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Thursday, 30 June 2022
Wednesday, 29 June 2022
घोषित वेंडर जोन में भी सुरक्षित नहीं है वेंडर प्राधिकरण कर्मी कर रहे हैं क़ुरतापूर्ण कार्रवाई- गंगेश्वर दत्त शर्मा
AAP के ब्राह्मण नेता रामजी पांडेय लड़ेंगे 2024 का लोकसभा चुनाव
Tuesday, 28 June 2022
हमारी सोच और कहन को विस्तार देता है कथा संवाद: सुशांत सुप्रिय
भगवन्त खुबा ने एसईसीआई कार्यालय का दौरा किया
नई दिल्ली:नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा तथा रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री श्री भगवन्त खुबा ने एसईसीआई कार्यालय का दौरा किया। श्री खुबा ने वहां एसईसीआई के वरिष्ठ अधिकारियों से भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) क्षेत्र और भारत की सीओपी-26 संबंधी प्रतिबद्धताओं के बारे में विचार-विमर्श किया।
श्री खुबा को एसईसीआई की जारी मौजूदा गतिविधियों के साथ ही बैटरी स्टोरेज, आरई टेंडर्स, ई-मोबिलिटी, एग्रो पीवी, ग्रीन हाइड्रोजन और कचरे से ऊर्जा बनाने जैसी नई पहलों के बारे में बताया गया। इन पहलों से राष्ट्रीय लक्ष्यों को तेजी से हासिल करने में मदद मिलेगी।
एसईसीआई के दल को राज्यमंत्री श्री खुबा की उत्साहवर्धक टिप्पणियों से काफी प्रोत्साहन मिला और उन्होंने देश में नवीकरणीय ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ाने की प्रतिबद्धता को दोहराया।
नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में की गई प्रगति की सराहना करते हुए मंत्री ने आश्वस्त किया कि इस मिशन को सरकार का पूर्ण समर्थन है।
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किसानों को लगभग 4543 करोड रूपए का ऋण खेती बैंक ने अभी तक दिया है
नई दिल्ली:केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के ज़रिए द गुजरात स्टेट को-ऑपरेटिव एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट बैंक लि. (खेतीबैंक)की अहमदाबाद में आयोजित 70 वीं AGMको संबोधित किया।
इस अवसर पर श्री अमित शाह ने कहा किआज भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और 25 साल बाद आजादी की शताब्दी मनाएगा। ऐसे में देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने सहकार से समृद्धि का संकल्प पूरे देश के सामने रखा है। मोदी जी ने देश की समृद्धि और आर्थिक उत्थान में योगदान देने की जिम्मेदारी सहकारिता क्षेत्र को सौंपी है। आज गुजरात के सहकारी महाकुंभ में 70 साल पूरे कर खेती बैंक 71वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है, मैं इसके लिए बैंक से जुड़े सभी किसान भाईयो और अन्य लोगों को दिल से बधाई देना चाहता हूं।
श्री अमित शाह ने कहा कि द गुजरात स्टेट को-ऑपरेटिव एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट बैंक लि. जिसे खेती बैंक कहते हैं, उसकी स्थापना 1951 में हुईऔर उस वर्ष में इसकी स्थापना का ऐतिहासिक महत्व भी है। सौराष्ट्र और काठियावाड़ में उस वक़्त लगभग 222 छोटे-छोटे रजवाडे थे और समग्र सौराष्ट्र की जमीन राजों-रजवाडों के नाम पर थी। किसान राजा के लिए जमीन जोतते थे और अपना जीवनयापन करते थे। परंतु जब राजों-रजवाडों का एकीकरण देश के लौहपुरूष सरदार पटेल के नेतृत्व में हुआ और भारतीय संघ अस्तित्व में आया तब स्वाभाविक तौर से उस जमीन के मालिक किसान बनते। लेकिन उस समय राजों-रजवाडों को क़ीमत देने के लिए किसानों के पास पैसा नहीं था और इस कारण वह भूमि उनके नाम नहीं हो सकी। उस समय सरदार पटेल साहब की प्रेरणा से और पोरबंदर के युवराज उदयभान सिंह जी के प्रयासों से एक सौराष्ट्र लैंड मोर्गेज बैंक की स्थापना हुई और किसानों को ऋण देकर उन्हें जमीन का मालिक बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई। आज सौराष्ट्र, कच्छ और उत्तर गुजरात के किसान जमीन के मालिक हैं और इसका सबसे बडा श्रेय इस खेती बैंक को जाता है। उससमय 56 हजार किसान भाईयों को जमीन का मालिक बनाने में इस खेती बैंक ने लोन देकर बहुत बड़ी भूमिका अदा की थीऔर उन 56 हजार किसानों के माध्यम से आज यह संख्या बहुत बडी होने जा रही है।
डाक विभाग के कर्मचारियों के अच्छे प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए मेघदूत पुरस्कार प्रदान किया गया
नई दिल्ली संचार, रेल, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और संचार राज्य मंत्री श्री देवुसिंह चौहान ने इंडिया हैबिटाट सेंटर के स्टीन ऑडिटोरियम में आयोजित एक समारोह में डाक विभाग के एक ई-लर्निंग पोर्टल ‘डाक कर्मयोगी' की आज (28-06-2022) शुरूआत की।
इस पोर्टल को 'मिशन कर्मयोगी' की परिकल्पना के तहत 'संस्थान में' विकसित किया गया है, जिसकी संकल्पना प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत सरकार के सभी कर्मचारियों के कार्यों में दक्षता लाने और ‘न्यूनतम सरकार' और 'अधिकतम शासन' के साथ नौकरशाही की कार्य क्षमता में बदलाव लाने के उद्देश्य से की थी। ।
