि वो पहले से ही दबंगई करते रहे हैं। पीड़िता का भाई और पिता कहते हैं कि घटना के बाद अभियुक्तों की ओर से उन्हें अंजाम भुगतने की धमकियां भी दी गईं। अब गांव में पीएसी तैनात की गई है।
वो कहता है, "हम बहुत कमजोर हैं। हम उनका क्या कर पाएंगे? बहन की ये हालत देखकर गुस्सा तो बहुत आता है। बेबसी भी महसूस होती है कि हम उन दरिंदों का कुछ नहीं कर पाएंगे। शासन को हमारा साथ देना चाहिए। उन सबको फांसी होनी चाहिए ताकि किसी और की बहन-बेटी के साथ ऐसा ना हो।"
वो कहता है, 'हमारे भीतर तक डर बैठ गया है। कई बार लगता है कि अब हम गांव में कैसे रह पाएंगे। बदला हम नहीं ले सकते क्योंकि हमारा परिवार छोटा है। ये लोग शुरू से ही दबंग रहे हैं। ये पहले से ही हमें जीने नहीं देते हैं। हमारे पास उनसे लड़ने के लिए ना ही पैसा है और ना ही आदमी। अब हम सोचते हैं कि यहां से पलायन ही कर जाएं। ये लोग हमें यहां रहने नहीं देंगे। बहन ठीक हो जाए, फिर देखेंगे कहां ठिकाना मिलता है।'
इस घटना का पीड़ित परिवार के दिलों दिमाग पर भी गहरा असर हुआ है। पीड़िता का भाई कहता है, मेरी मां उस दिन से ही बीमार और बदहवास है। पिता की भी हालत खराब है। वो इस हालत में बहन को देखते हैं तो टूट जाते हैं।
15:48

नगर निगम चुनाव पर सस्पेंस खत्म:deepak tiwari

जयपुर.राजस्थान हाईकोर्ट ने जयपुर जोधपुर और कोटा नगर निगम चुनाव की तारीख 31 अक्टूबर से बढ़ाकर 31 मार्च 2021 तक चुनाव करवाने को लेकर दायर राज्य सरकार के प्रार्थना पत्र को मंगलवार को खारिज कर दिया। अब सरकार को 31 अक्टूबर तक इन तीनों जगह के नगर निगम चुनाव को करवाने होंगे।
उल्लेखनीय है कि जयपुर, जोधपुर और कोटा में छह नगर निगम चुनाव स्थगित करवाने के लिए राज्य सरकार ने हाल ही हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र दायर किया था। सरकार ने 31 मार्च 2021 तक चुनाव करवाने की अनुमति मांगी थी। इन तीनों शहरों में 2-2 नगर निगम के गठन के बाद से लगातार चुनाव टलते आ रहे थे। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते राज्य सरकार 31 मार्च 2021 तक इन नगर निगम चुनाव कराने के लिए समय चाहती थी।
31 अक्टूबर तक चुनाव करवाने की अनुमति दी थी
इससे पहले 22 जुलाई को हाईकोर्ट ने 31 अक्टूबर तक चुनाव करवाने की अनुमति दी थी जबकि राज्य सरकार ने जुलाई में हाईकोर्ट से 31 दिसंबर तक चुनाव करवाने की छूट मांगी थी। राज्य निर्वाचन विभाग ने इस पर आपत्ति करते हुए कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने पंचायत चुनाव 15 अक्टूबर तक करवाने का आदेश दिया है। ऐसे ही इनको भी अक्टूबर में करवाया जा सकता था।
15:45

निर्दयी लोग 2 दिन की बच्ची की हत्या झाड़ियों में शव मिलने का मामला:deepak tiwari

भोपाल.भोपाल के अयोध्या नगर थाना क्षेत्र में 2 दिन की बच्ची की हत्या की गई थी। उसका शव पुलिस को अयोध्या नगर के जी-सेक्टर में झाड़ियों में मिला था। बाहरी कोई चोट नहीं थी, ऐसे में पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराया। पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि बच्ची को किसी भारी या कठोर चीज से मारा गया है, इससे उसकी मौत हो गई है। पुलिस ने फिलहाल अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
टीआई अयोध्या नगर रेनू मुराव के अनुसार, सोमवार को एक नवजात बच्ची का शव जी-सेक्टर अयोध्या नगर में झाड़ियों में मिला था। इसकी सूचना गौरव कुकरेकर नाम के एक व्यक्ति ने दी थी। शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था। नवजात बच्ची के शव पर किसी तरह के चोट के निशान नजर नहीं आ रहे थे। पीएम रिपोर्ट में आज खुलासा हुआ कि उसके शरीर पर किसी भारी या कठोर चीज से मारा गया था, जिससे उसकी मौत हुई। पीएम रिपोर्ट के आधार पर सुबह अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
फेंकने की जगह अच्छे से रखा गया था शव
सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। पुलिस को मासूम का शव झाड़ियों में बड़े अच्छे से रखा मिला था। किसी ने आराम से लाकर वहां पर जैसे रख दिया हो। टीआई मुराव ने बताया कि इस मामले में आसपास के अस्पतालों से बीते 1 हफ्ते के अंदर जन्मे बच्चों की जानकारी जुटा रहे हैं। उसी आधार पर बच्ची का पता चल सकेगा।
भोपाल में तीसरी बेटी की हत्या
भोपाल में बेटियों की हत्या का यह तीसरा मामला है। इससे पहले खजूरी सड़क इलाके में एक महीने की बेटी को उसकी ही मां ने हत्या कर दी थी। उसने जिंदा बेटी को पानी से भरी टंकी में डुबा कर उसका ढक्कन बंद कर दिया था। दूसरे मामले में रायसेन की रहने वाली युवती ने प्रेमी को पाने के लिए अपनी एक साल की बेटी को भोपाल के बड़े तालाब में जिंदा फेंक दिया था। अब यह तीसरा मामला आया है। इसमें भी शिकार महज 2 दिन की मासूम बनी है। पुलिस को इस मामले में भी परिजनों के ही शामिल होने की आशंका है।
15:42

चुनावी तैयारियों के बीच कोरोना संक्रमण deepak tiwari

पटना.बिहार पहला ऐसा राज्य है जहां कोरोना काल में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। चुनावी बिगुल बजने के बाद तैयारियां भी जोरों पर है, लेकिन कोरोना संक्रमण बाधा बन रही है। डीएम कार्यालय से लेकर सिविल सर्जन ऑफिस तक कोरोना संक्रमण फैल चुका है। इसलिए दिनों दिन कर्मियों की संख्या घटती जा रही है। डीएम कार्यालय में 40 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग के चार अहम पदों पर कार्यरत कर्मचारी संक्रमित हैं। सिविल सर्जन कार्यालय में मुख्य एकाउंटेंट से लेकर क्लर्क के कोरोना पॉजिटिव होने से हड़कंप मच गया है।
कोरोना को लेकर एहतियात बरतने का निर्देश
चुनाव की तैयारियों के बीच कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर पटना की सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने कर्मियों को सावधानी बरतने को कहा है। डॉ विभा का कहना है कि इस बार चुनाव में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी जिम्मेदारी है। ऐसे में कार्यालयों में तैयारियां काफी तेज हो गई है। इस बीच कोरोना संक्रमण बाधा ना बने, इसके लिए सावधान रहना होगा।
डीएम कार्यालय में भी बढ़ी सतर्कता
डीएम कार्यालय में भी कोरोना को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। अब तक डीएम कार्यालय में संक्रमितों की संख्या 40 तक पहुंच चुकी है। इसमें अधिकतर ऐसे लोग हैं जो चुनाव का अहम काम देख रहे थे। डीएम कुमार रवि ने सभी पटल पर काम करने वालों को सतर्क रहने को कहा है। किसी भी बैठक और मीटिंग के पहले हॉल को सैनिटाइज करने का निर्देश दिया गया है।
डीएम कुमार रवि का कहना है कि सुरक्षा को लेकर हर सावधानी बरती जा रही है। संक्रमण से बचकर चुनाव को संपन्न कराने को लेकर मास्क के साथ सैनिटाइजेशन पर जोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर भी कार्यालय पूरी तरह से अलर्ट है। मीटिंग और बैठकों में भी दूरी बनाकर ही काम किया जा रहा है।
15:40

एक और 'सुशांत':deepak tiwari

एक और 'सुशांत':deepak tiwari बिहार के रहने वाले एक्टर अक्षत की मुंबई में संदेहास्पद हालात में मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप, मुंबई पुलिस ने नहीं किया सहयोग
एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत की गुत्थी अभी सुलझी भी नहीं है कि मुंबई में बिहार के एक और एक्टर अक्षत उत्कर्ष की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि अक्षत की हत्या की गई है। उन्होंने मुंबई पुलिस पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है। मुंबई पुलिस ने परिजनों को अक्षत की मौत के मामले में दर्ज हुई प्राथमिकी की कॉपी भी नहीं दी। अक्षत मूल रूप से मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर के रहने वाले थे। मंगलवार सुबह परिजन अक्षत के शव को विमान से लेकर पटना एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से परिजन शव को मुजफ्फरपुर ले गए।
साथ रहने वाली लड़की ने फोन कर दी सूचना
अक्षत के मामा रंजू सिंह ने कहा कि पूरा मामला संदेहास्पद है। अक्षत ने रविवार रात पौने नौ बजे पिता विजयंत किशोर से बात की थी। उसी रात साढ़े 10 से 11 बजे के बीच उनकी मौत की सूचना मिली। अक्षत के साथ रह रही उनकी महिला मित्र स्नेहा चौहान ने परिजनों को फोन कर घटना की सूचना दी। स्नेहा मूल रूप से नोयडा की रहने वाली है। स्नेहा ने अक्षत के फुफेरे भाई को फोन कर कहा था कि अक्षत ने फांसी लगा ली है।
कोई मोटे तैलिए से कैसे लगा सकता है फांसी
सूचना मिलने के बाद अक्षत के परिजन सोमवार को मुंबई गए। परिजनों के अनुसार फांसी लगाने के बाद अक्षत को गंभीर हालत में मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल ले जाया गया था। जहां से गंभीर हालत देख उन्हें कूपर हॉस्पिटल भेज दिया गया। कूपर हॉस्पिटल में अक्षत की मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि 6 फीट हाइट वाला अक्षय मोटे तौलिए से फंदा लगाकर कैसे मर सकता है? अक्षत ने आत्महत्या नहीं की है। उनकी हत्या की गई है।
प्राइवेट कंपनी में काम करने साथ एक्टिव भी कर रहे थे अक्षत
अक्षत दो साल से मुंबई के अंधेरी वेस्ट में रह रहे थे। उन्होंने एमबीए किया था। मुंबई में प्राइवेट कंपनी में जॉब करने के साथ ही एक्टिंग भी कर रहे थे। आने वाले फिल्म 'लिट्टी चोखा' में उन्होंने रोल किया था।
08:44

कोरोनाकाल में संजीवनी बनी प्रोज पोजिशन जाने कैसे:deepak tiwari

कोरोनाकाल में 'संजीवनी' बनी प्रोज पोजिशन:deepak tiwari सांस लेने में दिक्कत है तो 40 मिनट पेट के बल लेट जाएं, यह पोजिशन नेचुरल वेंटिलेटर का काम करती है; 80 % तक इसके नतीजे असरदार
कोरोना संक्रमण के कारण ज्यादातर मरीजों को सांस लेने में दिक्कत है। आक्सीजन का लेवल गिरने पर अस्पतालों में वेंटिलेटर नहीं मिल पा रहा है। ऐसे मरीजों के लिए प्रोन पोजिशन आक्सीजनेशन तकनीक 80 प्रतिशत तक कारगर है। हर चिकित्सा प्रणाली के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने प्रोन पोजिशन को अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों के लिए 'संजीवनी' बताया है।
सांस लेने में तकलीफ होने पर इस अवस्था में 40 मिनट लेटते हैं तो आक्सीजन का लेवल सुधरता है। पेट के बल लेटने से वेंटिलेशन परफ्यूजन इंडेक्स में सुधार आता है। डॉक्टरों ने कोविड के मरीजों को सलाह दी है कि सांस लेने में दिक्कत होने पर इस तकनीक को आजमा सकते हैं।
इस पोजीशन का इस्तेमाल एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस की हालत में किया जाता है, ताकि ऑक्सीजन सर्कुलेट की जा सके। ऐसी स्थिति में फेफड़ों के निचले हिस्से में पानी आ जाता है।
प्रोन पोजिशन बनाते हुए ये ध्यान रखें
गर्दन के नीचे एक तकिया, पेट-घुटनों के नीचे दो तकिए लगाते हैं और पंजों के नीचे एक। हर 6 से 8 घंटे में 40-45 मिनट ऐसा करने के लिए कहते हैं।
पेट के बल लिटाकर हाथों को कमर के पास पैरलल भी रख सकते हैं। इस अवस्था में फेफड़ों में खून का संचार अच्छा होने लगता है। फेफड़ों में मौजूद फ्लुइड इधर-उधर हो जाता है और यहां तक ऑक्सीजन पहुंचने लगती है।
प्रोन पोजिशन सुरक्षित है और खून में ऑक्सीजन का लेवल बिगड़ने पर कंट्रोल करने का काम करती है। यह डेथ रेट को भी घटाती है।
एक्सपर्ट के मुताबिक, आईसीयू में भर्ती मरीजों को प्रोन पोजिशन से बेहतर रिजल्ट मिलते हैं। वेंटिलेटर न मिलने पर यह सबसे अधिक कारगर तकनीक है। इससे 80 फीसदी तक नतीजे वेंटिलेटर जैसे ही मिलते हैं।
एक्सपर्ट पैनल : एसएमएस अस्पताल, जयपुर के अधीक्षक डॉ. राजेश शर्मा, मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ. रमन शर्मा, पल्मोनरी मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ. नरेंद्र खिप्पल, अस्थमा रोग विशेषज्ञ डॉ. वीरेन्द्र सिंह, राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के निदेशक डॉ. संजीव शर्मा और आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. राकेश पांडे।
08:37