'डाक कर्मयोगी' पोर्टल लगभग 4 लाख ग्रामीण डाक सेवकों और विभागीय कर्मचारियों की दक्षताओं में वृद्धि करेगा, जिससे प्रशिक्षुओं की समान मानकीकृत प्रशिक्षण सामग्री तक ऑनलाइन या मिश्रित कैंपस मोड तक पहुंच प्रदान करने में सक्षम बनाया जा सके ताकि वे ग्राहक की बेहतर संतुष्टि के लिए कई जी2सी सेवाओं को प्रभावी ढंग से वितरित कर सकें। अंतिम योगात्मक मूल्यांकन के सफल समापन पर, एक स्वत: तैयार पाठ्यक्रम पूर्णता प्रमाण पत्र प्रशिक्षु के पंजीकृत ईमेल आईडी पर भेजा जाएगा। प्रशिक्षु प्रत्येक वीडियो और अन्य शिक्षण सामग्री के लिए अपनी प्रतिक्रिया, रेटिंग और सुझाव दे सकते हैं ताकि आवश्यक संवर्धन सुनिश्चित किया जा सके।
डाक विभाग अपने 10 डाक प्रशिक्षण केंद्रों/क्षेत्रीय प्रशिक्षण केन्द्र और रफी अहमद किदवई राष्ट्रीय डाक अकादमी (आरएकेएनपीए), केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान के नेटवर्क के माध्यम से अपने कर्मचारियों को प्रशिक्षण दे रहा है। हालांकि, इस पोर्टल के शुभारंभ के साथ, विभागीय कर्मचारी और ग्रामीण डाक सेवक अपनी सुविधा के अनुसार 'कभी भी, कहीं भी' प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे और अपने दृष्टिकोण, कौशल तथा ज्ञान (एएसके) को अपनी सुविधानुसार अपडेट कर सकेंगे। यह पोर्टल कर्मचारियों और ग्रामीण डाक सेवकों को अपग्रेड करके बेहतर सेवाएं प्रदान करने में समर्थ होकर लम्बा सफर तय करेगा।
Monday, 27 June 2022
जहां झुग्गी वही मकान को लेकर झुग्गीवासी फिर शुरू करेंगे आंदोलन- गंगेश्वर दत्त शर्मा
Sunday, 26 June 2022
आत्मनिर्भर भारत अभियान में ‘वोकल फॉर लोकल’ पर काम कर रही केंद्र सरकार - श्री तोमर
नई दिल्ली:केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने नागालैंड प्रवास के दौरान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के राष्ट्रीय मिथुन अनुसंधान केंद्र (एनआरसी), आईसीएआर के अनुसंधान संस्थान व अनानास के खेत का दौरा किया। इस दौरान श्री तोमर ने कहा कि भारत सरकार आत्मनिर्भर भारत अभियान में ‘वोकल फॉर लोकल’ की थीम पर लगातार काम कर रही है। “कोविड-19 महामारी के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसके लिए पहल करते हुए इस पर विशेष जोर दिया गया व देश के आर्थिक विकास के लिए इसे मिशन मोड पर लिया गया है,” उन्होंने कहा।
श्री तोमर ने कहा कि राष्ट्रीय मिथुन अनुसंधान केंद्र पूर्वोत्तर भारत का अनूठा जैव संसाधन है, जिसे संरक्षित करना सबकी जिम्मेदारी है।
“पहले मिथुन को फ्री-रेंज सिस्टम में पाला जाता था, जैसे-जैसे कृषि बढ़ रही है, वन क्षेत्र कम हो रहा है, ऐसे में किसानों को आईसीएआर-एनआरसी द्वारा विकसित अर्ध-गहन प्रणाली के तहत मिथुन पालन के लिए प्रथाओं का वैकल्पिक पैकेज अपनाना चाहिए,” उन्होंने कहा।
श्री तोमर ने मिथुन-किसानों को उनके आर्थिक उत्थान के लिए लाभान्वित करने वाली प्रौद्योगिकियों के विकास में संस्थान की सफलता पर बात की, साथ ही किसानों में रूचि पैदा करके व आय बढ़ाकर जीवन स्तर बदलने के लिए केंद्र के प्रयासों को सराहा। उन्होंने किसानों के अधिकाधिक लाभ के लिए मिथुन के उपयोग पर और शोध करने की जरूरत भी बताई। श्री तोमर ने इस केंद्र से दूध के पोषण व चिकित्सीय गुणों का पता लगाने और एक व्यवसाय मॉडल विकसित करने के लिए अनुसंधान करने का आग्रह किया और कहा कि प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए मिथुन के गोबर और मूत्र की उर्वरक क्षमता का पता लगाना होगा। श्री तोमर ने केंद्र द्वारा विकसित विभिन्न तकनीक व उत्पाद प्रदर्शित करने वाले मिथुन फार्म और प्रदर्शनी स्टालों का दौरा किया। उन्होंने केंद्र द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों, जैसे- फीड ब्लॉक, मिनरल ब्लॉक डिस्पेंसर व क्षेत्र-विशिष्ट खनिज मिश्रण पर चर्चा की। उन्होंने यहां पौधारोपण भी किया। निदेशक डॉ. एम.एच. खान ने स्वागत भाषण देते हुए केंद्र की 33 वर्षों की प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डाला
Loksabha Election 2024: श्रमिक नेता रामजी पांडे लड़ सकते है लोकसभा चुनाव
संत कबीरदास का विजन भारतीय संस्कृति को समझने की कुंजी: श्री अर्जुन राम मेघवाल
नई दिल्ली:गलियों में प्रदर्शन करने वाले, रेलगाड़ियो में मनोरंजन करने वाले, मंदिरों से जुड़े कलाकारों आदि सहित देश भर के दुर्लभ संगीत वाद्ययंत्रों की प्रतिभा को प्रदर्शित करने के लिए एक अनूठा उत्सव ज्योतिर्गमय का आज नई दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम में समापन हुआ।
केन्द्रीय संस्कृति और विदेश राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी, केन्द्रीय संस्कृति और संसदीय कार्य राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल और संस्कृति मंत्रालय में सचिव श्री गोविंद मोहन भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
इस अवसर पर संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने कबीर गायन की विशेष प्रस्तुति दी। श्री मेघवाल ने कबीर परंपरा के महत्व की व्याख्या करते हुए बताया कि हमें भारतीय संस्कृति को समझने के लिए संत कबीरदासजी के दृष्टिकोण को समझने की आवश्यकता है।
श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने अपने संबोधन में कहा कि यह युवाओं का उत्तरदायित्व है कि वे हमारे समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास को आगे ले जाएं। उन्होंने कहा कि त्योहार के दौरान बजाए जाने वाले दुर्लभ वाद्ययंत्रों ने लोगों को ऐसे समय में आवाज प्रदान की, जब समाज को शब्दों द्वारा समझाया जाना विफल रहा।
श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने ब्रह्म वीणा के वरिष्ठतम कलाकार श्री आनंद बाग का अभिनंदन किया। इसके बाद विभिन्न दुर्लभ संगीत वाद्ययंत्रों पर कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां दी गईं। संगीत नाटक अकादमी के सचिव ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी के प्रति हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त की।
नशीले पदार्थों के दुरुपयोग के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर नशा मुक्त भारत अभियान चलाया गया
रामजी पांडे
नई दिल्ली:सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा आज नई दिल्ली के प्रगति विहार में भीष्म पितामह मार्ग स्थित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में नशा मुक्त भारत अभियान दौड़ -नशीले पदार्थों के दुरुपयोग के विरुद्ध 19वीं दौड़ - का आयोजन किया गया। इस दौड़ का आयोजन नई दिल्ली के हेल्थ फिटनेस ट्रस्ट के सहयोग से किया जा रहा है। युवाओं और अन्य लोगों को नशे से दूर करने और देश को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रतिभागियों को संकल्प भी दिलाया जाएगा।
नशीले पदार्थों के दुरुपयोग के विरुद्ध जन जागरूकता फैलाने के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार द्वारा दौड़ को झंडी दिखाने के बाद शपथ दिलाई जाएगी।
नशीले पदार्थों के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय दिवस हर साल 26 जून को नशीले पदार्थों के दुरुपयोग से मुक्त दुनिया का निर्माण करने के लिए उठाए गए कदमों और सहयोग को सुदृढ़ बनाने के लिए मनाया जाता है। इस दौड़ का आयोजन इसके लिए जागरूकता पैदा करने और नशीली पदार्थों के दुरुपयोग के विरुद्ध एक संयुक्त मोर्चा प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है।
अनुराग ठाकुर ने मीडिया एवं इंटरटेनमेंट क्षेत्र में स्टार्ट-अप संस्कृति को मजबूत करने का आह्वान किया
नई दिल्ली :केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि देश में तेजी से बढ़ते डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और एवीजीसी (एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक्स) क्षेत्र में हो रही प्रगति भारत को मीडिया और मनोरंजन उद्योग का पसंदीदा पोस्ट-प्रोडक्शन केंद्र बनाने की क्षमता रखती है।
पुणे में सिम्बायोसिस स्किल एंड प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित 'मीडिया और मनोरंजन के बदलते परिदृश्य 2022' पर राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य भाषण देते हुए, श्री ठाकुर ने कहा, "एवीजीसी क्षेत्र के लिए एक ठोस डिजिटल आधार देश भर में उभर रहा है तथा घरेलू एवं वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए विश्व स्तरीय रचनात्मक प्रतिभा विकसित करने के लिए सरकार ने एवीजीसी क्षेत्र के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है।”
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि मीडिया और इंटरटेनमेंट इको-सिस्टम एक उभरता हुआ क्षेत्र है, जो 2025 तक सालाना 4 लाख करोड़ रुपये अर्जित करने और 2030 तक 100 अरब डॉलर या 7.5 लाख करोड़ रुपये के उद्योग तक पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने ऑडियो-विजुअल सेवाओं को 12 चैंपियन सेवा क्षेत्रों में से एक के रूप में नामित किया है और उन्होंने इसके निरंतर विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रमुख नीतिगत उपायों की घोषणा की।