मरती इंसानियत एक और निर्भया का दुःखद अंत TNI

Deepak Tiwari 
उत्तर प्रदेश के हाथरस में पंद्रह दिन पहले दुष्कर्म का शिकार हुई लड़की की इलाज के दौरान दिल्ली में मौत हो गई है। उसे बेहतर इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल लाया गया था, लेकिन मंगलवार सुबह पीड़िता हिम्मत हार गई। पीड़िता की उम्र 19 वर्ष थी। बीती 14 सितंबर को हाथरस के चंदपा थाना क्षेत्र के एक गांव में चार युवकों ने उसके साथ दरिंदगी की थी। इस दौरान युवती की रीढ़ की हड्डी टूट गई थी। दरिंदों ने उसकी जीभ भी काट दी थी। गंभीर हालत में उसे अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कालेज में भर्ती करवाया गया था, लेकिन हालात में सुधार नहीं होने पर उसे दिल्‍ली लाया गया था। पूरी मामले में यूपी पुलिस की ढिलाई की भी आलोचना हो रही है। पुलिस लंबे समय तक इसे छेड़छाड़ का केस बताते हुए रिपोर्ट दर्ज करने से बचती रही। मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

पूरे मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी हमलावर हो गई हैं। प्रियंका ने ट्वीट पर लिखा, …यूपी में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है। महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है।अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं। इस बच्ची के क़ातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। हाथरस में हैवानियत झेलने वाली दलित बच्ची ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। दो हफ्ते तक वह अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझती रही। हाथरस, शाहजहांपुर और गोरखपुर में एक के बाद एक रेप की घटनाओं ने राज्य को हिला दिया है।
08:31

कंगना Vs बीएमसी:deepak tiwari

कंगना Vs बीएमसी:deepak tiwari हाईकोर्ट ने राउत के 'हरामखोर' वाले बयान पर कहा- हमारे पास भी डिक्शनरी है, अगर इसका मतलब नॉटी है तो फिर नॉटी का मतलब क्या है
कंगना रनोट के ऑफिस में बीएमसी की कार्रवाई के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में सोमवार को सुनवाई हुई। इस दौरान, कोर्ट में शिवसेना के नेता संजय राउत के 'हरामखोर' वाले बयान पर भी बहस हुई। कंगना के वकील बीरेंद्र सराफ ने कहा कि संजय राउत ने इंटरव्यू में हरामखोर का मतलब नॉटी बताया था। इस पर जस्टिस एस कथावाला ने कहा, 'हमारे पास भी डिक्शनरी है, अगर इसका मतलब नॉटी है तो फिर नॉटी का मतलब क्या है।'
सराफ ने आरोप लगाया कि संजय ने कंगना के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया। उन्हें हरामखोर कहते हुए सबक सिखाने की बात कही थी। इसके बाद कोर्ट में राउत के बयान की फुटेज चलाई गई।
संजय राउत के वकील ने कहा- उन्होंने कंगना का नाम नहीं लिया
राउत के वकील प्रदीप थोराट ने कहा कि संजय ने बयान में कंगना का नाम नहीं लिया था। इस पर बेंच ने कहा, 'क्या आप कह रहे हैं कि आपके मुवक्किल ने उसे हरामखोर लड़की नहीं कहा है? क्या हम यह बयान दर्ज कर सकते हैं कि आपने (राउत ने) याचिकाकर्ता का हरामखोर नहीं कहा है।' इसके जवाब में थोराट ने कहा कि वह इस संबंध में कल एक हलफनामा दायर करेंगे।
कंगना के वकील ने कहा कि ऑफिस गिराए जाने के बाद अखबार में उसे तोड़े जाने का जश्न मनाया गया था। यह पूरे देश ने देखा है। इस पर बेंच ने इस संबंध में सभी सबूत और दस्तावेज लाने की बात कही है। जिसमें कंगना के सभी ट्वीट्स और संजय राउत का पूरा इंटरव्यू शामिल हैं।
08:29

6 माह में पेट्रोल-डीजल की बिक्री 35% गिरी, फिर भी सरकार की आय 7% बढ़ी, क्योंकि:deepak tiwari

6 माह में पेट्रोल-डीजल की बिक्री 35% गिरी, फिर भी सरकार की आय 7% बढ़ी, क्योंकि:deepak tiwari एक साल में इन पर टैक्स 30% बढ़ा
प्रदेश में पूर्ण और आंशिक लॉकडाउन के 6 माह में पेट्रोल-डीजल की बिक्री 35% गिर गई थी, लेकिन सरकार की आय पर इसका असर नहीं पड़ा। इस साल 23 सितंबर तक सरकारी खजाने में 5000 करोड़ रुपए की राशि टैक्स के जरिए आ चुकी है। पिछले साल इन्हीं महीनों  में 4670 करोड़ रुपए मिले थे। यानी पिछले साल से 7 फीसदी ज्यादा कमाई।
टैक्स लॉ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एस कृष्णन कहते हैं कि आय इसलिए बढ़ी, क्योंकि सरकार ने एक साल में तीन बार पेट्रोल-डीजल पर करीब 30 फीसदी तक टैक्स बढ़ाया है। ऐसी संभावना है कि वित्त वर्ष 2020-21 के खत्म होते-होते पेट्रोल-डीजल से सरकार की आय पहली बार 11 हजार 500 करोड़ रु. के स्तर को पार कर जाएगी।
दो साल से बिक्री घटने के बाद भी बढ़ा रही आय
ऐसा लगातार दूसरे साल हो रहा है, जब पेट्रोल-डीजल की बिक्री घटने के बावजूद सरकार की आय बढ़ी। 2019-20 में बिक्री 14 करोड़ ली. कम थी। जबकि आय 1235 करोड़ रु. बढ़कर पहली बार 10720 करोड़ रु. के स्तर पर पहुंची थी। इस बार यह कमी 86 करोड़ लीटर तक पहुंच सकती है। फिर भी पेट्रोल कंपनियों को उम्मीद है कि अधिमास के बाद त्योहारों के समय पेट्रोल-डीजल की बिक्री सामान्य स्तर पर पहुंच जाएगी।
इस तरह बढ़ी आय
वर्ष आय बिक्री
2014-15 6,832 643.1
2015-16 7,631 700.8
2016-17 9,160 696.2
2017-18 9,380 739.7
2018-19 9,485 800.6
2019-20 10,720 786.5
2020-21 (23 सितंबर) 5000 300.0
(आय करोड़ रुपए में, बिक्री करोड़ लीटर में)
आश्चर्यजनक बढ़ाेत्तरी
सरकार ने पिछले एक साल में पेट्रोल-डीजल पर 30% टैक्स बढ़ाया था। इस कारण वे बिक्री में भारी कमी के बाद भी टैक्स राजस्व में बढ़ोतरी हासिल करने में सफल रहे। यह बिल्कुल आश्चर्यजनक है। क्योंकि इस दौरान देश के अन्य राज्यों में आय काफी कम ही रही है। सरकार को दूसरे मदों से आय बढ़ाकर पेट्रोल-डीजल पर टैक्स घटाने पर विचार करना चाहिए। 
-मुकुल शर्मा, आर्थिक विशेषज्ञ
इस साल भी सिर्फ 300 करोड़ लीटर ही बिक्री
पिछले साल पेट्रोल-डीजल की बिक्री 2.15 करोड़ लीटर प्रतिदिन थी। तब पूरे साल 786 करोड़ ली. बिक्री हुई थी। अभी हर दिन 1.5 करोड़ ली. के आसपास बिक्री हो रही है, जो अब तक 300 करोड़ ली. के आसपास पहुंच पाई है।
डीजल की बिक्री ज्यादा घटी
ट्रांसपोर्टर्स डीजल पर टैक्स घटाने की मांग कर रहे हैं। ट्रांसपोर्ट्स कमल माखिजानी के मुताबिक पेट्रोलियम पदार्थाें की कुल बिक्री में डीजल का हिस्सा 60% है। परिवहन विभाग के अनुसार प्रदेश में 1.18 करोड़ वाहन पंजीकृत हैं। हर साल 15% नए वाहन आते हैं। इस आधार पर पेट्रोल-डीजल की खपत भी बढ़नी चाहिए। लेकिन, भाव ज्यादा होने से खपत घट रही है। यहां डीजल महंगा है, इसलिए ज्यादा ट्रांसपोर्टर दूसरे राज्यों से डीजल ले रहे हैं।
एक साल में पेट्रोल पर 9 रु., डीजल पर 8 रुपए टैक्स बढ़ा
पेट्रोल
2020: 33% वैट+4.5 रु./ली. एडिशनल ड्यूटी + 1% सेस यानी 39% कुल टैक्स/ली. पर।
2019: 28% वैट+1.5 रु. एडिशनल कर + 1% सेस यानी 30% टैक्स/ली. पर
डीजल
2020: 23% वैट+3 रु./ली. एडिशनल ड्यूटी + 1% सेस यानी 27% टैक्स/ली. पर।
2019: 18% वैट+ 1% सेस यानी 19% टैक्स/ली. पर।
08:28

MP सेल्फी ले रही डॉक्टर की पत्नी हलाली डैम के पानी में गिर कर बही deepak tiwari

भोपाल के कोलार में रहने वाले डॉक्टर उत्कर्ष मिश्रा अपनी पत्नी हिमानी मिश्रा के साथ भोपाल से करीब 40 किलोमीटर दूर हलाली डैम घूमने आए थे. रविवार को छुट्टी होने की वजह से भोपाल से काफी लोग यहां घूमने आते हैं.  डॉक्टर उत्कर्ष मिश्रा का कहना है कि मैं अपने मोबाइल पर मैसेज चेक कर रहा था. इसी बीच मेरी पत्नी मोबाइल पर सेल्फी लेने लगी और न जाने कब उसका पैर फिसल गया.
पति ने बताया कि उसके बाद वह 10 से 12 फीट नीचे जा गिरी और पानी में बह गई. देखते ही देखते मेरी आंखों के सामने से मेरी पत्नी ओझल हो गई.
इस घटना के बाद मौके पर राहत टीम पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. यह ऑपरेशन रात भर चला लेकिन बॉडी को ढूंढा नहीं जा सका. सोमवार सुबह फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन चला लेकिन खबर लिखे जाने तक महिला की बॉडी का पता नहीं चल पाया है.
08:25