श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि रेडियो, फिल्म और मनोरंजन उद्योग में रोजगार के बहुत बड़े अवसर हैं, क्योंकि हम गुणवत्तापूर्ण कंटेंट क्रिएशन के डिजिटल युग में छलांग लगा रहे हैं। उन्होंने कहा, "वीडियो संपादन, कलर ग्रेडिंग, विजुअल इफेक्ट्स (वीएफएक्स), साउंड डिजाइन, रोटोस्कोपिंग, 3 डी मॉडलिंग इत्यादि क्षेत्रों में कई प्रकार के रोजगार उभरे हैं। इस क्षेत्र में प्रत्येक नौकरी की भूमिका के लिए कौशल और दक्षताओं के एक विशिष्ट सेट की आवश्यकता होती है। उद्योग और शिक्षा जगत के लिए यह अनिवार्य है कि वे एक साथ आएं और इस क्षेत्र की जरूरतों के लिए प्रासंगिक कार्यक्रम तैयार करें।" श्री ठाकुर ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए निजी क्षेत्र के साथ नई साझेदारी कायम करने में जुटी है ताकि देश के छात्रों का रुझान इस क्षेत्र से जुड़ी प्रौद्योगिकी के अनुरूप हों।
श्री ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रौद्योगिकी के प्रति उत्साह ने युवाओं की महत्वाकांक्षा को पंख देने के अवसर प्रदान किए हैं और युवाओं को सशक्त बनाने की प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षा को कौशल भारत मिशन द्वारा साकार किया गया है, जिसका उद्देश्य बाजार में 40 करोड़ युवाओं को आवश्यक कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना है।
भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2021 के दौरान शुरू की गई '75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो' परियोजना के बारे में श्री ठाकुर ने कहा कि उनमें से कई प्रतिभाएं मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में रचनात्मक योगदान दे रही हैं और कुछ ने सफल स्टार्ट-अप स्थापित किए हैं।
भारत में बढ़ते स्टार्ट-अप इको-सिस्टम के बारे में चर्चा करते हुए, श्री ठाकुर ने कहा, यहां तक कि कोविड महामारी की अवधि के दौरान भी भारत ने 50 यूनिकॉर्न स्टार्ट-अप जोड़े, जो भारत की उद्यमशीलता की भावना से अवगत कराता है। श्री ठाकुर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि एफटीआईआई और एसआरएफटीआई जैसे प्रमुख फिल्म स्कूलों द्वारा निर्मित प्रतिभा पूल से अधिक से अधिक स्टार्ट-अप उभरेंगे।
गृह मंत्रालय से सम्बद्ध संसदीय परामर्शदात्री समिति की बैठक हुई
नई दिल्ली :केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह की अध्यक्षता में आज केवड़िया, गुजरात में ‘न्यायालयिक विज्ञान क्षमताएं: समयबद्ध और वैज्ञानिक जांच के लिए सुदृढ़ीकरण’ विषय पर गृह मंत्रालय से सम्बद्ध संसदीय परामर्शदात्री समिति की बैठक हुई। बैठक में समिति के दोनों सदनों के सदस्य, गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय, श्री अजय कुमार मिश्रा, श्री निशिथ प्रामाणिक और केन्द्रीय गृह सचिव सहित गृह मंत्रालय, एनसीआरबी और राष्ट्रीय फॉरेन्सिक विज्ञान विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। बैठक में देश में उपलब्ध फोरेंसिक विज्ञान क्षमताओं, विशेष रूप से फोरेंसिक जांच पर आपराधिक न्याय प्रणाली की बढ़ती निर्भरता को ध्यान में रखते हुए, की समीक्षा की गई।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को सबसे अधिक महत्व देती हैऔर अपराध का पता लगाने और रोकथाम के लिए प्रणालियों को मजबूत करने और प्रभावी कानून प्रवर्तन के माध्यम से लोक कल्याण के प्रति कटिबद्ध है। केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के मार्गदर्शन में केंद्रीय गृह मंत्रालय 90% तक दोषसिद्धि दर हासिल करने और देश में एक नागरिक अनुकूल और प्रभावी आपराधिक न्याय प्रणाली प्रदान करने के प्रति कटिबद्ध है।
श्री अमित शाह ने अपराधियों द्वारा प्रौद्योगिकी के उपयोग के मद्देनज़र जांच ऐजेंसियों को उनसे एक कदम आगे रहने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया और कहा कि मोदी सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर पुलिस जांच, अभियोजन और फोरेंसिक के क्षेत्र में सुधारों के लिए त्रि-आयामी दृष्टिकोण पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि लक्षित दोषसिद्धि दर हासिल करने के लिए प्रौद्योगिकी आधारित और साक्ष्य आधारित जांच पर ध्यान देने का ये सही समय है।
Saturday, 25 June 2022
पीएमएवाई-यू की 7 साल की यात्रा के दौरान इस मिशन की उपलब्धियों पर ई-बुक का विमोचन
वायु सेना प्रमुख ने अपने संबोधन में बताया कि डब्ल्यूएएसपी का उद्देश्य भारतीय वायुसेना के अधिकारियों में रणनीतिक सोच और समझ पैदा करना है। उन्होंने रेखांकित किया कि इस कार्यक्रम को एक राष्ट्र की व्यापक राष्ट्रीय शक्ति के प्रमुख विषयों से प्रतिभागियों को परिचित कराने के लिए डिजाइन किया गया था, जो उन्हें संपूर्ण सरकार के दृष्टिकोण को समझने व स्वतंत्र विचार प्रस्तुत करने में सक्षम बनाएगा। उन्होंने भारतीय वायुसेना की रणनीतिक प्राथमिकताओं का फिर से मूल्यांकन करने और कार्यों को फिर से संगठित करने की जरूरत पर जोर दिया, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सेवा पीछे न छूट जाए। वायु सेना प्रमुख ने प्रतिभागियों को बधाई दी। उन्होंने आगे प्रतिभागियों से अपने प्राप्त ज्ञान को व्यावहारिक रणनीतियों में रूपांतरित करने और यह याद रखने का अनुरोध किया कि उनके विचार न केवल वायु शक्ति से संबंधित रणनीतियों को आगे बढ़ाएंगे, बल्कि सुसंगत सैन्य और राष्ट्रीय रणनीति बनाने में भी योगदान देंगे। उन्होंने इस तथ्य को भी रेखांकित किया कि एक अच्छी तरह से तैयार की गई रणनीति सफलता की गारंटी नहीं दे सकती है, एक सुसंगत और टिकाऊ रणनीति की अनुपस्थिति निश्चित रूप से विफलता का कारण बनेगी।