भोपाल में डीजी पुरुषोत्तम ने मर्यादा तोड़ी deepak tiwari

भोपाल में डीजी पुरुषोत्तम ने मर्यादा तोड़ी:deepak tiwari पत्नी को पीटने वाले डीजी रैंक के अफसर को पद से हटाया, वीडियो वायरल होने पर कहा- पत्नी 12 साल से शक कर रही थी भोपालएक घंटा पहले पुलिस अफसर पुरुषोत्तम शर्मा के बेटे ने दो वीडियो जारी किए। पहला वीडियो 7.13 मिनट का और दूसरा 4.47 मिनट का है।अफसर पुरुषोत्तम शर्मा महिला मित्र के घर गए थे, वहां पत्नी भी पहुंच गईं, फिर घर लौटकर दोनों में विवाद हुआमारपीट के वीडियो शर्मा के बेटे ने सोशल मीडिया पर वायरल किए, गृहमंत्री, डीजीपी, सीएस को भेजे
खबर पढ़ने से पहले इसमें लगा हुआ वीडियो देखिए। हैरान रह जाएंगे। इसमें जो व्यक्ति एक महिला को बुरी तरह पीट रहा है, वे मध्य प्रदेश पुलिस में डीजी रैंक के अधिकारी हैं। नाम है पुरुषोत्तम शर्मा और वे अपनी पत्नी प्रिया शर्मा को ही पीट रहे हैं। वो भी अपने ही घर में काम करने वाले पुलिस कर्मचारियों के सामने। रहते हैं भोपाल में। वीडियो भी भोपाल का ही है। उनके घर का।
वीडियो हर कहीं मौजूद है। पुरुषोत्तम के पुत्र पार्थ गौतम ने यह वीडियो फुटेज मप्र के गृह मंत्री, राज्य के डीजीपी, मुख्य सचिव और बाकी बड़े अफसरों को भेजा है। पार्थ खुद भी आईआरएस यानी इंडियन रेवेन्यू सर्विस में हैं। उन्होंने पिता के खिलाफ सख्त कार्रवाई मांग की है।
घटना के बाद पुरुषोत्तम को पद से हटा दिया गया है। उनका लोक अभियोजन संचालनालय से डीजी गृह विभाग मंत्रालय में ट्रांसफर कर दिया गया। वहीं, मामला राज्य महिला आयोग पहुंच गया है। अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा कि हम डीजी को नोटिस जारी करेंगे।
अफसर ने कहा- मेरा जीना मुश्किल कर दिया है
पुरुषोत्तम ने मारपीट पर सफाई दी। उन्होंने कहा, 'वह 12 साल से शक कर रही है। मामला भी दर्ज कराया था। घर के एक-एक कोने में सीसीटीवी कैमरा लगवाए थे। मैंने मारपीट नहीं की। मैंने अपना बचाव किया है। वह चाहे तो शिकायत करने के लिए स्वतंत्र है। यह उसके अपने मौलिक अधिकार हैं। वह मेरी निजी जिंदगी में दखल देती है। मेरा जीना मुश्किल कर दिया है। उसने मुझ पर कमरे में आकर हमला किया था। इसलिए मैंने अपना बचाव किया है। बस धक्का-मुक्की हुई है।'
गृहमंत्री ने कहा- शिकायत होने पर कार्रवाई करेंगे
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस बारे में मैंने न्यूजपेपर में पढ़ा है और वीडियो देखा है। अभी कोई शिकायत नहीं आई है। अगर कोई शिकायत आती है, तो कार्रवाई करेंगे।
पत्नी को पीटने वाले डीजी की सफाई:पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा- जिस बेटे ने मेरी शिकायत की उससे पूछिए कि जिस बाप ने उसे आईआरएस बनाया क्या वह इतना नालायक है, क्या पापा राक्षस हैं?
भोपाल4 घंटे पहले
मध्यप्रदेश के स्पेशल डीजी पुरुषोत्तम शर्मा अपनी महिला मित्र से मिलने उसके घर पहुंचे थे, तो उनकी पत्नी भी उनके पीछे-पीछे पहुंच गई थीं।
पुरुषोत्तम शर्मा की शिकायत उनके बेटे ने वीडियो क्लिप के साथ सरकार और विभाग के अधिकारियों के साथ की है
डीजी शर्मा का बेटा पार्थ गौतम शर्मा आईआरएस अफसर हैं और वर्तमान में कलकत्ता में रेवेन्यू विभाग में पोस्टेड हैं

Monday, 28 September 2020

16:38

घर की जिम्मेदारियों में दबी रही शादी नहीं की lata ji

deepak tiwari 
इन्दौर। लता मंगेशकर भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका हैं जिनका छह दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है। स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने 20 भाषाओं में 30 हजार गाने गाये है। उनकी आवाज़ सुनकर कभी किसी की आंखों में आंसू आए, तो कभी सीमा पर खड़े जवानों को सहारा मिला। लताजी आज भी अकेली हैं।
लताजी का जन्म 28 सितंबर को हमारे शहर इंदौर में हुआ था, बचपन में उन्हें काफी संघर्षों का सामना करना पड़ा। जब वो 13 साल की थीं तभी दिल का दौरा पडऩे से उनके पिता गुजर गए थे। कड़ी मेहनत के बाद 1947 में जब फि़ल्म आपकी सेवा में उन्हें एक गीत गाने का मौक़ा मिला, 1949 में आएगा आने वाला… गीत गाया जिसके बाद आपके प्रशंसकों की संख्या दिनों दिन बढऩे लगी। इस बीच आपने उस समय के सभी प्रसिद्ध संगीतकारों के साथ काम किया। अनिल बिस्वास, सलिल चौधरी, शंकर जयकिशन, एस. डी. बर्मन, आर. डी. बर्मन, नौशाद, मदनमोहन, सी. रामचंद्र आदि सभी संगीतकारों ने आपकी प्रतिभा का लोहा माना। लताजी ने दो आंखें बारह हाथ, दो बीघा ज़मीन, मदर इंडिया, मुग़ल‑ए-आज़म आदि महान फि़ल्मों में गाने गाये है। आपने महल, बरसात, एक थी लडक़ी, बडी़ बहन आदि फि़ल्मों में अपनी आवाज़ के जादू से इन फि़ल्मों की लोकप्रियता में चार चांद लगाए। इस दौरान आपके कुछ प्रसिद्ध गीत थे। लताजी के सुपरहिट गीतों की एक लम्बी कतार है।
आज भी अकेली है..
पिता के गुजर जाने के बाद घर की सारी जिम्मेदारियां लता मंगेशकर पर आ गईं थीं। लताजी ने कहा कि घर के सभी सदस्यों की जिम्मेदारी मुझ पर थी। ऐसे में कई बार शादी का ख्याल आता भी तो उस पर अमल नहीं कर सकती थी। बेहद कम उम्र में ही मैं काम करने लगी थी। छोटे भाई‑बहनों को सम्भालती थी, फिर बहन की शादी हो गई और उनके बच्चे हो गए तो उन्हें संभालने की जिम्मेदारी आ गई।
16:35

90 वर्षीय भारतीय बुजुर्ग महिला लेपटॉप पर पढ़ती हैं न्यूज पेपर tap news india

deepak tiwari 
बीते दिनों एक 91 वर्षीय प्रोफेसर साहब की तस्वीर वायरल हुई थी। वो ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं। उनकी ये तस्वीर लोगों को ये बताने कि लिए काफी थी कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती। अब एक और भारतीय बुजुर्ग महिला की फोटो वायरल हो रही है। इस महिला की उम्र 90 वर्ष है। और वो अखबार पढ़ने के लिए लैपटॉप का यूज करती हैं।
रेडिट यूजर्स दादी के फैन हो गए। एक यूजर ने लिखा कि उन्हें दादी के इस काम में कुछ नया सीखने की लगन दिखी। वहीं एक यूजर को तो अपनी दिवंगत दादी की याद आ गई। लोगों को दादी का ये काम क्यूट भी बड़ा लगा। तो आपका क्या कहना है? इस तस्वीर ने बता दिया कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती। जब जागो तभी सवेरा। अगर आपके आसपास भी कोई ऐसी तस्वीर या कहानी हो तो हमारे साथ शेयर करें। ऐसी कहानियां दुनिया के सामने आनी चाहिएं।
07:27

रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा स्थापना को इक्कीस सदस्यीय समित गठित tni

बदायूँ -रानी लक्ष्मीबाई वीरांगना चौक ( पी डव्लू डी चौराहा ) बदायूँ पर रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा स्थापित किए जाने हेतु क्षत्रिय महासभा बदायूँ द्वारा इक्कीस सदस्यीय  "" रानी लक्ष्मीबाई प्रतिमा स्थापना समिति ""  का गठन किया गया है।

समिति का अध्यक्ष क्षत्रिय महासभा बदायूँ के संरक्षक राणा प्रताप सिंह को बनाया गया है, महासभा के प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ सुशील कुमार सिंह व जिला अध्यक्ष राकेश सिंह को उपाध्यक्ष, महाराणा प्रताप विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट को महासचिव तथा जगपाल सिंह को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

सदस्य के रूप में आचार्य प्रताप सिंह, धनपाल सिंह,डॉ वी पी सिंह सोलंकी, टीकम सिंह, विजय पाल सिंह भदौरिया, डाल भगवान सिंह, राजपाल सिंह, मुनीश कुमार सिंह, विजय रतन सिंह, सतेन्द्र पाल सिंह, धर्मेंद्र सिंह, करुणा सोलंकी, रतन वीर सिंह, विनोद कुमार गुप्ता, धीरज सक्सेना, मनोज जौहरी को सम्मिलित किया गया है।



समिति में महासभा के महत्वपूर्ण पदाधिकारियों के अतिरिक्त सर्वसमाज के महानुभावों को  स्थान दिया गया है। स्थापना समिति क्षत्रिय महासभा बदायूँ से सम्बद्ध रहेगी।समिति समाज के सहयोग से प्रतिमा स्थापना के साथ ही वीरांगना चौक के सौंदर्यीकरण का कार्य शीघ्र सम्पन्न करेगी।

शीघ्र ही भूमि पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा।
02:56

भगत सिंह के जयंती पर विशेष TAP NEWS INDIA की रिपोर्ट

28 सितंबर आज पूरा देश शहीद ए आज़म भगत सिंह की जयंती मना रहा है। इस वीर योद्धा की सबसे बड़ी ख़ासियत यह है कि जिनका विचार भगत सिंह के विचारों से ठीक उल्टा है वो भी इनको अपना आदर्श मानते हैं। कई लोग भगत सिंह के योगदान को बम-पिस्तौल, सोंडर्स की हत्या, जेल और फाँसी से ज़्यादा नहीं समझते। असल में भगत सिंह की वैचारिकी बिल्कुल साफ़ और स्पष्ट थी। वो कहते थे बम और पिस्तौल कभी इंक़लाब नहीं ला सकते। उनके इंक़लाब की समझ के अनुसार जब तक किसी एक मनुष्य का किसी दूसरे मनुष्य द्वारा शोषण हो रहा हो तब तक इंक़लाब की लड़ाई बाकी है। उनकी आज़ादी का मतलब सिर्फ़ अंग्रेजों को देश से भगा देने भर तक सीमित नहीं था वो व्यवस्था परिवर्तन की बात करते थे। जान बूझ कर भगत सिंह को हिंसा की बहस तक समेटने की साज़िश की गई ताकि भगत सिंह को गांधी के विरुद्ध खड़ा किया जा सके जबकि भगत सिंह कहते थे कि अगर जेल से निकल पाया तो देश की स्वतंत्रता के लिए और व्यवस्था परिवर्तन के लिए जन-आंदोलन में शामिल होऊँगा। भगत सिंह के जिन साथियों को फाँसी नहीं हुई उनमें से ज़्यादातर लोग उस वक़्त की कॉम्युनिस्ट पार्टी में शामिल भी हुए। उनके जेल के साथी अजय घोष तो बाद में भारतीय कॉम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भी बने। शुरू से ही भगत सिंह पर समाजवादी और साम्यवादी विचारधारा का गहरा प्रभाव था। भगत सिंह हिंदुस्तान रिपब्लिकन आर्मी का नाम बदलकर हिंदुस्तान सोशियलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी करने का प्रस्ताव लेकर आए थे। इनकी वैचारिक स्पष्टता एक बड़ी वजह थी कि अंग्रेज किसी भी सूरत में भगत सिंह को फाँसी पर चढ़ाना चाहते थे। जब उनको फाँसी पर चढ़ाने के लिए सिपाही लेने आए तो उन्होंने कहा “थोड़ा ठहर जाओ एक क्रांतिकारी दुसरे क्रांतिकारी से मिल रहा हैI” उस वक़्त वो लेनिन की किताब ‘राज्य और क्रांति’ पढ़ रहे थे। भगत सिंह की जेल डायरी को हर किसी को पढ़ना चाहिए ताकि इस महान योद्धा को समग्रता में समझा जा सके। वो समझ सकें कि आज अगर भगत सिंह होते तो किसानों के फसल के दाम के लिए, बेरोज़गारों के काम के लिए, हर आवाम के लिए इस बेरहम सत्ता के सामने सर उठा कर लड़ रहे होते। सत्ता के सामने झुक जाना, समझौता कर लेना, माफ़ी माँग लेना, ये भगत सिंह होने के विरुद्ध है। इसलिए साथियों, न्याय के लिए, बराबरी के लिए अपनी आवाज़ बुलंद करना, किसानों के पक्ष में खड़ा होना, सबके रोज़गार के लिए लड़ना, किसी भी शोषण और अन्याय का डट कर मुक़ाबला करना ही शहीद ए आज़म भगत सिंह को सही मायनों में याद करना है। दरअसल भगत सिंह आज भी जनता के संघर्षों में ज़िंदा हैं।

हमारा अरमान, भगत सिंह के सपनों का हिंदुस्तान!

इंक़लाब ज़िंदाबाद।।
02:19

स्कूल से नाम काटा या ऑनलाइन पढ़ाई बंद की तो स्कूल संचालकों के घरों के बाहर होगा हल्ला बोल : vimal kishor

कोरोना कॉल के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे अभिभावकों द्वारा फीस जमा न कराने के कारण निजी स्कूलों द्वारा बच्चों के नाम काटने अत:कोरोना कॉल में फीस न भर पाने वाले अभिभावकों के बच्चों की फीस माफ करवाने या बिना फीस भरे एसएलसी दिलवाने या फिर बिना एसएलसी सरकारी स्कूल में दाखिला दिलवाने को लेकर छात्र अभिभावक संघ के दर्जनों सदस्यों ने छात्र अभिभावक संघ के संयोजक विमल किशोर  तथा सोनीपत विकास मंच के चेयरमैन अनिल गुप्ता के नेतृत्व में उपायुक्त की अनुपस्थिति में नायब तहसीलदार जितेंद्र कुमार को ज्ञापन सौंपा

 ज्ञापन के माध्यम से छात्र अभिभावक संघ के सदस्यों ने उपायुक्त महोदय से कहा कि कोरोना कॉल के कारण काफी अभिभावकों का रोजगार समाप्त हो गया तथा आर्थिक संकट के कारण अभिभावक अपने बच्चों की फीस जमा नहीं करवा पाए जिसके बाद निजी स्कूल संचालकों ने उनके बच्चों के नाम काट दिए और ऑनलाइन पढ़ाई बंद कर दी जोकि अब अभिभावक बहुत परेशान हैं वह फीस भरने की स्थिति में नहीं है एक तरफ निजी स्कूल संचालक उन्हें एस एल सी सर्टिफिकेट भी नहीं दे रहे जिससे कि वह सरकारी स्कूल में अपने बच्चों का दाखिला करवा सकें तो दूसरी तरफ पहले सरकार ने आदेश जारी किए थे कि जो अभिभावक प्राइवेट स्कूलों में अपने बच्चों को नहीं पढ़ा सकते वह बिना एसएलसी के सरकारी स्कूलों में दाखिला करवा सकते हैं किंतु सरकार ने वह आदेश भी वापस ले लिए अब बिना एसएलसी के सरकारी स्कूलों में दाखिला हो नहीं रहा 
प्राइवेट स्कूल वाले पिछले 7 महीने की फीस लिए बिना एसएलसी दे नहीं रहे तो आखिर अभिभावक जाएं तो कहां जाएं 

छात्र अभिभावक संघ ने ज्ञापन के माध्यम से उपायुक्त से अपील की कि आर्थिक संकट से जूझ रहे अभिभावकों के बच्चों की फीस माफ करवाएं अन्यथा बिना फीस लिए एस एल सी जारी करवाएं या प्रशासन ही बिना एस एल सी के सरकारी स्कूलों में दाखिला देने का प्रावधान करें।

छात्र अभिभावक संघ के संयोजक विमल किशोर ने चेतावनी देते हुए कहा कि निकाले गए बच्चों को शीघ्र वापस दाखिला देकर ऑनलाइन पढ़ाई शुरू न कराई और भविष्य में किसी भी बच्चे का स्कूल से नाम काटा या उनकी ऑनलाइन पढ़ाई बंद की गई तो मजबूरी में छात्र अभिभावक संघ के सदस्य स्कूल संचालकों के घरों के बाहर हल्ला बोलेंगे जिसकी जिम्मेवारी स्कूल संचालकों तथा प्रशासन की होगी

इस मौके पर प्रवेश कुमारी सुषमा नेहा चंद्रसेन देवेंद्र प्रेम गौतम अमित राजेश आशीष गांधी प्रतीक महेंद्र कुमार हरिओम शर्मा वेद प्रकाश अजय पवन सागर रोशन लाल आदि दर्जनों अभिभावक मौजूद रहे
02:17

कीचड़ व गंदे पानी से भरे रास्ते,से ग्रामीण परेशान tni

 दिलीपपुर /प्रतापगढ़
विकास खंड बाबा बेलखरनाथ धाम के ग्राम बसीरपुर में मां वाराही धाम को जाने वाली सड़क से  मुस्लिम व पिछड़ी बस्ती के  मुख्य रास्ते में कीचड़ व गंदा पानी जमा होने से लोगों को निकलने में परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव से खेत व बाजारों की ओर जाने वाले बच्चों  महिलाओं और बुजुर्गों को इन रास्तों से निकलना दूभर हो रहा है। इस समस्या के बारे में कई बार पंचायत व प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी कोई समाधान नहीं निकला है। इससे ग्रामीणों में पंचायत व प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने बताया कि रास्ते में टूटी पुलिया  कीचड़ व गंदगी जमा होने से मच्छर पैदा हो रहे है इससे बीमारी फैलने का अंदेशा बना रहता है। ग्रामीणों ने गांव के रास्तों को सही कराने की मांग करते हुए तहसील दिवस में उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देने की बात कही ।
02:13

tap news श्रम समस्याओं के समाधान करवाने की मांग पर सीटू के बैनर तले श्रमिकों ने श्रम कार्यालय पर प्रदर्शन कर दिया ज्ञापन- गंगेश्वर दत्त शर्मा

नोएडा, मैसर्स हिंदुस्तान अधेसिवस् लिमिटेड प्लॉट नंबर 29 माइल स्टोन, जी.टी. रोड निकट ग्राम अच्छेजा गौतम बुध नगर में स्थित कंपनी द्वारा श्रमिकों का उत्पीड़न करने, गैरकानूनी तरीके से किए गए लॉकआउट/ नौकरी से निकाले जाने एवं लॉकडाउन/ लॉकआउट की अवधि का वेतन भुगतान नहीं करने और उक्त पर श्रम विभाग द्वारा प्रबंधकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने से नाराज श्रमिकों ने सीटू के बैनर तले मंगलवार 28 सितंबर 2020 को श्रम कार्यालय सेक्टर 3 नोएडा पर धरना प्रदर्शन कर माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार और प्रमुख सचिव श्रम उत्तर प्रदेश शासन को संबोधित ज्ञापन श्री पी. के. सिंह उप श्रम आयुक्त गौतम बुद्ध नगर को दिया दिए गए ज्ञापन में मांग की गई है कि उपरोक्त संस्थान में कार्यरत रहे श्रमिकों का प्रबंधन द्वारा गैरकानूनी रूप से किया गया लॉकआउट को समाप्त करा कर श्रमिकों को क्षतिपूर्ति सहित पुराने क्रम में कार्य पर भिजवाया जाए और लॉकआउट/ लॉकडाउन की अवधि का वेतन का भुगतान कराया जाए।
श्रम कार्यालय पर श्रमिकों के धरने को संबोधित करते हुए सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वर शर्मा व महासचिव राम सागर ने कहा कि श्रम विभाग की उदासीनता के कारण जनपद के मालिकों के हौसले बुलंद है और वे बेखौफ होकर श्रम कानूनों की धज्जियां उड़ा कर कारखाना चला रहे हैं और श्रमिकों का उत्पीड़न कर रहे हैं उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि श्रम विभाग ने श्रमिकों की समस्याओं का समाधान नहीं कराया तो सीटू संगठन जनपद में बड़ा आंदोलन करने को विवश होगा जिसकी संपूर्ण जवाबदेही मिल मालिकों के साथ-साथ उप श्रमायुक्त की भी होगी।
धरना प्रदर्शन का नेतृत्व सीटू नेता रामसागर, गंगेश्वर दत्त शर्मा, विनोद कुमार, श्रमिक नेता काशीनाथ पांडे, नरेंद्र कुमार,प्रदीप कुमार, वीर बहादुर, ओमप्रकाश पांडे, संन्तोष सिंह, जय प्रकाश आदि ने किया।

राम सागर
02:11

चंबल नदी ने फिर लील ली एक युवक की जान, पानी में डूबने से हुआ हादसा tni

सवाई माधोपुर / खंडार रिपोर्ट @ चंद्रशेखर शर्मा। खंडार उपखंड क्षेत्र के बहरावंडा खुर्द कस्बे से होते हुए कोटा जिले की सीमा को जोड़ने वाली झरेल के बालाजी पुलिया पर नहाने के दौरान एक युवक के चंबल नदी में डूबने से मृत्यु हो गई।एक बार फिर चंबल नदी ने एट 18 वर्षीय युवक को लील लिया । गौरतलब है कि, विगत 15 दिनों में इस तरह की ये दूसरी घटना है।
जानकारी के अनुसार रविवार दोपहर छाण कस्बे के 5-6 युवक झरेल के बालाजी पुलिया पर चंबल नदी में नहाने गए हुए थे। इस दौरान दो युवक पुलिया से चंबल के तेज बहाव में जा गिरे। जिनमें से एक युवक को तो पास मौजूद लोगों ने तुरंत पानी के बाहर निकाल लिया पर जब दूसरा युवक लियाकत  तेज बहाव और गहरे पानी मे फंस गया तो उसे बचाने के लिए अजैब खान पुत्र रसूल खान निवासी छाण गहरे पानी मे कूद गया। मौके पर मौजूद अन्य साथियों ने भी अजैब के कुछ देर बाद पानी मे छलांग लगा दी और गहरे पानी मे फंसे लियाकत खान को पैर पकड़ कर पानी के बाहर खींच लाये। वहीं अजैब खान गहरे पानी मे डूब गया।
लोगों ने युवक के डूबने की सूचना खंडार थाना और बहरावंडा खुर्द पुलिस चौकी पर दी। सूचना पर खंडार तहसीलदार देवी सिंह, थानाधिकारी विनोद कुमार मय जाप्ते के घटनास्थल पर पहुंचे। वहीं युवक के डूबने की सूचना पर मौके पर पहुंचे छाण और जैतपुर के स्थानीय युवाओं ने ट्यूब और रस्सों के सहारे युवक को गहरे पानी में तलाश किया। करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद बालाजी मंदिर के सामने स्थित चट्ठानी देह के बीच युवक का शव फंसा हुआ मिला। जिसे स्थानीय तैराकों ने रस्सों की मदद से पानी के बाहर निकाला। हालांकि युवक के डूबने की सूचना पर जिला मुख्यालय से सेल्फ डिफेंस और एसडीआरफ कि टीमें भी बुलाई गई पर शव मिलने के बाद बहरावंडा खुर्द से ही टीम वापस लौट गयी।
शव पानी के बाहर निकलने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी बहरावंडा खुर्द पहुंचाया जहाँ डॉ. बाबूलाल मीना ने पुलिस की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
जानकारी के अनुसार मौके पर मौजूद तहसीलदार देवीसिंह ने थानाधिकारी विनोद कुमार को शनिवार और रविवार के दिन चंबल नदी में नहाने वाले युवकों रोकने के लिए दो पुलिस जवान तैनात करने और रोकने के बाद भी नहीं मानने वाले लोगों पर कठोर कार्यवाही अमल में लाने के आदेश दिए थे।
यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि करीब 15 दिन पूर्व भी चंबल नदी में पुलिया पर नहाते समय मध्यप्रदेश के दो युवक चंबल नदी में बह गए थे जिसमें एक युवक को स्थानीय लोगों ने पानी के बाहर निकाल लिया पर दूसरे युवक का शव घटना के दूसरे दिन चंबल नदी में एसडीआरफ और सेल्फ डिफेंस की गोताखोर टीम ने युवक पानी से ढूंढकर बाहर निकाला था।
02:09