इस सेमिनार के प्रतिभागियों ने हालिया संघर्षों में वायु शक्ति के अनुप्रयोग और राष्ट्रीय सुरक्षा में वायु शक्ति की प्रमुख भूमिका को स्थापित करने वाले बदलते सैद्धांतिक नियमों से संबंधित समकालीन विषयों पर पेपर प्रस्तुत किए।
पीएमएवाई-यू की 7 साल की यात्रा के दौरान इस मिशन की उपलब्धियों पर ई-बुक का विमोचन
नई दिल्ली:आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) ने प्रधानमंत्री आवास योजना- शहरी (पीएमएवाई-यू) के 7 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए आज एक वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन किया। इस योजना को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 25 जून 2015 को लॉन्च किया गया था। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव श्री मनोज जोशी ने की। कार्यक्रम में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के प्रधान सचिव, राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के एमडी और केंद्र एवं राज्य सरकारों के विभिन्न हितधारकों ने भाग लिया।
इस सातवीं वर्षगांठ समारोह में पीएमएवाई-यू मिशन के तहत कार्यान्वित महत्वपूर्ण पहलों पर प्रकाश डाला गया। पीएमएवाई-यू दुनिया का एक सबसे बड़ा शहरी आवास कार्यक्रम है। शुरुआत में पीएमएवाई-यू की 7 साल की शानदार यात्रा को दर्शाने वाला एक वीडियो चलाया गया जिसमें दिखाया गया था कि मिशन किस प्रकार लाखों भारतीयों के लिए पक्के घर के सपने को पूरा कर रहा है।
एमओएचयूए के सचिव ने कार्यक्रम के दौरान इस मिशन की उपलब्धियों पर एक ई-बुक का विमोचन किया। इस पुस्तक में देश के शहरी परिदृश्य को बदलने के लिए इस मिशन के तहत जारी पहलों व सुधारों के बारे में बताया गया है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसमें पीएमएवाई-यू के लाखों लाभार्थियों पर इस मिशन के प्रभाव पड़ा के बारे में बताया गया है जो अब सभी बुनियादी सुविधाओं के साथ एक पक्के मकान के मालिक हैं। ई-बुक को पीएमएवाई-यू की वेबसाइट (https://pmay-urban.gov.in/) से डाउनलोड किया जा सकता है।
सबसे कमजोर तबके के जीवन में बदलाव लाना ही वास्तविक विकास- श्री तोमर
नई दिल्ली:केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि विकास की जब बात हो तो दृष्टि सर्वांगीण होना चाहिए। “विकास का मतलब सिर्फ सड़कें या घर बनाना ही नहीं होता बल्कि समाज के सबसे कमजोर तबके के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएं, तभी सार्थकता है और यहीं वास्तविक विकास है। एक लंबे कालखंड के बाद श्री नरेंद्र मोदी के रूप में देश को एक ऐसे प्रधानमंत्री का नेतृत्व मिला है, जिनमें कुछ कर गुजरने की तमन्ना है, उनमें श्रेष्ठ भारत की कल्पना है और इसे साकार करने का जज्बा भी है,” उन्होंने कहा।
श्री तोमर ने यह बात इंडिया सस्टेनेबिलिटी कॉन्क्लेव में कही। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी विशेष अतिथि थे। श्री तोमर ने कहा कि हमारे देश में बड़ी आबादी है, जिन्हें सुविधाएं मुहैया कराते हुए विकसित भारत का निर्माण तभी संभव होगा, जब इसमें सभी लोग मिलकर योगदान दें। “सभी के कंधे- सभी के कदम, हर व्यक्ति-हर क्षेत्र इसमें साथ निभाएं। मनुष्य जीवन का सदुपयोग समाज के हित, प्रकृति की रक्षा, देश की सेवा और देश को निरंतर उत्कृष्टता की ओर ले जाने में होना चाहिए,” उन्होंने कहा।
श्री तोमर ने कहा कि कृषि प्रधान देश होने के नाते कृषि क्षेत्र की भूमिका महत्वपूर्ण है। “यदि हम कृषि क्षेत्र से विमुख होते गए तो पैसा होने पर भी कृषि उत्पाद उपलब्ध नहीं होंगे। देश की आजादी के समय जीडीपी में कृषि क्षेत्र का योगदान पचास प्रतिशत था, जो धीरे-धीरे घटता गया व बाकी सेक्टर बढ़ते गए, जो तात्कालिक परिस्थितियां थी लेकिन आज हमें देखना होगा कि देश में कृषि का क्षेत्र व्यापक है और लगभग साठ प्रतिशत आबादी कृषि से जुड़ी हुई है तथा अधिकांश लोगों की आजीविका कृषि पर निर्भर है, छियासी प्रतिशत छोटे किसान है, जिनके लिए खेती को लाभप्रद बनाते हुए उन्नत कृषि के रूप में बदलना, वैश्विक मानकों के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण उत्पादन बढ़ाना जरूरी है,” उन्होंने कहा।
श्री तोमर ने कहा ड्रोन जैसी टेक्नालाजी, डिजिलट एग्री मिशन तथा निजी निवेश बढ़ाने आदि के जरिये कृषि को उन्नत बनाया जा रहा है। “पूर्व सरकारों में कृषि को अपेक्षित प्रधानता नहीं मिली व कृषि विकास के प्रति नजरिया कमजोर रहा, जिससे किसानों की आमदनी नहीं बढ़ी व पर्याप्त साधन भी उन्हें उपलब्ध नहीं हुए लेकिन अब प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में किसानों को सशक्त किया जा रहा है,” उन्होंने कहा।