नाबालिक से रेप मामले में सामिल bjp महिला नेता की बढ़ी रिमांड

 
सवाई माधोपुर@ रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। नाबालिग से रेप मामले में महिला थाना पुलिस ने पूर्व भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष सुनीता वर्मा व एफसीआई कार्मिक हीरालाल मीणा निवासी मैनपुरा को रविवार को गंगापुर सिटी न्यायिक मजिस्ट्रेट के निवास पर पेश किया गया।
जानकारी के अनुसार न्यायिक मजिस्ट्रेट ने मामले में गहन अनुसंधान एवं पूछताछ के लिए दोनों को तीन दिन के पीसी रिमाण्ड पर पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस तहकीकात के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी, क्योंकि अभी भी भाजपा कार्यकर्ताओं सहित कई लोगों के दिल में यह बात सही से गले नहीं उतर पा रही है, कि सामाजिक कार्यकर्ता रही सुनीता वर्मा इस तरह के घिनौने कृत्य में भी शामिल हो सकती है।उनके प्रति लोगों के विश्वास की प्रमुख वजह यह है, कि संपूर्ण कोरोना काल के दौरान पूर्व भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष सुनीता वर्मा उर्फ संपत्ति बाई ने जन सहयोग व अपने निजी खर्चे पर गरीब, जरूरतमंद व निराश्रित लोगों की पूर्ण मनोयोग से मतलब तन मन धन से सेवा की थी। इस दौरान वर्मा ने ड्राई खाद्य सामग्री से लेकर, तैयार भोजन व फल सब्जियों से लेकर नगद सहायता राशि भी कोरोना कालखंड में जारी लोक डाउन के दौरान लोगों को उपलब्ध कराई थी। सामाजिक सरोकार की दिशा में बेहतरीन कार्य करने के कारण आज भी समुदाय में कुछ प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो वर्मा को गलत मानने को तैयार नहीं हैं। जिन्हें वर्मा ने आपत्ति काल में सहयोग प्रदान किया था वह यह मानने को तैयार नहीं है, कि वर्मा ऐसा भी कार्य कर सकती है, इसके कारण उन्हें नीचा देखना पड़े। कुछ लोगों की माने तो उनका सीधा सा जवाब है कि यह संपूर्ण कार्यवाही विपक्षी दल द्वारा वर्मा को बदनाम करने के लिए रची गई जो की एक साजिश का हिस्सा है। क्योंकि वर्मा का जिला मुख्यालय पर राजनीतिक कैरियर उछाल पर था।वर्मा की भारतीय जनता पार्टी में महिला सदस्य के रूप में अच्छी पहचान बनती जा रही थी। इस मसले पर स्वयं सुनीता वर्मा ने भी संपूर्ण मामले को षड्यंत्र करार दिया है। खैर  पुलिस तहकीकात के बाद ही मामले से पर्दा उठ पाएगा, लेकिन दाल में काला जरूर है। क्योंकि किसी शायर ने कहा है कि, अगर कोई बात निकलेगी, तो दूर तलक जाएगी। मतलब परिस्थितियां यह स्पष्ट करती है कि,वर्मा का किसी ना किसी रूप में मामले में हस्तक्षेप जरूर है। भले ही वर्मा अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करे, लेकिन घटना में उनकी संलिप्तता नजर आती हुई दिखाई दे रही है। यही वजह है, कि पुलिस को उनके खिलाफ एक्शन लेना पड़ा है। भारतीय जनता पार्टी ने भी किसी प्रकार की बदनामी वह राजनीतिक क्षेत्र में  होने वाली किरकिरी से बचने के लिए वर्मा को पद मुक्त कर अपना पीछा छुड़ा लिया है। जबकि विपक्ष इस मामले को ग्राम पंचायत चुनाव तक में भुनाने को लेकर प्रयासरत है।
02:05

स्वतंत्र निष्पक्ष पारदर्शिता के साथ नियमों का पालन करते हुए करवाएं पंचायत चुनाव- जिला निर्वाचन अधिकारी tni

सवाई माधोपुर@रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। पंचायती राज संस्थाओं के पंच सरपंच के लिए पंचायत समिति बामनवास की 38 एवं सवाई माधोपुर की 3 ग्राम पंचायतों में सोमवार, 28 सितंबर को होने वाले चुनाव के लिए मतदान दलों को महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय साहूनगर प्रांगण में अंतिम प्रशिक्षण एवं मतदान सामग्री देकर मतदान केन्द्रों के लिए रविवार को रवाना किया गया।
पंच-सरपंच चुनाव के लिए अंतिम प्रशिक्षण एवं सामग्री वितरण के अवसर पर जिला निर्वाचन अधिकारी नन्नूमल पहाडिया ने कहा कि मतदान अधिकारी स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शिता के साथ राज्य निर्वाचन आयोग के नियमों की अक्षरशः पालना करते हुए चुनाव सम्पन्न करवाएं। उन्होंने रिटर्निंग अधिकारियों, मतदान अधिकारियों एवं सहायक मतदान अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशासन की ओर से चुनाव के लिए पूरी व्यवस्थाएं की गई है, सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए है। मतदान अधिकारी, रिटर्निंग अधिकारी एवं जोनल मजिस्ट्रेट आपसी समन्वय रखते हुए मतदान की प्रक्रिया पूरी करवाएं।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतदान कार्मिकों से कहा कि मतदान प्रक्रिया में सरपंच का मतदान ईवीएम से तथा पंच का मतदान मतपत्र के माध्यम से होगा। ईवीएम की हैंडलिंग पूरी केयर के साथ की जाए। इसी प्रकार मतदान प्रारंभ करने से पूर्व मॉक पोल करवाया जाए। मॉक पोल के बाद ईवीएम को क्लियर किया जाए। सभी प्रक्रियाएं पूरी पारदर्शिता के साथ करवाई जाए। उन्होंने मतदान अधिकारियों से कहा कि पूरी निष्पक्षता एवं पारदर्शिता रखते हुए चुनाव की प्रक्रिया सम्पन्न करवाएं। प्रशासन पूरी तरह उनके साथ खडा हुआ है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतदान कार्मिकों से कहा कि विवेकशील, संवेदनशील, समर्पित एवं सहयोग के साथ नियमों की पालना करते हुए चुनाव प्रक्रिया पूरी करवाएं। जिला निर्वाचन अधिकारी पहाडिया ने कहा कि मतदान कार्मिक किसी भी स्थिति में गांव वालों का आतिथ्य स्वीकार नहीं करें। पूरी सजगता, सतर्कता रखते हुए नियमों की पालना के साथ चुनाव प्रक्रिया को पूरी करें।
उन्होंने कहा कि मतदान के दौरान कोविड एडवाईजरी एवं प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित की जाए। कोविड पॉजिटिव मतदान करना चाहे तो सबके अंत में पीपीई किट पहनकर मतदान कर सकता है।  
इस मौके पर निर्वाचन आयोग की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक पंकज ओझा ने भी मतदान अधिकारियों, रिटर्निंग अधिकारियों को संबोधित किया। उन्होंने चुनाव के कार्य को आपसी समन्वय के साथ पूरी निष्पक्षता, ईमानदारी तथा प्रक्रिया अपनाकर करने के निर्देश दिए।
प्रशिक्षण में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल सिंह कानावत ने कहा कि पंचायत चुनाव के लिए सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए है। उन्होंने पार्टियों के साथ जाने वाले सुरक्षा कर्मियों के अलावा पंचायत स्तर पर नियुक्त किए गए कार्मिकों, मोबाइल टीम आदि के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कार्मिकों का आत्म विश्वास बढाते हुए कहा कि चुनाव प्रक्रिया को आपसी समन्वय के साथ दिए गए निर्देशों की पालना करते हुए करवाएं। इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं एडीएम भवानी सिंह पंवार ने मतदान कार्मिकों से पूर्ण विवेक के साथ चुनाव की प्रक्रिया पूरी करने तथा अगले दिन प्रक्रिया के अनुसार उप सरपंच का चुनाव करवाने के संबंध में जानकारी दी। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश कुमार एवं दक्ष प्रशिक्षकों ने मतदान दलों को रवानगी से पूर्व मतदान की प्रक्रिया, चुनाव के नियम, ईवीएम  संबंधी नियम तथा अन्य प्रक्रियाओं को विस्तार से समझाया। इस मौके पर एसडीएम बामनवास बद्रीलाल, सवाई माधोपुर एसडीएम कपिल शर्मा, मलारना डूूंगर एसडीएम रघुनाथ ने भी जोनल मजिस्ट्रेट आदि को लगातार जोन का भ्रमण करने तथा मतदान दलों के साथ संवाद रखते हुए चुनाव प्रक्रिया पूरी करवाने के निर्देश दिए।
02:02

पर्यवेक्षक ने लिया मतदान केन्द्रों का जायजा tap news

सवाई माधोपुर@रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा पंचायत चुनाव के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक पंकज ओझा ने रविवार को पंचायत समिति बामनवास के विभिन्न मतदान केन्द्रों का जायजा लिया। मतदान केन्द्रों पर न्यूनतम आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धताओं की जानकारी ली। उन्होंने गांव में लोगो से सम्पर्क कर भयमुक्त होकर मतदान करने की अपील भी की।
चुनाव पर्यवेक्षक ने मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की सुविधाओं के लिए की गई व्यवस्थाएं, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना सुनिश्चित करवाने के लिए 6 फिट की दूरी पर बनाये गये गोले, छाया, पानी, प्रकाश आदि की व्यवस्थाओं को देखा तथा मतदान केन्द्रों पर बीएलओं का निर्देश भी दिए।
02:00

गुर्जर गौड ब्राह्मण महासभा की महिला पदाधिकारियों का स्वागत- अभिनन्दन tni


सवाईमाधोपुर@रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। अखिल भारत वर्षीय श्री गुर्जर गौड़ ब्राह्मण महासभा की महिला संभाग अध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा शर्मा, संभाग महामंत्री श्रीमती ममता शर्मा एवं सवाईमाधोपुर जिला अध्यक्ष श्रीमती सीमा गौतम का सवाईमाधोपुर के प्रसिद्ध समाज सेवी कासल्या परिवार द्वारा स्वागत व अभिनन्दन किया गया।
इस कड़ी में श्रीमती माया गौतम, श्रीमती सीमा कासल्या ने माला व साफा पहनाकर आत्म विभोर हृदय से स्वागत किया। समाज में महिलाओं की सक्रियता पर चर्चा की। साथ ही साथ आगामी कार्य योजना पर व्यापक रूप चर्चा कर महिला सशक्तिकरण पर बल देकर समाज में एकता एवं समरसता का आह्वान किया।

Sunday, 27 September 2020

10:30

दशहरे के आसपास खुल सकते हैं देश में सिनेमाघर tap news

मुंबई.कोरोना के चलते मार्च से सिनेमाघर बंद हैं। मल्टीप्लेक्स और सिंगल स्क्रीन बिज़नेस को देश में 9,000 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। एसोसिएशन ने सिनेमाघर खुलवाने के लिए सरकार पर दबाव बनाया है। मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन और केंद्र सरकार के बीच कई दौर की बातचीत के बाद दशहरे के आसपास सिनेमाघर खुलने के आसार हैं।
बॉलीवुड को हुए नुकसान की भरपाई अगले साल आने वाली फिल्मों से हो सकती है। फिल्म प्रोड्यूसर और ट्रेड एनालिस्ट गिरीश जौहर कहते हैं कि 2021 में कई फिल्में मेगाबजट की हैं। बड़े स्टार्स की अच्छी पटकथा वाली करीब 16 फिल्में लाइनअप हैं। इनसे करीब 4 हजार करोड़ की कमाई की उम्मीद है।
देश की प्रमुख मल्टीप्लेक्स चेन कार्निवाल के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट कुणाल साहनी कहते हैं ‘हमेशा दीवाली, ईद, दशहरा, 2 अक्टूबर, होली जैसी तारीखों पर फिल्म रिलीज के लिए मारामारी रहती है। लेकिन यह साल पूरा कोविड में चला गया। अब अक्टूबर में सिनेमाघर खुलने की उम्मीद है और तमाम अधूरी फिल्मों के बचे हुए काम तेज़ी से हो रहे हैं। यही नहीं 2021 में जिस तरह की फिल्में आ रही हैं उससे लगता है कि हम नुकसान की भरपाई कर लेंगे।
कुणाल साहनी के अनुसार बॉलीवुड की तैयारी अब 2021 के लिए है। इस हिसाब से अगले साल हर बड़े मौके पर फिल्म रिलीज की मारामारी रहेगी। देश में 9,000 स्क्रीन हैं, जिसमें से लगभग 2600 स्क्रीन मल्टीप्लेक्स की हैं। मल्टीप्लेक्स में देश में चार बड़े खिलाड़ी हैं- पीवीआर, आईनॉक्स, कार्निवाल और सिनोपोलिस।
जिनका बिज़नेस पूरी तरह से फिल्मों पर टिका है। इसी साल के अंत तक सिनेमाघरों को जिन फिल्मों से उम्मीद है, वे हैं, 83, सूर्यवंशी, हॉलीवुड की नो टाइम टू डाइ, डिज्नी की बहुप्रतीक्षित मुलान और वार्नर ब्रदर्स की टेनेट है। मूवी मार्टिंग कंपनी के अश्वनी शुक्ला का कहना है कि भारत में हर साल रिलीज़ होने वाली लगभग 1000 फिल्मों में से 300 को ही सिनेमाघर मिलता है। भारत के पास कंटेट बहुत ज्यादा है और स्क्रीन बहुत कम। ओटीटी पर आई शकुंतला देवी, गुंजन सक्सेना जैसी फिल्मों को दर्शकों ने नकार दिया। जबकि यह फिल्में अच्छा बिज़नेस कर सकती थीं। इसलिए अब सिनेमाघर के लिए ही फिल्मों की तैयारी हो रही है।
10:27