श्री तोमर ने कहा कि आज के बदलते भारत में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से साढ़े 11 करोड़ किसानों के बैंक खातों में हर साल छह-छह हजार रू. भेजे जाते है, जो दुनिया का सबसे बड़ा कार्यक्रम है। “अभी तक 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा राशि किसानों को दी जा चुकी है, जिसमें अमानत में खयानत नहीं होती, पूरे छह हजार रु. सीधे किसानों के खातों में जमा होते हैं,”
Friday, 24 June 2022
एनसीसी कैडिटों को शस्त्र प्रशिक्षण का अभ्यास कराया
NOIDA:अग्निपथ योजना रद्द कराने की मांग पर माकपा का प्रदर्शन
Thursday, 23 June 2022
इससे लोगों में आएगी जागरूकता जीव जंतुओं के संरक्षण के प्रति होंगे संवेदनशील
रामजी पांडे
नई दिल्ली :केंद्रीय पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन तथा उपभोक्ता मामले, खाद्य व सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बंगाल सफारी नॉर्थ बंगाल वाइल्ड एनिमल्स पार्क का बुधवार को निरीक्षण के दौरान एक साल के टाइगर (बाघ) को 1 साल के लिए गोद लिया व उसे 'अग्निवीर' नाम दिया।
गंगटोक से आने के क्रम में उन्होंने सफारी का निरीक्षण किया। इस दौरान एडॉप्शन प्रोग्राम (गोद अभियान) के तहत लोगों में जागरूकता के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री श्री चौबे ने टाइगर को गोद लिया। उन्होंने कहा कि मैंने केदारनाथ धाम में प्रकृति का रौद्र रूप देखा है। प्रकृति के संरक्षण के लिए सभी को जागरूक रहना चाहिए। ताकि इस तरह की घटनाएं न हो। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में केंद्र सरकार ने जीव जंतुओं के संरक्षण के लिए व्यापक कदम उठाएं हैं। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर लोगों में जागरूकता के साथ केदारनाथ त्रासदी के हुतात्माओं की याद में टाइगर गोद लिया है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संतुलन में जीव जंतुओं की प्रमुख भूमिका है। उनका संरक्षण जरूरी है। इसके लिए लोगों को नियमित रूप से जागरूक करते रहने की भी जरूरत है। इस मौके पर मौजूदा अधिकारियों को "जीव जंतु गोद अभियान" के बारे में जागरूकता अभियान नियमित रूप से चलाने के लिए निर्देशित किया।
Wednesday, 22 June 2022
माकपा कार्यकर्ताओं ने राशन कार्यालय पर प्रदर्शन कर दिया ज्ञापन- गंगेश्वर दत्त शर्मा
Tuesday, 21 June 2022
भाईचारा मंच गौतमबुधनगर ने अग्निपथ योजना के विरोध में डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर दिया ज्ञापन- गंगेश्वर दत्त शर्मा
बीते 24 घंटे कोरोना संक्रमित 99 नए मरीजों की पुष्टि सक्रिय मरीज की संख्या बढ़कर हुई 562
Monday, 20 June 2022
संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति SRAS ने अग्निपथ योजना के विरोध में किया शांतिपूर्ण प्रदर्शन
फौज में जवानों की भर्ती ठेके पर और नाम अग्निवीर देकर सेना का अपमान कर रही सरकार : विमल किशोर
Sunday, 19 June 2022
सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज 20 जून ‘दिल्ली चलो’ के बाद पुलिस ने बॉर्डरों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई
Noida:गौतमबुद्धनगर में हुआ भाईचारा मंच का गठन
Saturday, 18 June 2022
NOIDA:75 नामदर्ज और 150 अराजकतत्वों के खिलाफ मुकदमा दर्ज दस गिरफ्तार
noida:अग्निपथ योजना के विरोध में यमुना एक्सप्रेस वे पर जाम लगा रहे पुलिस लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेडा
कृषि को टिकाऊ बनाते हुए विद्यमान चुनौतियों का प्राथमिकता से किया जा रहा समाधान: श्री तोमर
बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का वर्चुअल शुभारंभ केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया। इस अवसर पर श्री तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार कृषि को बढ़ावा देने पर विभिन्न योजनाओं-कार्यक्रमों के माध्यम से काम कर रही है, जिनसे कृषि क्षेत्र के हालात में बदलाव आ रहा है, साथ ही किसानों की आय बढ़ रही है। बीते 8 साल के दौरान देश में कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हुआ है। कृषि को टिकाऊ बनाते हुए विद्यमान चुनौतियों का प्राथमिकता से समाधान किया जा रहा है।
‘सतत कृषि के लिए पोषक तत्व प्रबंधन रणनीतियों में हालिया विकासः भारतीय संदर्भ‘‘ विषय पर आयोजित इस संगोष्ठी में मुख्य अतिथि श्री तोमर ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों को आय सहायता देने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से अभी तक साढ़े 11 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा राशि जमा कराई जा चुकी है। यह दुनिया में मोदी सरकार का सबसे बड़ा कार्यक्रम है। एक लाख करोड़ रु. के एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड सहित डेढ़ लाख करोड़ रुपए से अधिक के विशेष पैकेजों से कृषि क्षेत्र में सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। सरकार की किसान हितैषी नीतियों तथा किसानों व वैज्ञानिकों की मेहनत-कुशलता का परिणाम है कि आज कृषि उत्पादों की दृष्टि से भारत एक संपन्न राष्ट्र है और प्रतिकूल समय में भी भारत ने अन्य देशों को खाद्यान्न की आपूर्ति की है। अधिकांश कृषि उत्पादों के उत्पादन की दृष्टि से आज विश्व में भारत पहले या दूसरे क्रम पर है, वहीं देश से पौने 4 लाख करोड़ रु. के कृषि उत्पादों का निर्यात हुआ है, जो अपने-आप में एक कीर्तिमान है।
श्री तोमर ने कहा कि आज कृषि में टेक्नालाजी का अधिकाधिक उपयोग करने, किसानों को महंगी फसलों की ओर आकर्षित करने, खेती की लागत कम करने, किसानों को उनकी उपज के वाजिब दाम दिलाने, फर्टिलाइजर पर निर्भरता कम करने, स्वाइल हेल्थ की ओर प्रवृत करने, सिंचाई में बिजली व पानी बचाने और उत्पादकता बढ़ाने की दृष्टि से काम करने की आवश्यकता है। इस संबंध में भारत सरकार, राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रही है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) भी तीव्र गति से काम कर रही है, साथ ही कृषि के सभी वि.वि. व अन्य संस्थान भी उत्तम काम कर रहे हैं। श्री तोमर ने कहा कि बिहार कृषि प्रधान राज्य है, जहां लगभग 70 फीसदी आबादी कृषि से जुड़ी हुई है। कृषि उत्पादकता की दृष्टि से भी बिहार उत्तम है, वहीं अनेक फसल किस्में यहां ईजाद की गई है, जिनसे प्रदेश को तो प्रतिफल मिल ही रहा है, देश की कृषि ग्रोथ में भी योगदान हो रहा है। उन्होंने पोषक तत्वों के प्रबंधन को समय की आवश्यकता बताते हुए कहा कि इस संबंध में ऐसी संगोष्ठी से निश्चय ही लाभ होगा।
Friday, 17 June 2022
लाठी और गिरफ्तारी के दम पर इस आंदोलन को दबाया नहीं जा सकता: गोपाल राय
Wednesday, 15 June 2022
तेजी से मदद के कारण हजारों मंगोलियाई लोगों की जान बचाई जा सकी: श्री उखनागिन खुरेलसुख
नई दिल्ली केंद्रीय मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने आज मंगोलिया के राष्ट्रपति उखनागिन खुरेलसुख के साथ गंदन मठ का दौरा किया और पवित्र कपिलवस्तु अवशेषों पर श्रद्धांजलि दी उन्होंने भगवान बुद्ध के मंगोलिया के पवित्र अवशेषों का भी सम्मान किया जिन्हें कपिलवस्तु अवशेषों के साथ रखा गया है।
इस अवसर पर भारतीय केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री श्री किरेन रिजिजू, मंगोलिया के राष्ट्रपति श्री उखनागिन खुरेलसुख और मंगोलिया में भारतीय राजदूत श्री मोहिंदर प्रताप सिंह, खंबा नोमुन खान उपस्थित थे।
केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने कहा कि भारत ने कोविड महामारी के दौरान कई देशों की मदद की और आज मंगोलिया के लोगों को खुश देखकर उन्हें प्रसन्नता हो रही है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि जन-जन के बीच संपर्क के साथ-साथ भारत और मंगोलिया के बीच आर्थिक संबंध भी एक नया आकार ले रहे हैं। श्री किरेन रिजिजू ने कहा, "मैं चाहता हूं कि अधिक से अधिक भारतीय इस खूबसूरत देश की यात्रा करें और निकट भविष्य में जन-जन के बीच जुड़ाव बढ़े।"
मंगोलिया के राष्ट्रपति श्री उखनागिन खुरेलसुख ने कहा कि पवित्र बुद्ध के अवशेषों को मंगोलिया लाने का विशेष संकेत भारत और मंगोलिया के बीच आध्यात्मिक संबंध का प्रमाण है। मंगोलिया के लोगों की ओर से राष्ट्रपति ने प्रदर्शनी को मंगोलिया के लोगों के प्रति एक महान प्रतीक के रूप में आयोजित करने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया।
मंगोलिया के राष्ट्रपति ने भारत की सराहना करते हुए कहा कि यह पहला देश था जिसने हमें वैक्सीन दी और कोविड महामारी में मदद की और तेजी से मदद के कारण हजारों मंगोलियाई लोगों की जान बचाई जा सकी। उन्होंने कहा कि मंगोलिया में भारत द्वारा बनाई जा रही तेल रिफाइनरी भारत और मंगोलिया के बीच बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों का प्रतीक है और भारत मंगोलिया का सबसे विश्वसनीय साझेदार और उसका तीसरा पड़ोसी देश है। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेष लाना द्विपक्षीय संबंधों को समृद्ध करने का एक शानदार तरीका है।
डिजिटल दूरदर्शन, आकाशवाणी समाचार ने अटूट विश्वास दर्ज किया
रामजी पांडे
नई दिल्ली भारत को अपने अच्छे पुराने सार्वजनिक प्रसारक पर सबसे अधिक भरोसा है, जिसकी पुष्टि रॉयटर्स इंस्टीट्यूट की एक हाल ही में जारी रिपोर्ट से हुई है। इससे पता चला है कि लोगों को दूरदर्शन और आकाशवाणी के समाचार नेटवर्क पर सबसे ज्यादा भरोसा है।