चीन के खिलाफ लद्दाख में तैयारी तेज: tap news india

चीन के खिलाफ लद्दाख में तैयारी: tap news india deepak tiwari सेना ने एलएसी के पास टी-90 और टी-72 टैंक तैनात किए, ये माइनस 40 डिग्री टेम्परेचर में भी दुश्मन पर निशाना साधने में सक्षम है
लद्दाख में करीब 5 महीने से जारी तनाव के बीच सेना ने सर्दी के लंबे मौसम में भी मोर्चा संभालने की तैयारियां पुख्ता कर ली हैं। सेना ने पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पास आर्मर्ड रेजीमेंट के टी-90 और टी-72 टैंकों की तैनाती की है। इसके अलावा बीएमपी-2 कॉम्बैट व्हीकल भी भेजे गए हैं। यह युद्धक टैंक 14 हजार 500 फीट की ऊंचाई पर चुमार-डेमचोक एरिया में तैनात किए गए हैं। इसे टैंकों के लिहाज से दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध क्षेत्र कहा जाता है।
इन टैंकों की खासियत है कि ये माइनस 40 डिग्री टेम्परेचर में भी ऑपरेट किए जा सकते हैं। 14 कॉर्प्स के चीफ ऑफ स्टाफ ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि लद्दाख में सर्दियों का मौसम खराब होता है। जहां तक सर्दियों के मौसम की बात है तो हम पूरी तरह तैयार हैं। हाई कैलोरी और न्यूट्रीशन वाला राशन हमारे पास है। फ्यूल और ऑयल, सर्दियों के कपड़े, गर्मी पहुंचाने के उपकरण हमारे पास पर्याप्त मात्रा में हैं।
सर्दियों के मौसम में लंबे समय तक युद्ध की तैयारियां कर ली गई हैं। सेना के पास जवानों और हथियारों की साज-संभाल के पर्याप्त साधन मौजूद हैं।
सर्दियों के मौसम में लंबे समय तक युद्ध की तैयारियां कर ली गई हैं। सेना के पास जवानों और हथियारों की साज-संभाल के पर्याप्त साधन मौजूद हैं।
ऊंचाई और सर्दी के मौसम में टैंकों की मेंटेनेंस बड़ी चुनौती
मेजर जनरल अरविंद कपूर ने न्यूज एजेंसी को बताया कि सर्दियों में यहां रात के वक्त टेम्परेचर माइनस 35 डिग्री तक पहुंच जाता है। इसके अलावा तेज बर्फीली हवाएं भी चलती हैं। इस इलाके में टैंकों, बड़ी बंदूकों और युद्धक वाहनों का मेंटेनेंस बहुत बड़ी चुनौती रहता है। फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स भारतीय सेना की अकेली या दुनिया की अकेली टुकड़ी है, जो ऐसे हालात में मोर्चा संभालने के लिए तैनात की गई है। हमने यहां पर जवानों और हथियारों की मेंटेनेंस और तैयारी को लेकर पर्याप्त व्यवस्थाएं कर रखी हैं।
आर्मर्ड रेजीमेंट को किसी भी मौसम और इलाके में युद्ध करने का अनुभव
टैंक पर तैनात एक जवान ने बताया कि मैकेनाइज्ड इन्फैन्ट्री सेना का एडवांस हिस्सा है। यह किसी भी मौसम और इलाके में युद्ध करने का अनुभव रखती है। मिसाइल स्टोरेज और हाई मोबिलिटी एम्यूनिशन जैसी खासियतों की वजह से हम लंबे समय तक युद्ध करने की काबिलियत रखते हैं। इन्फैन्ट्री में तैनात जवान किसी भी तरह के हथियार चलाने के लिए ट्रेंड किए जाते हैं।
भारत की आर्मर्ड रेजीमेंट के पास कम समय में एलएसी के पास पहुंचने की क्षमता है और यह रेजीमेंट ऐसा करके दिखा चुकी है। तब 29-30 अगस्त को चीन ने अपने टैंक तैयार किए थे और भारत की कुछ पोस्ट पर कब्जा करने की कोशिश की थी। लेकिन, भारतीय जवानों ने ना सिर्फ चीन की घुसपैठ नाकाम कर दी, बल्कि पैगॉन्ग के दक्षिणी किनारे पर अहम चोटियों पर भी कब्जा कर लिया।
10:25

वाराणसी में महामारी के बीच हुई बड़ी लापरवाही :tap news india

वाराणसी.उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) अस्पताल में एक बार फिर लापरवाही का मामला सामने आया है। कोविड वार्ड से एक मरीज के लापता होने की सूचना लंका थाने पर बीएचयू प्रशासन ने दिया है। इससे पहले भी मरीजों के साथ कोविड अस्पताल में लापरवाही के मामले सामने आ चुके हैं।
बताया जा रहा है कि मऊ जनपद के भटकौल गांव के रहने वाले एक शख्स को कोविड वार्ड में 23 तारीख को भर्ती किया गया था। लेकिन 26 को वो व्यक्ति वहां से गायब हो गया। जिसकी सूचना बीएचयू अस्पताल द्वारा लिखित तौर पर स्थानीय थाने को दी गई है। अभी बीएचयू की ओर से कोई आधिकारिक बयान नही आया है। रविवार को यह मामला मीडिया में सामने आने के बाद प्रशासन ने चुप्पी साध ली है।
बीएचयू में कोरोना काल में लगातार लापरवाही के मामले
पहला मामला
12 अगस्त कोरोना की वजह से एडिशनल सीएमओ डाक्टर जंगबहादुर की मौत हो गई थी। कोरोना संक्रमित होने के कारण शव को देखने की इजाजत परिजनों को नहीं थी। परिजन डेडबॉडी लेकर दाह संस्कार करने हरिश्चंद्र घाट पहुंचे। दाह संस्कार के दौरान एक और परिवार पहुंचा और लाश की अदलाबदली की बात बताई। परिवार ने जब अधजली लाश का चेहरा देखा तो होश उड़ गए। पिता समझकर युद्धवीर दाह संस्कार कर रहा था, लेकिन वह कोरोना से संक्रमित गाजीपुर के केशव श्रीवास्तव का डेडबॉडी थी।
दूसरा मामला
कोरोना मरीज को चोट लगने के बाद 12 अगस्त को परिजनों ने ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था।15 अगस्त को कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद सुपर स्पेशियलिटी कॉम्प्लेक्स के कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। जहां दूसरे तल पर बेड नंबर 26 में भर्ती था। कुछ दिनों बाद अस्पताल स्टॉफ ने परिजन को मरीज के गायब होने की सूचना दी। इसके बाद लंका पुलिस को तहरीर भी दी गई। इसके बाद मरीज का शव कैम्पस में ही मिला।
तीसरा मामला
फूलपुर थाने के बाबतपुर क्षेत्र के कैथोली गांव निवासी युवक को मानसिक बीमारी को लेकर 16 अगस्त को बीएचयू के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था। इस दौरान युवक की कोविड-19 जांच रिपोर्ट में उसके संक्रमित होने का पता चला। जिसके बाद कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने 23 अगस्त को देर रात चौथी मंजिल से कूद के आत्महत्या कर लिया। कई परिजनों ने तोड़फोड़ किया और चोरी का भी आरोप लगाया।
10:22

deepak tiwari भोपाल में दुर्गा उत्सव की गाइडलाइन का विरोध उग्र हुआ पुलिस ने बल प्रयोग कर किया शांत

भोपाल.भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर रविवार दोपहर दुर्गा प्रतिमाओं की गाइड लाइन का विरोध करने पहुंचे जय भवानी संगठन के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठियां भांजी। प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ता उग्र हो गए थे। वे पुलिस से ही उलझ गए। ऐसे में पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए एक दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी ले लिया।
भोपाल के रोशनपुरा चौराहा पर प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं को पुलिस समझाइश देते हुए।
मार्केट के अंदर तक पीछा किया
प्रदर्शन को देखते हुए रोशनपुरा चौराहे पर बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया था। पहले तो सिर्फ नारेबाजी की जा रही थी, लेकिन उसके बाद प्रदर्शनकारी तत्काल गाइडलाइन को रद्द करने की मांग करने लगे। पुलिस के समझाइश देने पर भी वे नहीं माने। पुलिस के बल प्रयोग करते ही भीड़ तितर-बितर हो गई। लोग पुलिस से बचने के लिए सड़क पर भागते नजर आए। कुछ लोग तो कई फीट ऊंची रैलिंग पर चढ़कर मार्केट की तरफ भाग निकले। पुलिस ने कार्यकर्ताओं का पीछा न्यू मार्केट के अंदर तक किया। दोपहर तक कार्रवाई जारी थी
पुलिस से बचने के लिए कार्यकर्ता कई फीट रेलिंग कूदकर भागे।
पुलिस के बल प्रयोग से बचने के लिए कुछ कार्यकर्ता न्यू-मार्केट में घुस गए थे। पुलिस ने उनका वहां तक पीछा किया।
पुलिस के बल प्रयोग से बचने के लिए कुछ कार्यकर्ता न्यू-मार्केट में घुस गए थे। पुलिस ने उनका वहां तक पीछा किया।
कांग्रेस ने भी किया प्रदर्शन
दुर्गा महोत्सव के लिए गाइडलाइन निर्धारित करने का कांग्रेस ने भी विरोध जताया है। इसको लेकर रविवार दोपहर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने एक रैली निकाली। उन्होंने माता मंदिर चौराहे से लेकर न्यू मार्केट तक पैदल मार्च किया। इस दौरान उन्होंने मंदिर में एक ज्ञापन भी चढ़ाया। हालांकि यह प्रदर्शन शांतिपूर्वक रहा।
समझाइश के बाद भी पुलिस की बात नहीं मानने पर पुलिस ने बल प्रयोग किया।
समझाइश के बाद भी पुलिस की बात नहीं मानने पर पुलिस ने बल प्रयोग किया।
यह गाइड लाइन तय है
प्रतिमाएं अधिकतम 6 फीट ऊंची हो सकती हैं।
पंडाल का साइज भी 10 बाई 10 फीट अधिकतम होगा।
सामाजिक/सांस्कृतिक एवं अन्य कार्यक्रमों के आयोजन में 100 से कम व्यक्ति ही रह सकेंगे हैं।
कार्यक्रम की पूर्व से अनुमति लेनी जरूरी।
किसी भी तरह के जुलूस निकालने की अनुमति नहीं होगी।
गरबा भी नहीं होगा। लाउडस्पीकर के लिए भी गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य है।
मूर्ति विसर्जन के लिए 10 से अधिक व्यक्तियों के समूह को अनुमति प्रदान नहीं की जाएगी।
आयोजकों को अलग से जिला प्रशासन से लिखित अनुमति पहले से लेनी आवश्यक है।
झांकियों, पंडालों और विसर्जन के आयोजनों में श्रद्धालु फेस कवर, सोशल डिस्टेंसिंग एवं सैनिटाइजर का प्रयोग करेंगे।
शासन के द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों का भी पालन करना होगा।
जिला प्रशासन द्वारा तय विसर्जन स्थलों पर ही विसर्जन करना होगा।
विसर्जन स्थल पर कम भीड़ होना चाहिए।
08:21

मध्यप्रदेश :उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी की tni

 SEP 27, 2020
tap news india deepak tiwari 
भोपाल: मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने रविवार को दूसरी सूची जारी कर दी है. कांग्रेस ने 9 और उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. सतीश सिंह सिकरवार समेत 8 और नेताओं को पार्टी की तरफ से टिकट दिया गया है. बीजेपी से कांग्रेस में आई पारुल साहू को सुरखी से प्रत्याशी बनाया है. उपचुनाव के कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है.