रॉयटर्स इंस्टीट्यूट की डिजिटल न्यूज रिपोर्ट 2022 के अनुसार, “भारत ने समाचार विश्वास में छोटी सी वृद्धि दर्ज करते हुए 46 बाजारों में अपनी समग्र स्थिति में सुधार किया है। पुराने प्रिंट ब्रांड और सार्वजनिक प्रसारक, जैसे दूरदर्शन समाचार और आकाशवाणी के बारे में सर्वेक्षण के दौरान उत्तरदाताओं के बीच सबसे अधिक विश्वास है, जबकि नए डिजिटल-जनित ब्रांडों के साथ 24 घंटे के टेलीविजन समाचार चैनल कम भरोसेमंद हैं।”
रॉयटर्स इंस्टीट्यूट द्वारा भारतीय समाचार ब्रांडों के सर्वेक्षण से पता चलता है कि समाचार की प्रामाणिकता और सटीकता के बारे में आकाशवाणी पर 72 प्रतिशत और दूरदर्शन समाचार पर 71 प्रतिशत 'सबका विश्वास' कायम है।
रिपोर्ट के अनुसार, दूरदर्शन समाचार और आकाशवाणी समाचार में उच्च स्तर के विश्वास लगातार बढ़ रहा है, इसके अलावा, दूरदर्शन समाचार और आकाशवाणी दोनों की पहुंच भी बढ़ गई है।
दूरदर्शन और आकाशवाणी में यह निरंतर विश्वास 'सबका विश्वास' और भी मजबूत हुआ है, हाल ही में दूरदर्शन और आकाशवाणी की मजबूत डिजिटल उपस्थिति के योगदान के लिए धन्यवाद।
रॉयटर्स इंस्टीट्यूट का दावा है कि इसकी डिजिटल न्यूज रिपोर्ट 2022 ने 46 बाजारों में 93, 000 से अधिक ऑनलाइन समाचार उपभोक्ताओं के यूगव सर्वेक्षण के आधार पर डिजिटल समाचार उपभोग को मापा, जिसमें दुनिया की आधी आबादी शामिल है।
Tuesday, 14 June 2022
भूपेंद्र जादौन आम आदमी पार्टी गौतमबुद्ध नगर के बने पुनः जिलाध्यक्ष
Monday, 13 June 2022
महंगाई के खिलाफ माकपा का अभियान जारी- गंगेश्वर दत्त शर्मा
Sunday, 12 June 2022
आयकर विभाग ने खेलों, पहेलियों और कॉमिक्स के माध्यम से बच्चों में कर साक्षरता का प्रसार करने का लक्ष्य निर्धारित किया
नई दिल्ली:केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने टेक्स्ट आधारित साहित्य, जागरूकता संगोष्ठियों और कार्यशालाओं से आगे बढ़ते हुए, ‘खेल से सीखने’ के तरीकों के माध्यम से कर साक्षरता फैलाने के लिए एक अभिनव दृष्टिकोण अपनाया है। सीबीडीटी ने बोर्ड गेम, पहेली और कॉमिक्स के माध्यम से हाई स्कूल के छात्रों के लिए कराधान, जिन्हें अक्सर जटिल माना जाता है, से संबंधित अवधारणाओं के लिए नया प्रोडक्ट प्रस्तुत किया है।
इस पहल को आरंभ करते हुए, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार शाम गोवा के पणजी में आजादी का अमृत महोत्सव प्रतिष्ठित सप्ताह के समापन समारोह में वित्तीय और कर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से संचार और लोक संपर्क प्रोडक्ट की एक श्रृंखला लॉन्च की। उन्होंने अगले 25 वर्षों को अमृत काल करार दिया और कहा कि नए भारत को आकार देने में युवा प्रमुख भूमिका निभाएंगे। श्रीमती सीतारमण ने कार्यक्रम में उपस्थित स्कूली छात्रों को चयन करने के लिए खेलों के पहले सेट का भी वितरण किया।
जब आत्मनिर्भर गांवों की संख्या बढ़ेगी
नई दिल्ली:केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज अपने गुजरात दौरे के तीसरे दिन इंस्टीट्यूट ऑफ़ रूरल मैनेजमेंट आणंद (IRMA) के 41वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। श्री अमित शाह ने दीक्षित छात्रों को डिग्री वितरित कर उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं और कहा कि मुझे विश्वास है कि यहाँ से जाने के बाद आप चाहे किसी भी क्षेत्र में काम करें लेकिन ग्रामीण विकास के विचार और संकल्प के प्रति आप सदैव समर्पित रहेंगे।
इस अवसर पर अपने संबोधन में केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री ने कहा कि आज यहां से डिग्री लेकर जाने वाले ये छात्र गांधी जी का स्वप्न साकार करने के लिए काम करने वाले हैं। इस देश के ग्रामीण विकास को गति देना, देश के अर्थतंत्र में ग्रामीण विकास को कंट्रीब्यूटर बनाना और ग्रामीण विकास के माध्यम से गांव में रहने वाले हर व्यक्ति को समृद्धि की ओर ले जाना, ये किए बिना देश कभी आत्मनिर्भर नहीं हो सकता है। आज यहां से दीक्षित हो कर जा रहे सभी लोगों से मेरा यही निवेदन है कि आप जीवनभर इस देश के ग्रामीण विकास के लिए कुछ ना कुछ करते रहिए क्योंकि योगदान देने से हमें कोई नहीं रोक सकता। आज आप इरमा को गुरू दक्षिणा देकर और ये प्रण लेकर जाइए कि जीवनभर मेरी दृष्टि ग्रामीण विकास से जुड़ी रहेगी और गांव के ग़रीब को समृद्ध करने में लगी रहेगी। श्री अमित शाह ने कहा कि ग्रामीण विकास थ्योरेटिकल नहीं होता है, ये तभी होता है जब इसके प्रति समर्पित लोग चंदन की भांति स्वंय को घिसकर सुगंध को गांव-गांव तक पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर आधुनिक ज़माने में ग्रामीण विकास करना है तो इसके लिए पाठ्यक्रम बनाने होंगे, इसे फ़ॉर्मलाइज़ करना होगा और आज के ज़माने की ज़रूरतों के हिसाब से ग्रामीण विकास को परिवर्तित करके ज़मीन पर उतारना होगा। मैं मानता हूं कि सरदार पटेल, त्रिभुवनभाई की इस पवित्र भूमि पर इरमा ने इसे ज़मीन पर उतारने का काम किया है।