गौरतलब है कि पिछले दिनों कांग्रेस ने  15 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. मध्य प्रदेश की दिमनी विधानसभा सीट से रविंद्र सिंह तोमर, अंबाह सीट से सत्य प्रकाश,गोहद सीट से मेवाराम जाटव, ग्वालियर से सुनील शर्मा, डबरा से सुरेश राजे, करैरा सीट से प्रागी लाल जाटव, भांडेर से फूल सिंह बरैया, बमोरी से कहैन्या लाल, अशोक नगर से आशा दोहरे, अनुपपूर से विश्वनाथ, सांची से मदन लाल चौधरी, आगर से विपिन वानखेड़े,  हाटपिपलिया से राजवीर सिंह बघेल, नेपानगर से राम किश्न, सांवेर से प्रेमचंद गुड्डू को टिकट दिया था.
05:15

सुनीता वर्मा की भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष पद से छुट्टी नाबालिक के साथ हुए बलात्कार में संलिप्तता का मामला tap news india

सवाई माधोपुर@ रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष सुनीता वर्मा की गिरफ्तारी के बाद भारतीय जनता पार्टी ने  तुरंत कार्रवाई करते हुए भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष पद से सुनीता वर्मा उर्फ संपत्ति बाई की तत्काल प्रभाव से छुट्टी कर दी है। इस संबंध में सामाजिक एवं राजनीतिक रूप से किसी भी प्रकार की बदनामी एवं किरकिरी से बचने के लिए स्वयं भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. भरत लाल मथुरिया ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए एक आदेश जारी कर वर्मा को महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष पद से हटा दिया है। डॉ. मथुरिया द्वारा यह कार्रवाई भाजपा प्रदेश संगठन के निर्देश मिलने के बाद अमल में लाई गई है। जिले में ग्राम पंचायत चुनाव के चलते भाजपा किसी भी प्रकार का रिस्क लेने के मूड में नहीं है, इसलिए आरोप साबित नहीं होने से पूर्व ही भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा आरोपी सुनीता वर्मा को महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष पद से तुरंत हटाने की कार्रवाई कर भाजपा ने अपना नाबालिक बलात्कार मामलें में अपना पल्ला झाड़ लिया है, ताकि पार्टी की गरिमा पर किसी भी प्रकार की आंच ना पाए, और विरोधियों को इस संबंध में बोलने का मौका मिल सके। ज्ञातव्य है कि, सुनीता वर्मा पर नाबालिग के साथ दुष्कर्म मामले में सहयोग का संगीन आरोप लगा है, जिसके चलते शनिवार शाम ही सुनीता वर्मा व उसके अन्य सहयोगी हीरालाल को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया।
गौरतलब है,की सवाई माधोपुर जिले की एक नाबालिग लड़की के साथ शादी का झांसा देकर उसके साथ रेप किए जाने का मामला विगत दिवस सामने आया था। पीड़िता के परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर पीड़िता के बयान को कलमबद्ध दर्ज किया। जिस पर नाबालिग बच्ची को बहला-फुसला कर जिस्मफरोशी के लिए मजबूर करने एवं रेप कराने के मामले में पुलिस ने भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सुनीता वर्मा उर्फ सम्पति बाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही पीड़िता के परिजनों की दर्ज रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने सुनीता, पूजा और हीरालाल को आरोपी बनाया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार गत वर्ष अक्टूबर में पूजा ने नाबालिग पीड़िता का पीछा किया। आरोपी उसे जीवन सवांरने का झांसा देकर सुनीता के किराए के घर में ले गए। दिसम्बर माह में आरोपियों ने उसे एक होटल में भेजा जहां पर एक व्यक्ति ने उसके साथ रेप किया। पीड़िता के चिल्लाने पर उसे डराया व धमकाया गया। आरोपी महिलाओं ने उसे अश्लील फ़ोटो वायरल करने की भी धमकी दी।
रिपोर्ट के अनुसार दर्ज मामले में आरोपियों ने नाबालिग पीड़िता के साथ 8-10 बार रेप करवाया। साथ ही जयपुर में उसके साथ जिस्मफरोशी का सौदा भी कर लिया था। लेकिन पीड़िता आरोपियों के चंगुल से बच निकली। मामले का अनुसंधान पुलिस महिला प्रकोष्ठ उपाधीक्षक को सौंपा गया है।
रिपोर्ट दर्ज कराते समय पीड़िता ने आरोप लगाया है कि आरोपी सुनीता उर्फ सम्पति बाई वर्मा ने पीड़िता से बीस हजार रुपये की मांग की थी। जिस पर पीड़िता घर से चोरी की व रकम सौंप आई। इस मामले में नाबालिग पीड़ित के पिता ने जिले के एक थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के प्रयास किया था लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। जबकि इसी मामले में भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष सवाई माधोपुर सुनीता वर्मा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा, कि मुझे राजनीतिक द्वेषता के चलते फंसाया जा रहा है। जबकि मेरा इस मामले से कोई लेना देना नहीं है।
05:13

पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री जसवंत सिंह जसोल के आकस्मिक निधन tap news india

सवाई माधोपुर/ गंगापुर सिटी@ रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा।जनता पार्टी के कद्दावर नेता व पूर्व में केंद्रीय रक्षा मंत्री रहे कर्नल जसवंत सिंह जसोल का लंबे समय से अस्वास्थ्य होने के कारण रविवार को आकस्मिक निधन हो गया । भाजपा शहर मण्डल प्रवक्ता धनेश शर्मा ने बताया कि इस पर भारतीय जनता पार्टी शहर मंडल गंगापुर सिटी के पदाधिकारियों व समस्त कार्यकर्ताओं द्वारा ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए गहरा शोक व्यक्त किया गया। इस पर पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर ने स्व.जसवंत सिंह जसोल के निधन को भारतीय जनता पार्टी संगठन के लिए अपूरणीय क्षति बताया और कहा कि स्व.कर्नल भाजपा संगठन के एक कर्तव्यनिष्ठ व सच्चे कार्यकर्ता थे जिन्होंने  सरकार में मंत्री  रहकर जनता की सेवा की व संगठन में कार्यकर्त्ता के रूप में अनेक कार्य किये शोक व्यक्त करने वाले कार्यकर्ताओं में शहर मंडल अध्यक्ष वीरु पुजारी, जिला महामंत्री मनोज बंसल, उपाध्यक्ष राम सिंहखटाना ,शहर मंडल महामंत्री मिथिलेश व्यास ,अशोक गुप्ता कमालपुरा, गोपाल धामोनीया, चिरंजी लोधा, शिवदयाल जोशी, सूरजमल जाट, सुशील दीक्षित,पार्षद अशोक शर्मा, एडवोकेट नवीन शर्मा, कौशल बोहरा, पूर्व सभापति दीपक सिंघल, जिला प्रवक्ता महेंद्र दीक्षित, विनोद अटल, पूर्व मंडल अध्यक्ष गिरधारी सोनी, ओमी कटारिया, भाजयुमो अध्यक्ष विष्णु कांत दीक्षित, जीतेंद्र उपाध्याय ,मनीष सिंघल,कमलेश महावर, नारायण महावर, पूर्व पार्षद भरत मीणा, एडवोकेट हिमांशु ,एडवोकेट घनश्याम, रामबाबू शर्मा और डॉ मुकेश व्यास, नरेश दुबे ,विजय बोहरा, मुकेश जांगिड़ सहित अन्य समस्त भाजपा कार्यकर्ता शामिल है
05:09

बाटोदा में आयोजित रक्तदान शिविर में 44 यूनिट रक्त संग्रहित tap news india

सवाई माधोपुर@रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा । रक्तदाता- जीवनदाता ग्रुप, एवं खुशी स्किल डेवलपमेंट सेंटर के संयुक्त तत्वाधान में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर शनिवार को बामनवास उपखंड क्षेत्र के बाटोदा कस्बे मेंआयोजित किया गया।  ग्रुप की ओर से यह 34वां रक्तदान शिविर था, शिविर का बाटोदा निवासी 14 साल की खुशबू सैनी ने सुबह 10 बजे फिता काट कर शुभारंभ किया । ग्रुप के मिडिया प्रभारी कालूराम मीणा (जोलंदा) ने रक्तदान शिविर  के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि रक्तदान शिविर में रक्तदाता जीवनदाता ग्रुप की और से पहली बार निःशुल्क बॉडी हेल्थ चेकअप कैंप का भी आयोजन किया गया। जिसमें दिल्ली की टीम ने अपनी सेवाएं प्रदान की।बांडी हेल्थ चेकअप कैंप में कुल 63 लोग निःशुल्क जांच करा कर लाभान्वित हुई, इस दौरान के चेहरे पर विशेष खुशी झलक रही थी । सभी का कहना था कि  ऐसे कैम्पों का  आयोजन होता रहना चाहिए। रक्तदाता जीवनदाता ग्रुप की ये बहुत अच्छी पहल है रक्तदान शिविर आयोजित होने से एक दिन पहले रक्तदान जागरूकता रैली निकाली गई रैली में ग्रामीणों व रक्तवीरो ने बड़ी संख्या में भाग लिया रक्त को एकत्रित करने के लिए गंगापुर सिटी रिया हॉस्पिटल की टीम परमानंद सोनी,ओमप्रकाश गुर्जर,अमरसिंह व्यास,  संयुक्त रुप से शिविर में उपस्थित रही। इसी क्रम में विशिष्ट चिकित्सकों के द्वारा प्रत्येक डोनर की रक्तदान से पूर्व कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए सम्पूर्ण जांच भी की गई उसके पश्चात ही डोनर रक्तदान रुम में प्रवेश दिया गया। इसके अतिरिक्त‌ शिविर रुम को रक्तदान शिविर से पूर्व सेनेटाइज से स्वस्छ किया गया प्रशासनिक एडवाइजरी एवं सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए प्रत्येक डोनर को मास्क के साथ ही शिविर कक्ष में प्रवेश दिया। ग्रुप के सभी सदस्य भी एडवाइजरी का पालन करते हुए अपने -अपने कर्तव्यों का निर्वहन पालना की। ग्रुप कोडिनटर दिलराज गोल्ली का इस संबंध में कहना है कि "रक्तदान ही  महादान है रक्तदान से बढ़कर कोई दान नही होता है। रक्तदान करने वाले सभी डोनरो को फल व फ्रुटी और पानी की बोतलो की व्यवस्था बामनवास के श्री केदार मीना की ओर से कि गई "रक्तदान शिविर में युवा बढ़चढ़ कर आगे आए, और भारी मात्रा में रक्तदान किया सामाजिक सरोकार के तहत रक्त की कमी से जूझ रहे लोगों की हर संभव मदद करने की बात कही। और कहा एक व्यक्ति के एक यूनिट रक्तदान की वजह से किसी दूसरे व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है, उसे जीवन दान दिया जा सकता है। शिवीर सयोंजक कुलदीप व्यास ने बताया कि इस शिविर में कुल 44 यूनिट रक्त संग्रहण किया गया है। शिविर में युवाओं के भारी मात्रा में भाग लिया वैश्विक महामारी कोरोना के बीच उपजे लोक डाउन में भी रक्तदाता जीवनदाता ग्रुप ने रक्त की कमी को देखते हुए सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में स्थित ब्लड बैंकों में रक्तदान शिविरों के जरिए एवं व्यक्तिगत रक्तदान कार्यक्रम चलाकर रक्त की कमी नहीं आने दी है। कोरोनावायरस के लोक डाउन काल में ही  तकरीबन एक दर्जन रक्तदान शिविर ग्रुप द्वारा आयोजित किए गए हैं, ताकि किसी प्रसूता या नवजात तथा गंभीर मरीजों की केवल रक्त की कमी के चलते जन हानी न हो। रक्तदान शिविर में, ग्रुप संचालक एमपी गम्भीरा, रोटी बैंक कोटा संचालिका पीहू मीना, दिलराज गोल्ली, ईश्वर गुर्जर सवाई माधोपुर अजय सिंह मीना बिछोछ, मीना,दिलकेश मीना बाटोदा, राहुल योगी नारायणपुर कुलदीप व्यास सियाराम बाटोदा, सुरज्ञान मीना, साजिद खान, आदि लोग उपस्थित रहे !
05:07

डेंटल वैन द्वारा किया गया बच्चों व ग्रामीणों के दांतों का उपचार tap news

सवाई माधोपुर@ रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा।शुक्रवार को मोबाइल डेंटल वैन सवाई माधोपुर जिले के फलोदी कस्बे में स्थित पीएचसी पहुंची। जहां डेंटल वैन के चिकित्सकों व टीम ने बच्चों व ग्रामीणो के दांतों का इलाज किया। शिविर में आरबीएसके टीम व मोबाइल डेंटल वैन के चिकित्सक व स्टाफ मौजूद रहा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तेजराम मीना ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित मोबाइल डेंटल वैन के जरिए सितम्बर माह में स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं। इस दौरान आरबीएसके टीमों की ओर से चिन्हित बच्चों के दांतों व मुख की जांच, उपचार व दवा भी नि:शुल्क दी जा रही है। जिले में एक माह तक करीब 20 स्थानों पर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है जहां आमजन को मुख व दांतों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। साथ ही आमजन को कोरोना के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है।
आरबीएसके एडीएनो डॉ. जीशान खान ने बताया कि 26 सितम्बर सीएचसी बहरांवडा खुर्द, 28 सितम्बर सीएचसी खंडार, 29 सितम्बर को बहरांवडा कलां में शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
04:57

BJP को बड़ा झटका शिवसेना के बाद अब अकाली दल भी हुआ NDA से अलग

मोदी सरकार की ओर से लाए गए कृषि बिल को लेकर देशभर में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. किसानों के साथ विपक्ष भी आंदोलन कर रहा है, वहीं अब भारतीय जनता पार्टी के 22 साल पुराने गठबंधन सहयोगी शिरोमणि अकाली दल ने एक और बड़ा झटका दे दिया है. कृषि बिल के विरोध में शिरोमणि अकाली दल ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन या नई एनडीए से 22 साल पुराना नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया है.

शिरोमणि अकाली दल की ओर से काफी वक्त पहले से ही मोदी सरकार के जरिए लाए गए कृषि बिलों का विरोध किया जा रहा है. विरोध के चलते अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने पहले ही केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया था. हालांकि, तब अकाली दल ने एनडीए सरकार को समर्थन जारी रखने का ऐलान किया था. लेकिन अब अकाली दल ने कृषि बिल के विरोध में एनडीए से अलग होने का फैसला लिया है.

अकाली दल ने कहा है कि एमएसपी पर किसानों के उत्पाद की मार्केटिंग सुनिश्चित करने के अधिकार की रक्षा के लिए वैधानिक विधायी गारंटी देने से केंद्र सरकार ने मना कर दिया. इसके कारण बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन से अलग होने का फैसला करना पड़ा. पंजाबी और सिख समुदाय से जुड़े मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार की असंवेदनशीलता को देखते हुए ये फैसला किया गया है.

अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पार्टी की कोर कमेटी में शामिल वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की. इस बैठक में एनडीए से अलग होने का फैसला किया गया. इससे पहले सुखबीर सिंह बादल का कहना था कि अकाली दल के एक बम ने मोदी सरकार को हिला दिया है. पिछले 2 महीनों से किसानों पर कोई शब्द नहीं था, लेकिन अब 5-5 मंत्री इस पर बोल रहे हैं.

वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एनडीए छोड़ने के अकाली दल के फैसले को बादल के लिए राजनीतिक मजबूरी के एक हताश फैसला करार दिया है. सीएम अमरिंदर का कहना है कि किसान बिल पर बीजेपी की सार्वजनिक आलोचना के बाद इनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं बचा था.
04:49

आज गूगल का 22वां जन्मदिन, बनाया बेहद खास डूडल tap news india

विश्व का सबसे बड़ा सर्च इंजन Google का आज बर्थ डे है. इस मौके पर गूगल खास डूडल के ज़रिए गूगल अपना 22वां जन्मदिन मना रहा है. गूगल ओपेन करने पर कलरफुल डूडल दिखाई दे रहा है, जिसपर क्लिक करने के बाद सर्च रिजल्ट पेज पर रीडायरेक्ट हो रहा है. Google Doodle पर टैप करने पर शेयर करने का भी ऑप्शन भी दिया गया है. यानी कि इसे फेसबुक, ट्विटर और ईमेल के जरिए शेयर भी किया जा सकता है.

डूडल में Google के सभी एल्फाबेट को दिखाया है, जिसमें Google के पहले अक्षर को एक लैपटॉप स्क्रीन के सामने देखा जा सकता है, जिसके चारों तरफ गिफ्ट बॉक्स, एक केक और टॉफियां बिखरी हैं. इसक अलावा बाकी के 5 एल्फाबेट को एक फ्रेम में दिखाया गया है. आज गूगल दुनिया भर में सबसे बड़ा सर्च इंजन है, और ये 100 से ज्यादा भाषाओं में काम कर रहा है. Alphabet Inc, गूगल की पैरंट कंपनी है.भारत में भी गूगल ने अपने आपको लोकल लेवल पर तैयार किया है और इसमें कई भाषाओं को जोड़ा है.
03:20

कोरोना कॉल की फीस माफ कर मानवता का परिचय दें निजी स्कूल : विमल किशोर

हरियाणा आज 27 सितंबर सोनीपत कोरोना कॉल के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे अभिभावकों द्वारा फीस जमा न कराने के कारण निजी स्कूलों द्वारा बच्चों के नाम काटने के विरोध में आज छात्र अभिभावक संघ ने एक सभा सुदामा नगर में की तथा सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि कल उपायुक्त महोदय को ज्ञापन सौंपकर कोरोना कॉल में फीस न भर पाने वाले अभिभावकों के बच्चों की फीस माफ करवाने की मांग करेगे।

इस मौके पर छात्र अभिभावक संघ के संयोजक विमल किशोर ने कहा कि कोरोना कॉल के कारण काफी अभिभावकों का रोजगार समाप्त हो गया तथा वह आर्थिक संकट के कारण अपने बच्चों की फीस जमा नहीं करवा पाए जिसके बाद निजी स्कूल संचालकों ने उनके बच्चों के नाम काट दिए और ऑनलाइन पढ़ाई बंद कर दी जोकि सरासर गलत है अब अभिभावक बहुत परेशान हैं वह फीस भरने की स्थिति में नहीं है तो एक तरफ निजी स्कूल संचालक उन्हें एस एल सी सर्टिफिकेट भी नहीं दे रहे जिससे कि वह सरकारी स्कूल में अपने बच्चों का दाखिला करवा सकें तो दूसरी तरफ पहले सरकार ने आदेश जारी किए थे कि जो अभिभावक प्राइवेट स्कूलों में अपने बच्चों को नहीं पढ़ा सकते वह बिना एसएलसी के सरकारी स्कूलों में दाखिला करवा सकते हैं किंतु सरकार ने वह आदेश भी वापस ले लिए अब बिना एसएलसी के सरकारी स्कूलों में दाखिला हो नहीं रहा 
प्राइवेट स्कूल वाले पिछले 7 महीने की फीस लिए बिना एसएलसी दे नहीं रहे तो आखिर अभिभावक जाएं तो कहां जाएं 

विमल किशोर ने सरकार प्रशासन तथा प्राइवेट स्कूल संचालकों से अपील की कि वह मानवता दिखाते हुए आर्थिक संकट से जूझ रहे अभिभावकों के बच्चों की फीस माफ करें अन्यथा वह बिना फीस लिए एसएससी जारी करे तो दूसरी तरफ सरकार से अपील है कि वह प्राइवेट स्कूलों को हिदायत दे कि वह आर्थिक संकट से जूझ रहे अभिभावकों के बच्चों की फीस माफ करें या फिर एसएलसी जारी करें या सरकार ही बिना एस एल सी के सरकारी स्कूलों में दाखिला देने का प्रावधान करें

सभा में अभिभावकों को समर्थन देने पहुंचे सोनीपत विकास मंच के चेयरमैन अनिल गुप्ता ने सभा को संबोधित करते हुए कहां कि वह अभिभावकों की हर लड़ाई में साथ खड़े हैं तथा उन्होंने सरकार व प्रशासन से भी अपील की कि कोरोना कॉल के कारण आर्थिक संकट से जूझ रहे अभिभावकों की बच्चों की फीस माफ की जाए

इस मौके पर प्रवेश कुमारी सुषमा नेहा मंजू मोनिका रितु उषा राजबाला वंदना मोहित मुनेश हितेश अंकित सन्नी आदि दर्जनों छात्र अभिभावक संघ के सदस्य मौजूद  थे
03:13

noida कांग्रेस सेवादल की बैठक आयोजित

आज नोएडा महानगर कांग्रेस सेवा दल की बैठक सेक्टर 74 में आयोजित की गई l सेवादल के उपाध्यक्ष शैलेंद्र वर्णवाल ने बताया कि अध्यक्ष विक्रम सेठी जी ने सभी नवनियुक्त पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं को टोपी एवं बैच लगाकर सम्मानित किया l
बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों ने अपनी समस्याएं गिनाए l मध्यमवर्ग पूरी तरह से वर्तमान सरकार से निराश है l कई लोग जॉब जाने से एवं सैलरी कट होने से डिप्रेशन में आ गए हैं l नई नौकरियां निकल नहीं रही जो है वह भी जा रही है l बच्चों का भविष्य अंधकार में है, वह डिग्री लेकर ठोकर खा रहे हैं ,ना तो जॉब मिल रही है,और ना स्वव्यवसाय करने के लिए लोन मिल रहा है l बिजनेस का बुरा हाल हो गया है l उपयुक्त पात्रता होने के बाद भी बैंक लोन नहीं दे रहे हैं lभ्रष्टाचार चरम पर है l
शैलेंद्र वर्णवाल ने कहा कि वह नोएडा एवं दिल्ली में अब तक अपनी संस्था बीजेएनएस के माध्यम से जनता की सेवा कर रहे हैं, अब वह कांग्रेस से जुड़ गए हैं ,कांग्रेस राष्ट्रीय एवं जन-जन में बसी पुरानी पार्टी है l राष्ट्रीय पार्टी से जुड़ने पर और व्यापक रूप से समाज की सेवा कर पाएंगे l कांग्रेस सेवा दल के माध्यम से लोगों की हर समस्या को बिना धार्मिक जातीय एवं क्षेत्रीय भेदभाव के उठाया जाएगा और समाज के हर वर्ग को कांग्रेस से जोड़ेंगे l
आज की बैठक में विक्रम सेठी शैलेंद्र वर्णवाल,चंदन कुमार, के के मिश्रा,अतुल श्रीवास्तव दया शंकर पांडे ,राहुल संस्कृत,हिरल कवलानी, विभूति सक्सेना, संजय त्रिपाठी,राहुल यादव, एसपी पांडे, दीपक शर्मा हैवर नैथनल, जे एस बेदी आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद

Saturday, 26 September 2020

18:32

deepak tiwari मास्क नहीं पहनने का बयान देकर चर्चा में आए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के घर में कोरोना की दस्तक बेटा संक्रमित मिला अस्पताल में भर्ती

भोपाल.मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के घर पर कोरोना ने दस्तक दी है। शनिवार को उनके बेटे सुकर्ण मिश्रा की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। गृह मंत्री पिछले दिनों मास्क न पहनने के अपने बयान से चर्चा में आए थे। उन्होंने इंदौर में मास्क न पहनने का बयान दिया, इसके बाद शाम को खेद जताया और दूसरे दिन सुबह माफी मांगी कि मेरा बयान पीएम मोदी की भावनाओं के अनुरूप नहीं था। इसके बाद उसी दिन शाम को ग्वालियर और चंबल के दौरे पर गए नरोत्तम फिर से बगैर मास्क के दिखे थे।
भोपाल में आज 283 नए मरीज मिले। वहीं, संक्रमण से मरने वालों की संख्या 392 हो गई है। अब राजधानी में कुल संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 17769 पहुंच चुका है। केवल सितंबर में ही करीब 7 हजार संक्रमित बढ़ गए। भोपाल में रिकवरी रेट 77 फीसदी से ज्यादा हो गया है। यहां अब तक 13606 मरीज ठीक हो चुके हैं,वहीं मध्य प्रदेश में अब तक 1 लाख 17 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, जबकि संक्रमण से मरने वालों की संख्या 2152 हो गई है। हालांकि प्रदेश में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 80 फीसदी के करीब बना हुआ है। हर रोज ठीक होने वालों का आंकड़ा बढ़ रहा है। शुक्रवार को कोरोना प्रदेश में नए संक्रमित 2227 मिले थे, जबकि ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 2743 थी।
वीआईपी इलाके में भी कोरोना संक्रमण
राजधानी के पॉश इलाकों में संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शनिवार को शहर में 283 नए मरीज मिले। चार इमली में निवासरत एक आईएएस अफसर की 10 साल की बेटी और 74 बंगले में निवासरत प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला की पत्नी संक्रमित मिलीं। शिवाजी नगर में रहने वाले गृह विभाग के अपर सचिव अनिल सुचारी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। राजभवन में दो नए संक्रमित मिले। लोकायुक्त कार्यालय में भी एक मरीज मिला। जवाहर लाल नेहरू कैंसर अस्पताल में तीन मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।